मैं भी भारत टीम एवं श्री श्याम सुंदर सर जी को बहुत -बहुत धन्यवाद। सर जी आप ने लहरी बाई की जीवन शैली एंव उनकी रोजमर्रा से जुड़ी कहानी का सार सजीव चित्रण प्रसारित किए हैं। हमारे बैगा आदिवासी समाज के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। बैगा में एक खास बात कही गयी है कि जब तक बैगा की हांडी (मटका भर) में अनाज है तब तक अपने आप को बहुत खुश नसीब, सम्पन्न शील /धनवान मानता है। अतःबैगा आदिवासी धन संग्रह , लोभी ,लालची प्रवृत्ति के नहीं होते हैं।
दिल्ली में रहने वाली गरीब बुजुर्ग महिला की आवाज़ 2015से प्रधानमंत्री तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री जी सिर्फ़ विशेष लोगों की परेशानी ही सुन पाते हैं क्या प्रधानमंत्री सिर्फ़ विशेष लोगों के है
लहरी बाई से मिलवाने एवं उसके वास्तविक जीवन से परिचय कराने के लिए मैं भी भारत की टीम का हार्दिक आभार। आपका चैनल निरंतर प्रगति करता रहे बहुत बहुत शुभकामनाएं। जोहार 🙏🙏
सहजता आदिवासियों का गहना है।। Millet ambassador एक क्या लाखों लाख आदिवासी हैं। ये मात्र millet ambassador नहीं बल्कि जीवन कैसे जिएं सहजता से, इसके भी ब्रांड एंबेसडर हैं।। सलाम, जोहार लहरी बाई आपको।।
सम्माननीय सर,आप प्राचीन और मूल भारतीय संस्कृति को बहुत ही रुचिकर शैली में प्रस्तुति देते हैं।साथ ही आदिवासी परंपराओं को दिखाते हैं जिसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
A Big apportunity for Indian Tribes, Natural farming, and natural seeds collection all human beings,, it's is a natur for food gathering, it is a great work throw by Laheri Bai,, Jay johar,,,
लहरी बाई को लाख लाख बधाई। इंसानों को स्वस्थ जीवन प्रदान करने वाले अन्न उपजाने में जो जाजब्बा है उसे सलाम। पौराणिक कथा के अनुसार जब इन्द्र भगवान ने विश्वामित्र से जो क्षत्रिय थे ब्रह्म ऋषि बनने के लिए तपस्या प्रारम्भ किया अर्थात जिसे उच्च शिक्षा का हक नहीं था वो उस ज्ञान को प्राप्त करने लिए संघर्ष प्रारम्भ कर दिए तो पृथ्वी पर इन्द्र ने वर्षा रोक दी, जिसे अकाल पड़ने लगा तो विश्वामित्र ने तपस्या के बल से ( वैज्ञानिक अनुसंधान द्वारा) मनुष्यो की रक्षा के लिए कम बारिश में होने वाले अनाज जैसे कोदो, गोंदली,ज्वार, बाजरा, मडुवा, मकई जैसे कई मोटे अनाज का आविष्कार किया और मनुष्यों की जीवन की रक्षा की। हालांकि इस अन्न को देवता लोग (अमीर लोग) ग्रहण नहीं किए और विश्वामित्र को ज्ञानी वैज्ञानिक (ब्रह्म ऋषि) की डिग्री इस समय तक नहीं दिए । उनके अनुसार ज्ञान प्राप्त करने का अधिकार सिर्फ और सिर्फ ब्राह्मण (उच्च वर्ग) तक ही सीमित है। इसीलिए इस अन्न का भोग आज भी देवताओं को नहीं चढ़ाया जाता है। लेकिन अब सभी ज्ञानी जन इन अन्नों की महत्ता को समझ चुक और ग्रहण कर रहे हैं।
सबसे पहले में आपको और आपकी पूरी टीम को सादर प्रणाम करता हूँ। आपके माध्यम से ईतने होनहार और बहोत ही अच्छी जानकारी रखने वाली लहेरीबाई से करवाई। हम वहाँ के प्रशासन को निवेदन करते है की ईन जैसै लोगों के माध्यम से हमारी पुरानी और लुप्त हो रहे अनाजों को बचा सकते है। ईनको जरूरी मदद् करनी चाहिए।
मान्यवर, सादर नमस्कार ! माननीया लहरी बाई जी के बारे में दुनिया को अवगत कराकर आपने अत्यंत पावन कार्य किया है ! सरकार तक उनकी समस्या पहुंचाकर बहुत ही अनिवार्य कार्य किया है ! आप इसी तरह की दृश्य-श्राव्य स्मृतियां बनाते रहे व राष्ट्र के लिए कार्य करते रहे यही भगवद् प्रार्थना है ! जय श्री राम ! जय हिंदुराष्ट्र !! वन्दे मातरम् !!!
श्याम सुन्दर जी आदिवासी संस्कृति को प्रचारित प्रसारित करने में मैं भी भारत एक सफल प्रयास कर रहा है। हमें भी आपके माध्यम से भारत दर्शन का लाभ मिल रहा है।
श्याम सुंदर जी आप आदिवासीयों के रहन सहन और जीवन शैली के बारे में विस्तार से बताते हैं बहुत अच्छा लगता है 🎉 लहरी बाई से रुबरु कराया बहुत ही मेहनती लड़की है 🙏 जय जोहार 🙏 जय झारखंड 🙏
श्याम सुंदर जी आप बड़े निराले इंसान है आपकी वीडियो देखता हूं तो मुझे लगता है कि भारत में हर एक इंसान आप जैसा शांत सुंदर सुशील स्वभाव का व्यक्ति होना चाहिए
दुखी हैं तो रही आएं, मोदी जी को अडानी अंबानी से फुर्सत नहीं है। हम लोगों के लिए ज़रूर यह दुखद है। पर हम लोगों के हालात भी ऐसे ही कर दिए हैं इस सरकार ने
Lahiri bai aapko dil se salaam, aap bina shiksha prapt kiye hue bhi hamare BHARAT desh ke HINDU mahine ke naam aate hain ,yehi agar hum kisi sahari logo se poochenge toh wah jan feb aisa batayenge ,aap hum sab deshvasiyon ke liye jo karya kar rahe ho uske ke liye satsang pranaam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
भारत एक सांप्रदायिक देश है । जाति भेद कभी मिटनेवाला नहीं है ! सिर्फ आदिवासी ही अपना क्षेत्र में कलेक्टर, रेंजर, पुलिस, दारोगा, दोकन, बाजार यतायत साधन में होते तो कितना सुंदर प्रांत होता ! लेकिन खोद को सभ्य शिक्षित आर्य बताने वाले, दूसरों का धन दौलत हड़प ने में माहिर होते हैं ।
भले ही कहा जाता है कि जल जंगल जमीन का मालिक है आदिवासी, पर सब गलत है,तारीफ करने मात्र से हक नहीं मिलता।इसमें झूठ और फरेब की बू आती है ।इससे भूख नहीं मिटती, अधिकार की तो बात ही बेमानी है।संघर्ष करना हमारी नियति है ।हमारी सुध कोई नहीं ले रहा है इनको फिक्र बडे लोगों ,उद्योग पतियों की है।
Sir me dindori se hu ,apka video bahut achha lagta hai.. apse mulakat karne ka bahut dino se kosis kar raha hu par ho nahi pa raha hai. Mujhe lagta tha ki ap kabhi dindori district kabhi aynge ya nahi par jab ap ay to me nahi hu 😊🙏🙏
भाई राष्ट्रपति आदिवासी है लेकिन आदिवासियों के लिए करने के लिए जज्बा नहीं है, दिमाग में खुद की आईडियोलॉजी नहीं है, खुद के आईडियोलॉजी रहते हैं तो आदिवासियों के लिए बहुत कुछ करने के अधिकार राष्ट्रपति के पास है,
सरजी राजस्थान में सबसे अधिक आदिवासी आबादी उदयपुर जिले में रहती हैं। विशेषकर उदयपुर शहर के आसपास इलाके में भी ऐसी ही जनजाति आबादी रहती है लेकिन विकास से दूर है। कभी उदयपुर, उदयपुर के गिर्वा क्षेत्र में भी आओ।
BJP राज में किसी उद्योग पति को जमीन आवंटन करनी होतो समय नहीं लगता है,ओर जल,जंगल जमीन के रखवाले जो अपनी पुस्तेनी जमीन का पट्टा जारी करवाना होतो वो नहीं हो पाता,आखिर कब तक इस देश के मालिकों के साथ अत्याचार करते रहोगे तुम ,एक दिन सोचने को मजबूर होना पढेगा कि हमनें इन्हें बहुत सताया है।
They are the real inhabitants of India even after this they are not getting their right properly.they are losing their lands and property due corrupt leaders and big businessman’s.😢😢😢😢
श्रीमान मैं आपसे कहना चाहूंगा कि राजस्थान में राजसमंद उदयपुर केवल आदिवासियों के तौर तरीके खान पान को भी दिखाने यहां पर भी आपको काफी सारे कबीले खेरवाड़ा उदयपुर के आसपास में बहुत सारे आदिवासियों के बारे में जानने को मिलेगा
मैं भी भारत टीम एवं श्री श्याम सुंदर सर जी को बहुत -बहुत धन्यवाद। सर जी आप ने लहरी बाई की जीवन शैली एंव उनकी रोजमर्रा से जुड़ी कहानी का सार सजीव चित्रण प्रसारित किए हैं। हमारे बैगा आदिवासी समाज के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।
बैगा में एक खास बात कही गयी है कि जब तक बैगा की हांडी (मटका भर) में अनाज है तब तक अपने आप को बहुत खुश नसीब, सम्पन्न शील /धनवान मानता है। अतःबैगा आदिवासी धन संग्रह , लोभी ,लालची प्रवृत्ति के नहीं होते हैं।
सपोर्ट लहरी बाई 👍🏻
दिल्ली में रहने वाली गरीब बुजुर्ग महिला की आवाज़ 2015से प्रधानमंत्री तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री जी सिर्फ़ विशेष लोगों की परेशानी ही सुन पाते हैं क्या प्रधानमंत्री सिर्फ़ विशेष लोगों के है
दिल से निकली हुई सहज अभिव्यक्ति।।
सलाम, जोहार, लहरी बाई।।
लहरी बाई से मिलवाने एवं उसके वास्तविक जीवन से परिचय कराने के लिए मैं भी भारत की टीम का हार्दिक आभार। आपका चैनल निरंतर प्रगति करता रहे बहुत बहुत शुभकामनाएं। जोहार 🙏🙏
सहजता आदिवासियों का गहना है।।
Millet ambassador एक क्या लाखों लाख आदिवासी हैं। ये मात्र millet ambassador नहीं बल्कि जीवन कैसे जिएं सहजता से, इसके भी ब्रांड एंबेसडर हैं।।
सलाम,
जोहार लहरी बाई आपको।।
जी श्याम सुंदर जी आदिवासी रसोई के अलावा आदिवासियों की ऐसी समस्याओं को उठाया ,अच्छा लगा। धन्यवाद।
श्याम सुन्दर जी आपको बहुत बहुत बधाई और धन्यवाद आपने लहरी बाई से मिलवाया और वास्तविक स्थिति से जानकारी करवायी।
सम्माननीय सर,आप प्राचीन और मूल भारतीय संस्कृति को बहुत ही रुचिकर शैली में प्रस्तुति देते हैं।साथ ही आदिवासी परंपराओं को दिखाते हैं जिसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
गुजरात के डेडियापाडा में आदिवासी MLA जो आदिवासी समाज के लिए लड़ रहे हैं उनके साथ बहुत अन्याय हो रहा है वहाँ पहुंचे और मदद करे।
कोन सा जिला तालुका पंचायत में लिख दो
@@mohanrajput2610 dediapada vidhan sabha ka MLA he jail me
❤❤ ooóo@@mohanrajput2610
A Big apportunity for Indian Tribes, Natural farming, and natural seeds collection all human beings,, it's is a natur for food gathering, it is a great work throw by Laheri Bai,, Jay johar,,,
मन की बात में हल्ला मचा दो पर कोई आर्थिक मदद नहीं । इसी को जुमले बाजी कहते हैं।
बड़ी नम्रता है सर आपके लहज़े में..... खासकर जब आप लहरी बाई जी बोलते है.....🙏
लहरी बाई को लाख लाख बधाई। इंसानों को स्वस्थ जीवन प्रदान करने वाले अन्न उपजाने में जो जाजब्बा है उसे सलाम। पौराणिक कथा के अनुसार जब इन्द्र भगवान ने विश्वामित्र से जो क्षत्रिय थे ब्रह्म ऋषि बनने के लिए तपस्या प्रारम्भ किया अर्थात जिसे उच्च शिक्षा का हक नहीं था वो उस ज्ञान को प्राप्त करने लिए संघर्ष प्रारम्भ कर दिए तो पृथ्वी पर इन्द्र ने वर्षा रोक दी, जिसे अकाल पड़ने लगा तो विश्वामित्र ने तपस्या के बल से ( वैज्ञानिक अनुसंधान द्वारा) मनुष्यो की रक्षा के लिए कम बारिश में होने वाले अनाज जैसे कोदो, गोंदली,ज्वार, बाजरा, मडुवा, मकई जैसे कई मोटे अनाज का आविष्कार किया और मनुष्यों की जीवन की रक्षा की। हालांकि इस अन्न को देवता लोग (अमीर लोग) ग्रहण नहीं किए और विश्वामित्र को ज्ञानी वैज्ञानिक (ब्रह्म ऋषि) की डिग्री इस समय तक नहीं दिए । उनके अनुसार ज्ञान प्राप्त करने का अधिकार सिर्फ और सिर्फ ब्राह्मण (उच्च वर्ग) तक ही सीमित है। इसीलिए इस अन्न का भोग आज भी देवताओं को नहीं चढ़ाया जाता है। लेकिन अब सभी ज्ञानी जन इन अन्नों की महत्ता को समझ चुक और ग्रहण कर रहे हैं।
Kahani batane se kuchh nhi hota h kuchh prof h kisi ke pass
लहरी बाई को सेवा जोहार जोहार ❤❤👌👌🙏🙏
सबसे पहले में आपको और आपकी पूरी टीम को सादर प्रणाम करता हूँ। आपके माध्यम से ईतने होनहार और बहोत ही अच्छी जानकारी रखने वाली लहेरीबाई से करवाई। हम वहाँ के प्रशासन को निवेदन करते है की ईन जैसै लोगों के माध्यम से हमारी पुरानी और लुप्त हो रहे अनाजों को बचा सकते है। ईनको जरूरी मदद् करनी चाहिए।
मान्यवर, सादर नमस्कार !
माननीया लहरी बाई जी के बारे में दुनिया को अवगत कराकर आपने अत्यंत पावन कार्य किया है !
सरकार तक उनकी समस्या पहुंचाकर बहुत ही अनिवार्य कार्य किया है ! आप इसी तरह की दृश्य-श्राव्य स्मृतियां बनाते रहे व राष्ट्र के लिए कार्य करते रहे यही भगवद् प्रार्थना है !
जय श्री राम ! जय हिंदुराष्ट्र !! वन्दे मातरम् !!!
श्याम सुन्दर जी आदिवासी संस्कृति को प्रचारित प्रसारित करने में मैं भी भारत एक सफल प्रयास कर रहा है। हमें भी आपके माध्यम से भारत दर्शन का लाभ मिल रहा है।
Most positive jernalism . Thanks for the video.
सरकार द्वारा सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
Lahribai ko koti koti mere pranam. Jai jawan jai kisan.
Dil Se Salam Hai is bahan ko Jisne Hamare Hindustan Ke kisani culture ko bachane ke liye ek shuruaat Ki Hai❤🙏🌾⛰️🏞🌄
आदिवाशी जीवन और उनकी समस्या को आप शासनतक पहुचानेका काम करते हो आपको सैल्यूट धन्यवाद
Aap Bahuch Punya ka Kam Kar Rahe Hai Siraji Salute Lahari Bai Aur Aapko
शानदार सर जी
श्याम सुंदर जी आप आदिवासीयों के रहन सहन और जीवन शैली के बारे में विस्तार से बताते हैं बहुत अच्छा लगता है 🎉 लहरी बाई से रुबरु कराया बहुत ही मेहनती लड़की है 🙏 जय जोहार 🙏 जय झारखंड 🙏
श्याम सुंदर जी आप बड़े निराले इंसान है आपकी वीडियो देखता हूं तो मुझे लगता है कि भारत में हर एक इंसान आप जैसा शांत सुंदर सुशील स्वभाव का व्यक्ति होना चाहिए
आपके शब्दों से हमारा हौसला बढ़ता है. धन्यवाद
श्याम सुंदर सर को भी सैल्यूट। जरूरी संवाद।।
आपको हमारी कोशिश अच्छी लगी, इसके लिए धन्यवाद.
दुखी हैं तो रही आएं, मोदी जी को अडानी अंबानी से फुर्सत नहीं है।
हम लोगों के लिए ज़रूर यह दुखद है। पर हम लोगों के हालात भी ऐसे ही कर दिए हैं इस सरकार ने
Lahiri bai aapko dil se salaam, aap bina shiksha prapt kiye hue bhi hamare BHARAT desh ke HINDU mahine ke naam aate hain ,yehi agar hum kisi sahari logo se poochenge toh wah jan feb aisa batayenge ,aap hum sab deshvasiyon ke liye jo karya kar rahe ho uske ke liye satsang pranaam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सर, हम सभी आदिवासियों को आर्थिक मदद कर इनके एकाउंट में 200 रुपये मदद करने से इनको किसी का मोहताज़ नही रहना पड़ेगा
Aadrniy Sundra ji selut aapko aapne ek sahi jan se milaya.
भारत एक सांप्रदायिक देश है । जाति भेद कभी मिटनेवाला नहीं है !
सिर्फ आदिवासी ही अपना क्षेत्र में कलेक्टर, रेंजर, पुलिस, दारोगा, दोकन, बाजार यतायत साधन में होते तो कितना सुंदर प्रांत होता !
लेकिन खोद को सभ्य शिक्षित आर्य बताने वाले, दूसरों का धन दौलत हड़प ने में माहिर होते हैं ।
किसान बहिन को सादर प्रणाम 🙏
एवं उनके माता जी पिता जी को भी बहुत बहुत प्रणाम 🙏
लहरीबाई बहन को जोहार.
जोहार जय आदिवासी दादा
Sir abhi aap kaha par hai
बिल्कुल इनको जमीन मिलने चाहिए ❤ से शुक्रिया
हर कोई यह नेताओ को गाली देने में लगा है, और समाज के लोग और संगठन कहा है 😂
Nice ....sir
Very nice video Thanks
Very nice
Bahut sundar jay johar jay kisan
भले ही कहा जाता है कि जल जंगल जमीन का मालिक है आदिवासी, पर सब गलत है,तारीफ करने मात्र से हक नहीं मिलता।इसमें झूठ और फरेब की बू आती है ।इससे भूख नहीं मिटती, अधिकार की तो बात ही बेमानी है।संघर्ष करना हमारी नियति है ।हमारी सुध कोई नहीं ले रहा है इनको फिक्र बडे लोगों ,उद्योग पतियों की है।
यही माता पिताजी असली आदिवासी जनजाति हैं फिर क्या ये समस्याओं 🙏
Very nice Congratulations
साइकोलॉजी के माध्यम से समझ पा रहा हूं
सर जी 🙏🌹🚩
Jay kisan jay aadivasi. Jay johar
Excellent
Johor didi app bhuat acchi hai app yu he maa baba ke seva karo or app ko salute hai or maa baba ko v
लहरी बाई सरकारी की सुविधा और आवाज को देखें बढ़िया से सरकार सुमित अपने से देखभाल करें इनका❤
Lahribai is doing Great job 👌💐🙏
Ithna badia kam karney Wale ko bhi takleef utana pad raha hai , sarkar kis liye hotha hai 🤔
Ye hai mere Bharat .
Mera Bharat mahan.
सरल, मीठी स्वर ❤❤❤❤
Nice video
It's the real Indian idol
Sahi baat hai sir lahribai ki patta banna chahiye taki unka jeevan behetr ho sake
Ram Ram ji
Sir me dindori se hu ,apka video bahut achha lagta hai.. apse mulakat karne ka bahut dino se kosis kar raha hu par ho nahi pa raha hai. Mujhe lagta tha ki ap kabhi dindori district kabhi aynge ya nahi par jab ap ay to me nahi hu 😊🙏🙏
Mai bhi dindori se hu , pathariya gao se
Sir hasdev ke bare me kuch khahiye sir
Jay johar jay aadivasi ❤❤❤
Sarkar ko आर्थिक मदद karni chaiye
God bless you all of you 🙏🙏
she is really inspiration
Mai chhattisgarhiya hu aur Mai inki Puri bat smajh pa rha hu, inke es kary ke liye enko sarkar ki or se madad karni chahiye
Sir aap kanha hai
बाबा मतलब पिता जी होता है दादा नही इनकी बोली मे
सेवा जोहार
में भी मिल चुका हु बहुत ही दुर्लभ बीज संकलन करके रखे हैं
मोदी जी हर घर नल की जरूरत मध्य प्रदेश मे है वहाँ पानी की कमी है🙏🙏🙏🙏
Well done laharibai ji🙏🏽
Rashtrapati dhanyawad aap bhi aadiwasi ho plz in Garib majboor kisan ke liye kuch kare
भाई राष्ट्रपति आदिवासी है लेकिन आदिवासियों के लिए करने के लिए जज्बा नहीं है, दिमाग में खुद की आईडियोलॉजी नहीं है, खुद के आईडियोलॉजी रहते हैं तो आदिवासियों के लिए बहुत कुछ करने के अधिकार राष्ट्रपति के पास है,
Good job
Mujhe bahut achha lagta ese video dekh ke
Dindori me language chhattisgarh se milti hai kyoki chhattisgarh se 100 km ki duri par hai
Jay Adivasi मालिक
सरजी राजस्थान में सबसे अधिक आदिवासी आबादी उदयपुर जिले में रहती हैं। विशेषकर उदयपुर शहर के आसपास इलाके में भी ऐसी ही जनजाति आबादी रहती है लेकिन विकास से दूर है। कभी उदयपुर, उदयपुर के गिर्वा क्षेत्र में भी आओ।
Sir Aapka No. Mil sakta hai kya
Pvtg are proud of india... jai adivasi jai mulnivasi
Sir aap kaha kho jate ho bahot din dikhai dete ho
Nice
BJP राज में किसी उद्योग पति को जमीन आवंटन करनी होतो समय नहीं लगता है,ओर जल,जंगल जमीन के रखवाले जो अपनी पुस्तेनी जमीन का पट्टा जारी करवाना होतो वो नहीं हो पाता,आखिर कब तक इस देश के मालिकों के साथ अत्याचार करते रहोगे तुम ,एक दिन सोचने को मजबूर होना पढेगा कि हमनें इन्हें बहुत सताया है।
❤❤❤
लहरी।बाई।के
Kheta ka patta dilane k liye help kijiye sir aap pressure bnaye sir please
Bhai address de de hamko beej lena hai
Nagpur DILIP.SAHU ❤❤❤
They are the real inhabitants of India even after this they are not getting their right properly.they are losing their lands and property due corrupt leaders and big businessman’s.😢😢😢😢
Government agriculture ko leke kafi udasin hai, yah is bat ka praman hai
Respected P,M,you should listen this and make her patta of this ল্যান্ড and make her happy
Pradhan mantri ko sirf man ki bath karne me intrested hai ,
Gareeb mahila, tribal people, berojgar ki chinta nahi hai.
श्रीमान मैं आपसे कहना चाहूंगा कि राजस्थान में राजसमंद उदयपुर केवल आदिवासियों के तौर तरीके खान पान को भी दिखाने यहां पर भी आपको काफी सारे कबीले खेरवाड़ा उदयपुर के आसपास में बहुत सारे आदिवासियों के बारे में जानने को मिलेगा
सरकारी काम हाथी दांत की तरह है देखने का अलग है खाने का अलग है नाम बड़े दर्शन छोटे है गरीब तो गरीब है बच्चों का भविष्य क्या होगा झारखंड बोकारो जोहार
लाख संघर्ष कर लो, लेकिन बडे बड़े व्यवसायी के गुलाम है ये लोग । Vole की राजनीति है ।
आदिवासी दुखी थे दिखी है आज भी
By giving ingredients National Award is meaningless unless the farmer is given a proper support to increase the cultivation.
Mai bhi boksa janjati se talluk rakhta hu ..hamari Jan jati bhi bahut pichdi hai ...sirf daru pine ki wazah se.. uttarakhand se
❤
Real bharat
जय जौहर जय आदिवासी
How fortune we are that we have everything and they are even struggling for even basic needs
भारत दुनिया की तिसरी बडी शक्ती?????????