कोई पीवो राम रस प्यासा, कोई पीवो राम रस प्यासा। गगन मण्डल में अमी झरत है, उनमुन के घर बासा॥टेर॥ शीश उतार धरै गुरु आगे, करै न तन की आशा। एसा मँहगा अमी बीकत है, छः ऋतु बारह मासा॥1॥ मोल करे सो छीके दूर से, तोलत छूटे बासा। जो पीवे सो जुग जुग जीवे, कब हूँ न होय बिनासा॥2॥ एंही रस काज भये नृप योगी, छोडया भोग बिलासा। सहज सिंहासन बैठे रहता, भस्ती रमाते उदासा॥3॥ गोरखनाथ, भरथरी पिया, सो ही कबीर अम्यासा। गुरु दादू परताप कछुयक पाया सुन्दर दासा॥4॥
आप जैसा कोई नही
अद्वितीय
शतशत नमन
Jai shree nath ji ki
जय श्री नाथ जी
JAI SHREE NATHJI KI
Bahut sundar bhajan
Prnaam ji jai hoji
❤ram ram sa
जय श्री नाथ जी की।
Very nice 🙂🙏🙏
जय श्रीनाथजी महाराज की
अति सुन्दर प्रस्तुति
Jai shree ram ram
Jai hoo
Jay shree nathji
🙏 जय श्री नाथजी की 🙏🛕
July is good for us 😮😢😢w
I
Jai ho
JaiShreeRam
Jai shree ram
Jai shree ram
जय श्री नाथ जी
Jal shree Nath ji maharaj ki jai
कोई पीवो राम रस प्यासा, कोई पीवो राम रस प्यासा।
गगन मण्डल में अमी झरत है, उनमुन के घर बासा॥टेर॥
शीश उतार धरै गुरु आगे, करै न तन की आशा।
एसा मँहगा अमी बीकत है, छः ऋतु बारह मासा॥1॥
मोल करे सो छीके दूर से, तोलत छूटे बासा।
जो पीवे सो जुग जुग जीवे, कब हूँ न होय बिनासा॥2॥
एंही रस काज भये नृप योगी, छोडया भोग बिलासा।
सहज सिंहासन बैठे रहता, भस्ती रमाते उदासा॥3॥
गोरखनाथ, भरथरी पिया, सो ही कबीर अम्यासा।
गुरु दादू परताप कछुयक पाया सुन्दर दासा॥4॥
बहुत सुन्दर
धन्यवाद ।
शब्दो मे प्रयोग करने के लिए 🙏🙏
Jai shree nathji ki
Ram
जय श्री नाथजी की 🙏🙏
JAI SHRI NATH JI.
🙏🏻🙏🏻RIP
Che
Jaishreenathji
Govindhalwai.mandswa
How can I get lyrics for this bhajan?
जय श्री नाथजी महाराज की