😊🎉❤🎉 गुरु देब हजुर को चरण कमलमा कोटि कोटि प्रेम प्रणाम जि सम्पुर्ण सुन्दर साथ चरणकमलमा कोटि कोटि प्रेम प्रणाम जि राज स्यामा को जय जय होस् राधेश्याम प्रमाण जि प्राणनाथ प्यारेकि जय जय होस् राधेश्याम 🎉❤🎉😊
🎉❤🎉❤ गुरु देब हजुर को चरण कमलमा कोटि कोटि प्रेम प्रणाम जि सम्पुर्ण सुन्दर साथ चरणकमलमा कोटि कोटि प्रेम प्रणाम जि राज स्यामा जि को जय जय होस् राधेश्याम प्रमाण जि 🎉❤
आज सुंदर साथ दो भागों में बट गया है। एक श्री कृष्ण जी वाले और एक श्री जी साहिब जी वाले। इसमें कुछ भी अंतर नहीं है बात एक ही है। अंतर सिर्फ इतना है कि एक भागवत प्रमाण से और एक कुरान प्रमाण से। श्री राज कहो श्री कृष्ण कहो श्रीजी साहेब कहो इसमें कुछ भी अंतर नहीं है। हां परम धाम की संपूर्ण वाणी में कहीं भी सिंहासन पर श्री राधाकृष्ण राधेश्याम नहीं आया। क्योंकि श्री कृष्ण राधे राधे श्याम गोलोक धाम में अखंड हैं। परमधाम में श्री कृष्ण स्वामिनी अर्थात श्याम श्यामा जी स्वर्ण जड़ित सिंहासन पर विराजमान है। श्री महेश्वर तंत्र में इसका वर्णन है। जिसको श्री जी ने दक्षिण से मंगवाया था। था। श्री लाल दास कृत बीतक में इसका प्रसंग है।
@@rudrasiwakoti कोई फर्क नहीं है।सारी बातों को भुलाकर एक ही रास्ते पर लग जाओ तो बेड़ा पार है। श्री जुगल किशोर कोजाप है, मंत्र तारतम सोए। श्री निजानंद पद्धति।। परम हंस महाराज श्री राम रतन दास जी के तारतम्य भवन पर श्री जुगल किशोर कोजाप खुदरा है। यह ब्रह्म मुनियों के लिए इशारा है। विरहा जोश लेकर मन ही मन में निरंतर श्री जुगल किशोर कोजाप करें।तो बेड़ा पार है। धनी जी ने हमें हीरे की खान पर बैठाया है और हथियार देकर। फिर भी हम हाथ पर धर बैठे रहे यह शोभा नहीं देता। आज मोका मिला है। जितना हीरा खोदना है खोद लो।
Parnam guru jii
😊🎉❤🎉 गुरु देब हजुर को चरण कमलमा कोटि कोटि प्रेम प्रणाम जि सम्पुर्ण सुन्दर साथ चरणकमलमा कोटि कोटि प्रेम प्रणाम जि राज स्यामा को जय जय होस् राधेश्याम प्रमाण जि प्राणनाथ प्यारेकि जय जय होस् राधेश्याम 🎉❤🎉😊
प्णाम सदगुरूदेब💐🌺🌷🌼🙏🙏🙏🥝🍋🤗😍😍😍😍
Paranam koti pream paranam
जय हो
Prem Pranam mahraji 🌷🌷
Parnam
🎉❤🎉❤ गुरु देब हजुर को चरण कमलमा कोटि कोटि प्रेम प्रणाम जि सम्पुर्ण सुन्दर साथ चरणकमलमा कोटि कोटि प्रेम प्रणाम जि राज स्यामा जि को जय जय होस् राधेश्याम प्रमाण जि 🎉❤
कति दिब्य प्रबचन💐🌹🌺🌷🌼🙏🙏🙏🙏🙏🍋🥝🍊🍉🍑😍😍😍😍
Guru dev pream pranamji pranam 🌹🌹🙏🏽🙏🏽
Pranam pranamji gurudeb🙏🏽🙏🏽
आज सुंदर साथ दो भागों में बट गया है। एक श्री कृष्ण जी वाले और एक श्री जी साहिब जी वाले।
इसमें कुछ भी अंतर नहीं है बात एक ही है। अंतर सिर्फ इतना है कि एक भागवत प्रमाण से और एक कुरान प्रमाण से।
श्री राज कहो श्री कृष्ण कहो श्रीजी साहेब कहो इसमें कुछ भी अंतर नहीं है।
हां परम धाम की संपूर्ण वाणी में कहीं भी सिंहासन पर श्री राधाकृष्ण राधेश्याम नहीं आया। क्योंकि श्री कृष्ण राधे राधे श्याम गोलोक धाम में अखंड हैं।
परमधाम में श्री कृष्ण स्वामिनी अर्थात श्याम श्यामा जी स्वर्ण जड़ित सिंहासन पर विराजमान है।
श्री महेश्वर तंत्र में इसका वर्णन है। जिसको श्री जी ने दक्षिण से मंगवाया था। था। श्री लाल दास कृत बीतक में इसका प्रसंग है।
नद,गचमज।
नननखखज्ज्स्द्व@व्वसस्स्स्व्स्कक्क@व@स❤
@@rudrasiwakoti कोई फर्क नहीं है।सारी बातों को भुलाकर एक ही रास्ते पर लग जाओ तो बेड़ा पार है।
श्री जुगल किशोर कोजाप है, मंत्र तारतम सोए। श्री निजानंद पद्धति।।
परम हंस महाराज श्री राम रतन दास जी के तारतम्य भवन पर श्री जुगल किशोर कोजाप खुदरा है। यह ब्रह्म मुनियों के लिए इशारा है।
विरहा जोश लेकर मन ही मन में निरंतर श्री जुगल किशोर कोजाप करें।तो बेड़ा पार है। धनी जी ने हमें हीरे की खान पर बैठाया है और हथियार देकर। फिर भी हम हाथ पर धर बैठे रहे यह शोभा नहीं देता। आज मोका मिला है। जितना हीरा खोदना है खोद लो।
प्रणाम गुरूजी प्रेम प्रणाम बितक कथा को दोस्रो दिन
Yo bolne haru Ko hun Hola?
Sunnu ayeko ho jasto kage na guru ji?
Prem Pranam ji🌹🙏🏻🌹
Prem pranam
Pranam jii
Paranam rajji
सर्व शास्त्रों का सार भागवत है और भागवत का सार ब्रह्म वाणी है तो फिर भागवत को सिर पर क्यों उठाए फिरते हो?
pream pranam guruji❤️🙏❤️
जय हो