S Sidharth Exclusive Interview : शिक्षकों के ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर क्या बोले एस सिद्धार्थ ?
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Bihar News : कौन है R.K Sinha? जिनके पैरों पर झुक गए नीतीश कुमार वजह जान दंग रह जाएंगे आप । N18V
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Bihar के कोने-कोने से Patna पहुंचने लगे Teachers, सीधे High Court जा रहे हैं,Trasfer-Posting पर अब..
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- Опубликовано: 24 ноя 2024
न्याय की आख़िरी उम्मीद पटना हाइ कोर्ट
कोई भी शिक्षक खुश नहीं है
किसी को मनपसंद जगह नहीं मिल रहा है
हम सब इस नियमावली के विरोध हैं
एक बड़े आंदोलन की जरूरत है
वेतन दे ही दे और परिवार भूखे मर जाए
दूर दराज जाने पर खर्च भी तो ज्यादा है बूढ़े मां पिता को छोड़कर कैसे कोई शिक्षक खुश रहेगा और खुशी से पढ़ाएगा।😢
सभी शिक्षकों को तीन प्रखंड का विकल्प किया जाए।
NEP मे शिक्षकों को विद्यालय के पास हीं आवास उपलब्ध कराने की बात है तो क्या बिहार सरकार आवास उपलब्ध करा रही है क्या?
सभी पुरुष शिक्षक को होम प्रखंड छोड़कर अन्य तीन प्रखंड या पंचायत का ऑप्शन दें
Galat, home block q nhi
केवल और केवल पंचायत विकल्प मांगना चाहिए
One of best speech ....revolutionary Salam..
Keep it up
अत्याचार के खिलाफ आवाज
क्या महिलाओं का वेतन कम मिलता है , जो उन्हें इतना सुविधा मिल रहा है जबकि उनके पति का भी आमदनी है, पर पुरुष शिक्षक अकेला कमाता है और पूरे परिवार की जिम्मेवारी उन पर होती है, फिर भी उनके साथ ऐसा व्यवहार क्यों ?
जिनका दो दो आमदनी है वी एक पंचायत में और जिसका एक है वो जिला बदर।वाह रे न्याय और वाह रे सिद्धार्थ जी।
आपकी बात 1000%सही है
सही पकड़े हैं।
नेता जी आपने कहा कि ट्रांसफर नीति से BPSC शिक्षक खुश है, बिल्कुल गलत है।
BPSC शिक्षक भी नाखुश हैं।
Bpsc खुश hai
बिल्कुल बीपीएससी वाले भी खुश नहीं है
Hum v khush nhi hai...home aur posting dono subdiv. Band kr diya h@@nanduupwan8454
हम भी BPSC से है हम भी नाखुश है भाई@@nanduupwan8454
Bpsc teacher khush hai hmlog ghar ke pass chale jaayenge
ऐच्छिक ट्रांसफर होना चाहिए।
सभी पुरुष शिक्षकों को पंचायत या प्रखंड का ऑप्शन मिलना चाहिए।
Sirf 10 school ka choice hona chahiye
तो फिर महिलाओ को 10 विद्यालय का विकल्प होना चाहिए।
सक्षमता पास शिक्षकों को अनुमंडल के जगह प्रखंड का विकल्प देना चाहिए l
चुकि सक्षमता पास शिक्षकों को जिला alloted किया गया है
वाह सर मस्त आपने दिल की बात बोल दिए❤❤❤❤❤❤❤❤❤
कोर्ट जल्द जाना चाहिए।
रोजी रोटी का सवाल है इसलिए फॉर्म भर देगा परन्तु सभी जिला बदर से भाषा प्रोब्लम होगा अभी bpsc से यूपी का टीचर टिक से बच्चे को संभाल नहीं पा रहे है
कुछ नहीं होगा 😂😂
गर्मी की छुट्टी, समय सारिणी, त्यौहार की छुट्टी पर भी हंगामा मचा था.. लेकिन क्या हुआ घंटा 😂😂
शिक्षा विभाग अपने मन से काम कर रही है.. शिक्षक नेताओं को कुछ बुझते ही नहीं हैं 😂
मुँह चियार ठीक गाड़ चियार ठीक ना वही हाल है तुम्हारा
सभी पुरुष शिक्षकों को भी पंचायत के विकल्प देने का अवसर दिया जाना चाहिए पहले हमलोग दक्षता पास किए फिर सक्षमता 20 वर्षों तक सेवा देने के बावजूद आज तक पूर्ण वेतनमान देने की घोषणा नहीं जबकि बिना कोई परीक्षा के अनुकंपा और 34540 कोटि के शिक्षकों को अपने आस पास पोस्टिंग के साथ- साथ सभी सुविधा दे रही है यदि सरकार वास्तविक रूप से गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा पर फोकस करने की ईच्छा रखती है तो इन शिक्षकों का भी सक्षमता परीक्षा लेके देख ले सरकार को पता चल जाएगा दूध का दूध और पानी का पानी
कोर्ट मे कल ही जाना चाहिए
Tayyer है 94 बैच ,34540, और tre 1 और 2 आप लोग तो सक्षमता का भी विरोध किए फिर जाकर मामूली question diya
Bilkul sahi bola hai,
शिक्षा विभाग का नाम बदल कर समस्या उत्पादन विभाग रख देना चाहिए। जो काम बिना तामझाम के हो सकता है वो काम भी इतना पेचीदा कर दिया जाता है कि सभी काम करने वाले जूझते रहे।
वाह re पॉलिसी,एक शिक्षक जो ऐक्षिक दूसरे को जबरदस्ती क्या घोटाला हैं।❤
जय हो किशनगंज के लाल
अनुमंडल की जगह पर 10 ब्लॉक का ऑप्शन होना चाहिए।
Bilkul shi kr rhe hai sir
गृह प्रखण्ड को छोड़कर अन्य प्रखण्ड का आपशन देना सही होगा क्यों कि दो प्रखण्ड के बीच की दूरी 15-20 KM से अधिक हो जाती है
जय शिक्षाविदों हम सब भी तन,मन,धन से साथ हैं | जय हिन्द ❤
Bilkul cace honi chahiye
Teacher court jaye
नीतीश मंत्रिमंडल के मंत्रियों और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को पोलियो हो गया है।
कोई भी न्यूज चैनल वाले सरकार के गलत नीतियों के विरुद्ध आवाज नहीं उठाता क्यों?
जो जिला बदर हैं वही एप्लीकेशन डाले हैं
हमें ब्लॉक का ऑप्शन चाहिए चाहे जैसे भी हो
अनुमंडल वाला विकल्प हटना chahiye सबके लिए, bpsc के लिए भी
OM Hari Jai NIOS Deled. 500crore par baat ho.
एक बार बिहार में ऐच्छिक ट्रांसफर होना चाहिए ❤
कम से कम 10000 केस फाइल होना चाहिए
Jo 1.25 lakh utha rahe unko dur bhejo kam vetan walo ko kyon
रोज विद्यालय मे जबरन कोई न कोई प्रतियोगिता का नॉमिनेशन कराना या फॉर्म भरवना सर्ब शिक्षा अभियान है या शिक्षा सर्बनाश अभियान?
Sir, Main vigat 17 varshon se apne griha anumandal se 60 kms.dur shikshan karya kar raha hun phir bhi mujhe apne awantit jila se dur jane ke liye kaha ja raha hai .Kya yahi uchhit nayaye hai ? Kindly convey my request to education department. Thanking.
सराहनीय प्रयास
We are with you sir
जिस नियमावली के अनुसार परीक्षा लिया गया और जिला एलाट किया गया उसी के अनुसार पोस्टिंग होना चाहिए। अनुमंडल की जगह प्रखंड होना चाहिए।
पूर्व ACS के द्वारा बनाए गए नियमावली में जो शर्त लिखा था , वर्तमान ACS के द्वारा उसके विरुद्ध अलग नियम का पालन करवाना चाह रहा है।
सवाल यह है कि दोनों ACS में शिक्षा के हित में कौन सही है और कौन गलत ?
क्योंकि एक हीं नियमावली में दो ACS का दो अलग-अलग नियम क्यों ?
यदि पूर्व ACS गलत है तो उनके द्वारा निर्गत इस नियमावली द्वारा अब तक की सारी प्रक्रियागत परीक्षा और उसके परिणाम को निरस्त कर देना चाहिए।
Hame saman kam ka saman veta'n sarkar se dilwa diya jay
लोकल शिक्षकों से दूर के शिक्षक परेशान है अतः सरकार का कदम उचित है
कोट भी अब कोठा हो गया इसलिए वहां भी न्याय सरकार के पक्ष में ही मिलेगा।
Jay ho
हम आपके साथ हैं
कुछ नियोजित शिक्षको के उदंडता के चलते यह समस्या उत्पन्न हुई है,,,
लिंग भेद, जिला आवंटन, अधिक अंक वालों को शहर में पोस्टिंग,एक अनुमंडल वाले जिला, सेवा निरंतरता आदि प्रमुख बिंदु है जो नियम के विपरित है।
गृह प्रखंड में महिला पुरुष शिक्षकों का बिल्कुल भी ट्रांसफर नहीं होना चाहिए बल्कि 3 प्रखंड का ऑप्शन मांगकर उसी में पोस्टिंग मिलना चाहिए
शिक्षक एकता जिंदाबाद। शिक्षको के साथ न्याय हो।
अन्य राज्य कर्मी को प्रखण्ड मुख्यालय तक ही ट्रांसफर किया जाता है। जब की शिक्षक को पंचायत के अंतिम छोड़ पर जाना होता है। जहां यातायात की असुविधा होती है भाड़े का मकान उपलब्ध नहीं होता है। इसलिए अन्य राजकर्मी से शिक्षक का तुलना करने से पहले एक बार जरूर सोचना चाहिए। अरुण ठाकुर जी आप इस तरह से रिपोर्टर को समझाए।
लिंग भेद नहीं होना चाहिए
Home पंचायत और Posting वाले नियोजन इकाई को छोड़ कर नजदीक के अन्य पंचायतों में सभी (महिला /पुरुष) शिक्षकों का Transfer पोस्टिंग विभाग द्वारा किया जाय..... ताकि शिक्षक बिना किसी थकान के बच्चों को बेहतर शिक्षा दे सके.......
Because, a healthy mind remains in a healthy body...
सरकार जो भी करें समान करें महिला/ पुरुष क्यों कर रही है
पुरुषों को उनके घर का ऑप्शन होना चाहिए जिससे कि उन्हें घर से बाहर न निकलना पड़े और वो वही से घर का सारा काम करे, दुकान चलाए, खेतीबाड़ी करे, खेत पटाए और जो समय बच जाए उसमें स्कूल में अपना मनमानी करें,बिक छांटे उसके बाद बच्चों को पढ़ाए।
ये सबसे बढ़िया रहेगा। शिक्षा विभाग से अनुरोध है कि इसपर विचार करे।
नियोजित शिक्षकों के लिए आम जनता के मन में क्या छवि है सबलोग जानते है।
नेता शिक्षक से अनुरोध है कि केवल bpsc शिक्षक को टारगेट न करें
Arun Kumar & Vikram Mishra Sir Zabardast
गृह प्रखंड छोड़कर 3या5 प्रखंड का विकल्प मिलना चाहिए पुरुष शिक्षकों को
शिक्षक जब चिंता मुक्त और भय मुक्त नहीं होगा, तो समाज कैसे शिक्षित होगा।
Pichle 20 saal mai bhot ho gaya sir
18 saal se to kursi tode ab thoda kaam karna padega to pehle se sir dard chalu h
@@AbdulBasit-se1xkतुम दारी बिछाव तुम्हारी काम वहीं है यहाँ ज्ञान देने की जरूरत नहीं है 😂😂😂
@@yahiyamohsin3979 tum likhne sikho dari kaise likha jata h netagiri me bhool gaye ho
नेता जी को पिछले 10 वर्ष से यह समस्या नहीं दिख रहा था।
बिहार को नौकरशाह चला रहा है ! पार्टी,विधायक सब जड़वत हो गया,सबको पोलियो हो गया है!
राज्य कर्मी का दर्जा देने के साथ साथ सर्विस कंटिन्यूटी देना तार्किक और न्याय संगत है । पुरानी नौकरी से इस्तीफा लेकर न्यू अपॉइंटमेंट देना और इस प्रकार अधिकारों से वंचित करना किसी भी तरह से सही नहीं है।
Nitish & BJP ki sarkar hata do
प्रखंड का option दिया जाय जो k k Pathak के जो नियमावली है उनको लागू करे।ये संकल्प कहीं से भी शिक्षकों के हित में नहीं है ।सिर्फ और सिर्फ राशुखदारों के परिवारवालों को व्यक्तिगत लाभ के लिए बनाया गया है।।
जिला आवंटित करके, अब गृह अनुमंडल का त्याग कर अन्य दस अनुमंडल का ऑप्शन मांगना अन्यायपूर्ण है । एकल अनुमंडल वाले जिला के विशिष्ट शिक्षक , नई स्थानान्तरण नीति के कारण अपने जिला को छोड़कर अन्य 5-6 जिला जाने को मजबूर हो गए हैं ।
जबकि सक्षमता उत्तीर्णता प्रमाण पत्र सह अंक पत्र में आवंटित जिला ( ALLOTTED DISTRICT ) स्पष्ट रूप से अंकित है ।
मै आपके साथ है
ऐसी सूचना प्राप्त हुई है की ट्रांसफर पॉलिसी में जो जो अभ्यर्थी जिस जिस पंचायत का या अनुमंडल का चुनाव किए थे वह ऑटोमेटिक चेंज हो गया है कृपया अपना जांच कर ले।
अनुमंडल हटाओ, जल्दी से हटा दिया जाए।
जितने भी मंत्री है सब मुर्ख मंत्री है परिक्षा के रुटीन बनाते समय देखने की कोई जरूरत नहीं है कि उस दिन छुट्टी है या संडे।
पुरुष को भी पंचायत का विकल्प दिया जाय, आज के समय में लिंग के आधार पर भेद-भाव किया जाना गलत है।
Bilkul Discrimination 🙏
Sunday patna chlo
*बिहार के सभी पुरुष शिक्षकों के लिए अनुमंडल का जिक्र को नियमावली से हटाकर अनुमंडल के जगह प्रखंड होना चाहिए। बिहार के सभी पुरुष शिक्षकों को आवंटित जिला में प्रखंड का ऑप्शन मिलना चाहिए।माननीय ए सी एस एस सिद्धार्थ एवं माननीय शिक्षा मंत्री सर से सिर्फ यही संशोधन करने के अपील करता हूं।*
अनुमंडल के जगह ब्लॉक ऑप्शन दिया जाए
यह नियमावली पुरुष शिक्षक से पूर्वाग्रह से ग्रसित है ।
विकल्प के रूप में जब जिला मांगा गया तो फिर अन्य जिलों में पदस्थापन क्यों?
Bahut achhi vichar rakhe hai
Move to court
कुछ अधिक अंक वाले को पसंद का दूसरा जिला आवंटित किया गया है और कम अंक वाले को पसंद के प्रथम जिला को आवंटित किया गया है।इसलिए यह आवंटित प्रक्रिया ही गलत है।
Sabko ghar me chahiye Nokri😂😂 chorwa master h ye😂😂
बाप सें पूछ लेना यही चोरवा के देन है आज तुम लिख रहे हो 😂😂😂😂
Sewa nirantarta ki bhi bat honi chahiye
तथाकथित शिक्षक नेता लोग देख लीजिए. कोर्ट जाने पर क्या होगा?
मनपसंद जिले में तबादला शिक्षकों का मूल अधिकार नहीं
प्रयागराज, विधि संवाददाता। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण आदेश में कहा है कि स्थानांतरण नीति प्रशासनिक होती है। यह कोई वैधानिक प्रावधान नहीं, जिसे न्यायालय से लागू कराया जाए। कोर्ट ने यह भी कहा कि किसी को मनपसंद जिले में स्थानांतरण का मूल अधिकार नहीं है। इसी के साथ कोर्ट ने प्रधानाध्यापिकाओं का अंतर्जनपदीय स्थानांतरण निरस्त करने के आदेश पर हस्तक्षेप करने से इनकार करते हुए उनकी याचिका खारिज कर दी है।
तब तक हस्तक्षेप नहीं, जब तक मनमानी न होः यह आदेश न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी ने श्रद्धा यादव, मिथिलेश यादव, मीनाक्षी गुप्ता और
विवेक कुमार श्रीवास्तव व अन्य कई की याचिकाओं पर दिया है। कोर्ट ने कहा कि न्यायालय स्थानांतरण नीति में सामान्यतया तब तक हस्तक्षेप नहीं करता, जब तक कि मनमानी न हो। कोर्ट ने स्थानांतरण नीति के खंड 5 को अधिक स्पष्ट करने पर बल दिया।
मामले के तथ्यों के अनुसार अपर मुख्य सचिव ने दो जून 2023 को 2023-24 की अंतर्जनपदीय स्थानांतरण नीति जारी की। याचियों ने ऑनलाइन आवेदन किया और उनके स्थानांतरण कर दिए गए
लेकिन कार्यमुक्त नहीं किया गया। इस पर याचिकाएं की गई। बेसिक
शिक्षा परिषद ने स्थानांतरण निरस्त कर दिया। कहा गया कि याची पदोन्नत होकर प्रधानाध्यापक हो चुके हैं। जिन जिलों में इनका स्थानांतरण किया गया है, वहां इन्हीं के बैच के सहायक अध्यापक कार्यरत हैं। यदि याचियों का स्थानांतरण किया गया तो असहज
स्थिति होगी। सहकर्मी के साथ असमंजसता के कारण कार्य करने में प्रतिकूलता होगी। ऐसे में यह नहीं कह सकते कि स्थानांतरण निरस्त करना न्यायसंगत नहीं है और स्थानांतरण निरस्त नहीं किया जा सकता। सुनवाई के बाद कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी।
2023
जून में अपर मुख्य सचिव ने अंतर्जनपदीय स्थानांतरण नीति जारी की थी
सुनवाई के बाद कोर्ट ने याचिका खारिज की
20752 शिक्षकों का जिले में पारस्परिक तबादला
प्रयागराज। छह महीने की कवायद के बाद परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों के 20752 शिक्षकों का जिले के अंदर पारस्परिक स्थानान्तरण हो गया। एक से दूसरे जिले (अंतर जनपदीय) पारस्परिक तबादले के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों को अभी इंतजार करना पड़ेगा। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने नौ
जनवरी की तारीख में अंतः जनपदीय तबादला सूची जारी की है। सभी 75 जिलों में कुल 20752 शिक्षकों के तबादले को मंजूरी मिली है। राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र की ओर से विकसित पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद जोड़ा बनाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को 11 से 13 जनवरी तक कार्यमुक्त एवं कार्यभार ग्रहण कराया जाएगा।
Ye niyojit wala neta hai neta kabhi padhaya nhi hai most of them.
Enlogon k Karan hi vibhag tight hua hai
हम जनता का वोट लेकर और हम जनता को ही परेशान करते हैं नीतीश कुमार तुम
शाबाश किशनगंज के शेरों
हमलोग भी साथ है
Hum trfr k liye taiyar hai magar sabko ek hi tarika se kiya jae, BPSC k liye alag niyam, visist k liye alag, Ye ghor anyay hai
Sabka ek rup se dekha jae.
गृह अनुमंडल और वर्तमान अनुमंडल को भी छोड़ कर। ये तो और भी बेकार है
ससुराल वाले अनुमंडल को छोड़ने का क्या तर्क है भाई 😂😂😂😂
शिक्षा विभाग ने जिस नियमावली के आधार पर परीक्षा लिया और result दिया और result card में जिला भी allot कर दिया, alloted जिला में document verification भी हुआ, उस नियमावली से सारे शिक्षक सहमत होकर ही परीक्षा दिए थे।सारे शिक्षक खुश थे कि अब राज्यकर्मी बन जाएंगे। लेकिन एन वक्त पर सारे नियम बदल दिए गए जिससे कोई भी शिक्षक खुश नहीं हैं। विभाग ने शिक्षकों के साथ धोखा किया है।
एक बार गेम ऑन हो जाने के बाद नियम बदलना सही है क्या?
सक्षमता पास शिक्षको को गृह जिले में ही पोस्टिंग मिलनी चाहिए।
सर
सेंट्रल या स्टेट गवर्मेंट जब अपने अनुसार ट्रांसफर या पोस्टिंग करती है तो उसके लिए एक्स्ट्रा अलाउंस जैसे एक्स्ट्रा लीव मूव शिफ्टिंग भत्ता इत्यादि का लाभ के साथ ट्रांसफर पोस्टिंग करती है। यहां टीचर को HRA १०००/ में माता पिता पत्नी बच्चे के लिए कहा किराए का मकान मिलेगा।सरकार को ट्रांसफर पोस्टिंग प्लान से पहले HRA को रिवाइज करे फिर ट्रांसफर करना चाहिए।
पूर्व से जब जिला आबंटित दिया हुआ है ये बीच में इधर उधर करने का क्या औचित्य है।
prakhand milna chahiye nahi to sarkar giregi isbar
शिक्षक को प्रताड़ित करना चाहता है सरकार
Age badhen hamsab aap ke sath hai
Arun sir thanks you
मास्टर साहब नौकरी करने आयें है तो Transfer posting के लिए तैयार रहना चाहिए।
शिक्षक जिला संवर्गीय है ।
Sarkar anumandal ki jagah prakhand ka vikalp de