ई स्वर है। लेकिन ईश्वर तक पहुंचना मनुष्यों के लिए कठिन है। जब तक मन है तब तक संसार है। ईश्वर तक पहुंचने के लिए विचारों को समाप्त करना होगा। कुछ समझ आया नहीं न। सुनो ई स्वर है ई व्यंजन नहीं है। सब ग्रन्थ पढ़ते हैं वर्णमाला को कोई समझना नहीं चाहता।
@thelocaledittor वैदिक दर्शन पढ़ा है। जो ईश्वर तक पहुंचेगा वह ईश्वर ही होगा। चल बच्चे अब तू सिद्ध कर कि ई व्यंजन है। मैं किसी का अपमान नहीं करता। सत्य इतना ही भयावह है।। तुम जानते हों सत्य क्या है।
@thelocaledittor ई व्यंजन है यह तो कोई सिद्ध नहीं कर सकता। अब तुम सिद्ध करो कि ईश्वर है। अपने आपको बहुत ज्ञानी समझ रहे हो तो अपनी डिग्री बताओ। वह डिग्री मत बताना जो किसी और ने एक कागज पर ठप्पा लगाकर तुम्हें मूर्ख बना दिया हो।
@@Veda99 Degree nhi common sense hi bahut h aap jaiso se debate karne ke liye. Aur proof kyu karu proof to tu dega na ki ishwar h, extraordinary claims require extraordinary evidence.
@thelocaledittor अरे मित्र सत्य क्या कह दिया आप तो डिबेट अर्थात् युद्ध तक पहुंच गए। युद्ध जीत हार बदला यह तो सब बच्चों के लिए अच्छा लगता है। फिर भी यदि तुम चाहते हो तो बताओ युद्ध किसके साथ करना है तुम तो हो ही नहीं मात्र मान लिया है। कहो तो यह भी सिद्ध किए देता हूं। तुम मानते हो कि तुम्हारा जन्म हुआ है अर्थात् उत्पन्न हुए हो लेकिन यह भी असत्य है क्योंकि यह शरीर तो मां के गर्भ में भी था।यह शरीर जिस अण्डाणु से बना है उस अण्डाणु का निर्माण नानी के गर्भ में हुआ था। बच्चे के निर्माण की प्रक्रिया सर्च करके देख लो। और बताओ जन्म कहां हुआ किसका हुआ और कहां हो तुम। सब झूठ है। ईश्वर ही सत्य है।
sir आपने बहुत अच्छे से समझाया ।
आगे भी क्लास लेते रहिए ।
thank you so much for your help
Bahut hi badhiya explanation hai bhai
ई स्वर है। लेकिन ईश्वर तक पहुंचना मनुष्यों के लिए कठिन है। जब तक मन है तब तक संसार है। ईश्वर तक पहुंचने के लिए विचारों को समाप्त करना होगा। कुछ समझ आया नहीं न। सुनो ई स्वर है ई व्यंजन नहीं है। सब ग्रन्थ पढ़ते हैं वर्णमाला को कोई समझना नहीं चाहता।
Jab insaan ke pass koi proof nhi hota toh wah aisi behki behki baatien karne lagta h
@thelocaledittor वैदिक दर्शन पढ़ा है। जो ईश्वर तक पहुंचेगा वह ईश्वर ही होगा। चल बच्चे अब तू सिद्ध कर कि ई व्यंजन है। मैं किसी का अपमान नहीं करता। सत्य इतना ही भयावह है।। तुम जानते हों सत्य क्या है।
@thelocaledittor ई व्यंजन है यह तो कोई सिद्ध नहीं कर सकता। अब तुम सिद्ध करो कि ईश्वर है। अपने आपको बहुत ज्ञानी समझ रहे हो तो अपनी डिग्री बताओ। वह डिग्री मत बताना जो किसी और ने एक कागज पर ठप्पा लगाकर तुम्हें मूर्ख बना दिया हो।
@@Veda99 Degree nhi common sense hi bahut h aap jaiso se debate karne ke liye. Aur proof kyu karu proof to tu dega na ki ishwar h, extraordinary claims require extraordinary evidence.
@thelocaledittor अरे मित्र सत्य क्या कह दिया आप तो डिबेट अर्थात् युद्ध तक पहुंच गए। युद्ध जीत हार बदला यह तो सब बच्चों के लिए अच्छा लगता है। फिर भी यदि तुम चाहते हो तो बताओ युद्ध किसके साथ करना है तुम तो हो ही नहीं मात्र मान लिया है। कहो तो यह भी सिद्ध किए देता हूं। तुम मानते हो कि तुम्हारा जन्म हुआ है अर्थात् उत्पन्न हुए हो लेकिन यह भी असत्य है क्योंकि यह शरीर तो मां के गर्भ में भी था।यह शरीर जिस अण्डाणु से बना है उस अण्डाणु का निर्माण नानी के गर्भ में हुआ था। बच्चे के निर्माण की प्रक्रिया सर्च करके देख लो। और बताओ जन्म कहां हुआ किसका हुआ और कहां हो तुम। सब झूठ है। ईश्वर ही सत्य है।