Poem On Swachh Bharat ( स्वच्छ भारत कविता ) | KIDS ENTERTAINMENT

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  • Опубликовано: 19 авг 2024
  • In this video we have shown a Poem on Swachh Bharat. It is as follows :
    नेहा ने एक केला खाया ,
    खाकर छिलका वही गिराया | तभी वहां एक चिड़िया आई ,
    सिर पकड़ कर वह झल्लाई |
    अपनी चोंच खोल चिड़िया ने,
    उस छिलके को तुरंत उठाया | छिल्का कूड़ेदान में डाला,
    प्यार से नेहा को समझाया |
    बोली चिड़िया," ठीक नहीं है,
    सड़क पर, यूं कूड़ा फैलाना"|
    प्यारी नेहा, हमको अपना,
    प्यारा भारत स्वच्छ बनाना |
    हम सब सदा घरों में अपने,
    साफ-सफाई रखते हैं |
    फिर बोलो , सड़कों-गलियों को ,
    क्यों हम गंदा करते हैं ?
    साफ रहेंगे ,साफ रखेंगे ,
    आज कसम हम खाते हैं |
    कहीं करेगा कोई न गंदा ,
    भारत स्वच्छ बनाते हैं।
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    Thak You

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