*Did you know? :* Samudragupta's coins depict him as a man of tall stature and muscular physique. The Allahabad Pillar inscription presents him as a compassionate ruler, stating that his "mind was engaged in providing relief to the low, the poor, the helpless, and the afflicted". It also mentions that he reinstated many royal families which had lost their kingdoms, including the kings defeated by him. At the same time, it states that he maintained strict administration ("Prachanda shasana").
समुद गुप्त के समय में न संस्कृति लिपि भाषा था और न देवनगरी लिपी भाषा था तो अश्वमेघ यज्ञ और हिन्दू धर्म कहा से आ गया है।। तु नीच बाभन खानदान की लूच्ची है जो गलत गलत इतिहास को बता रही है। जब संस्कृति और देवशगरी लीपी भाषा ही नही था तो हिन्दू धर्म कहा से आ गया है।। पुरे गुप्त वंश के राजाओ तक धम्म लिपि पाली भाषा ही चलता रहाँ था जो चन्द गुप्त प्रथम के समय में लिपी भाषा चलता था।।
क्या प्राचीन भारत में यज्ञ नहीं होते थे? क्या संस्कृत और देवनागरी लिपि इनके लिए अनिवार्य थी? क्या पाली और प्राकृत जैसी भाषाएँ (जो संस्कृत की पूर्वज है) तब नहीं थी और ब्राह्मी लिपि (जो देवनागरी की पूर्वज है) तब नहीं थी?? क्या अगर किसी को देवनागरी लिपि नहीं आती तो वह आज की तिथि में यज्ञ नहीं कर सकता? क्या किसी अन्य लिपि में श्लोकों का उच्चारण invalid है??? क्या पाकिस्तान के हिन्दू अरबी लिपि में श्लोक नहीं पढ़ते?? क्या भागवत गीता सिंधी भाषा की अरबी लिपि में प्रकाशित नहीं की जाती?? क्या वह भी invalid है?? यहां आकर कुछ भी मत लिखा करें.. और यह बता दें, यह अंश UP Board की किताब से लिया गया है.. अगर आप इतिहास के महाज्ञानी हैं और यह आपको गलत लग रहा है तो उन्हें जाकर बता दें...यहाँ लिखने से कुछ नहीं होगा..
*Did you know? :* Samudragupta's coins depict him as a man of tall stature and muscular physique. The Allahabad Pillar inscription presents him as a compassionate ruler, stating that his "mind was engaged in providing relief to the low, the poor, the helpless, and the afflicted". It also mentions that he reinstated many royal families which had lost their kingdoms, including the kings defeated by him. At the same time, it states that he maintained strict administration ("Prachanda shasana").
🎉🎉
गुप्ता बनिया जाति का महान सम्राट दादा समुद्र गुप्ता की जय हो।।
समुद्रगुप्त सबसे महान शासन थे भारत के
Samudragupt Ek Mahan Samrat They ............ RAVIWAR.............03//09//2023.......
Jay baniya samaj ❤🚩💪💪
Jai dada samudergupta jai baniya samaj
Bhau samundragupt yadav bhi the kyoki gupt vansh ka vansawali yadavo ka bhi hai
Jai Magadha!!!
समुद गुप्त के समय में न संस्कृति लिपि भाषा था और न देवनगरी लिपी भाषा था तो अश्वमेघ यज्ञ और हिन्दू धर्म कहा से आ गया है।। तु नीच बाभन खानदान की लूच्ची है जो गलत गलत इतिहास को बता रही है। जब संस्कृति और देवशगरी लीपी भाषा ही नही था तो हिन्दू धर्म कहा से आ गया है।। पुरे गुप्त वंश के राजाओ तक धम्म लिपि पाली भाषा ही चलता रहाँ था जो चन्द गुप्त प्रथम के समय में लिपी भाषा चलता था।।
क्या प्राचीन भारत में यज्ञ नहीं होते थे? क्या संस्कृत और देवनागरी लिपि इनके लिए अनिवार्य थी? क्या पाली और प्राकृत जैसी भाषाएँ (जो संस्कृत की पूर्वज है) तब नहीं थी और ब्राह्मी लिपि (जो देवनागरी की पूर्वज है) तब नहीं थी??
क्या अगर किसी को देवनागरी लिपि नहीं आती तो वह आज की तिथि में यज्ञ नहीं कर सकता? क्या किसी अन्य लिपि में श्लोकों का उच्चारण invalid है??? क्या पाकिस्तान के हिन्दू अरबी लिपि में श्लोक नहीं पढ़ते?? क्या भागवत गीता सिंधी भाषा की अरबी लिपि में प्रकाशित नहीं की जाती?? क्या वह भी invalid है??
यहां आकर कुछ भी मत लिखा करें..
और यह बता दें, यह अंश UP Board की किताब से लिया गया है.. अगर आप इतिहास के महाज्ञानी हैं और यह आपको गलत लग रहा है तो उन्हें जाकर बता दें...यहाँ लिखने से कुछ नहीं होगा..
Aap sai kah rahi ha didi ❤❤