मंदिर में परिक्रमा का क्रम बाये से सीधे हाथ की तरफ इसलिए लगाई जाती है क्योंकि सभी ग्रह नक्षत्र सूर्य चन्द्र आदि सुमेरु पर्वत की इसी तरह परिक्रमा लगाते है।हम भी प्रकृति के अनुसार आचरण कर प्रकृति के नियमों का पालन करेंगे इसलिए यह क्रम निर्धारित किया है। इसलिए आज विज्ञान भी जितने उपकरण बना रहा है जैसे पंखा मोटर आदि यह सभी भी इसी प्रकार बनाएं जातें है। जिसप्रकार सभी वाहन अगर उल्टे क्रम से चलते है तो वे पीछे की ओर जाते है। अतः भगवान हम-सभी उन सभी बातों को भुलाकर आज से संकल्प पूर्वक आगे बढ़ने वाले आचरण को धारण कर जीवन सार्थक करेंगे।
Bahut sundar video 🙏🙏
🙏🙏
Bahut bahut dhanyawad 🙏🙏🙏
🙏🙏
बहुत सुंदर जानकारी। New Generation must Know this.
जय जिनेंद्र 🙏
Khub anand mila Jai Jinendra Namostu 🙏 🙏🙏
Bahut bahut sundar 👌👌👌👍👌👍👌
Bahut sunder video , sabhi bacho ko sikhaye...
🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏
બહુ જ સરસ સમજાવ્યું આજની જનરેશન ને ખૂબ સમજવા જેવું છે આવું સમજાવતા રહેશો આભાર ❤
मंदिर में परिक्रमा का क्रम बाये से सीधे हाथ की तरफ इसलिए लगाई जाती है क्योंकि सभी ग्रह नक्षत्र सूर्य चन्द्र आदि सुमेरु पर्वत की इसी तरह परिक्रमा लगाते है।हम भी प्रकृति के अनुसार आचरण कर प्रकृति के नियमों का पालन करेंगे इसलिए यह क्रम निर्धारित किया है। इसलिए आज विज्ञान भी जितने उपकरण बना रहा है जैसे पंखा मोटर आदि यह सभी भी इसी प्रकार बनाएं जातें है। जिसप्रकार सभी वाहन अगर उल्टे क्रम से चलते है तो वे पीछे की ओर जाते है। अतः भगवान हम-सभी उन सभी बातों को भुलाकर आज से संकल्प पूर्वक आगे बढ़ने वाले आचरण को धारण कर जीवन सार्थक करेंगे।
Thanks for your explanation 🙏🙏🙏
Shwetamber ke liye bhi same hai
Ye to shahi m magar Jo nahi karta h us bare m bhi batadena sir ji Jai jinendra dev ki 🙏😌😊😊
Nnmo arhihantanm
Nnmo sidhannm
Nnmo aariyannm
Nnmo oujhaynnm
Nnmo loay savw saounnm