😮अबिगत राम कबीर हैं, चकवै अबिनाशी। ब्रह्मा बिष्णु वजीर हैं, शिब करत खवासी।। टेक ।। इन्द्र कोटि अनंत हैं, जाकै प्रतिहारा। बरूण कुबेर धर्मराय, ठाढे दरबारा । ।। ।। तेतीस कोटि देवता, ऋषि सहंस अठासी । वैष्णव कोटि अनंत हैं, गुण गावैं राशी।।2।। नौ जोगेश्वर नाद भरि, सुर पूरै संखा। सनकादिक संगीत हैं, अबिचल गढ बंका।।3।। शेष गणेश रु सरस्वती, और लक्ष्मी राजैं। सावित्री गौरा रटैं, गण संख बिराजैं। । 4 ।। अनंत कोटि मुनि साध हैं, गण गंधर्व ज्ञानी। अरपैं पिंड रु प्राण कूं, जहां संखौं दानी।।5।। सावंत शूर अनंत हैं, कुछ गिणती नाहीं। जती सती और शीलवंत, लीला गुण गाहीं।।6।। चंद्र सूर बिनती करें, तारा गण गाढे। पांच तत्व हाजिर खड़े, हुकमी दर ठाढे । ।7।। तीर्थ कोटि अनंत हैं, और नदी बिहंगा। ठारा भार तो कूं रटै, जल पवन तरंगा।।8।। अष्ट कुली परबत रटैं, धर अंबर ध्याना। महताब अगनि तो कूं जपैं, साहिब रहमाना ।।9।। अर्स कुर्स पर सेज है, तन तबक तिराजी। एक पलक में करत हैं, सो राज बिराजी।।10।। अलख बिनानी कबीर कूं, रंग खूब चवाया। एक पानी की बूंद से, संसार बनाया। ।11।। अनंत कोटि ब्रांड हैं, कछू वार न पारा। लख चौरासी खान का, तूं सिरजनहारा।।12।। सूक्ष्म रूप स्वरूपहै, बौह रंग बिनानी। गरीबदास के मुकट में, हाजिर प्रवानी।।
😮अबिगत राम कबीर हैं, चकवै अबिनाशी। ब्रह्मा बिष्णु वजीर हैं, शिब करत खवासी।। टेक ।। इन्द्र कोटि अनंत हैं, जाकै प्रतिहारा। बरूण कुबेर धर्मराय, ठाढे दरबारा । ।। ।। तेतीस कोटि देवता, ऋषि सहंस अठासी । वैष्णव कोटि अनंत हैं, गुण गावैं राशी।।2।। नौ जोगेश्वर नाद भरि, सुर पूरै संखा। सनकादिक संगीत हैं, अबिचल गढ बंका।।3।। शेष गणेश रु सरस्वती, और लक्ष्मी राजैं। सावित्री गौरा रटैं, गण संख बिराजैं। । 4 ।। अनंत कोटि मुनि साध हैं, गण गंधर्व ज्ञानी। अरपैं पिंड रु प्राण कूं, जहां संखौं दानी।।5।। सावंत शूर अनंत हैं, कुछ गिणती नाहीं। जती सती और शीलवंत, लीला गुण गाहीं।।6।। चंद्र सूर बिनती करें, तारा गण गाढे। पांच तत्व हाजिर खड़े, हुकमी दर ठाढे । ।7।। तीर्थ कोटि अनंत हैं, और नदी बिहंगा। ठारा भार तो कूं रटै, जल पवन तरंगा।।8।। अष्ट कुली परबत रटैं, धर अंबर ध्याना। महताब अगनि तो कूं जपैं, साहिब रहमाना ।।9।। अर्स कुर्स पर सेज है, तन तबक तिराजी। एक पलक में करत हैं, सो राज बिराजी।।10।। अलख बिनानी कबीर कूं, रंग खूब चवाया। एक पानी की बूंद से, संसार बनाया। ।11।। अनंत कोटि ब्रांड हैं, कछू वार न पारा। लख चौरासी खान का, तूं सिरजनहारा।।12।। सूक्ष्म रूप स्वरूपहै, बौह रंग बिनानी। गरीबदास के मुकट में, हाजिर प्रवानी।।
काल काल सब कोई कहे, काल ना जाने कोय
जेती मन की कल्पना , काल कहावे सोय ।।
बेद मुआ रोगी मुआ, मुआ सकल संसार
एक कबीरा ना मुआ, जाके राम आधार।।
कबीर के राम = शिव , शिव तत्व , शिव शक्ति..
😮अबिगत राम कबीर हैं, चकवै अबिनाशी। ब्रह्मा बिष्णु वजीर हैं, शिब करत खवासी।। टेक ।। इन्द्र कोटि अनंत हैं, जाकै प्रतिहारा। बरूण कुबेर धर्मराय, ठाढे दरबारा । ।। ।। तेतीस कोटि देवता, ऋषि सहंस अठासी । वैष्णव कोटि अनंत हैं, गुण गावैं राशी।।2।। नौ जोगेश्वर नाद भरि, सुर पूरै संखा। सनकादिक संगीत हैं, अबिचल गढ बंका।।3।। शेष गणेश रु सरस्वती, और लक्ष्मी राजैं। सावित्री गौरा रटैं, गण संख बिराजैं। । 4 ।। अनंत कोटि मुनि साध हैं, गण गंधर्व ज्ञानी। अरपैं पिंड रु प्राण कूं, जहां संखौं दानी।।5।। सावंत शूर अनंत हैं, कुछ गिणती नाहीं। जती सती और शीलवंत, लीला गुण गाहीं।।6।। चंद्र सूर बिनती करें, तारा गण गाढे। पांच तत्व हाजिर खड़े, हुकमी दर ठाढे । ।7।। तीर्थ कोटि अनंत हैं, और नदी बिहंगा। ठारा भार तो कूं रटै, जल पवन तरंगा।।8।। अष्ट कुली परबत रटैं, धर अंबर ध्याना। महताब अगनि तो कूं जपैं, साहिब रहमाना ।।9।। अर्स कुर्स पर सेज है, तन तबक तिराजी। एक पलक में करत हैं, सो राज बिराजी।।10।। अलख बिनानी कबीर कूं, रंग खूब चवाया। एक पानी की बूंद से, संसार बनाया। ।11।। अनंत कोटि ब्रांड हैं, कछू वार न पारा। लख चौरासी खान का, तूं सिरजनहारा।।12।। सूक्ष्म रूप स्वरूपहै, बौह रंग बिनानी। गरीबदास के मुकट में, हाजिर प्रवानी।।
मौत याद रखो मौज साथ रखो❤❤
झूठे सुख को सुख कहे, मानत है मन मोद ।
जगत चबैना काल का , कुछ मुख में कुछ गोद।।
"जेती मन की कल्पना..." 🤌
When I was sleeping I thought love is emotion and love is blind. Now I am waking up and I see yes LOVE is blind. I owe you my 10000 lives.
Pta bola vriksh 🌳
I am be like :maja aya 😂😂😂😂😂 bahut Sundar Kabir ji ke dohe hote hai kitne mahan Admi the
Kabir ji ne new generation kesi hogi pahle hi apne dohe me sanjoo diye 🙏🙏🙏🙏
Hum sabhi ko bol rahe h sach ko dekho
😮अबिगत राम कबीर हैं, चकवै अबिनाशी। ब्रह्मा बिष्णु वजीर हैं, शिब करत खवासी।। टेक ।। इन्द्र कोटि अनंत हैं, जाकै प्रतिहारा। बरूण कुबेर धर्मराय, ठाढे दरबारा । ।। ।। तेतीस कोटि देवता, ऋषि सहंस अठासी । वैष्णव कोटि अनंत हैं, गुण गावैं राशी।।2।। नौ जोगेश्वर नाद भरि, सुर पूरै संखा। सनकादिक संगीत हैं, अबिचल गढ बंका।।3।। शेष गणेश रु सरस्वती, और लक्ष्मी राजैं। सावित्री गौरा रटैं, गण संख बिराजैं। । 4 ।। अनंत कोटि मुनि साध हैं, गण गंधर्व ज्ञानी। अरपैं पिंड रु प्राण कूं, जहां संखौं दानी।।5।। सावंत शूर अनंत हैं, कुछ गिणती नाहीं। जती सती और शीलवंत, लीला गुण गाहीं।।6।। चंद्र सूर बिनती करें, तारा गण गाढे। पांच तत्व हाजिर खड़े, हुकमी दर ठाढे । ।7।। तीर्थ कोटि अनंत हैं, और नदी बिहंगा। ठारा भार तो कूं रटै, जल पवन तरंगा।।8।। अष्ट कुली परबत रटैं, धर अंबर ध्याना। महताब अगनि तो कूं जपैं, साहिब रहमाना ।।9।। अर्स कुर्स पर सेज है, तन तबक तिराजी। एक पलक में करत हैं, सो राज बिराजी।।10।। अलख बिनानी कबीर कूं, रंग खूब चवाया। एक पानी की बूंद से, संसार बनाया। ।11।। अनंत कोटि ब्रांड हैं, कछू वार न पारा। लख चौरासी खान का, तूं सिरजनहारा।।12।। सूक्ष्म रूप स्वरूपहै, बौह रंग बिनानी। गरीबदास के मुकट में, हाजिर प्रवानी।।
🙏🏼🙏🏼💚💚
Kya baat hai ❤❤ अति उत्तम 🙏🙏✍️
कबीर के सभी दोहे अच्छे हैं ❤❤🙏🙏🌺🌺
Kabir das is the one of the greatest poet❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
सुनकर bahut अच्छा लगा आचार्य जीं प्रणाम 🙏🙏🙏🙏
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🌹🌹🙏
❤❤❤❤❤❤❤❤
❤❤🙏🙏👏
❤❤❤
बहुत बहुत सुन्दर ❤
Mrityu atak Satay h ...Jana ek din h sabko whi h .....mai to apne kirshn ke pas jaungi .... Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe
सत्य वचन ❤
Kal kbhi nhi aata ❤
जो है ना सब आज ही तो है ...
❤ true 😊
Bahut sunder
❤🙏🙏 bahut sundar
💝
Jabse maine janam liya kabhi naa paaya sukh dwar dwar main phira paate paate dukh
Jiwan ki sachae he
🙏🪔
Jabse maine janam liya kabhi naa paya sukh dwar dwar main fir paate paate dukh
ati sundar ❤🌸🌺🌸🌺🙏🙏
😭😭😭😭😭😭😭
Sir bolu ya bhago ba paata nahi but this is my favourite song thank you bol kar aap logon se jhut nahi bol na chati hoo😢😢😢
रोज़ सुनता हूं
पर डर नहीं छूटता
क्यों
गीता सत्रों से जुड़िए आप plss सच बोल रहा हु मजा आ जायेगा , , मुझे इतना कुछ मिल गया है bta nhi skta 🎉😊😊
@@ambikeshmishra7793kha se jude
Bhai Doha ki rap song Karo please Bhai
Sir have uatain sorry 😢but ho sakta to le na
Mohe maran ka chav
Maut ki jankari hona hi jindagi h
❤❤❤
Jabse maine janam liya kabhi naa paaya sukh dwar dwar main phora paate paate dukh
❤❤❤