134 Sugyan Noida चैतन्य चैतन्य चैतन्य… मात्र ध्रुव ज्ञायक देव. ASK SUPPORT TEAM व सभी साधकों के प्रणाम. नमन-वंदन-चरण स्पर्श स्वीकारें गुरुदेव श्री.🙏🏿🙏🏿🙏🏿
"चैतन्य स्वभाव में न बंधन है और न मुक्ति है, स्वभाव में कभी परिवर्तन नहीं आता, दीवानगी उसी का नाम है जिसमें मात्र सत्ता का जोर है" सविनय चरण स्पर्श गुरू जी 🙏🙏🙏 चैतन्य चैतन्य चैतन्य
"🔥ज्ञान की अनुभूति पर जब जोर आता है.... तब देह का जो परिणमन है उस सब में मन का खेल है... उससे भेदज्ञान ;अनुभूति का expression इन से नहीं ;just feel it.. ज्ञान मात्र अखंड मोती.. सर्वांग प्रदेशों में एक अभेद अनुभव🔥" निःशब्द मौन चरण वंदन भगवन् 🙏
"🔥विचार कोई भी हो अनुभव अछूता दिखाई दे तो ध्रुवता पर जोर जाता है.. अनुभूति ज्ञान की निरंतर.. अनुभूति अनुभूति अनुभूति.. ज्ञान की🔥" निःशब्द वंदना भगवन् 🙏
"निर्मल ज्ञान से ही ज्ञान जानने में आ रहा है और वही मैं हूँ,,, मैं अगणित ज्ञेयों के प्रतिबिम्बों बंधा हुआ नहीं हूँ,,, मुझ चैतन्य सत्ता में न बंधन है और न मुक्ति है,,, मुझ चैतन्य स्वभाव में कोई परिवर्तन नहीं है" त्रिकाल चरण स्पर्श गुरूजी 🙏🕉️🙏🕉️🙏 चैतन्य चैतन्य चैतन्य
"🔥मात्र चैतन्य स्वभाव, चैतन्य स्वभाव, चैतन्य स्वभाव, इसे भाव से ग्रहण करना; 🪔 सत्ता का जोर आते ही विकल्प मौन धारण करने लगते हैं, गैरहाजिर होने लगते हैं, फिर मर जाते हैं ; 🪔 एक ही जोर है सत्ता मात्र मैं चैतन्य 🪔ये दीवानगी 👉ज्ञान मात्र मैं... जानन जानन, यही प्राण, यही जीवन सहज निराकुल शांति ;ज्ञान ज्ञान ज्ञान यही जीवन🔥"मौन चरण वंदना नाथ 🙏
🔥अहोभाव आने से देह में होने वाले सभी परिवर्तन मन का खेल हैं ; बाहर की वाणी से अंतर की अनुभूति नहीं होती और अंतर की अनुभूति से देह में रोमांच नहीं होता ; मगर ये अंतर का अत्यंत निजी मामला है... You just Feel it🔥"🙏 मौन चरण वंदना नाथ 🔥
"सहजता में ही शांति है जहाँ न बंधन है और न जहाँ मुक्ति है,,,,, निराकुल सत्ता कंपंन से पार है,,, देह के किसी भी परिणमन मेंं अनुभूति नहीं है,,, जैसे बाहर की वाणी से अंतर में अनुभूति नहीं हो सकती, वैसे ही अंतर की अनुभूति से बाहर में झंझानाहट नहीं होती" 🕉️🙏🕉️🙏🕉️
“ Aur Anubhuti Mein, Samay Badalne Par Bhi, Gyaan ki Paryaay Badalne Par bhi, Gyaan Ki Paryaay Hone Par Bhi Usme Bhed Nahi Aatta, Janna Janna Janna”🙏🙏🙏
"🔥ज्ञान में तो एक अखंड सत्ता ही रहती है ; ज्ञान में तो एक अखंड है निर्विकल्प है सहज है अभेद है और अनुभूति में समय बदलने पर भी, ज्ञान की पर्याय बदलने पर भी,उसमें भेद नहीं ;मात्र जानना जानना जानना...मात्र धारा... आब काल नहीं... शरीर नहीं... इतिहास नहीं... अपूर्व जागृति 🔥"🙏 🙏 🙏
चैतन्य चैतन्य चैतन्य… प्रणाम.
Apurav satsang dhyan prayog🙏🙏🙏
જ્ઞાન હી જીવન... સદાકાળ જ્ઞાનમાત્ર... સહજાનંદ જ્ઞાયક દેવ જ હું... ⭐
"🔥मैं अखंड ज्ञानरूप सत्ता हूँ स्वानुभूत्याचकासते🔥" मौन निःशब्द वंदना भगवन् 🙏
પ્રતિસમય જ્ઞાન નો અનુભવ... એ અનુભૂતિ મા આત્મા ને સ્થાપિત કર એ જ્ઞાનમય આત્મા જ હું... ⭐
હું અમૃતમય જ્ઞાન સ્વભાવી જ્ઞાન દપૅણ જ્ઞાયક માત્ર... ચૈતન્ય ⭐
"🔥मात्र ज्ञान ज्ञान ज्ञान ज्ञान अभेद यहाँ कोई निशानी नहीं छूटती🔥" 🙏 भावोंभीनी मौन चरण वंदना नाथ 🔥 🙏
"सहजता में ही शांति है वहाँ न मुक्ति है और न कोई बंधन है" 🙏🙏🕉️🙏🙏
અનુભૂતિ કે પીછે જ્ઞાનઘન ધ્રુવ સ્વભાવ જ્ઞાયક જ હું ⭐
Pranam Gurumaa Chaitanya Chaitanya Chaitanya 🙏🙏🙏🌹🌹🌹🕉️🕉️🕉️🛐🕉️🛐
"🔥निर्मल ज्ञान से ही ज्ञान जानने में आ रहा है यही ज्ञानमात्र आत्मा मैं हूंँ🔥"
Pranam guruji 🙏🙏🙏 chaitanya chaitanya chaitanya 🙏🙏☺️😊
હું સ્વયં જ્ઞાન પ્રકાશિત જ્ઞાન માત્ર હું....સ્વતંત્ર અખંડ એકરૂપ જ્ઞાન સ્વભાવ હી મેં ⭐
Pranam Guru Dev ChaitanyaChaitanya Chaitanya 🙏🙏🙏
અનંત પરમાણું નો અભેદ એક સત્તા સ્વરૂપ જ હું... ⭐
Swa satta ki mahima batanewale Guruma ke pavitra charano mein trikaal abhed bhave asim Vandana 🙏🪔
"🔥मन और देह की हर क्रिया में मन का खेल है" मौन चरण वंदना नाथ 🔥 🙏
जहां न मुक्त न बंधन मात्र अनुभुती प्रणाम गुरुदेव
134 Sugyan Noida
चैतन्य चैतन्य चैतन्य… मात्र ध्रुव ज्ञायक देव. ASK SUPPORT TEAM व सभी साधकों के प्रणाम. नमन-वंदन-चरण स्पर्श
स्वीकारें गुरुदेव श्री.🙏🏿🙏🏿🙏🏿
जिसमें कुछ हो ही नहीं सकता यह स्वीकार धर्म है।🙏🙏🙏🙏🙏
Jai jinendra
Pranam🙏Chaitanya Chaitanya Chaitanya 🙏🙏🙏
"🔥सत्ता और अनुभूति में काल परिवर्तन का कोई फर्क नहीं पड़ता ; ज्ञान मात्र हूंँ🔥" मौन चरण वंदना नाथ 🔥 🙏
एक ही जोर ज्ञान मात्र मैं हूं
પ્રણામ! ગુરુદેવ વંદન 🙏🏻 ચૈતન્ય ચૈતન્ય ચૈતન્ય 🙏🏻
100 Saroj Bangalore, Param pujay Gurudev Anant Anant vandan naman, Chaitanya Chaitanya Chaitanya 🙏🙏🙏
"🔥आत्मा का अनुभव नहीं करना अनुभव में आत्मा को देखना है🔥"मौन चरण वंदना नाथ 🔥 🙏
🔥 ज्ञान जो अनुभव में आ रहा है इस अनुभूति को उदय नहीं होता🪔"मौन चरण वंदना नाथ 🔥 🙏
"🔥यहां न बंधन न मुक्ति है, मात्र स्वभाव की अनुभूति है🔥" 🙏🥹🙏
🔥असंख्य प्रदेशों में ये सत्ता युनाइटेड है 🔥 🙏
"दिवानगी उसे ही कहते हैं जिसमें न कोई बंधन है और न कोई मुक्ति है" 🕉️🕉️🙏🕉️🕉️
058 इंदिरा रायपुर प्रणाम गुरुदेव चैतन्य चैतन्य चैतन्य
Chaitanya Chaitanya Chaitanya…🙏🙏🙏
चैतन्य चैतन्य चैतन्य 🙏🙏🙏🙏
एक ही ज़ोर सत्ता मात्र मै चैतन्य,🙏🙏🙏115
Aho aho upkar gurudev
Chaitanya chaitany chaitany parnam gurudev 🙏🙏🙏 029
🔥 Anubhav ke pichhe main to hoon. Chaitanya Gyan matra hoon 🔥 Param dayaban prabhu.
"🔥स्वभाव न बंधा है न मुक्त है 🔥 बंधन मुक्ति के विकल्पों से मुक्त हो कर जहांँ मात्र अनुभूति है🔥" मौन चरण वंदना नाथ 🔥 🙏
“ Jab Gyaan Mein Gyaan Ka Jor Aatta Hai, Jahan Na Bandhan Hai, Jahan Na Mukti Hai, Matra Swabhav Ki Anubhuti Hai” 🙏🙏🙏
Param Pujya Gurudev Sadar Charan Sparsh!!!
Chaitanya Chaitanya Chaitanya…🙏🙏🙏
માત્ર મારુ હોવાપણાં મા માત્ર હું જ છું. ઓર કોઈ નહિ... જ્ઞાન માત્ર જ્ઞાયક મેં... ચૈતન્ય ⭐
🙏🙏🙏🎉🎉🎉
અપને મેં હી સ્થિત.... સર્વાગ પ્રદેશોમાં એક જ્ઞાનમય થી ધ્રુવ સત્તા નો અભેદ ચૈતન્ય મોતી જ્ઞાયક જ હું ⭐
🙏🙏🙏
112AMRUTBODHI pranam gurudev chaitanya chaitanya chaitanya 🙏🙏🙏
063 Nita USA 🙏🏻🙏🏻🙏🏻Pranam Bhagwant 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
ज्ञान,, SELF PROTECTED
“ Kampan Mein Akamp Satta Ki Jagruti”🙏🙏🙏
“ Swabhav Jiske Bhitar Mein
Kuch Hai, Yehi Chaitanyapana Hai”🙏🙏🙏
મારી પરિણતિ પરમ વિશુદ્ધ હો ભગવાન એ વિકલ્પ પણ નહીં...જાચં કર...જ્ઞાન હી જ્ઞાન છે ભગવાન...અખંડ જ્ઞાનઘારા જ્ઞાનમાત્ર હું ⭐
"🔥ज्ञान की निरंतर होतीअनुभूति पर जब जोर, आये तभी जागृति, सर्वांग प्रदेशों पर ज्ञान 🔥"🙏🥹🙏
“ Jahan Mann Prabhavit Ho Jatta Hai Vahan Sharir Mein Kampan Ho Jatta Hai, Vahan Rom Rom Khadde Ho Jatte Hai”🙏🙏🙏
"कोई भी आँख स्वस्थ्य नहीं होती है,
क्योंकि आँख इन्द्रिय है और वह सबसे बड़ी गुलामी है" 🕉️🙏🕉️🙏🕉️
"🔥मुझ में से कुछ भी, कहीं भी, कभी भी, नहीं निकल जाता; जन्म मरण रहित निरंतरता, धाराप्रवाह अनुभव की🔥" निःशब्द मौन वंदना नाथ 🔥 🙏
अनुभूति एक है,,अभेद है,,,और
पर्याय बदलने पर भी वहा मात्र
जानना जानना जानना है,,, ज्ञान
ही है,,,
"ज्ञान में न आँख की जरूरत है और न प्रकाश की जरूरत है, ज्ञान तो स्वतंत्र है उसे किसी की जरूरत नहीं है, वह किसी से मिल नहीं सकता" 🙏🙏🙏
"चैतन्य स्वभाव में न बंधन है और न मुक्ति है, स्वभाव में कभी परिवर्तन नहीं आता, दीवानगी उसी का नाम है जिसमें मात्र सत्ता का जोर है"
सविनय चरण स्पर्श गुरू जी 🙏🙏🙏 चैतन्य चैतन्य चैतन्य
“ Atma Ka Anubhav Nahi Karna Hai, Anubhav Mein Hi Atma Bhudhi Sthapit Karna Hai”🙏🙏🙏
"🔥ज्ञान मात्र अनुभूति निर्विकल्प है सहज है पर्याय बदलने पर भी फर्क नहीं पड़ता🔥" मौन चरण वंदना भगवन् 🙏
“ Swabhav Usse Hi Kehte Hai Jo Bandha Hua Na Ho Aur Jo Mukt Bhi Na Ho”🙏🙏🙏
“ Jitna Bhi Yeh Deh Ka Parinaman Hai Unn Sab Mein Mann Ka Khel Hai”🙏🙏🙏
સ્વભાવ ન બંધા, ન મુકત માત્ર પોતામાં જ પોતાનું હોવાપણું એવો જ્ઞાન સ્વભાવી જ્ઞાનઘન જાગૃતિ થી ભરેલ જ્ઞાયક સત્તા સ્વભાવ હી મેં... ⭐
“ Jisme kuch Ho Hi nahi Sakta Aur Gyaan Hi Anubhav Mein Aa Raha Hai, Yeh Swikar, Yeh Dharam hai”🙏🙏🙏
"🔥सुरक्षित ज्ञान में रक्षा का भाव नहीं है🔥आप सभी को अबंध रक्षा स्वरूप चैतन्य की अनुभूति मुबारक हो🔥" भावोंभीनी चरण वंदना भगवन् 🙏
आत्मा का अनुभव नहीं करना है
अनुभव में ही आत्मा को देखना है, इसमें ही दृष्टि केन्द्रित करना है 🙏🙏🙏 115
Pranam pranam pranam chaitanya chaitanya chaitanya 043
Chaitanya Chaitanya Chaitanya 🙏🪔🙏🙏🙏🪔🙏🙏🙏🪔🙏
Mein abandh raksha swaroop hoon🙏🙏🙏
"🔥ज्ञान की अनुभूति पर जब जोर आता है.... तब देह का जो परिणमन है उस सब में मन का खेल है... उससे भेदज्ञान ;अनुभूति का expression इन से नहीं ;just feel it.. ज्ञान मात्र अखंड मोती.. सर्वांग प्रदेशों में एक अभेद अनुभव🔥" निःशब्द मौन चरण वंदन भगवन् 🙏
ज्ञान में उदय नहीं होता मात्र अनुभव होता है, अनुभूति होती है
"🔥अनुभूति के पीछे छिपा हुआ जो ध्रुव है उसे देख लेना🔥" 🙏
"🔥किसी भी संयोग में मैं अपनी सत्ता के बाहर जाता ही नहीं🔥" 🙏
अखंड सत्ता किसी के साथ बंधी
भी नहीं ,मुक्त भी नहीं,,,मात्र सत्ता
"🔥आत्मा का अनुभव नहीं करना है ; अनुभव में ही आत्मबुद्धि स्थापित करना है🔥" 🙏🥹🙏
बाहर की वाणी से अंदर की अनुभूति नहीं होती और अंदर की अनुभूति से बाहर का रोमांच नहीं होता 🙏🙏🙏
"🔥विचार कोई भी हो अनुभव अछूता दिखाई दे तो ध्रुवता पर जोर जाता है.. अनुभूति ज्ञान की निरंतर.. अनुभूति अनुभूति अनुभूति.. ज्ञान की🔥" निःशब्द वंदना भगवन् 🙏
Chatanya lok vasi 🙏🙏pranam gurudev 050
"निर्मल ज्ञान से ही ज्ञान जानने में आ रहा है और वही मैं हूँ,,,
मैं अगणित ज्ञेयों के प्रतिबिम्बों बंधा हुआ नहीं हूँ,,,
मुझ चैतन्य सत्ता में न बंधन है और न मुक्ति है,,,
मुझ चैतन्य स्वभाव में कोई परिवर्तन नहीं है"
त्रिकाल चरण स्पर्श गुरूजी 🙏🕉️🙏🕉️🙏 चैतन्य चैतन्य चैतन्य
ज्ञान की अनुभूति के लिए
आंख की जरूरत नहीं,,,
Prànam Gurudev Chaitanyà Çhaitanya Chaitanya Aruna Mumbai
“ Achuta Dikhayi De To Dhruvata Par Jor Jatta Hai”🙏🙏🙏
“ Jab Gyaan Matra Kaha, To Essa Lena Hai Jahan Prakash Aur Andhkar Ke Parmanu Nahi Hai Aur Matra Anubhuti”🙏🙏🙏
फर्क बहुत है तेरी ओर मेरी तालीम मैं,
तूने सिखा है उस्तादों से ओर मैने हालातों से,,,,
“ Iss Nirmal Gyaan Se Hi Gyaan Janne Mein Aa Raha hai, Yeh Gyaan Matra Bhagwan Atma Main Hun”🙏🙏🙏
"🔥मात्र चैतन्य स्वभाव, चैतन्य स्वभाव, चैतन्य स्वभाव, इसे भाव से ग्रहण करना; 🪔 सत्ता का जोर आते ही विकल्प मौन धारण करने लगते हैं, गैरहाजिर होने लगते हैं, फिर मर जाते हैं ; 🪔 एक ही जोर है सत्ता मात्र मैं चैतन्य 🪔ये दीवानगी 👉ज्ञान मात्र मैं... जानन जानन, यही प्राण, यही जीवन सहज निराकुल शांति ;ज्ञान ज्ञान ज्ञान यही जीवन🔥"मौन चरण वंदना नाथ 🙏
"अंदर की अनुभूति से बाहर में कोई एक्सप्रेशन दिखाई नहीं देता" 🕉️🙏🕉️
“ Atma Ka Anubhav Nahi Karna hai, Anubhav Mein, Atma ko Dekhna Hai”🙏🙏🙏
🔥अहोभाव आने से देह में होने वाले सभी परिवर्तन मन का खेल हैं ; बाहर की वाणी से अंतर की अनुभूति नहीं होती और अंतर की अनुभूति से देह में रोमांच नहीं होता ; मगर ये अंतर का अत्यंत निजी मामला है... You just Feel it🔥"🙏 मौन चरण वंदना नाथ 🔥
🔥 Vikalp- dwanda aur khyanik Anand hai parantu Nirvikalp- nirdwand, swantra aur anubhav matra hi hai, Paramanand hai.🔥
"सहजता में ही शांति है जहाँ न बंधन है और न जहाँ मुक्ति है,,,,,
निराकुल सत्ता कंपंन से पार है,,,
देह के किसी भी परिणमन मेंं अनुभूति नहीं है,,,
जैसे बाहर की वाणी से अंतर में अनुभूति नहीं हो सकती, वैसे ही अंतर की अनुभूति से बाहर में झंझानाहट नहीं होती" 🕉️🙏🕉️🙏🕉️
“ Anubhuti Ka Expression Parmanuon Se Hota Hi nahi Hai”🙏🙏🙏
"रक्षा का भाव बंधन का कारण है, जबकि मैं सुरक्षित 'अबंध ज्ञायक स्वरूप' भगवान आत्मा हूँ" 🙏🕉️🙏🕉️🙏
अबंध सत्ता मात्र,,,
024 Haresh Ahmedabad chaitanya chaitanya chaitanya pranam gurudev
015 Pushpa Raipur Chaitanya Chaitanya Chaitanya 🙏🙏🙏🙏
अनुभूति निर्विकल्प है,सहज है, अभेद है,और अनुभूति में समय बदलने पर भी, पर्याय बदलने पर भी ज्ञान की पर्याय होने पर भी उसमें भेद नहीं आता 🙏🙏 🙏 115
“ Aur Anubhuti Mein, Samay Badalne Par Bhi, Gyaan ki Paryaay Badalne Par bhi, Gyaan Ki Paryaay Hone Par Bhi Usme Bhed Nahi Aatta, Janna Janna Janna”🙏🙏🙏
“ Bahar Ki Vani Se Anubhuti Nahi Hoti Aur Anter Ki Anubhuti Se Bahar Mein Romanch Nahi Hota”🙏🙏🙏
जिसमें कुछ हो ही नहीं सकता वो
ही मैं
अनुभूति के पीछे जो छुपा है वोही
मैं,,,उसे ही ढूंढ,,,
"🔥ज्ञान में तो एक अखंड सत्ता ही रहती है ; ज्ञान में तो एक अखंड है निर्विकल्प है सहज है अभेद है और अनुभूति में समय बदलने पर भी, ज्ञान की पर्याय बदलने पर भी,उसमें भेद नहीं ;मात्र जानना जानना जानना...मात्र धारा... आब काल नहीं... शरीर नहीं... इतिहास नहीं... अपूर्व जागृति 🔥"🙏 🙏 🙏