हवेली कीर्तन। राधाष्टमी की बधाई। राग गौड़ सारंग ।।

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 11 янв 2025
  • ★ राग गौड़ सारंग ★ परमधन राधा नाम आधार । जाहि पिया मुरली में टेरत सुमरत बारंबार ॥ १॥ वेद मंत्र अरु मंत्र तंत्र में ये ही कियौ निरधार । श्रीशुक प्रगट कियौ नहीं तातें जान सारको सार ॥२॥ कोटिन रूप धरे नंदनंदन तोऊ न पायौ पार । व्यासदास अब प्रगट बखानत डार भारमें भार ॥३॥

Комментарии • 4