अति सय ग्यान भक्ति प्रेम विवेक का अनुपम कथा लीला जो हृदय रूपी बीणा को परेमासरू से झनकृत कर देतीं हैं बहा जीव माया द्वैत अद्वैत का सार अकथनीय ग्यान भक्ति प्रेम का अदभुत उदाहरण धन्य है कथा रसामृत सिन्धु
मैं वर्णन नहीं कर सकती, मैं उसकी दीवानी भी नहीं हूं..पर मैं जितनी बार ये भजन सुनती हूं.... मेरा मन बहुत विकल हो जाता है,।।।। और मैं उसी कृष्ण k जमाने में चली जाती हूं,,, कुछ भी दुनिया में हमारा अपना नहीं,,पर ये तड़प भरी अनुभूति मेरी अपनी है,,,धन्य है आपका ये संवाद कथन..जिसने मुझे ये अनुभूति दी🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
कहा घनश्याम ने ऊधौ से , तू वृंदावन ज़रा जाना.. वहाँ की गोपियों को, ग्यान का कुछ शब्द समझाना! विरह की वेदना में वो सदा आँसू बहाती हैं! कहा हँस कर के ऊधौ ने, अभी जाता हूँ वृंदावन, जरा मैं भी तो देखूँ कैसा है यह प्रेम का बंधन, वो कैसी गोपियाँ जो, ग्यान बल को कम बताती हैं, निरर्थक प्रेम लीला का सदा गुणगान गाती हैं ! चले मथुरा से जब कुछ दूर, वृंदावन निकट आया वहीं से प्रेम ने अपना अनोखा रंग दिखलाया ! उलझ के वस्त्र काँटों में लगे, ऊधौ को समझाने कि तेरा ग्यान परदा फाड़ देंगे, प्रेम दीवाने, विटप झुक कर ये कहते थे इधर आओ इधर आओ , पपीहा कह रहा था पिय कहाँ यह भी तो बतलाओ ! नदी यमुना की धारा शब्द हरि हरि का सुनाती थी! भ्रमर गुंजार से भी ये मधुर आवाज़ आती थी! गरज पहुंचे वहाँ था गोपियों का जिस जगह मंडल, वहाँ थीं शांत पृथ्वी वायु धीमी थी निर्मल! सहस्त्रों गोपियों के मध्य में श्री राधिका रानी! सभी के मुख से रह रह कर निकलती थी कृष्ण वाणी ! कहा उधों ने यह बढ़कर कि मैं मथुरा से आया हूँ! सुनाता हूँ संदेसा श्याम का जो साथ लाया हूँ ! कि जब यह आत्मसत्ता ही अलख निर्गुण कहाती है! तो फिर क्यों मोह वश होकर वृथा यह गान गाती है! कहा श्री राधिका ने तुम संदेसा खूब लाये हो! मगर ये याद रक्खों प्रेम की नगरी में आये हो! संभालो योग की पूँजी ना हाथों से निकल जाए! कहीं विरहाग्नि में यह ज्ञान की पोथी ना जल जाए! अगर निर्गुण हैं हम तुम कौन कहता है खबर किसकी? अलख हम तुम हैं तो किस किस को लखती है नज़र किसकी ! जो हो अद्वैत के कायल तो फिर क्यों द्वैत लेते हो! अरे खुद ब्रह्म होकर ब्रह्म को उपदेश देते हो! अभी तुम खुद नहीं समझे कि किसको योग कहते हैं! सुनो इस दौर योगी द्वैत में अद्वैत रहते हैं ! उधर मोहन बने राधा , वियोगिन की जुदाई में! इधर राधा बनी है श्याम मोहन की जुदाई में! सुना जब प्रेम का अद्वैत उधो की खुली आँखें, पड़ी थी ज्ञान मद की धूल जिनमे वह धुली आंखें, हुआ रोमांच तन में बिंदु आँखों से निकल आया! गिरे श्री राधिका पग पर कहा गुरु मन्त्र यह पाया
देश देशान्तर के अनेक लोग आते यहां,,,, जिनके हृदय में जलती प्रेम की ज्वाला है,।। गोपी गुरु गौरव अनेकन विराज रहे,,, पाके प्रवेश ,चित्त होता मतवाला है।। प्रेम का प्रश्न पत्र,प्रेम की परीक्षा,प्रेम का प्रमाण पत्र मिलता निराला है,,,, हे उद्धव से शिष्य यहां आए पाठ पढ़ने को,,,, वृंदावन प्रेम की पवित्र पाठशाला है।।।। 🌹🌷🌿🌹🌹राधा राधा 🌺🌷🌹🌷
एक ही तन मन प्राण हैं दोऊ रसिकन प्रतिपाल कुंज बिहारिनी राधिका कुंज बिहारी लाल... यही मेरा श्याम है... श्री राधा 🌹 श्री राधा 🌹 श्री राधा कोटि-कोटि प्रणाम महाराज जी🌹🙏🌹
महाराज जी आपके चरणों में शत शत वंदन आप कह रहे हैं अगर कोई उसकी याद में रोता है वह भी उसकी याद में रोता है इस हिसाब से तो अगर कोई उसकी याद में रो कर ही संतोष का अनुभव करता हो यह भी छोड़ कर फिर बाकी क्या रहेगा
Same bhajan was sung by PP RAMESH BHAI OJHA IN 1988 IN SHREEMAD BHAGWAT KATHA ORGANIZED N HELD AT SHREE NANDGAON DHAAM AS KATHA VYAS 🌷🙏🌷HIS RECITATION OF BHARMAR GEET, VENUGEET N GOPIGEET I STILL REMEMBER N ENJOY RECITING BOTH INSIDE/ OUTSIDE.VERY VERY PLEASING 🌷🙏🌷
अति सय ग्यान भक्ति प्रेम विवेक का अनुपम कथा लीला जो हृदय रूपी बीणा को परेमासरू से झनकृत कर देतीं हैं बहा जीव माया द्वैत अद्वैत का सार अकथनीय ग्यान भक्ति प्रेम का अदभुत उदाहरण धन्य है कथा रसामृत सिन्धु
मैं वर्णन नहीं कर सकती, मैं उसकी दीवानी भी नहीं हूं..पर मैं जितनी बार ये भजन सुनती हूं.... मेरा मन बहुत विकल हो जाता है,।।।। और मैं उसी कृष्ण k जमाने में चली जाती हूं,,, कुछ भी दुनिया में हमारा अपना नहीं,,पर ये तड़प भरी अनुभूति मेरी अपनी है,,,धन्य है आपका ये संवाद कथन..जिसने मुझे ये अनुभूति दी🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Ek baar bas itni kripa ho jaye ki Ravinandan ji ke darshan ho jaye😢😢😭
मेरी मां राधा रानी मुझे अपने चरणों में स्थान दो। इस भजन के आगे सारे ब्रह्माण्ड का संगीत पानी भरता है । जय हो शात्री जी की ।
ॐ जय जय श्री राधे कृष्णा 🌹🌹🙏🙏
हे माँ कृपा बनाए रखना
Mere To Adhaar Radha Rani Ke Charnarvind 🙏🌹🙏
Neelam Talwar
Shree Radhe Shyam 🎉🎉
He radha rani ki kripa kro🙏🙏🙏
जय श्री कृष्णा राधे राधे राधे राधे राधे राधे
कहा घनश्याम ने ऊधौ से ,
तू वृंदावन ज़रा जाना..
वहाँ की गोपियों को,
ग्यान का कुछ शब्द समझाना!
विरह की वेदना में
वो सदा आँसू बहाती हैं!
कहा हँस कर के ऊधौ ने,
अभी जाता हूँ वृंदावन,
जरा मैं भी तो देखूँ
कैसा है यह प्रेम का बंधन,
वो कैसी गोपियाँ जो,
ग्यान बल को कम बताती हैं,
निरर्थक प्रेम लीला का सदा गुणगान गाती हैं !
चले मथुरा से जब कुछ दूर,
वृंदावन निकट आया
वहीं से प्रेम ने अपना अनोखा रंग दिखलाया !
उलझ के वस्त्र काँटों में लगे,
ऊधौ को समझाने कि
तेरा ग्यान परदा फाड़ देंगे, प्रेम दीवाने, विटप झुक कर ये कहते थे इधर आओ इधर आओ ,
पपीहा कह रहा था पिय कहाँ यह भी तो बतलाओ !
नदी यमुना की धारा शब्द हरि हरि का सुनाती थी!
भ्रमर गुंजार से भी ये मधुर आवाज़ आती थी!
गरज पहुंचे वहाँ था गोपियों का जिस जगह मंडल,
वहाँ थीं शांत पृथ्वी वायु धीमी थी निर्मल!
सहस्त्रों गोपियों के मध्य में श्री राधिका रानी!
सभी के मुख से रह रह कर निकलती थी कृष्ण वाणी !
कहा उधों ने यह बढ़कर कि मैं मथुरा से आया हूँ!
सुनाता हूँ संदेसा श्याम का जो साथ लाया हूँ !
कि जब यह आत्मसत्ता ही अलख निर्गुण कहाती है!
तो फिर क्यों मोह वश होकर वृथा यह गान गाती है!
कहा श्री राधिका ने तुम संदेसा खूब लाये हो!
मगर ये याद रक्खों प्रेम की नगरी में आये हो!
संभालो योग की पूँजी ना हाथों से निकल जाए!
कहीं विरहाग्नि में यह ज्ञान की पोथी ना जल जाए!
अगर निर्गुण हैं हम तुम कौन कहता है खबर किसकी?
अलख हम तुम हैं तो किस किस को लखती है नज़र किसकी !
जो हो अद्वैत के कायल तो फिर क्यों द्वैत लेते हो!
अरे खुद ब्रह्म होकर ब्रह्म को उपदेश देते हो!
अभी तुम खुद नहीं समझे कि किसको योग कहते हैं!
सुनो इस दौर योगी द्वैत में अद्वैत रहते हैं !
उधर मोहन बने राधा , वियोगिन की जुदाई में!
इधर राधा बनी है श्याम मोहन की जुदाई में!
सुना जब प्रेम का अद्वैत उधो की खुली आँखें,
पड़ी थी ज्ञान मद की धूल जिनमे वह धुली आंखें,
हुआ रोमांच तन में बिंदु आँखों से निकल आया!
गिरे श्री राधिका पग पर कहा गुरु मन्त्र यह पाया
🙏🌻 Mere to Adhaar Radha Rani Ke Charnarvind 🌻🕺
भर्ती महारानी लाडली राधा रानी की जय।।
Jay ho charno me दण्डवत प्रणाम mahraj ji
Maa srswti ki atynt kripa h shwaami ji aap pr🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
मेरे तो आधार राधा रानी के चरणारविन्द 🙏 श्री राधा 🌹 श्री राधा 🌹 श्री राधा 🌹 कोटि-कोटि प्रणाम महाराज जी🌹🙏🌹
देश देशान्तर के अनेक लोग आते यहां,,,,
जिनके हृदय में जलती प्रेम की ज्वाला है,।।
गोपी गुरु गौरव अनेकन विराज रहे,,,
पाके प्रवेश ,चित्त होता मतवाला है।।
प्रेम का प्रश्न पत्र,प्रेम की परीक्षा,प्रेम का प्रमाण पत्र मिलता निराला है,,,,
हे उद्धव से शिष्य यहां आए पाठ पढ़ने को,,,,
वृंदावन प्रेम की पवित्र पाठशाला है।।।।
🌹🌷🌿🌹🌹राधा राधा 🌺🌷🌹🌷
Koti koti pranam 🙏🙏
🙏🌹 Ghunghrali Lat Wala Pile Pile Pat Wala Naina Kajrare Hein Ari Bol Pyare Pyare Hein 🌹 Vo Hi Mera Shyam Hei Vo Hi Mera Shyam Hei 🌹🙏
Jai Jai Shri Radhey Shyam Ji Maharaj
Jai. Shree Radhe Shyam Maharaj Ji
Radha. Radha. Radha. Radha. Radha. Radha. Radha. Radha.
🌷 .Jai Shree Radha Rani Sarkar ki Jai 🌷🌷🌷🌷
Jai Shree Radhe ..
Wahi mere Radhe Shyam hai ...
Radha Radha Radha Radha Raadha Shree Radha kirpa karo ... 😭😭😭
Hey mairay kaniya 🙌🙌
Radheyyyyyyyy 🙌🙌🙏🙏🌺🌸
Gurudev ki Vani Krishna ki Charanon Ki Taraf prerit karti hai
जय हो मेरे प्रभु 🙏🙏💐❤️
Atii sunder bhav Radhe Radhe
जय श्री राधे 🌷 🌷
पूज्य श्री सद्गुरु देव जी के चरण कमलों में कोटि कोटि साष्टांग प्रणाम 🙏 🙏
🌹 जय जय श्री राधे गुरु देव के चरणो मे कोटी को टी प्रणाम🙏🌹
bahut sundar bhav Radhe Radhe ji
एक ही तन मन प्राण हैं दोऊ रसिकन प्रतिपाल कुंज बिहारिनी राधिका कुंज बिहारी लाल... यही मेरा श्याम है... श्री राधा 🌹 श्री राधा 🌹 श्री राधा
कोटि-कोटि प्रणाम महाराज जी🌹🙏🌹
Jai shri radhey krishna
Jai Shree Krishna
Param Pujye Shri RaviNandhan Shashtri ji Maharaj ji ko Koti Koti Parnaam
गुरु देव आपके चरणों में प्रणाम 🙏🙏
राधे राधे गुरु जी ❤❤❤
Ojaswi vani bahut sunder hai 🙏🙏🙏🙏
Udhav. Parsang. Bahut achhe. Lagte. Baar baar. Sunane. Ko. Dil. Karta. Hei. Jay. Shree. Radhe. Shyam. Swami. Ji
सच कहू मुझे पूरा चित्र धुंधला दिखाई दिया क्योंकि मेरे आसू बंद ही नहीं हुए... श्री राधे राधे राधे
पूज्यश्री आपकी वाणी में अमृत की अजस्र धारा का असीम स्रोत है।
🌻🕉️ VANDE BRIJSTRINAM PADRENU ABHKSHITAM 🌷🙏🌷
🌻🕉️TASAM HARI KATHO UDGEETAM PUNATI BHUVAN TRYAM 🌷🙏🌷
बहुत सुंदर 🙏🙏
BAHUT SUNDAR
Bhuat sunder bhav
Jai shree Radhe Krishna ji 🙏🙏
महाराज जी आपके चरणों में शत शत वंदन आप कह रहे हैं अगर कोई उसकी याद में रोता है वह भी उसकी याद में रोता है इस हिसाब से तो अगर कोई उसकी याद में रो कर ही संतोष का अनुभव करता हो यह भी छोड़ कर फिर बाकी क्या रहेगा
जय श्री राधे श्याम वहीं मेरा श्याम है
🌹🙏👍♥️👌🙏Jai Shree Radhe Shyam 🌹👍♥️👌🙏🙏
Shri radhe Vallabh Shri harivansh maraji ji👏👏🤗🤗🤗🌻🌻🌻🌺🌺🌹🌹🌷🌷💐💐💐
VANDE BRIJSTRINAM PAD RENU ABHISHIKTA
TASAM HARIKATHO UDGEETSM
PUNATI BHUVAN TRYM🌹🌷🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌷🌹
बोलो युगल सरकार की जय... श्री राधा 🌹 श्री राधा 🌹 श्री राधा 🌹 कोटि-कोटि प्रणाम महाराज जी🌹🙏🌹
Jai. Shree. Radhe. Shyam.
राधे कृष्णा जी
Dil ko chhoo lene Wala samvaad...Jai Jai Shree Radha Krishna.
Radhe radhe,❤❤
🙏 Jai shri radhe radhe 🙏 koti koti pranam guruji 🙏
Jay shri radhekrishna
Udho. Sanvad. Swami. Ji. Aap. K. Mukhaarvind. Sey. Suna. Bahut. Achha laga
Jai. Shree. Radhe. Radhe.
Same bhajan was sung by PP RAMESH BHAI OJHA IN 1988 IN SHREEMAD BHAGWAT KATHA ORGANIZED N HELD AT SHREE NANDGAON DHAAM AS KATHA VYAS 🌷🙏🌷HIS RECITATION OF BHARMAR GEET, VENUGEET N GOPIGEET I STILL REMEMBER N ENJOY RECITING BOTH INSIDE/ OUTSIDE.VERY VERY PLEASING 🌷🙏🌷
Jay Jay Shri Radhe Shyam
श्री राधे राधे श्री करुणामई दयामई कृपामई जय श्री राधे कृष्णा श्री गुरुदेव महाराज जी को प्रणाम
Bhut hi sundar... Jai shree krishna 🙏🚩🙏🚩🙏🚩
Radhe radhe maharaj 🙏 🙏 🙏 💐 💐 💐 🕉️🕉️🕉️🚩🚩🌿🌿🪔🪔🪔 ji
Jai shree radhe radhe maharaj 🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹 ji
जय श्री राधे
बहुत बहुत धन्यवाद राधे
महाराज जी के चरणों में दंडवत प्रणाम
Radhe radhe
Jai shree ram ❤️🙏❤️🙏 guruji 🙏🙏
Shree radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe krishna krishna hare hare koti koti pranam
Radhe Radhe Sri Radhe
Shri radhe
Jai Shree Radhey Radhey Jai Shree Radhey Radhey
Radhey Radhey
Jai Shri Radhe ji🙏🙏🙏🙏🙏
Jai Shree radhe radhe ji 🙏🙏🙏painful 🙏🙏🙏
राधे राधे
YE DHADHI VOHI GAYYAN KO
"" JO PYAREE JAGDEESH"" 🌷🙏🌷
Guru ji parnam
Radhey. Radhey.
भक्त यदि रूदन करना छोड़ दें तो मेरे परेमासरू अपने आप रूक जायेंगे यही मेरा श्याम
Jai Shree Radhey 🙏❤️
जय
Apni life ka sbse adbhud bhajan
Radhe shyam mharaj ji🙏🙏🙏🙏
Radheeeeeeee
Radhay radhay
जय जय श्री राधे
Jai Shree radhey radhey 🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏
Jai Jai
Jai Shri Radha
Radha radhe radhe 🙏🙏🙏
Shree Radhe Radhe g 🙏
Radhe Krishna
🙏|| श्री राधे ।।🙏
Radhe Radhe
Jai guru dev
Aap ki jai ho
Guru dev aapne krisan radhe ka deewana bana diya jai shree radhe jai guru dev😘😘🙏🙏
Radhe radhe 🙏🙏🙏🙏🙏
shree radhey 🙏🙏🙏🙏🙏
She radhey radhey 🙏🙏
Jai ho🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai ho🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Radhe
radhe radhe