मनु महाराज के सदाचार के आचरण के अलावा सच्चे धार्मिक समाज की रक्षा विश्व में ना कभी हुई ,ना अब हो पा रही है और ना कभी होगी। खैर हिन्दू तो धार्मिक है हि नहीं। धार्मिक समाज रहे या ना रहे हिन्दू का कुछ नहीं बिगड़ता। हम धार्मिकों के बलिदान का चिन्तन कर रहे हैं।
🎉 खाना पीना सोना ही धर्म नहीं है। जन्म मरण से छूटना ही मनुष्य का परम धर्म है। जन्म मरण से कब छूटेगा। जब सत्य के संपर्क में आएगा। सत्य क्या है। सत्य ही परमात्मा है। और झूठा संसार है। झूठ में सच कभी नहीं हो सकता। अर्थात संसार जगत में सर्व व्यापक परमात्मा कभी नहीं हो सकता। जो इसका भेद बताए उन्हें ही सतगुरुकहते हैं।
SAR DOLIT ADIBASI KO AJ CHUA CHUT UC NIC BHED BHAO JATIBAD HOTA HE AP KAHA ROHETE HO KYU NAHI BOLTE HO KYU NAHI SAMJHATE TE HO O LOG KORNE BALE HINDU SONATONI HE AESE ME AP LOG AK SOBD NAHI BOLTE HO KYU KYA AP BHI TO SAMIL TO NAHI AP LOG MAHA DHONGI MAHA MOT LO BI HO AP JANTE HO JATIBAD BANA ROHE A HE ASLI BAT APNE NA APKI BHOGBAN BHI NAHI BACAYA HAME BABASAHEB NA BACAYA SAMJHA Y SOMJHAU KOM SE AJ TO ABAJ KORNA THA LEKIN DOBAL DHOLKI BAJANA HE GOPODI JI JOBAB DO
अत्यंत सरल सार्थक विवेक पूर्ण संबोधन
पुज्य स्वामी जी सादर नमस्ते
ईश्वर की आज्ञा का पालन करते हुए
सत्य और न्याय का आचरण करना, जिसमें पक्षपात न हो.🙏
जी सादर अभिवादन नमो नमः
स्वामी सच्चिदानंद जी महाराज पर ईश्वर की कृपा हमेशा बनी रहे।
आप दीर्घायु हो महाराज जी। ❤❤
🚩जय भारत।
ओम् नमस्ते आचार्य जींजय आर्यावर्त
मनु महाराज के सदाचार के आचरण के अलावा सच्चे धार्मिक समाज की रक्षा विश्व में ना कभी हुई ,ना अब हो पा रही है और ना कभी होगी। खैर हिन्दू तो धार्मिक है हि नहीं। धार्मिक समाज रहे या ना रहे हिन्दू का कुछ नहीं बिगड़ता। हम धार्मिकों के बलिदान का चिन्तन कर रहे हैं।
सत्य बोले और धर्म का आचरण करैं धन्यवाद।। स्वामी सच्चिदानंद जी महाराज को सादर नमस्ते।। ओम्।।
Thanks sir
जियो और जीने दो यही धर्म है।क्या करने योग्य है क्या नही करने योग्य है। ऐसी धारणा वाला ही धार्मिक है।
Swami ji ko kotti kotti Naman
Jai jai ho baba
नमस्ते जी🙏 कैथल हरियाणा
Aap Sahi hai fir bhi jagru rahna chahiye.
Sadhu Sadhu
Grihasth Ashram me rahte huye kaise Pavitra raha jaaye , yahi Kshatra Dharm hai as per Shreemad Bhagwat Geeta Adhay 02 Shloka 31 & 38.
🎉 खाना पीना सोना ही धर्म नहीं है। जन्म मरण से छूटना ही मनुष्य का परम धर्म है। जन्म मरण से कब छूटेगा। जब सत्य के संपर्क में आएगा। सत्य क्या है। सत्य ही परमात्मा है। और झूठा संसार है। झूठ में सच कभी नहीं हो सकता।
अर्थात संसार जगत में सर्व व्यापक परमात्मा कभी नहीं हो सकता। जो इसका भेद बताए उन्हें ही सतगुरुकहते हैं।
Swami Ji pranam Om aapka Jo pravachan bahut hi Sundar hai Swami ji
Aadi sristi me pratham eswari vani jo risiyo ke dwara suni gai wahi dharm hai us prabhu ki aagya ka palan karna dharmhai (kantheswar maharaj)
Guruji aapke yahan koi Nadi vaidya hon to jaroor btana humain
Saral bhasa sacchi baat kyokee ishwar bhav dekhta h
आपकी वाणी में आक्रोश नजर आ रहा है अच्छा नही लगा आपने जो भी कहा
SAR DOLIT ADIBASI KO AJ CHUA CHUT UC NIC BHED BHAO JATIBAD HOTA HE AP KAHA ROHETE HO KYU NAHI BOLTE HO KYU NAHI SAMJHATE TE HO O LOG KORNE BALE HINDU SONATONI HE AESE ME AP LOG AK SOBD NAHI BOLTE HO KYU KYA AP BHI TO SAMIL TO NAHI AP LOG MAHA DHONGI MAHA MOT LO BI HO AP JANTE HO JATIBAD BANA ROHE A HE ASLI BAT APNE NA APKI BHOGBAN BHI NAHI BACAYA HAME BABASAHEB NA BACAYA SAMJHA Y SOMJHAU KOM SE AJ TO ABAJ KORNA THA LEKIN DOBAL DHOLKI BAJANA HE GOPODI JI JOBAB DO
Charan sparsh Swami Ji Maharaj