बढ़िया वीडियो है, मैं बहुत सारे प्रश्न पूछना चाहता था लेकिन मैं व्यक्तिगत रूप से चाहता हूं कि आप अपना काम पूरा करें और पहले 10 महाविद्या प्लेलिस्ट पूरी करें
आनंद लेते रहिए विडीओ का। वो तो निरंतर चलता रहेगा। बहुत सवाल हैं वो भी साथ साथ आएँगे। आप सवाल पूछ लीजिए वरना वो समय में खो जाएगा। महाविद्या में अभी बहुत समय हैं। धीरे धीरे मैं देता रहूँगा। सवाल आप mail पे भी पूछ सकते हैं।
जय श्री राम आचार्य जी। 🙆🏻♂️ प्रष्न: १. जैसा अपने बताया की " उद्धार होने से हम मनुष्य से गुरु, गुरु से देवता, देवता से ब्रह्मा, ब्रह्मा से विष्णु एवं विष्णु से रुद्र योनी प्राप्त कर सकते है। इतनी विशेष सदगति किस आधार पर मिलती है? परलोक की दिव्य आत्माओं मैं भी क्या निरंतर योग्यता पर प्रतियोगिता होती है? और क्या इतनी बड़ी गद्दी पर से हमे दुर्गति भी मिल सकती है? २. मनवंतर के आरंभ में, कौन सुनिश्चित करते है और किस आधार से तय होते है ऊपर लिखी गई श्रेणी ( रुद्र,ईश्वर,विष्णु, ब्रह्मा) और इनके विपरीत की श्रेणी जो अति निम्न लोक मैं विराजमान है? कृपया ज्ञान प्रकाशित करे।
राम राम 1. सद्गति कर्मों और दिए गए कर्त्तव्यों के उचित निर्वाहन से बनती है... बाकी दो प्रश्नों का उत्तर हाँ है 2. माँ का अव्यक्त स्वरूप...मैंने इसके बारे में बताया है एक दो video में इस चैनल को अधिक से अधिक लोगों के बीच Share करिए ताकि सभी लोग इन बातों का आनंद ले सकें... अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़िए...
Pranaam Aanand lete rahiye.... 🙏 aashaa kartaa hoon aapne saare episode shuru se ek ek karke dhairyapoorvak dekhe hain....unmein aur bhi goodh baatein bataane ka maine prayatna kiyaa hai....unkaa aanand lijiye 🙏
Nahi kaam nahi hai unkaa....vaatsalyata se kabhi sun lein ye ho saktaa hai... kaam nahi unkaa... prakriti chala rahi hain wo....pahle us laayak bannaa hogaa ki wo aapko sunein ya paatrata laani hogi ki wo aapko kuchh sunaa sakein....
प्रणाम आचार्य। मुझे स्वप्न में एक बीज मंत्र मिला था। उसका उचित जाप करने के बाद मुझे दूसरा मंत्र स्वप्न में आज्ञा चक्र पर दिखा। किंतु क्युकी मेरी आस्था और भक्ति पहले वाले मंत्र के मेरे इष्ट देव पर अनेक गुना ज्यादा है तो मैंने दूसरे मंत्र को करना उतना उचित नहीं समझा। उसके बाद जीवन में थोड़ा उथल पथल हुआ। मुझे योग्य सलाह लेने क्या करना चाहिए और कहा जाना चहिए । मेरे गुरु मेरे इष्ट देव ही है। और में हर जप की शुरुआत में गुरु, त्रिदेव एवं नवार्ण मंत्र का एक बार आवाहन करता हु। अभी परिस्थितियां ऐसी बनी हुई है की मेरा सवेरे का पूजा क्रम एक निश्चित समय पर नही हो पा रहा। मेरी 7 माह की एक बेटी है और उसका स्वास्थ्य अभी थोड़ा ठीक नही है। जय गुरुदेव।🙏
में स्पष्ट करना चाहूंगा कि में बीज मंत्र साथ में आए वैसा मेरे इष्ट देव का सम्पूर्ण मंत्र का जाप पूजा के दौरान करता हु। केवल बीज मंत्र में जब मन शांत होता है तब इष्ट का मानसिक ध्यान कर के करता हु।
राम राम👏👏 प्रणाम🙏🙏🌼🌼 चरण स्पर्श💐💐💐💐 भगवन् गुरु दिक्षा में जो गुरु जी द्वारा मंत्र दिया जाता है वो भी किलीत होता है या नहीं, कृपया मार्ग दर्शन करिये। आपसे एक निवेदन ओर है पितरों पर एक विडियो गहराई से समझाने की कृपा करें। 🙏🙏
राम राम प्रणाम कृपया मेरे चरण स्पर्श ना करें 🙏🏻 मैंने पहले भी बताया है कि गुरु ही मंत्र देंगे और गुरु ही मंत्र का निष्किलन करके देंगे। ये अधिकार उन्हें ही है। गुरु के द्वारा दिया हुआ मंत्र ही सर्वोपरि है। पितरों के विडीओ समय आने पे ही दूँगा। उनके बारे में ऐसे सार्वजनिक रूप से कभी भी नहीं बोल सकते।🙏🏻
🙏🏻 aapke paas bhi itna hi hai.... aapko bhi sab pata hai...apne aavarano par kaam kariye. Aasha kartaa hoon ki aapne saare episodes dekhe hain...maine aur bhi kai saari goodh baaton ko bataane ka prayatn kiyaa hai.... agar ye channel aapko pasand aa rahaa hai to ise adhik se adhik logo tak pahuchaiye taaki sabhi in baaton ka aanand le sakein.... judte rahiye aur aanand lete rahiye.
@@tathaastu.online indirectly hi bata dijiye aur Maine aapse bohot months pehle ...kuldevta , gram devta, sthan devta , isht devta ke upar videos banane ke liye bola tha , aab Tak nahi banai
प्रभु जी आपके दीक्षा और श्री गुरू परम्परा क्या है कृप्या कुछ जानकारी प्रदान करने की कृपा करें क्या हम जैसे अधम भी इससे जुड़ सकते हैं 🕉️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🕉️
आप अधम हैं ये आपको किसने बोला? कोई भी दीक्षा में रोड़ा व्यक्ति की वृत्ति, प्रवृत्ति, स्मृति, मायिक आवरण, प्रारब्ध यही सब होते हैं। वरना साधना का अधिकार सबको है। कर्मों के अनुसार बस कुल और परम्परा का निर्धारण होता है। सभी परम्परा सबके लिए नहीं बनी है। आपके लिए जो उचित है वही परम्परा आपको मिलेगी। कोई छोटा बड़ा नहीं होता। सभी परम्परा एक ही उद्देश्य से भगवान की ही स्तुति कर रहे हैं अलग अलग पद्धति से। हाँ उसमें जिसको जैसा कार्य व अधिकार मिला है वैसा उसका स्थान है। जैसे एक commerce का ग्रैजूएट CA बनकर जो काम करेगा उसमें उसकी तुलना एक physics के PhD से कैसे सम्भव है। भले ही PhD की डिग्री काफ़ी ऊपर आती हो education tree में और PhD ग्रैजूएट्स की संख्या अत्यंत ही कम हो। पर क्या वो एक CA को रिप्लेस कर सकता है? या एक फ़ार्मा के डिग्री होल्डर को जो उन दोनों को ही अपनी दुकान में दवाई दे रहा है। इस संसार में सभी का महत्व बराबर का है।
He says aap Guru ko nahi dhundh sakte. Guru apko dhundhte hai. Bus ek su patra shishya banne ka prayas karna hai hume. Fir Guru swayam hi hume dhundh lenge ❤️
@technicalandcomputergyan4523 Kshama kariyegaa ye sambhav nahi hai 🙏🏻 bhagwaan se praarthana kariye ki wo aapko ek uchit Guru se milaaein. aapke prashna ya doubts mujhe mail pe likh sakte hain agar meri kshamata mein rahaa to avashya uskaa uttar doongaa
@tathagatthakur6548 sahi ek baat aur dhoondhne ke baad bhi turant deekshaa nahi hogi... pahle to aapko kathin test se guzarna hogaa... ho saktaa hai wo bhi kai saaal tak aaye huye shishya ko dutkaar ke bhagaa de aur koi bhi deekshaa na de. Waise ye bhi person to person vary karta hai. aapke karmo pe praarabdh pe aur bhi kaafi factors hain.
Mahavidya se pitradosh nahi theek karte hain. Balki pitra dosh raha to koi bhi aapko mahavidya sadhana nahi dega... pitra dosh nahi hai tabhi mahavidya ki sadhana sambhav hai..... Pitra dosh door karne ke doosre tareeke hain.... Trayambeshwar mein narayan bali aur naag bali hoti hai.... usse pitra dosh ko door kiyaa jaataa hai... aap wahaan jaakar ye kar sakte hain... 3 din ki puja hai aapko bahut aanand aayegaa ...aap chaahein to mujhe mail kar sakte hain main aapko guide kar doongaa.
Raam Raam Kaliyug mein ram ka naam hi ekmaatra aisa mantra hai jo keelit nahi hai....... and Namaste is not a mantra ye ek sambodhan bhi hai aur poorak bhi. नम: + ते = नमस्ते (विसर्ग सन्धि) Namah is not a mantra.
Kaun kyaa banaa ye jaankar aapko kyaa laabh hogaa....vidhaataa kise kaun sa kaam denge ye jaan na humaaraa kaam nahi hai.... pahle khud ko theek se jaan lein fir kisi aur ko jaan ne ka prayaas karnaa chaahiye
I am so sorry I forgot this question though it was asked by 3-4 people. What do you expect in that video as there must be a lot of source where Kunjika Stotra can be heard or read easily.
Maine ye Kab kaha ki moksha nahi hai? Maine ye bataayaa hai ki moksha ka arth kyaa hai... moksha, Nirvaan, kaivalya ye teeno hi aatmabodh, aur param staya ki avasthaayein hain....tabhi to nirvaan k baad bauddho ki process Jaino ke process se different hai....ye dono ek alag alag marg follow karte hain..... satya ke bas ansh hai ye.....aur Gautam Buddha ne kabhi nahi kahaa ki ab mujhe moksha mil gaya...dikhaa dijiye ki kahin kahaa ho to
With this reply do watch this episode where I explained few deeper aspects of knowing the things:- ruclips.net/video/PwhNp-E8BaM/видео.html Reply:- ispar aage video doongaa... par jaisa main hameshaa kahtaa hoon ki koi be pustak ya granth praarabh mein nahi padhnaa chaahiye pahle saadhana kariye.....kyonki agar aapki paatrata nahi hogi to texts padh kar aap misinterpret karke vikrut dhaarna banaa ke ulta aur satya se aap door ho jaayenge... . let sadhana lead you not the texts or explanation written by any one as any explanation is second hand knowledge (including mine). However I only give some reference from texts rest I totally rely on my first hand knowledge and experiences....ek baar aapki saadhana roop le le to fir aap padh sakte hain par wo bhi aap original texts padhiye bhale hi aapko sanskrit samajh na aaye....samay bitaaiye uske saath aapki paatrata ke anusaar aap avashya hi grahan karenge...... Bhagwaan ki sharan mein jaaiye wahi uchit marg dikhaate hain.
Grahst jivan me rehne vale ,kya unke liye koi adhyatm me jane ka koi marg nahi, vishesh kar mahilao ke liye ,anumati hi nahi hoti Or naam jaap kitna or kese karya karta hai
बढ़िया वीडियो है, मैं बहुत सारे प्रश्न पूछना चाहता था लेकिन मैं व्यक्तिगत रूप से चाहता हूं कि आप अपना काम पूरा करें और पहले 10 महाविद्या प्लेलिस्ट पूरी करें
आनंद लेते रहिए विडीओ का।
वो तो निरंतर चलता रहेगा। बहुत सवाल हैं वो भी साथ साथ आएँगे। आप सवाल पूछ लीजिए वरना वो समय में खो जाएगा। महाविद्या में अभी बहुत समय हैं। धीरे धीरे मैं देता रहूँगा। सवाल आप mail पे भी पूछ सकते हैं।
@@tathaastu.online ji
Everyone please like, share and Subscribe ❤
🙏🏻
जय श्री राम आचार्य जी। 🙆🏻♂️
प्रष्न:
१. जैसा अपने बताया की " उद्धार होने से हम मनुष्य से गुरु, गुरु से देवता, देवता से ब्रह्मा, ब्रह्मा से विष्णु एवं विष्णु से रुद्र योनी प्राप्त कर सकते है। इतनी विशेष सदगति किस आधार पर मिलती है? परलोक की दिव्य आत्माओं मैं भी क्या निरंतर योग्यता पर प्रतियोगिता होती है? और क्या इतनी बड़ी गद्दी पर से हमे दुर्गति भी मिल सकती है?
२. मनवंतर के आरंभ में, कौन सुनिश्चित करते है और किस आधार से तय होते है ऊपर लिखी गई श्रेणी ( रुद्र,ईश्वर,विष्णु, ब्रह्मा) और इनके विपरीत की श्रेणी जो अति निम्न लोक मैं विराजमान है?
कृपया ज्ञान प्रकाशित करे।
राम राम
1. सद्गति कर्मों और दिए गए कर्त्तव्यों के उचित निर्वाहन से बनती है... बाकी दो प्रश्नों का उत्तर हाँ है
2. माँ का अव्यक्त स्वरूप...मैंने इसके बारे में बताया है एक दो video में
इस चैनल को अधिक से अधिक लोगों के बीच Share करिए ताकि सभी लोग इन बातों का आनंद ले सकें... अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़िए...
अद्भुत ज्ञानवर्धक भईया जी ❤️
आनन्द लेते रहिए। अगर कोई प्रश्न है तो आप पूछ सकते हैं।
Sabhawapurvak Pranam adbhut prastuti
Pranaam
Aanand lete rahiye....
🙏 aashaa kartaa hoon aapne saare episode shuru se ek ek karke dhairyapoorvak dekhe hain....unmein aur bhi goodh baatein bataane ka maine prayatna kiyaa hai....unkaa aanand lijiye 🙏
जय श्री राम हर हर महादेव
Ram Ram
Baten to bahut hain but application un baton ka ho tabhi upyogi hogi
Nahi to Ma to Ma hain aur yaad karne se bacchon ki baten sunana unka kaam hai
Nahi kaam nahi hai unkaa....vaatsalyata se kabhi sun lein ye ho saktaa hai... kaam nahi unkaa... prakriti chala rahi hain wo....pahle us laayak bannaa hogaa ki wo aapko sunein ya paatrata laani hogi ki wo aapko kuchh sunaa sakein....
Application k liye hi shri vidya series ko praarambh kiyaa hai 2 mahine pahle
प्रणाम आचार्य। मुझे स्वप्न में एक बीज मंत्र मिला था। उसका उचित जाप करने के बाद मुझे दूसरा मंत्र स्वप्न में आज्ञा चक्र पर दिखा। किंतु क्युकी मेरी आस्था और भक्ति पहले वाले मंत्र के मेरे इष्ट देव पर अनेक गुना ज्यादा है तो मैंने दूसरे मंत्र को करना उतना उचित नहीं समझा। उसके बाद जीवन में थोड़ा उथल पथल हुआ। मुझे योग्य सलाह लेने क्या करना चाहिए और कहा जाना चहिए । मेरे गुरु मेरे इष्ट देव ही है। और में हर जप की शुरुआत में गुरु, त्रिदेव एवं नवार्ण मंत्र का एक बार आवाहन करता हु। अभी परिस्थितियां ऐसी बनी हुई है की मेरा सवेरे का पूजा क्रम एक निश्चित समय पर नही हो पा रहा। मेरी 7 माह की एक बेटी है और उसका स्वास्थ्य अभी थोड़ा ठीक नही है।
जय गुरुदेव।🙏
में स्पष्ट करना चाहूंगा कि में बीज मंत्र साथ में आए वैसा मेरे इष्ट देव का सम्पूर्ण मंत्र का जाप पूजा के दौरान करता हु। केवल बीज मंत्र में जब मन शांत होता है तब इष्ट का मानसिक ध्यान कर के करता हु।
और दूसरी स्पष्टता यह की दूसरा मंत्र मेरे इष्टदेव का नही है।
आप मुझे mail पर contact करिए
Online.tathaastu@gmail.com
आचार्य जी मंत्र उच्चारण पर वीडियो बनाया ना🙏
मैंने आपके इस वाक्य का उत्तर दिया है।
Gaytri maata ki puri jaankari or rahasya ki video bhi banay
Haan ye list mein hai...is par aage video doongaa main....kai baar logo ne poochhaa hai
राम राम👏👏
प्रणाम🙏🙏🌼🌼
चरण स्पर्श💐💐💐💐
भगवन् गुरु दिक्षा में जो गुरु जी द्वारा मंत्र दिया जाता है वो भी किलीत होता है या नहीं, कृपया मार्ग दर्शन करिये। आपसे एक निवेदन ओर है पितरों पर एक विडियो गहराई से समझाने की कृपा करें। 🙏🙏
राम राम
प्रणाम
कृपया मेरे चरण स्पर्श ना करें 🙏🏻
मैंने पहले भी बताया है कि गुरु ही मंत्र देंगे और गुरु ही मंत्र का निष्किलन करके देंगे। ये अधिकार उन्हें ही है। गुरु के द्वारा दिया हुआ मंत्र ही सर्वोपरि है। पितरों के विडीओ समय आने पे ही दूँगा। उनके बारे में ऐसे सार्वजनिक रूप से कभी भी नहीं बोल सकते।🙏🏻
Knowledge to hai presentation is proper
🙏🏻 aapke paas bhi itna hi hai.... aapko bhi sab pata hai...apne aavarano par kaam kariye. Aasha kartaa hoon ki aapne saare episodes dekhe hain...maine aur bhi kai saari goodh baaton ko bataane ka prayatn kiyaa hai.... agar ye channel aapko pasand aa rahaa hai to ise adhik se adhik logo tak pahuchaiye taaki sabhi in baaton ka aanand le sakein.... judte rahiye aur aanand lete rahiye.
9:08 पितरों के topic ko aur jyada expand karke batiye , ये कुछ नया topic था, !
ये बातें खुल के public में नहीं बताई जाती।
@@tathaastu.online indirectly hi bata dijiye aur Maine aapse bohot months pehle ...kuldevta , gram devta, sthan devta , isht devta ke upar videos banane ke liye bola tha , aab Tak nahi banai
haan miss ho gaya... kshama 🙏🏻.... main jald hi banaaoongaa..latest sawaal jo aate hain aur itne mails mein kabhi kabhi miss ho jataa hai.
प्रभु जी आपके दीक्षा और श्री गुरू परम्परा क्या है कृप्या कुछ जानकारी प्रदान करने की कृपा करें क्या हम जैसे अधम भी इससे जुड़ सकते हैं 🕉️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🕉️
आप अधम हैं ये आपको किसने बोला? कोई भी दीक्षा में रोड़ा व्यक्ति की वृत्ति, प्रवृत्ति, स्मृति, मायिक आवरण, प्रारब्ध यही सब होते हैं। वरना साधना का अधिकार सबको है। कर्मों के अनुसार बस कुल और परम्परा का निर्धारण होता है। सभी परम्परा सबके लिए नहीं बनी है। आपके लिए जो उचित है वही परम्परा आपको मिलेगी। कोई छोटा बड़ा नहीं होता। सभी परम्परा एक ही उद्देश्य से भगवान की ही स्तुति कर रहे हैं अलग अलग पद्धति से। हाँ उसमें जिसको जैसा कार्य व अधिकार मिला है वैसा उसका स्थान है। जैसे एक commerce का ग्रैजूएट CA बनकर जो काम करेगा उसमें उसकी तुलना एक physics के PhD से कैसे सम्भव है। भले ही PhD की डिग्री काफ़ी ऊपर आती हो education tree में और PhD ग्रैजूएट्स की संख्या अत्यंत ही कम हो। पर क्या वो एक CA को रिप्लेस कर सकता है? या एक फ़ार्मा के डिग्री होल्डर को जो उन दोनों को ही अपनी दुकान में दवाई दे रहा है। इस संसार में सभी का महत्व बराबर का है।
Sir y sb ho hi rha h phhrr . Kaise start hua frr ek hi jgh pr kaun h to chala rha h kyuki wo apni hi place p h hum cycle m h bs
Physically space and time sabhi par apply nahi hota...kaal bhi created hai....kaal mool tatva nahi hai....kaal maya ka ang hai
🙏🙏🙏pranam 🙏🙏🙏
pranaam🙏🏻
Acharya dev apse diksha kse liya jai ???
हा हम ऐसे गुण कैसे विकसित कर सकते हैं
He says aap Guru ko nahi dhundh sakte. Guru apko dhundhte hai. Bus ek su patra shishya banne ka prayas karna hai hume. Fir Guru swayam hi hume dhundh lenge ❤️
@technicalandcomputergyan4523
Kshama kariyegaa ye sambhav nahi hai 🙏🏻
bhagwaan se praarthana kariye ki wo aapko ek uchit Guru se milaaein.
aapke prashna ya doubts mujhe mail pe likh sakte hain agar meri kshamata mein rahaa to avashya uskaa uttar doongaa
@indravir.official
यह सारे गुण आपमें हैं बस आप आपकी आध्यात्मिक यात्रा चालू रखिए धीरे धीरे सभी उस ओर बढ़ते ही हैं
@tathagatthakur6548
sahi
ek baat aur dhoondhne ke baad bhi turant deekshaa nahi hogi... pahle to aapko kathin test se guzarna hogaa... ho saktaa hai wo bhi kai saaal tak aaye huye shishya ko dutkaar ke bhagaa de aur koi bhi deekshaa na de.
Waise ye bhi person to person vary karta hai. aapke karmo pe praarabdh pe aur bhi kaafi factors hain.
Chakra k beej mantra kr skte h?
Uddeshya kyaa hai?
Pitra dosh family me kaise theek Kiya ja sakta hai kon si mahavidhya se prarthna kare?
Mahavidya se pitradosh nahi theek karte hain. Balki pitra dosh raha to koi bhi aapko mahavidya sadhana nahi dega... pitra dosh nahi hai tabhi mahavidya ki sadhana sambhav hai..... Pitra dosh door karne ke doosre tareeke hain.... Trayambeshwar mein narayan bali aur naag bali hoti hai.... usse pitra dosh ko door kiyaa jaataa hai... aap wahaan jaakar ye kar sakte hain... 3 din ki puja hai aapko bahut aanand aayegaa ...aap chaahein to mujhe mail kar sakte hain main aapko guide kar doongaa.
Ram ram, parmatma ke namaste ka bhi uttkillan karna jaruri hai kya ?
Raam Raam
Kaliyug mein ram ka naam hi ekmaatra aisa mantra hai jo keelit nahi hai....... and Namaste is not a mantra ye ek sambodhan bhi hai aur poorak bhi. नम: + ते = नमस्ते (विसर्ग सन्धि) Namah is not a mantra.
Par Ramakrishna paramhansa jaise log Aur baaki sab enlightened log kya devata hain?
Kaun kyaa banaa ye jaankar aapko kyaa laabh hogaa....vidhaataa kise kaun sa kaam denge ye jaan na humaaraa kaam nahi hai.... pahle khud ko theek se jaan lein fir kisi aur ko jaan ne ka prayaas karnaa chaahiye
Ram ram, please make video on kunjikastotram.
I am so sorry I forgot this question though it was asked by 3-4 people. What do you expect in that video as there must be a lot of source where Kunjika Stotra can be heard or read easily.
Thankyou
you still havent mentioned what exactly you want to know in that .
Aisi deeksha kahan le skate hai? 🙏🏽
Deeksha aisi hi hoti hai.... goodh baatein bataane waale kam hain bas
Agar moksha nahi hota to fir Buddha ka nirvan aur Mahavir ka kaivalya kya hai?
Maine ye Kab kaha ki moksha nahi hai? Maine ye bataayaa hai ki moksha ka arth kyaa hai... moksha, Nirvaan, kaivalya ye teeno hi aatmabodh, aur param staya ki avasthaayein hain....tabhi to nirvaan k baad bauddho ki process Jaino ke process se different hai....ye dono ek alag alag marg follow karte hain..... satya ke bas ansh hai ye.....aur Gautam Buddha ne kabhi nahi kahaa ki ab mujhe moksha mil gaya...dikhaa dijiye ki kahin kahaa ho to
शाबर मन्त्रों पर आपका क्या विचार हे कृपिया इसपर भी वीडियो बना कर बतायें
ठीक है। आगे आने वाले दिनों में इसपर भी विडीओ दूँगा।
धन्यवाद
Raam naam ke mahatav kya he ???
Aage ke videos mein hai jaankaari
Explain Sankhy yog by Kapil
With this reply do watch this episode where I explained few deeper aspects of knowing the things:- ruclips.net/video/PwhNp-E8BaM/видео.html
Reply:-
ispar aage video doongaa... par jaisa main hameshaa kahtaa hoon ki koi be pustak ya granth praarabh mein nahi padhnaa chaahiye pahle saadhana kariye.....kyonki agar aapki paatrata nahi hogi to texts padh kar aap misinterpret karke vikrut dhaarna banaa ke ulta aur satya se aap door ho jaayenge... . let sadhana lead you not the texts or explanation written by any one as any explanation is second hand knowledge (including mine). However I only give some reference from texts rest I totally rely on my first hand knowledge and experiences....ek baar aapki saadhana roop le le to fir aap padh sakte hain par wo bhi aap original texts padhiye bhale hi aapko sanskrit samajh na aaye....samay bitaaiye uske saath aapki paatrata ke anusaar aap avashya hi grahan karenge...... Bhagwaan ki sharan mein jaaiye wahi uchit marg dikhaate hain.
Grahst jivan me rehne vale ,kya unke liye koi adhyatm me jane ka koi marg nahi, vishesh kar mahilao ke liye ,anumati hi nahi hoti
Or naam jaap kitna or kese karya karta hai
Membership lekar aap saadhana ki or agrasar hone ke liye prayaas kar sakte hain
Naam jap ka kya Koi spiritual benefit nahi hai?
Kyaa benefit ki baat kar rahe hain? Aur spiritual word ka matlab kyaa hai?