subhash chandra bose || azad hind fauj || History of modern india
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- Опубликовано: 31 авг 2020
- correction-
The name of the father of Subhash Chandra Bose - Jankinath Bose
#subhash_chandra_bose
history of modern india
आधुनिक भारत का इतिहास
कौन थे सुभाष चंद्र बोस?
सुभाष चंद्र बोस भारत के सबसे प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे।
बंगाल के प्रांत कटक में एक संपन्न परिवार में पैदा हुए। उन्होंने कलकत्ता में दर्शनशास्त्र में एक डिग्री प्राप्त की थी। सुभाष चंद्र बोस को भारतीय सिविल सेवा (ICS) के लिए चुना गया था, लेकिन उन्होंने ब्रिटिश सरकार की सेवा नहीं करने के कारण सेवा लेने से इनकार कर दिया।
1921 में बोस भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (28 दिसंबर, 1885 को गठित) में शामिल हुए। उन्होंने 'स्वराज' नामक एक समाचार पत्र भी शुरू किया।
वह अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष थे और बंगाल राज्य कांग्रेस के सचिव भी थे। 1924 में, वे कलकत्ता नगर निगम के सीईओ बने। 1930 में वे कलकत्ता के मेयर बने।
बोस ने ‘द इंडियन स्ट्रगल’ पुस्तक लिखी, जिसमें 1920 से 1942 तक भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को शामिल किया गया था। इस पुस्तक पर ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रतिबंध लगा दिया गया था।
उन्होंने 'जय हिंद' शब्द गढ़ा। उनके करिश्मे और शक्तिशाली व्यक्तित्व ने कई लोगों को स्वतंत्रता संग्राम में प्रेरित किया और भारतीयों को प्रेरित करना जारी रखा। उन्हें नेताजी कहा जाता था।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सुभाष चंद्र बोस की भूमिका
बोस को 1925 में राष्ट्रवादी गतिविधियों के लिए मांडले में जेल भेज दिया गया। वह 1927 में रिहा हुए और INC के महासचिव बने। उन्होंने जवाहरलाल नेहरू (14 नवंबर - 1889 को जन्मे) के साथ काम किया और दोनों कांग्रेस पार्टी के युवा नेता बन गए, जो लोगों में लोकप्रियता हासिल कर रहे थे। उन्होंने पूर्ण स्वराज की वकालत की और इसे हासिल करने के लिए बल प्रयोग के पक्ष में थे। गांधी के साथ उनके मतभेद थे और वे स्वतंत्रता के लिए एक उपकरण के रूप में अहिंसा के लिए उत्सुक नहीं थे। बोस 1939 में पार्टी के अध्यक्ष चुने गए, लेकिन गांधी के समर्थकों के साथ मतभेद के कारण उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया।
बोस की विचारधारा समाजवाद और वामपंथी अधिनायकवाद की ओर झुकी। उन्होंने 1939 में कांग्रेस के भीतर एक धड़े के रूप में ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक का गठन किया।
द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत में, बोस ने युद्ध में घसीटने से पहले भारतीयों से परामर्श न करने के लिए सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उन्हें तब गिरफ्तार किया गया था जब उन्होंने कलकत्ता के ब्लैक होल के स्मारक को हटाने के लिए कलकत्ता में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था।
उसे कुछ दिनों के बाद रिहा कर दिया गया था लेकिन उसे निगरानी में रखा गया था। फिर उन्होंने 1941 में अफगानिस्तान और सोवियत संघ के माध्यम से जर्मनी से देश से अपना पलायन किया। उन्होंने पहले यूरोप की यात्रा की थी और भारतीय छात्रों और यूरोपीय राजनीतिक नेताओं के साथ मुलाकात की थी।
जर्मनी में, वह नाजी नेताओं के साथ मिले और स्वतंत्रता हासिल करने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष करने की उम्मीद की। उन्हें धुरी शक्तियों से दोस्ती की उम्मीद थी क्योंकि वे उनके 'दुश्मन', अंग्रेजों के खिलाफ थे।
उन्होंने लगभग 4500 भारतीय सैनिकों में से भारतीय सेना की स्थापना की, जो ब्रिटिश सेना में थे और उन्हें उत्तरी अफ्रीका के जर्मनों द्वारा बंदी बना लिया गया था।
1943 में, उन्होंने आज़ाद हिंद के लिए जर्मन समर्थन से निराश होकर जापान के लिए जर्मनी छोड़ दिया।
जापान में बोस के आगमन ने भारतीय राष्ट्रीय सेना (आज़ाद हिंद फौज) को पुनर्जीवित किया जो पहले जापानी मदद से बनाई गई थी।
आज़ाद हिंद या आज़ाद भारत की अनंतिम सरकार को बोस के साथ सरकार के निर्वासन के रूप में स्थापित किया गया था। इसका मुख्यालय सिंगापुर में था। आईएनए इसकी सेना थी।
बोस ने अपने उग्र भाषणों से सैनिकों को प्रेरित किया। उनका प्रसिद्ध उद्धरण है, "मुझे खून दो, और मैं तुम्हें आजादी दूंगा!"
INA ने पूर्वोत्तर भारत के अपने आक्रमण में जापानी सेना का समर्थन किया और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर भी नियंत्रण कर लिया। हालांकि, उन्हें 1944 में कोहिमा और इंफाल की लड़ाई के बाद ब्रिटिश सेना द्वारा पीछे हटने के लिए मजबूर किया गया था।
बोस की मृत्यु थर्ड-डिग्री बर्न से हुई, जो उन्हें 18 अगस्त 1945 को ताइवान में एक विमान दुर्घटना में हुई थी।
हालांकि, भारत में कई लोगों ने यह मानने से इनकार कर दिया कि उनकी मृत्यु हो गई है।
History of Modern India, Indian National Movements
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तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूँगा। हर एक हिंदुस्तानी की रगों में उबाल और जोश भर देना वाला नारा। सुभाष चंद्र बोस अमर रहे। जय हिंद
✍️✍️खुद से जीतने की जिद है खुद को ही हराना है मै भीड़ नहीं हूं दुनिया की मेरे अंदर एक जमाना है।
बेरोजगार युवा...🙏🏼🙏🏼
सर , पढ़ाते तो बहुत है पर आप जैसा एक सीक्वेंस में कोई नहीं पढ़ाता
So thanks sir ji
✍️✍️खुद से जीतने की जिद है खुद को ही हराना है मै भीड़ नहीं हूं दुनिया की मेरे अंदर एक जमाना है।
बेरोजगार युवा...🙏🏼🙏🏼
42:24 हरिपुरा गुजरात में है और त्रिपुरी मध्यप्रदेश में है।
1921 में CR दास को अध्यक्ष बनना था पर वो जेल में थे तो हाकिम अजमल खान ने अध्यक्षता की थी
👍
CR दास फिर 1922 मैं अध्यक्ष बने
Right 👍
1922 me gaya me bane
Sir 1st time itihas pd rha hu lekin fir bhi aapke padhane ke trike se pura smj aa rha h bahut lecture deke youtube pe lekin aapke jitna details me koi nhi padata sir ak din aapka channel india me top pe hoga agar yhi trika rha pdane ka to
Thank u sirji🙏
Bahut bahut dhanyawad srimaan aapka aabhar rahega 😊
correction-
The name of the father of Subhash Chandra Bosh - Jankinath Bose
Sir ji 132 number class kahan gaya
Sir I request you please
Geography me nadi tantra and agriculture ka class padha dijiye
Your Student and fan Ranjan Kumar
Sir plz geography v complete kra dijye
Thanks
Sir m telegram ke madhyam se boot sare study groups m apka channel share kri hu ☺☺☺☺
त्रिपुरी अधिवेशन
समय --1939
स्थान -- त्रिपुरी ( म. प. जबलपुर)
आधयक्ष -- सुभाष चन्द्र बोस
विशेष -- सुभाष चन्द्र बोस ने पट्टाभि सीता रमैया को पराजित किया था ।
I am from mp
From MP
Unique lecture
Last 10 minutes are really awasome sir...love from westbengal
Mind blowing teacher of history classes
Bhut accha laga sir aaj ka class-Thanks sir
Great👍👍👍👏👏👏👏👏
Thankku so much gurudev 🙏🏻🙏🏻❣️🙏🏻❣️🙏🏻❣️
Bahut sundar sir
Great teacher of india🇮🇳 sir
Great sir
बहुत सुन्दर
Niceeeeeee classss sirrrrr
Great sir ji
जय हिन्द सर जी
Thanks guruji
Thanks for this video sir
U r great sir aap jaisa koi nhi
Sir is awesome
गजब सर,thank you 🙏🙏
Tezi se aage badh rha hai hamara favourite channel...doston
Krishna sir ki Mehnat rang laayegi
धन्यवाद सर
जल जाता है वो दिए की तरह,
कई जीवन रोशन कर जाता है।
कुछ इसी तरह से हर गुरु,
अपना फर्ज निभाता है।
अज्ञान को मिटा कर,
ज्ञान का दीपक जलाया है।
गुरु कृपा से मैंने,
ये अनमोल शिक्षा पाया है।
जिसे देता है हर व्यक्ति सम्मान,
जो करता है वीरों का निर्माण।
जो बनाता है इंसान को इंसान,
ऐसे गुरु को हम करते हैं प्रणाम।
Aapka Prabhakar!!!!!
You are great sir
thnku sir
You are amazing sir ji
Excellent command on subject
Thanks you sir
Thankyou sir
इतने दिनों बाद एक और बेहतर अध्यापक मिला आप की भाषा शैली और शोध प्रशंसनीय है l
Yes sir, a baat to hai, nahi to kai to sirf 1 minute me hi 100 baar sirf like dabane ki baat hi karte hai..samjh nhi aata pdha rha hai ya dhamki de rha hai..unaca......wale
Thanku sir ji
Thank you so much sir 🙏🏾🙏🏾🙏🏾
Thanks sir
bahut bahut dhyanwaad sir
Thankyou guru ji 🙏❤️
Dhanyawad Sir 🙏🙏🙏
Nice sir
Thanku sir
*दिसंबर-1929 लाहौर अधिवेशन*
अध्यक्ष - JLनेहरू( पहले गांधीजी एवम सरदार पटेल को अध्यक्षा के लिए नामांकित किए गए थे लेकिन युवा नेता को अध्यक्ष बनाने के लिए दोनो ने अपना नाम वापस ले कर JL नेहरू को अध्यक्षता दी।)
(ये अधिवेशन में सुभाष चंद्र बोस द्वारा समांतर सरकार बनाने की बात रखी थी। लेकिन अस्वीकृत हो गई थी ।)
(26 जनवरी 1930 में प्रथम बार स्वतंत्र दिन मनाया गया था ।)
Thanks sir Ji 🙏👍🙏👍🙏👍👍🙏👍🙏🙏👍👍🙏
nice sir
Very very good lecture
Thanks sir you are great
Bahut accha padhate h aap
Kal aap video Nahi laye to hame aapki sehad ki चिंता होने लगी थी
धन्यवाद सर जी
आपकी इस सेवा के लिए
sadar charan sparsh sir ji
Sir you are the best teacher on RUclips tube
सिंध और उड़ीसा नए प्रांत बनाये गये थे
Superb sir and thanku so much sir for this explaination
Most welcome
Pranaam sir 🙏
Thank you ❤️😊💙😊😊 sir
Thunk you sir
❤
Nice
Thank you 🙏 Sir 😊
mahan Ho guruji
प्रणाम गुरूजी 🙏🙏🙏
भारत शासन अधिनियम 1935 के तहत दो राज्यों को मान्यता दी गई ब्रिटिश भारत के अंदर
मुंबई से अलग करके सिंध
बंगाल से अलग करके उड़ीसा
That's great guruver❤❤❤
😊
thanks ser
Jay hind
Always rock
Jai guru Dev
👍👍
Maja aa gaya sir jee
Thank you guruji for your support and the required material used for exams 🙂☺️🙂☺️🙂☺️🙂
Right👍👍
Sir I am you big fan ,you r my ideol.i watch all video of you,these video are much helpful for me.
Jai bhim
thanks
sir Quit moment of india ka part-5, or class 132 ka video nhi h channel par,, note adhuri h, waise v *History* class me 5 videos available nhi h, margdarshan kre 🙏🙏🙏🙏🙏🙏😑😌😌😌😌😌😌😌
❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏🙏
🔥🔥🔥🔥
जय भारत माता ❤🙏💯🌺🇮🇳
জয় ভারতবর্ষ ❤🙏💯🌺🇮🇳
Jai bharatvarsh ❤🙏💯🌺🇮🇳
I salute to
1st pm of Hindustan (Bharatvarsh), real father of the Nation, our national hero Netaji Subhash Chandra Bose ❤🙏💯🌺🇮🇳
Jai hind, Bandemataram ❤🙏💯🌺🇮🇳🔱
Sir ap ke class ka koi mere pas jawab nahi hai
Ap ka pura class ki hai history ka
waah sir apke lecture pad kar bahut gud knowledge mil rha hai
✍️✍️खुद से जीतने की जिद है खुद को ही हराना है मै भीड़ नहीं हूं दुनिया की मेरे अंदर एक जमाना है।
बेरोजगार युवा...🙏🏼🙏🏼
🙏
Splendid performance. Superb lecture.
आपके चरण कहाँ है ? आप सच मे बहुत अच्छा समझाते हैं
5:22 भारत शासन अधिनियम 1935 के तहत उड़ीसा और सिंध दो नए प्रांत बनाया गया था
सर आप काफी गहराई में चले जाते है
Class continue kijiye 🙏 sir
Ji sir
आप kon सा marker use karte h sir
Sir plz geography v complete kra dijye
Namaste sir🙏
Good afternoon sir
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
😊👌👌👌👌👌🙏🙏🙏🙏😊😊😊😊
1929 लाहौर अधिवेशन - जे एल नेहरू( अध्यक्ष)
Sir 132 no vedio nhi show ho rhi, plz upload kr dijiye..🙏🙏
त्रिपुरी मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में नर्मदा नदी के तट पर स्थित एक गांव है इसे प्राचीनकाल में तेवर के नाम से भी जाना जाता था यह प्राचीनकाल में कल्चुरी वंश की राजधानी रह चुका है यहां 1939 का कांग्रेस का अधिवेशन संपन्न हुआ था
15:40
भारत शासन अधिनियम 1935 के तहत सिंध तथा उड़ीसा दो नए प्रांतों का गठन किया गया था
Sir video 132 aadhunik bhart Ka itihash upload ho gyi h kya agr ho gyi h to sir plzz btayiye mil nhi rhi ???🙏🙏
Sir ji medieval history padha digiye🙏🙏
Subhas Chandra Bose was an Indian nationalist who is rememberd for his active and agressive role in Indian freedom struggle. ... He provided leadership to the Indian National Army after he went to Japan in 1943. Subhas Chandra Bose also founded the Provisional Government of Free India at Singapore on 21 October 1943.