#श्री_सीता_राम_विवाह_महोत्सव_बैकुंठपुर_बिठुर_गंगा

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 25 ноя 2024

Комментарии • 11

  • @ManojKumar-p3i5h
    @ManojKumar-p3i5h 3 дня назад +1

    नरेशजी का वर्तमान समय में कोई जोड़ नहीं है पुराना लोहा है

  • @Ankur-sm9nw
    @Ankur-sm9nw 9 дней назад +2

    Jai shree Ram

  • @r.kshukla3479
    @r.kshukla3479 9 дней назад +2

    Ram leela me nritya bahut kam hona chahiye

    • @Titukanpuri
      @Titukanpuri  9 дней назад

      बात बिल्कुल सही है
      पर कुछ कमेटी ही ऐसी है
      कलाकार बेचारे क्या करें
      सब जगह एक जैसे लोग नहीं है भाई

    • @Titukanpuri
      @Titukanpuri  9 дней назад

      पर बिठूर में बहुत कम हुआ ऐसी बहुत सी जगह है जहां बहुत नाच होता है

  • @shuklaprinters5123
    @shuklaprinters5123 9 дней назад +1

    श्री राम जी की लीला में, ग्राम बैकुंठपुर ब्राह्मण बाहुल्य क्षेत्र में नृत्य को वरीयता देना, सनातन धर्म को कलंकित करता है।

    • @Titukanpuri
      @Titukanpuri  9 дней назад

      इतना मनोरंजन तो सब जगह होता है भैय्या क्या करोगे फिर भी बहुत सीमित डान्स हुआ है

    • @shuklaprinters5123
      @shuklaprinters5123 9 дней назад +1

      आदरणीय मनोरंजन की एक परिध का ध्यान रखना चाहिए, मैंने देखा नृत्यांगना के साथ हमारे बन्धुजन भी नृत्य कर रहे थे, ये हम लोगों को शोभा नहीं देता भाई जी क्षमा करें।

  • @jagdambaprasadtiwari2539
    @jagdambaprasadtiwari2539 8 дней назад +1

    ' कनसुरा गा रहा है कहाँ से पकड़ कर लाये हो

  • @MISHRA_JI
    @MISHRA_JI 4 часа назад +1

    जनक जी से विशेष आग्रह है रामलीला त्रेता युग की है उसको उसी स्वर के रूप मै रखे आपकी गायकी तो बेस्ट है पर स्वर भाव वो नहीं मिल पा रहा है जो होना चाहिए आप स्वर्गीय मातादीन जी को सुने या आशीष चतुर्वेदी जी को सुने

  • @pawandixit419
    @pawandixit419 7 дней назад +1

    Jai shri ram