Jitne Musafir The Jahan Me Song by Bro.GS.Paul Jacob
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- Опубликовано: 31 окт 2024
- जितने मुसाफिर थे जहाँ मे, उतने चले गए,
मैं भी एक दिन जाऊँगा, और तुम भी आओगे (२)
१. मेरा मेरा कहते कहते उमर हुआ तमाम,
कुछ न रहा कुछ न मिला... रहा न नाम ओ - निशान (२) -
२. घोर अन्धेरा छाया हुआ है, रखेंगे कदम कहाँ,
न चाँद रहेगा, न तारे हमारे... न सुरज रहेगा जहाँ (२)
३. जहाँ का यीशु राजा मुसाफिर बनकर वह मरा,
यीशु बिना (२) किसने कहा मैं फिर से आऊँगा (२)
जितने मुसाफिर........
*Heart touching song*
❤❤❤❤❤❤❤
JMc 👍
Jay Prabhu mashi ki bhaiya
Praise the Lord 🙏
👏👏
This song is written our pastor Anand Abraham a Gond tribe
Where are from Pastor Anand Abraham
I'm Virendra Singh Holkar from faridabad
And where are from Pastor Anand Abraham
🙌meaningful song 🙌
Praise the Lord
Praise the Lord 🙏