कमल शुक्ला जी को सादर सेवा जोहार। बहुत ही साहस के साथ सत्य को उद्घाटित करने के लिए कमल शुक्ला जी को हार्दिक बधाई। तिवारी जी की पत्रकारिता को सलाम। कोई फूलों को मसल सकता है, लेकिन बसन्त आने से रोक नहीं सकता।
यह जनांदोलन खत्म होना भी नहीं चाहिए, माओवाद वर्तमान समय की जरूरत है | जिसकी लाठी उसकी भैंस जैसी इस देश की व्यवस्था में माओवाद जैसा एक सशक्त दबाव समुह का होना बहुत ही जरूरी है |
बात स्मारक को गिराने से नहीं चलेगा बात शांति वार्ता करने की आवश्यकता है और इसका प्रयास किसी के द्वारा नहीं हो रहा है शांति वार्ता ही एक माध्यम है बस्तर में शांति लाने का माध्यम हो सकता है
जिस तरह काले झंडे फहराने से भारतीय लोकतंत्र न खत्म होगा उसी तरह माओवादी स्मारक तोड़ने से माओवाद खत्म न होगा यह सिर्फ सांकेतिक है कि हम तुम्हारे क्षेत्र में हैं
तनखा और विचार की बात कही आदरणीय जी ने और आप वीडियो के सुरवात में कहा कि मैं आदरणीय जी के कुछ बातो से सहमत होकर ये वीडियो में उनको आमंत्रित किए, आपको मैं बस्तर में इतना अच्छा पत्रकार मानता था, आपको आपके जहन में एक बार भी ये सवाल नही आया की आदरणीय जी कह रहे है की लोग जाने और उन्हें सम्मान मिले इसलिए ये शीला नही तोड़नी चाहिए, परंतु जब नकुलनार में 10 जवान और 1 ड्राइवर भाई की शहादत हुई, उसमे जवान के परिजन शहादत शरीर को गांव ले जाने से मना कर दिया। ऐसा क्यों किया, उस भाई को उसकी पैतृक ग्राम में एक मुट्ठी मिट्टी भी नसीब हुई। आप आदरणीय जी से एक सवाल नही किए कि ये जो हुआ वो सही था क्या? शिलालेख होनी चाहिए और उसमे तत्कालीन समय के बोली भाषा के आधार पर लेख भी होनी चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ी सही और गलत को समझे। परंतु आप बिना सवाल किए ऐसे कैसे लौट आए,समझ से परे हैं।
भईया ये अपना चैनल चला रहे है,,अगर ये नक्सल की सत्यता दिखाएंगे,तो इस समय पर पत्रकार महोदय की गर्दन इस स्मारक पर टकी हुईं होती,,इस देश में कोई किसी के हक की लड़ाई नही लड़ रहा,सब अपने अपने घर भर रहे है,,चाहे वो नेता हो या नक्सल
Mai force me hu. Aur Mai khud naksal virodhi abhiyan me laga hua hu magar tiwari bhaiya apki aur shukla.ji ki bato se mai personally sahmat hu. Ladai vicharo se hai. Na ki aapas me chahe vo hum Jawan ho ya vo comrades
Bhaiya pehle aapka aawaz earphone lgane par bas ek he kaan me aa raha tha par jb shukla ji aapke pass aaye aapse baat karne 3:33 par tab dono me aawaj aane lga
तिवारी जी काफी देर कर दी शहीदी सप्ताह वाली जगह तक पहुंचने में, गांव वालों का भरोसा जीतने के बाद पहुंच ही गए आज आप। बस्तर जंक्शन मुकेश भाई ,गणेश भाई लाइव कवरेज किये थे पिछले साल इस जगह से। उम्मीद है इस बार आपको भी नक्सली संगठन बुलायेगा कवरेज के लिए
@@BastarTalkies बड़े भाई तिवारी जी ईश्वर का आशीर्वाद आपके ऊपर है। मैं उत्तर प्रदेश से हूँ और 1400 किमी दूर छत्तीसगढ़ के स्वर्ग बस्तर व आदिवासियों से मिलने उनकी पीड़ा को महसूस करने के लिए पहली बार जुलाई में आऊंगा। आपसे मुलाकात जरूर करूँगा बड़े भाई
App dono hi patrakaron ko mera sadar pranam , sewa johar . Sabse pahle to maovad h kya chij use samjhna hoga ,kyon suru hui thi use janna hoga , phle kya tha aur ab kya h Lekin sabse bada saval to ye h ki hathiyar jisne sarkar ke khilaf aur ,surakcha bal ke khilaf uthaya h vahi naxal h kya ya fir asli naxal koi aur h agar koi aur h to vo kyon nhi pakadata h vo kyon nhi muthbhed men marta h Aur rahi dusri bat to har jagah har vibhagon men niche se uppar tak bharastachari aur lutpat vo bhi ki indairect ,dairect tarike sei ho rahi h to kya ye bhi to naxal nhi
My Viewpoint Existence of Naxalite Memorial proves that their parallel govt rules here and it bolsters that movement. It will also encourage recruitment as the Indian govt loses confidence as it seems weak and coward. That can not be allowed. Therefore Indian police action to destroy Naxal Memorial is right
Ye jhoot bol rha hai..naxal ne naje kitne school's ki building giriyi aur wha ke local Bachho ko apni sena me jabarjasti samil kiya..ye baat sab log jante hai..
@@BastarTalkies 😃😃😃😃हा हा हा आप नाराज मत होना विकास भाई म आपके एक एक शब्द को बहुत ध्यान से सुनता हु ओर समझता भी हु कभी कभी आप सरकार की प्रशंसा करते हो तो सहन नही होता क्या आदमी असे ही तड़प तड़प के मरने के लिए बना है क्या
@@BastarTalkies तिवारी जी आपने पढ़ ली ये बात इस बंदे की। आप भी बस्तर जंक्शन पर नजर रखते हो। इस बंदे ने मुझसे आज शाम को यही बोला था कि तिवारी जी तो कही का वीडियो डाल देते हैं, बस्तर से अलग।
Bai mein aap ki baat sa sahmat nahin hu desh ka khilaaf banduk udhana waalon ka smark kiyon bai no double standard ek taraf aap vikas ki baat karta ho dusre taraf boh sadak nahin banaana deta vikas kasa hoga
कमल शुक्ला जी को सादर सेवा जोहार।
बहुत ही साहस के साथ सत्य को उद्घाटित करने के लिए कमल शुक्ला जी को हार्दिक बधाई। तिवारी जी की पत्रकारिता को सलाम। कोई फूलों को मसल सकता है, लेकिन बसन्त आने से रोक नहीं सकता।
बिल्कुल सहमत हैं आपके विचार से।
जोहर दादा
बिलकुल सही कहा मै इस बात से सहमत हु
कोई आवश्यकता नहीं है ऐसे किसी चीजो का हमारे देश में ।
Amit sah se bada koi naxli nhi h
लोकतंत्र की खूबसूरती इसी मे है सभी लोगों को अपना पक्ष रखना आजादी है
कमल सर जैसा हम नारायणपुर के पत्रकार बोलें तो पुलिस के अधिकारी हमें नक्सली बता कर जेल भेज देंगे। मवोवाद संघटन के हर दस्तावेज सुरक्षित रखना जरूरी है
कमल सुक्ला के जुवान से जो निकला सहि बात है हम उस्से सहमत हु 😮😮😮😮😮
कमल शुक्ला के इस बात से सहमत हू मय भी कभी नही सुना हू कि माओवादी कभी किसी पुलिस के स्मारक धावस्त किये.....
स्मारक को ध्वज नही करते सीधा उसी को खत्म करते है कितने ही बार सुने होंगे
Bahut hi acchi baat Rakhi aap ne Mera bhi yahi soch ta कल के आने वाले पीढ़ी भी यही सोचेगी कि नक्सलियों के स्मारक कैसी थी
स्मारक को सहेज कर रखा जाए। क्योंकि लड़ाई विचारों की है। यह मेरा निजी विचार है। बस्तर में शांति हो।
मैं आपके विचार से सहमत हूँ, वास्तव में स्मारकों को तोड़ने से यह वैचारिक समस्या खत्म नहीं होगी | इन सांकेतिक चीजों को सुरक्षित रखा जाना चाहिए
एक हम ह जो 50000 हजार तनख्वाह लेकर देश भक्त बनते ह ओर दुसरी और नक्सल को देखो जो फ्री मे नक्सलवाद के प्रति समर्पित ह लगता नही के नक्सलवाद खत्म होगा
यह जनांदोलन खत्म होना भी नहीं चाहिए, माओवाद वर्तमान समय की जरूरत है | जिसकी लाठी उसकी भैंस जैसी इस देश की व्यवस्था में माओवाद जैसा एक सशक्त दबाव समुह का होना बहुत ही जरूरी है |
Laal salam
कितना धन उगाही करते है ठेकेदारों से नही पता तुझे
बिलकुल सही कमल दादा आपके बातो पर पूरा सहमत हु ये बात अमित शाह तक पहुंचे,,,,,,तिवारी सर को बहुत बहुत धन्यवाद
बात स्मारक को गिराने से नहीं चलेगा बात शांति वार्ता करने की आवश्यकता है और इसका प्रयास किसी के द्वारा नहीं हो रहा है शांति वार्ता ही एक माध्यम है बस्तर में शांति लाने का माध्यम हो सकता है
हमेशा सही रिपोटिंग सलाम
Aapki bato se hum सहमत है
Reality Dikhane ke liye dhanyvad🙏🙏🙏🙏
कभी दोनो पत्रकार भीड़ गए थे दोनो को साथ देख के अच्छा लगा....❤
कमल जी को सादर सेवा
जिस तरह काले झंडे फहराने से भारतीय लोकतंत्र न खत्म होगा उसी तरह माओवादी स्मारक तोड़ने से माओवाद खत्म न होगा यह सिर्फ सांकेतिक है कि हम तुम्हारे क्षेत्र में हैं
मैं भी इस बात को कई दिनों से सोच रहा था आखिरी में आप इस बात पर की हैं
bahut shandar reporting
Bilkul sahi 🎉🎉
Kamal Dada ko Sahi Baat bolne ke liye tahe dil se namaskar
Bhut bdiya sir ji ..
तनखा और विचार की बात कही आदरणीय जी ने और आप वीडियो के सुरवात में कहा कि मैं आदरणीय जी के कुछ बातो से सहमत होकर ये वीडियो में उनको आमंत्रित किए, आपको मैं बस्तर में इतना अच्छा पत्रकार मानता था, आपको आपके जहन में एक बार भी ये सवाल नही आया की आदरणीय जी कह रहे है की लोग जाने और उन्हें सम्मान मिले इसलिए ये शीला नही तोड़नी चाहिए, परंतु जब नकुलनार में 10 जवान और 1 ड्राइवर भाई की शहादत हुई, उसमे जवान के परिजन शहादत शरीर को गांव ले जाने से मना कर दिया। ऐसा क्यों किया, उस भाई को उसकी पैतृक ग्राम में एक मुट्ठी मिट्टी भी नसीब हुई। आप आदरणीय जी से एक सवाल नही किए कि ये जो हुआ वो सही था क्या? शिलालेख होनी चाहिए और उसमे तत्कालीन समय के बोली भाषा के आधार पर लेख भी होनी चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ी सही और गलत को समझे। परंतु आप बिना सवाल किए ऐसे कैसे लौट आए,समझ से परे हैं।
भईया ये अपना चैनल चला रहे है,,अगर ये नक्सल की सत्यता दिखाएंगे,तो इस समय पर पत्रकार महोदय की गर्दन इस स्मारक पर टकी हुईं होती,,इस देश में कोई किसी के हक की लड़ाई नही लड़ रहा,सब अपने अपने घर भर रहे है,,चाहे वो नेता हो या नक्सल
Mai force me hu. Aur Mai khud naksal virodhi abhiyan me laga hua hu magar tiwari bhaiya apki aur shukla.ji ki bato se mai personally sahmat hu. Ladai vicharo se hai. Na ki aapas me chahe vo hum Jawan ho ya vo comrades
सही बात है दादा
सहमत
कमल शुक्ला जी,राज्य सरकार या केंद्र सरकार को आपही सुझाव दिजीये की ये काम करणेसे नॅक्सल वाद खतम या कम हो जाएगा,
I love you Prakash ji 👍👍
Sahi baat hai
इस जगह का प्रोग्राम देख चूका हूं मूकेश चंद्राकर ने रीपोर्ट कीया था 🙏🏼
Kamala Dada parallel hai
Bhaiya pehle aapka aawaz earphone lgane par bas ek he kaan me aa raha tha par jb shukla ji aapke pass aaye aapse baat karne 3:33 par tab dono me aawaj aane lga
❤❤❤❤❤❤
Smark ko nahi todna chahiya
Naxalwad aane wala new pidhiyon ke liye aitihaasik rahega kon sahi aur kon galt thi pata chalega. Jay Adivasi Jay mulnbasi🙏🙏🙏
हे स्मारक उखाड फेक देना चाहिये
स्मारक गिराना शायद ग़लत है,,,
तिवारी जी काफी देर कर दी शहीदी सप्ताह वाली जगह तक पहुंचने में, गांव वालों का भरोसा जीतने के बाद पहुंच ही गए आज आप।
बस्तर जंक्शन मुकेश भाई ,गणेश भाई लाइव कवरेज किये थे पिछले साल इस जगह से। उम्मीद है इस बार आपको भी नक्सली संगठन बुलायेगा कवरेज के लिए
उस वक़्त मैं भी जा रहा था पर सुकमा की ओर से जा रहा था तो रास्ते मे नदी की वजह से जा नहीं पाया था
@@BastarTalkies बड़े भाई तिवारी जी ईश्वर का आशीर्वाद आपके ऊपर है। मैं उत्तर प्रदेश से हूँ और 1400 किमी दूर छत्तीसगढ़ के स्वर्ग बस्तर व आदिवासियों से मिलने उनकी पीड़ा को महसूस करने के लिए पहली बार जुलाई में आऊंगा।
आपसे मुलाकात जरूर करूँगा बड़े भाई
जब् नक्सली के द्वारा स्कूल , रोड़, बस को तोड़ते हैं तो ठीक है क्या
Hamm thik hai...... Deforestation cause global environmental destruction
Sir kya aap humko traninng dene..ptrkarika ka
Aaj new thing samhz aai actually who is worng is not conform
Ram ram dada
नक्सल स्मारक को नहीं तोड़ना चाहिए 🙏
సూపర్
Yes
Fast view
App dono hi patrakaron ko mera sadar pranam , sewa johar .
Sabse pahle to maovad h kya chij use samjhna hoga ,kyon suru hui thi use janna hoga , phle kya tha aur ab kya h
Lekin sabse bada saval to ye h ki hathiyar jisne sarkar ke khilaf aur ,surakcha bal ke khilaf uthaya h vahi naxal h kya ya fir asli naxal koi aur h agar koi aur h to vo kyon nhi pakadata h vo kyon nhi muthbhed men marta h
Aur rahi dusri bat to har jagah har vibhagon men niche se uppar tak bharastachari aur lutpat vo bhi ki indairect ,dairect tarike sei ho rahi h to
kya ye bhi to naxal nhi
✊️✊️🚩🚩
इतना बड़े स्मारक बनते समय पुलिस कहा था
Usi ne banaya h 😂
Tivari ji mukeshchandrakar bhai ne yha gya tha
Kaise camera man ko rakhe ho bhiya 😂
सह मत है
Namaskar sir ji
देखो कहि पर भ्रष्टचार नहीं किया गया है
शहिदी सप्ताह कब है?कृपया, पत्ता थोडा ठीक से बताए स्मारक कहा है.!
Sarkar ko pahle sistem ke andar ke brastachar ko pahle khatm kare
Junglon mein to baaghi rahte hai chor lootere to parliament mein hai Panshing Tomar
My Viewpoint
Existence of Naxalite
Memorial proves that
their parallel govt rules
here and it bolsters that
movement. It will also
encourage recruitment
as the Indian govt loses
confidence as it seems
weak and coward. That
can not be allowed.
Therefore Indian police
action to destroy Naxal
Memorial is right
Ye patarkar ya naxli
Sanhi karta hai Police
Ye jhoot bol rha hai..naxal ne naje kitne school's ki building giriyi aur wha ke local
Bachho ko apni sena me jabarjasti samil kiya..ye baat sab log jante hai..
Esy torna nahe chahey kuwke unony unka jomenkyley jan dey hy
तिरंगा कलर में रंग दिया जाना चाहिए।
Thanka lena aur bichar ke sath chalna bahut alag hai ll sarkar barastachar hai aur sena thanasah hai 😂😂
नमस्ते विकास भाई बेहद खूबसूरत रिपोर्टिंग ये स्मारक तो बहुत अन्दर मे ह यहा तो बहुत से नक्सल ने शहीदी सप्ताह मनाया गया था
मैं तो कुछ भी वीडियो डालता हूँ 🤣🤣
@@BastarTalkies 😃😃😃😃हा हा हा आप नाराज मत होना विकास भाई म आपके एक एक शब्द को बहुत ध्यान से सुनता हु ओर समझता भी हु कभी कभी आप सरकार की प्रशंसा करते हो तो सहन नही होता क्या आदमी असे ही तड़प तड़प के मरने के लिए बना है क्या
@@BastarTalkies तिवारी जी आपने पढ़ ली ये बात इस बंदे की। आप भी बस्तर जंक्शन पर नजर रखते हो। इस बंदे ने मुझसे आज शाम को यही बोला था कि तिवारी जी तो कही का वीडियो डाल देते हैं, बस्तर से अलग।
Jis samay naxalvadi karykram kar rahe the isi smark me usko bastar jungson wale dad dikhaye the
Marne ke badd kya khatra ha
Rɪɢʜᴛ sɪʀ
Police 😂😂😂
Your right
कैमरा वाला। भैया जरा अपना हाथ हटा देना
Bai mein aap ki baat sa sahmat nahin hu desh ka khilaaf banduk udhana waalon ka smark kiyon bai no double standard ek taraf aap vikas ki baat karta ho dusre taraf boh sadak nahin banaana deta vikas kasa hoga
Kuch to gadbad hei.
ज़मीन के लिए लड़ रहे हैं आप का जमीन नहीं है क्या
Bhai ek din kurta paja pahan ka eepoting karo maa aap faan hu
सरकार स्मारकों न तोड़ें बल्कि उसका कलर चेंज कर दे।
ये बुढ्ढा नक्षल का साथी है क्या
Aare bhai tum to pura Amit Saha ka piche padeho.
Naxali soch haavi hai senior journalist pr
Baster jasksan you Taber Wale Puri video dale
ESI jagah ka naxasali log ka
Ye smarak todne se naxaliyon ka manobal to tod sakte hain na ji
Super talkies is buster talkies
Sahi baat hai