मैं बिहार का रहने वाला हूं, दिल्ली रहता हूँ। उत्तराखंड खूब घूमा हूं, इसलिए उत्तराखंड के भूगोल को खूब समझता हूं। आप जिस तरह से वहां की नैसर्गिक सुषमा को दिखाते हैं, वो काबिले तारीफ है। आपके ब्लॉग्स की सबसे खास बात है इसकी सादगी। इसकी सादगी ही इसको खास बनाती है । वीडियो में कोई शोर शराबा नहीं, कोई हिलाना डुलाना नहीं। बहुत स्थिर वीडियो होते हैं आपके। और बैकग्राउंड में एक सुकून भरा म्यूजिक जो दिल्ली में भी पहाड़ों में होने का एहसास कराती है। भले ही मैं आपके इस वीडियो में कमेंट कर रहा हूं पर लगभग पिछले एक साल से मैं आपके सारे वीडियो देखता हूँ और मुझे सारे बेहद पसंद आए हैं। आपका कोटि कोटी धन्यवाद। बस एक आग्रह है कि आप इसकी सादकी बरकरार रखें
इतनी बेहतरीन प्रतिक्रिया देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद । और मैं प्रयास करूंगा आपकी आशाओं पर खरा उतरूँ और आगे भी उतरता रहूं फिर से बहुत बहुत धन्यवाद
नमस्कार जी मैं पिछले एक साल से वीडियो देख रहा हूं मैं यूपी आगरा से हूं मुझे पहाड़ी जगह बहुत पसंद है आपकी वीडियो बहुत अच्छी होती है मैं आपकी वीडियो को काफी पसंद करता हूं
बेटा जी विद्यार्थी जीवन में उत्तरकाशी से धारचूला जाते हुये और धारचूला से वापस उत्तरकाशी आते हुये इस मार्ग का बहुत आनन्द लिया है । बहुत खूबसूरत यादे हैं । उडियारी बैन्ड में अपने बहिन , भाईयों और मौसी जी के साथ कई बार नाश्ता / खाना किया है। लगता है जैसे कल की ही तो बात है। धन्यवाद बेटा ।😊😊
आप बहुत सुन्दर काम कर रहे हैं । पहाड की यात्रा ही नहीं करवा रहे हैं बल्कि लोगों को उनकी संस्कृति से भी जोड रहे हैं । मैंने आजादी से अब तक अपने पहाड के बड़े भाग को संवरते और उजडते भी देखा है । सोचता हूं आपसै कुछ चर्चा भी करूं यदि अपना नाम और मोबाइल नंबर दें तो
आपकी विडियो पहाड़ से वास्तविक रूप से रूबरू करवाती हैं........ आदरणीय पद्मश्री (डा०) शेखर पाठक जी ने अपने कुछ जुझारू और समर्पित साथियों को लेकर आज से 50 साल पहले...... अपने पहाड़ को जानने और समझने के लिए, एक पैदल यात्रा अस्कोट से आराकोट तक प्रारम्भ की थी........ 1974 ई० में शुरू यह यात्रा प्रत्येक दस वर्ष में होती रही........ और इस यात्रा द्वारा पहाड़ की समस्याओं से........ पहाड़ के सौन्दर्य से सभी को परिचित करवाया जाता रहा......... इस पैदल यात्रा का लिखित विवरण भी रखा जाता था....... इस अस्कोट से आराकोट की यात्रा ने पहाड़ की वास्तविक स्थिति से सभी को रू-ब-रू करवाया......... वर्तमान के डिजिटल युग में आप भी वैसा ही कुछ कर रहे हैं......... आप भी पहाड़ के गांवों की समस्याओं से......... पहाड़ की वास्तविकता से हम सभी को रू-ब-रू करवा रहे हैं.......... इस नेक कार्य के लिए आपकी जितनी भी तारीफ करें, वह कम है.......... जहां लाखों यू ट्यूबर........ मैंने क्या खाया....... मैंने क्या पहना......... और मैं कहां घूमा जैसी...... बेमतलब बातें समाज में प्रसारित कर रहे हैं.......... वहीं आप अपनी विडियो द्वारा पहाड़ की पहाड़ जैसी समस्याओं को दिखा रहे हैं......... आपका इस पुनीत कार्य के लिए कोटि-कोटि आभार........
पांडे जी पैलागन मै आपका ब्लोग देखता हू पहाड़ की याद दिलाती है मैने पहले वाले ब्लोग मै आपको लिखा था कि एक बार आप जालडी अंगडियागडा बैगनियागडा का ब्लाग दिखा दीजियेगा रोड राईआगर शातशिलिग से जालडी तक जाती है पलायन का मुख्य कारण क्या है यह आपके ब्लोग के माध्यम से पता चलेगा जब पोखरी गये थे धन्यवाद
MAI BANGALI HU KOLKATA RAIHANE-WALA , APP KA VLOG DEKHRA HU, YA PROBLEM SERF UTTERAKHAND KA PROBLEM NEHI HAI BANGAL KA PROBLEM VI HAI, PURA INDIA KA CULTURAL PROBLEM HAI, YEA SAB GALAT CULTURE BOLLYWOOD KA GALAT CULTURE PURA YUBA SAMAJ KA DIL ME GHUSAYA JATA HAI. JAI UTTERAKHAND, BHARAT MA KI JAI.
आज के समय मै लोगों के पास पैसे हो गए साब कोई भी बस की सवारी नहीं करना चाहता है सबको घर से घर तक सवारी करनी है छोटी गाड़ियों मै पहले से बस मै यात्री आते जाते थे होटलों मै खूब भीड़ रहती थी पर अब ज्यादा पर्सनल वाहन है और बाकी लोग टैक्सी मै
Udiyari ban d ko sat siling ke nam se bhi jana jata hai yaha sse two kilomitar par kadiya khan hai jaha par niche Mera nanihai hai sat siling ak parik hai jis me ak siling ka. Ped Kai. Ak mandir hai chota may apko 55 ears ki bat bata raha hou namaskar kadiya khan ke niche udiyari gav hai mye gav ka nam udiyari hai chori hai kav Pani hai ye gav ke nam hai mye lu cknow me sarvis karta hou raj bhavan u.p. me namaskar
नमस्कार, पांडे,जी, आपका, बहुत बहुत, धन्यवाद,जो,आप,हमे,पहाड,के,इतने, अच्छा, बीडीओ,दीखाते,है, धन्यवाद,आपका,
मैं बिहार का रहने वाला हूं, दिल्ली रहता हूँ। उत्तराखंड खूब घूमा हूं, इसलिए उत्तराखंड के भूगोल को खूब समझता हूं। आप जिस तरह से वहां की नैसर्गिक सुषमा को दिखाते हैं, वो काबिले तारीफ है। आपके ब्लॉग्स की सबसे खास बात है इसकी सादगी। इसकी सादगी ही इसको खास बनाती है । वीडियो में कोई शोर शराबा नहीं, कोई हिलाना डुलाना नहीं। बहुत स्थिर वीडियो होते हैं आपके। और बैकग्राउंड में एक सुकून भरा म्यूजिक जो दिल्ली में भी पहाड़ों में होने का एहसास कराती है। भले ही मैं आपके इस वीडियो में कमेंट कर रहा हूं पर लगभग पिछले एक साल से मैं आपके सारे वीडियो देखता हूँ और मुझे सारे बेहद पसंद आए हैं। आपका कोटि कोटी धन्यवाद। बस एक आग्रह है कि आप इसकी सादकी बरकरार रखें
इतनी बेहतरीन प्रतिक्रिया देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद ।
और मैं प्रयास करूंगा आपकी आशाओं पर खरा उतरूँ और आगे भी उतरता रहूं
फिर से बहुत बहुत धन्यवाद
👍
Very nice and informative vedio.
Bahut sunder
शानदार प्रस्तुति
Bahot badi choo ❤❤
नमस्कार जी मैं पिछले एक साल से वीडियो देख रहा हूं मैं यूपी आगरा से हूं मुझे पहाड़ी जगह बहुत पसंद है आपकी वीडियो बहुत अच्छी होती है मैं आपकी वीडियो को काफी पसंद करता हूं
Bahut khoobsurat najare , sahi mai uttrakhand jannat hi hai
वाह सुंदर नजारा यहां तो आना जाना लगा रहता था कॉलेज आने जाने का रास्ता हुआ ये
beautiful presentation 🎉
🙏, behad khoobsurat nazaron ke saath kisi bhi sthal/vishye ka parichay aur puran jaankari dene ka aapka behtar dhang....bahut badhiya....👍
बहुत खूबसूरत नज़ारे भैया जी||❤❤🙏🙏
बहुत बड़ियां ❤
पांडे भाई साहब आपके बोलने का तरीका बहुत सही है मैं हिमाचल प्रदेश से हूं, आपकी विडियो देखती हूं ,बहुत सुंदर वीडियो बनाते आप ,🙏🙏
Very.nice.video.
Nice videos, new subscriber
बहुत सुंदर ब्लॉग खुश रहो ♥️🥰
Bachpan ki yaad dila dete hain pandey ji
Very good
Namaskar Pandey ji aapka blog bahut hi badhiya hote hai ji or rahi bat shah ji ka kahana 100/ bilku shi hai 🙏🙏
Pandey ji your every blog is unique....
Apki awaz doordarshan si lagti ha
मनीष भाई का धमाकेदार इंटरव्यू
Yar padijue ap bachpan se sari yandei taja kar dete ho thanks
Very very nice bloging pandey ji
Wah ji kya bat h
😂❤❤❤❤❤❤❤❤❤
सुंदर गांव का जीवन अच्छा लगता हैं आपका हर वीडीओ मै देखता हूं अच्छा लगता हैं
बेटा जी विद्यार्थी जीवन में उत्तरकाशी से धारचूला जाते हुये और धारचूला से वापस उत्तरकाशी आते हुये इस मार्ग का बहुत आनन्द लिया है । बहुत खूबसूरत यादे हैं । उडियारी बैन्ड में अपने बहिन , भाईयों और मौसी जी के साथ कई बार नाश्ता / खाना किया है। लगता है जैसे कल की ही तो बात है। धन्यवाद बेटा ।😊😊
मेरे तरफ से आपको भी चाचा जी को भी प्रणाम 🎉🎉🎉❤❤ मेरी फोटक लगाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
बहुत ही सुन्दर स्थान। जय देव भूमि उत्तराखंड 🙏🙏
आप बहुत सुन्दर काम कर रहे हैं । पहाड की यात्रा ही नहीं करवा रहे हैं बल्कि लोगों को उनकी संस्कृति से भी जोड रहे हैं । मैंने आजादी से अब तक अपने पहाड के बड़े भाग को संवरते और उजडते भी देखा है । सोचता हूं आपसै कुछ चर्चा भी करूं यदि अपना नाम और मोबाइल नंबर दें तो
Very nice video
मै सी जी हूं मुझे आपके ब्लोग बहुत अच्छे लगते हैं, मेरा सारी टेंसन, थकान, खत्म हो जाती है
आप जो यूट्यूबर हैं, वीडियो में बोल रहे हो, आपकी बोलने की भाषा शैली में माधूर्य रस और सम्मोहक है। आपको सरस्वती का बरद हस्त प्राप्त है। शुभकामनाएं ❤🎉
बहुत बहुत सुंदर ❤❤❤❤❤
Thand ke mausam mein subah subah bed pe lete huye aapke pahadon ka video dekhna sukoon deta hai.
नमस्कार पांडे जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद जो आप हमें बहुत सुंदर सुंदर जगह दिखाते हैं।🎉🎉
नमस्कार, पांडे,जी,आपका, बहुत बहुत, धन्यवाद,जो,आप,हमें, बहुत, सुन्दर बीडीओ,दिखाते, है,पहाड़,के, धन्यवाद, आपका,,
Humre ghr thal Jane ka raasta huwa yeh
Love from suyalbari❤❤❤🎉🎉
बहुत सुन्दर ❤
आपकी विडियो पहाड़ से वास्तविक रूप से रूबरू करवाती हैं........
आदरणीय पद्मश्री (डा०) शेखर पाठक जी ने अपने कुछ जुझारू और समर्पित साथियों को लेकर आज से 50 साल पहले...... अपने पहाड़ को जानने और समझने के लिए, एक पैदल यात्रा अस्कोट से आराकोट तक प्रारम्भ की थी........
1974 ई० में शुरू यह यात्रा प्रत्येक दस वर्ष में होती रही........ और इस यात्रा द्वारा पहाड़ की समस्याओं से........ पहाड़ के सौन्दर्य से सभी को परिचित करवाया जाता रहा......... इस पैदल यात्रा का लिखित विवरण भी रखा जाता था.......
इस अस्कोट से आराकोट की यात्रा ने पहाड़ की वास्तविक स्थिति से सभी को रू-ब-रू करवाया.........
वर्तमान के डिजिटल युग में आप भी वैसा ही कुछ कर रहे हैं......... आप भी पहाड़ के गांवों की समस्याओं से......... पहाड़ की वास्तविकता से हम सभी को रू-ब-रू करवा रहे हैं.......... इस नेक कार्य के लिए आपकी जितनी भी तारीफ करें, वह कम है..........
जहां लाखों यू ट्यूबर........ मैंने क्या खाया....... मैंने क्या पहना......... और मैं कहां घूमा जैसी...... बेमतलब बातें समाज में प्रसारित कर रहे हैं.......... वहीं आप अपनी विडियो द्वारा पहाड़ की पहाड़ जैसी समस्याओं को दिखा रहे हैं.........
आपका इस पुनीत कार्य के लिए कोटि-कोटि आभार........
इतनी बेहतरीन प्रतिक्रिया देने के लिए आपका आभार
Panday ji namaskar 🙏🏻
Thanks 🙏
पांडे जी पैलागन मै आपका ब्लोग देखता हू पहाड़ की याद दिलाती है मैने पहले वाले ब्लोग मै आपको लिखा था कि एक बार आप जालडी अंगडियागडा बैगनियागडा का ब्लाग दिखा दीजियेगा रोड राईआगर शातशिलिग से जालडी तक जाती है पलायन का मुख्य कारण क्या है यह आपके ब्लोग के माध्यम से पता चलेगा जब पोखरी गये थे धन्यवाद
Aap kaha Rahate hu Gaon
Ka nama bataoge
पान्डे जी आपकी बीडियो में आपको देखकर कुत्ते बिना भौके शान्त रहते है इसके पीछे क्या तारीफ है ।
वो में ही हूँ
MAI BANGALI HU KOLKATA RAIHANE-WALA , APP KA VLOG DEKHRA HU, YA PROBLEM SERF UTTERAKHAND KA PROBLEM
NEHI HAI BANGAL KA PROBLEM VI HAI, PURA INDIA KA CULTURAL PROBLEM HAI, YEA SAB GALAT CULTURE BOLLYWOOD
KA GALAT CULTURE PURA YUBA SAMAJ KA DIL ME GHUSAYA JATA HAI. JAI UTTERAKHAND, BHARAT MA KI JAI.
आज के समय मै लोगों के पास पैसे हो गए साब कोई भी बस की सवारी नहीं करना चाहता है सबको घर से घर तक सवारी करनी है छोटी गाड़ियों मै पहले से बस मै यात्री आते जाते थे होटलों मै खूब भीड़ रहती थी पर अब ज्यादा पर्सनल वाहन है और बाकी लोग टैक्सी मै
Waah
रिछोडी रिल बनाने के लिए नहीं है जो भी इसका रिल बनाने के लिए उपयोग करते हैं तो उनके लिए खराब शबद ही बोलना चाहिए
पिछौड़ी
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
𝐵𝒽𝓊𝓉 𝒽𝒾 𝓈𝓊𝓃𝒹𝑒𝓇 𝓋𝒾𝒹𝑒𝑜 𝒫𝒶𝓃𝒹𝑒 𝒿𝒾 𝒶𝒶𝓅 𝓀𝑜 𝒹𝑒𝓇 𝓈𝒶𝓇𝒾 𝒷𝒹𝒽𝒶𝒾
Udiyari ban d ko sat siling ke nam se bhi jana jata hai yaha sse two kilomitar par kadiya khan hai jaha par niche Mera nanihai hai sat siling ak parik hai jis me ak siling ka. Ped Kai. Ak mandir hai chota may apko 55 ears ki bat bata raha hou namaskar kadiya khan ke niche udiyari gav hai mye gav ka nam udiyari hai chori hai kav Pani hai ye gav ke nam hai mye lu cknow me sarvis karta hou raj bhavan u.p. me namaskar
बहुत खूबसूरत नज़ारे भैया जी||❤❤🙏🙏