sant Rampal Ji Maharaj ke mangal prvchan सत्संग अवश्य ध्यान से सुनिए सत साहेब जी 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹

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  • Опубликовано: 4 фев 2025

Комментарии • 12

  • @VishalVishwkarma-c3u
    @VishalVishwkarma-c3u 9 дней назад +2

    Jay guru ji

  • @umaverma188
    @umaverma188 8 дней назад +1

    गुरु जी के चरणों में दास का दंडवत प्रणाम 🙏

  • @Ridhavisviral
    @Ridhavisviral 9 дней назад +2

    संत रामपाल जी महाराज से नाम लेने से सब परेशानी दूर हो जाती 💯 है

  • @Surendrabhai75
    @Surendrabhai75 10 дней назад +3

    ❤ram

  • @RamdevDas-p7p
    @RamdevDas-p7p 9 дней назад +2

    बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज कि जय हो

  • @MohanLal-bg1cg
    @MohanLal-bg1cg 5 дней назад

    सतगुरु देव भगवान रामपाल जी महाराज जी को कोटि कोटि दंडवत प्रणाम स्वामी दया करो दाता।

  • @ManSingh-fv8py
    @ManSingh-fv8py 6 дней назад

    संत रामपाल जी पूर्ण भगवान है पूर्ण गुरु है

  • @MohanLal-bg1cg
    @MohanLal-bg1cg 5 дней назад

    जय बंदी छोड़ कबीर साहेब परमात्मा को कोटि कोटि दंडवत प्रणाम स्वामी दया करो दाता है दयालु दाता दया करो।

  • @PujaVishwakarma-sg8uo
    @PujaVishwakarma-sg8uo 9 дней назад +2

    ❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉

  • @RameshVermaBhagatji
    @RameshVermaBhagatji 6 дней назад

    श्रीमद्देवी भागवत के छठे स्कन्ध, अध्याय 10 पृष्ठ 417 के अनुसार ‘‘तीर्थों के जल में स्नान करने से शरीर का मैल तो धुल जाता है, परंतु मन का मैल नहीं धुलता। उसके लिए तत्त्वदर्शी संत का सत्संग सुनना चाहिए। सत्संग चित्तशुद्धि करता है। इसे चित्तशुद्धि तीर्थ कहा जाता है। इसी का समर्थन गीता अध्याय 4 श्लोक 32 व 34 भी करता है।