प्रणाम बाबा जी। काफ़ी दिनों से मैं आपको सुन रहा हुँ। तत्विक विवरण वास्तव में मुझे अपनी आध्यात्मिक समझ से ठीक लगता है। एक शंका है.. उम्मीद है निवारण होगा। ब्रम्ह देहि हो जाने की प्रक्रिया सिद्धि से जुड़ी हुई है। अब वो महापुरुष स्वयं सिद्ध होंगे इसमें मुझे कोई संदेह नहीं है। अब समाधी में जब व्यक्ति आता है वहां अन्य अनुभवों के साथ साथ उनके पूर्व जन्मों की सिद्धियां भी प्रगट होती हैं। और सिद्धियों को अगर प्रयोग कर लिया तो यात्रा वही रुक जाएगी। अब महापुरुष को उनका लक्ष्य तो पता है.. और वो ये भी जानते हैं की बिना ब्रम्ह देहि हुए उन्हें वो सम्पूर्ण लक्ष्य नहीं मिलेगा। ऐसे में यदि शुरू में ही सिद्धि प्रयोग कर शरीर निर्माण कर लिया उन्होंने तो ये यात्रा रुक नहीं जाएगी उनके लिए?? या फिर ये शरीर निर्माण स्वयं प्रभु द्वारा ही किया जायेगा।
इसका सबसे सरल उत्तर है कि वो महापुरुष अपने आप को कर्ता के भाव से मुक्त रखते होंगे और केबल दासता का भाव रखकर जो प्रभु चाहते होंगे विधि तपस्या समाधी भक्ति इन प्रकियायों को वो प्रभु कृपा से संपन्न करते होंगे और बस प्रेम मे डूबे रहते होंगे क्योंकि प्रेम के आगे सब बेकार है तीनो लोको मे 🌹
@@rdvrma भूत,भविष्य,वर्तमान का जिसे ज्ञान हो जाये वही कल्कि भगवान हो जाये,,,। कल्कि कौन है कहाँ है क्या कर रहा है ये जानने की अभिलाषा किसे नही है जिसे सच मे है तो वो चैट करने सामने आ जाये,,,। ❤❤❤ ❤❤❤ जो लक्ष से अनजान हो सच मे वो इंसान अज्ञानी है। मन के अंदर भगवान नही दैत्य राक्षस असुरो का डेरा है। मंदिर मे कैसे भगवान रहे छल कपट का जामे बसेरा है।। पूरी दुनियाँ मे सनातनी हिन्दुओ का खात्मा हो चूका है शेष अब भारत ही बचा है उस देव भूमि अखण्ड भारत के खण्ड खण्ड होते आये हैं,,,। कुछ पाखण्डी कुछ नेता मूढ सत्ता मे यदि अब और आ गये तो सनातन हिन्दू धर्म का राम नाम संम्पूर्ण जगत मे सत्य हो सकता है,,,। जिसे झूठ लाया नही जा सकता,,,। but यैसा कुछ होगा नही चूंकि पुराण, वेद शास्त्रो की माने तो पूर्ण पृथ्वी पर जब दैत्य अपना अधिपत्य स्थापित कर लेते हैं तब वह कैलाश ( कारगिल ) पर पहुंचते है उसी समय से उन सभी मानवता के शत्रु दैत्यो,राक्षसो,असुरो का अंन्त आरम्भ हो जाता है जो धरती पर हो रहा है,,,। दुनियाँ के 56 स्लामिक मुल्को मे हिन्दुओ का नामो निशा तक नही बचा है परन्तु उस धरा के भूँ भाग मे सनातनी धर्मो के अवशेष खुदाई मे भगवान की प्रतिमाएॅ और मंदिर सामने आ रहे है,,,। भगवान और इंसान एक दुजे के पूरक हैं और शैतान मानवता के दुश्मन है,,,। कल्कि दर्शन करना है तो,, भूल कर भी भूल न करना, ताॅज महल मे लाॅश दफन है, शिव मंदिर तेजो महल था, हिन्दू जगत मे ओढे कफ़न है,, भगवान को रहने के लिऐ मन को निर्मल करना होगा,,,। जिसका मन निर्मल होगा उसे भगवान दिखाई देंगे,,,। भगवान के मिलने से अच्छे बुरे कर्मो का अनुभव होता है,,,। मंदिर मस्जिद चर्च आदि पर अधिकांश कब्जा दैत्य और दानवो का है,,,। मुक्तेश्वर महादेव शिवलिंग मक्का मे,,,। तेजोश्वर महादेव शिवलिंग आगरा मे,, । ज्ञानेश्वर महादेव शिवलिंग काशी मे,,,। जुम्मेश्वर महादेव शिवलिंग दिल्ली मे,,,। लक्ष्मणैश्वर महादेव शिवलिंग लखनऊ मे आदि सनातन हिन्दू धर्म के देव विधर्मियो के आधीन है, कारण हमारे भोले बाबा को ही उनसे दैत्यो ने छल से वरदान रुप मे ही मांग लिया और उन्हे बंदी बनाकर धरती पर उत्पात मचाते चले आ रहे हैं,,,। संसार मे सनातन हिन्दुओ के धर्म को भृष्ठ करके उनके द्धारा जप तप हवन पूजन आदि मे विध्न उत्पन्न करते है जिसके द्धारा देवताओ को शक्ति मिलनी बंद हो जाये और वह दैत्य एक मात्र अपना साम्राज्य पृथ्वी पर स्थापित करने मे सफल हो जाये इसी कारण तमाम मंदिरो को तोड़कर मस्जिद बनाई और दुनियाँ मे 90 फीसदी हिन्दू को गैर हिन्दू बनाने मे सफलता हासिल कर गये,,,। शेष बचे सनातन हिन्दुओ अब तुम्हारे पास एक अंतिम विकल्प है कि भगवान नारायण श्रीहरि को अपने ह्दय मे स्थान दो अपने तन मन को मांस मदिरा छल कपट झूठ से बचकर शुद्ध करो भगवान कल्कि तुम्हारी काया मे पृकट होकर शर्वसुख पृदान करेंगे और सभी दैत्य दानवो का शर्वनाश करेंगे,,,। निर्मल तन मन वाले सारे मनुष्य ही संसार मे वह सफेद घोड़े बनेंगे जिन पर सवार होकर भगवान विष्णु अपने दशवे अवतार के रूप में पृकट होंगे जो अजन्मा है कलियुग का अंत करेंगे सतयुग की स्थापना करेंगे,,,। हर हर महादेव जिस घट मे विष्णु होंगे वही सतयुग मे पृवेश करेगा, 67 फीसदी मनुष्यो का दुनियाँ मे अंत होने वाला है,,,। ❤❤❤ संसार का हर प्राणी अपने भाग्य का स्वयं बिधाता है ❤❤❤ कर्मो के ही आधार पर इंसान राम और रावण ( देव व दानव ) की पदवी को प्राप्त करके शृष्टि रचना मे सभी इंसान अपना अपना रोल अदा करते है,,,।
@@rdvrma @rdvrma भूत,भविष्य,वर्तमान का जिसे ज्ञान हो जाये वही कल्कि भगवान हो जाये,,,। कल्कि कौन है कहाँ है क्या कर रहा है ये जानने की अभिलाषा किसे नही है जिसे सच मे है तो वो चैट करने सामने आ जाये,,,। ❤❤❤ ❤❤❤ जो लक्ष से अनजान हो सच मे वो इंसान अज्ञानी है। मन के अंदर भगवान नही दैत्य राक्षस असुरो का डेरा है। मंदिर मे कैसे भगवान रहे छल कपट का जामे बसेरा है।। पूरी दुनियाँ मे सनातनी हिन्दुओ का खात्मा हो चूका है शेष अब भारत ही बचा है उस देव भूमि अखण्ड भारत के खण्ड खण्ड होते आये हैं,,,। कुछ पाखण्डी कुछ नेता मूढ सत्ता मे यदि अब और आ गये तो सनातन हिन्दू धर्म का राम नाम संम्पूर्ण जगत मे सत्य हो सकता है,,,। जिसे झूठ लाया नही जा सकता,,,। but यैसा कुछ होगा नही चूंकि पुराण, वेद शास्त्रो की माने तो पूर्ण पृथ्वी पर जब दैत्य अपना अधिपत्य स्थापित कर लेते हैं तब वह कैलाश ( कारगिल ) पर पहुंचते है उसी समय से उन सभी मानवता के शत्रु दैत्यो,राक्षसो,असुरो का अंन्त आरम्भ हो जाता है जो धरती पर हो रहा है,,,। दुनियाँ के 56 स्लामिक मुल्को मे हिन्दुओ का नामो निशा तक नही बचा है परन्तु उस धरा के भूँ भाग मे सनातनी धर्मो के अवशेष खुदाई मे भगवान की प्रतिमाएॅ और मंदिर सामने आ रहे है,,,। भगवान और इंसान एक दुजे के पूरक हैं और शैतान मानवता के दुश्मन है,,,। कल्कि दर्शन करना है तो,, भूल कर भी भूल न करना, ताॅज महल मे लाॅश दफन है, शिव मंदिर तेजो महल था, हिन्दू जगत मे ओढे कफ़न है,, भगवान को रहने के लिऐ मन को निर्मल करना होगा,,,। जिसका मन निर्मल होगा उसे भगवान दिखाई देंगे,,,। भगवान के मिलने से अच्छे बुरे कर्मो का अनुभव होता है,,,। मंदिर मस्जिद चर्च आदि पर अधिकांश कब्जा दैत्य और दानवो का है,,,। मुक्तेश्वर महादेव शिवलिंग मक्का मे,,,। तेजोश्वर महादेव शिवलिंग आगरा मे,, । ज्ञानेश्वर महादेव शिवलिंग काशी मे,,,। जुम्मेश्वर महादेव शिवलिंग दिल्ली मे,,,। लक्ष्मणैश्वर महादेव शिवलिंग लखनऊ मे आदि सनातन हिन्दू धर्म के देव विधर्मियो के आधीन है, कारण हमारे भोले बाबा को ही उनसे दैत्यो ने छल से वरदान रुप मे ही मांग लिया और उन्हे बंदी बनाकर धरती पर उत्पात मचाते चले आ रहे हैं,,,। संसार मे सनातन हिन्दुओ के धर्म को भृष्ठ करके उनके द्धारा जप तप हवन पूजन आदि मे विध्न उत्पन्न करते है जिसके द्धारा देवताओ को शक्ति मिलनी बंद हो जाये और वह दैत्य एक मात्र अपना साम्राज्य पृथ्वी पर स्थापित करने मे सफल हो जाये इसी कारण तमाम मंदिरो को तोड़कर मस्जिद बनाई और दुनियाँ मे 90 फीसदी हिन्दू को गैर हिन्दू बनाने मे सफलता हासिल कर गये,,,। शेष बचे सनातन हिन्दुओ अब तुम्हारे पास एक अंतिम विकल्प है कि भगवान नारायण श्रीहरि को अपने ह्दय मे स्थान दो अपने तन मन को मांस मदिरा छल कपट झूठ से बचकर शुद्ध करो भगवान कल्कि तुम्हारी काया मे पृकट होकर शर्वसुख पृदान करेंगे और सभी दैत्य दानवो का शर्वनाश करेंगे,,,। निर्मल तन मन वाले सारे मनुष्य ही संसार मे वह सफेद घोड़े बनेंगे जिन पर सवार होकर भगवान विष्णु अपने दशवे अवतार के रूप में पृकट होंगे जो अजन्मा है कलियुग का अंत करेंगे सतयुग की स्थापना करेंगे,,,। हर हर महादेव जिस घट मे विष्णु होंगे वही सतयुग मे पृवेश करेगा, 67 फीसदी मनुष्यो का दुनियाँ मे अंत होने वाला है,,,। ❤❤❤ संसार का हर प्राणी अपने भाग्य का स्वयं बिधाता है ❤❤❤ कर्मो के ही आधार पर इंसान राम और रावण ( देव व दानव ) की पदवी को प्राप्त करके शृष्टि रचना मे सभी इंसान अपना अपना रोल अदा करते है,,,।
🙏शून्ये स्थान में ही भगवान समाधि स्थित रहते हैं। इस स्थान को गुरु नानक ने गुरबानी में "सुन्न समाधि" कहा हे। वहां पर उन का आसन रहता हे। येही बात भगत कबीर जी ने भी कही हे। वही से अनहत नाद आता हे।🙏
सद्भावना,,, मैत्री,,,, करुणा,,, चेतना , का आविष्कार ही है कल्कि अवतार श्री 13 हंस योग दर्शन जो कि भारत सरकार से पेटेंट सस्तुति है जय हिन्द जय विश्व गुरु भारत।।
जगदीश जी सादर अभिवादन आपने कहा पिता पुत्र और पोता एक शरीरी होंगे वास्तविक और सत्य बात है भगवान कल्की के संबंध में आप कह रहे हैं परन्तु एक बात पर गौर अवश्य करें कि आज़ मनुष्य जिन्हें बार-बार कल्की अवतार संबोधन कर रहे हैं क्या वे जगत् में इसी नाम से जानें जाएंगे अथवा भिन्न संबोधन से जो नहीं जानते हैं वे ही इस उपमा से संबोधित करेंगे जिस गुप्त अवतार के संबंध में इतनी चर्चा की जा रही है क्या वे इतने गुप्त है कि कोई उन्हें जान समझ और पहचान नहीं पा रहे हैं सबसे आवश्यक बात युग युग से भगवान जब भी आविर्भूत हुए हैं तब उन्हें सद्गुरू पुरूषोत्तम नाम से पुकारा गया है और पुरूषोत्तम का अर्थ है पुरणकारी पुरुष जो सभी कुछ के वैशिष्ट्यो का पुरण और पोषण करते हैं अंग्रेजी में उन्हें कहते हैं -- fullfilar the best ( सर्वोत्तम पूरणकारी पुरुष ) अब उपरोक्त बातों को सिद्ध करता एक वाणी उनका सुना रहा हूं --" इष्ट गुरु पुरूषोत्तम प्रतीक गुरु वंशधर रेत शरीर में सुप्त रहकर जीवंत निरन्तर" इसलिए उन्होंने आचार्य परम्परा को दिए कारण आचरण सिद्ध आचार्य ही के द्वारा हम उन्हें जान समझ सकते हैं यहां मैं डायरेक्ट उनका नाम कह दूं तो आज़ के अविश्वास भरे युग में जब असंख्य छद्मवेशी अवतार भरे हुए हैं कौन उस abnormally normal grosely follies मनुष्य का विश्वास भरोसा करेंगे फिर ना करके पाने का झोंक प्राप्ति से वंचित कर देगा आप जिस तरह से ज़ोर गले से कह रहे हैं कि वे कोई अद्भुत किंभुतकिमाकार रूप में आविर्भूत नहीं हुए हैं मैं भी वहीं बातें बार-बार दोहराह रहा हूं कि वे सद्गुरू युगपुरूषोत्तम रूप में आविर्भूत हुए हैं जिनका लीला सिक्के के दो पहलूओ की तरह चल रही है जो उनके शरणाश्रित है वे उस सर्वपुरणी को सहजता से पहचान लेंगे जबकि यहां कोई नाम का उल्लेख नहीं है शुरू से ही मेरा मानना है आपके प्रस्तुति के लिए की आप सत्य के निकट है और सत्य का याजन कर रहे हैं 😊 🙏 वन्देपुरूषोत्तमम " शंख चक्री आज़ भी नारायण जन्म लेते है धर्म संस्थापन"
कल्कि अवतार का आविष्कार कल्कि अवतार श्री 13 हंस योग दर्शन जो कि भारत सरकार से पेटेंट सस्तुति है और रचनात्मक भारत में कार्य कर रहे हैं जय हिन्द जय विश्व गुरु भारत।।
Kalki satya mein aayenge yeh kaise jaante ho kitaab ki katha bas kahani ki tara kehna alag baat hai par hakiqat ko mat chedo logo ko murkh banana aur khud bhi murkh mat bano bhagwan ko manna apni apni tarike se thik hai par uska galat prachar karna nahi
विश्व गुरु भारत का,, पेटेंट,, कल्कि अवतार,,विधान,,, संविधान,, धर्म,,, विज्ञान,,, चेतना, विज्ञान योग तकनीक का आविष्कार ही है कल्कि अवतार श्री 13 हंस योग दर्शन जो कि भारत सरकार से पेटेंट सस्तुति है और रचनात्मक भारत में कार्य कर रहे हैं जय हिन्द जय विश्व गुरु भारत।।।
Hai wahi par jagnath bhagwan ke mata ka janam huaa hai laxman ram ya vishakarama ke pita ke rup me ranendta ya jagnath anil ya balaram putra rup me chamar jati janam huaa hai
Brader sab bat satya bola magar 1 bat galat bola hai aairasat nahi wah aairihar ralawe satesan ganga ghat barah rup bhagawan vishanu suar ke rup me puje jate hai jagnatg bhagawa ke mata ka janam huaa hai
Hare Ram hare Ram hare Ram hare Ram hare Ram hare Ram hare Ram hare Ram hare Ram hare Ram hare Ram hare Ram hare Ram hare Ram hare Ram ❤❤❤❤
Prabhu Sri Jagannath maha Prabhu ji ki jai ho pranam prabhu ji❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
चरण स्पर्श सीता राम ❤
No one like kalki according to kalki puran comes now ...
Jai Jagannath Jai Jagannath 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
❤❤❤
🙏
प्रणाम बाबा जी।
काफ़ी दिनों से मैं आपको सुन रहा हुँ। तत्विक विवरण वास्तव में मुझे अपनी आध्यात्मिक समझ से ठीक लगता है। एक शंका है.. उम्मीद है निवारण होगा।
ब्रम्ह देहि हो जाने की प्रक्रिया सिद्धि से जुड़ी हुई है। अब वो महापुरुष स्वयं सिद्ध होंगे इसमें मुझे कोई संदेह नहीं है।
अब समाधी में जब व्यक्ति आता है वहां अन्य अनुभवों के साथ साथ उनके पूर्व जन्मों की सिद्धियां भी प्रगट होती हैं। और सिद्धियों को अगर प्रयोग कर लिया तो यात्रा वही रुक जाएगी।
अब महापुरुष को उनका लक्ष्य तो पता है.. और वो ये भी जानते हैं की बिना ब्रम्ह देहि हुए उन्हें वो सम्पूर्ण लक्ष्य नहीं मिलेगा। ऐसे में यदि शुरू में ही सिद्धि प्रयोग कर शरीर निर्माण कर लिया उन्होंने तो ये यात्रा रुक नहीं जाएगी उनके लिए?? या फिर ये शरीर निर्माण स्वयं प्रभु द्वारा ही किया जायेगा।
इसका सबसे सरल उत्तर है कि वो महापुरुष अपने आप को कर्ता के भाव से मुक्त रखते होंगे और केबल दासता का भाव रखकर जो प्रभु चाहते होंगे विधि तपस्या समाधी भक्ति इन प्रकियायों को वो प्रभु कृपा से संपन्न करते होंगे और बस प्रेम मे डूबे रहते होंगे क्योंकि प्रेम के आगे सब बेकार है तीनो लोको मे 🌹
@@Vaishnava_kalki_888aapne bilkul sahi kha ❤
@@rdvrma भूत,भविष्य,वर्तमान का जिसे ज्ञान हो जाये वही कल्कि भगवान हो जाये,,,।
कल्कि कौन है कहाँ है क्या कर रहा है ये जानने की अभिलाषा किसे नही है जिसे सच मे है तो वो चैट करने सामने आ जाये,,,।
❤❤❤ ❤❤❤
जो लक्ष से अनजान हो
सच मे वो इंसान अज्ञानी है।
मन के अंदर भगवान नही
दैत्य राक्षस असुरो का डेरा है।
मंदिर मे कैसे भगवान रहे
छल कपट का जामे बसेरा है।।
पूरी दुनियाँ मे सनातनी हिन्दुओ का खात्मा हो चूका है शेष अब भारत ही बचा है उस देव भूमि अखण्ड भारत के खण्ड खण्ड होते आये हैं,,,।
कुछ पाखण्डी कुछ नेता मूढ सत्ता मे यदि अब और आ गये तो सनातन हिन्दू धर्म का राम नाम संम्पूर्ण जगत मे सत्य हो सकता है,,,।
जिसे झूठ लाया नही जा सकता,,,।
but यैसा कुछ होगा नही चूंकि पुराण, वेद शास्त्रो की माने तो पूर्ण पृथ्वी पर जब दैत्य अपना अधिपत्य स्थापित कर लेते हैं तब वह कैलाश ( कारगिल ) पर पहुंचते है उसी समय से उन सभी मानवता के शत्रु दैत्यो,राक्षसो,असुरो का अंन्त आरम्भ हो जाता है जो धरती पर हो रहा है,,,।
दुनियाँ के 56 स्लामिक मुल्को मे हिन्दुओ का नामो निशा तक नही बचा है परन्तु उस धरा के भूँ भाग मे सनातनी धर्मो के अवशेष खुदाई मे भगवान की प्रतिमाएॅ और मंदिर सामने आ रहे है,,,।
भगवान और इंसान एक दुजे के पूरक हैं और शैतान मानवता के दुश्मन है,,,।
कल्कि दर्शन करना है तो,,
भूल कर भी भूल न करना, ताॅज महल मे लाॅश दफन है,
शिव मंदिर तेजो महल था, हिन्दू जगत मे ओढे कफ़न है,,
भगवान को रहने के लिऐ मन को निर्मल करना होगा,,,।
जिसका मन निर्मल होगा उसे भगवान दिखाई देंगे,,,।
भगवान के मिलने से अच्छे बुरे कर्मो का अनुभव होता है,,,।
मंदिर मस्जिद चर्च आदि पर अधिकांश कब्जा दैत्य और दानवो का है,,,।
मुक्तेश्वर महादेव शिवलिंग मक्का मे,,,।
तेजोश्वर महादेव शिवलिंग आगरा मे,, ।
ज्ञानेश्वर महादेव शिवलिंग काशी मे,,,।
जुम्मेश्वर महादेव शिवलिंग दिल्ली मे,,,।
लक्ष्मणैश्वर महादेव शिवलिंग लखनऊ मे आदि सनातन हिन्दू धर्म के देव विधर्मियो के आधीन है, कारण हमारे भोले बाबा को ही उनसे दैत्यो ने छल से वरदान रुप मे ही मांग लिया और उन्हे बंदी बनाकर धरती पर उत्पात मचाते चले आ रहे हैं,,,।
संसार मे सनातन हिन्दुओ के धर्म को भृष्ठ करके उनके द्धारा जप तप हवन पूजन आदि मे विध्न उत्पन्न करते है जिसके द्धारा देवताओ को शक्ति मिलनी बंद हो जाये और वह दैत्य एक मात्र अपना साम्राज्य पृथ्वी पर स्थापित करने मे सफल हो जाये इसी कारण तमाम मंदिरो को तोड़कर मस्जिद बनाई और दुनियाँ मे 90 फीसदी हिन्दू को गैर हिन्दू बनाने मे सफलता हासिल कर गये,,,।
शेष बचे सनातन हिन्दुओ अब तुम्हारे पास एक अंतिम विकल्प है कि भगवान नारायण श्रीहरि को अपने ह्दय मे स्थान दो अपने तन मन को मांस मदिरा छल कपट झूठ से बचकर शुद्ध करो भगवान कल्कि तुम्हारी काया मे पृकट होकर शर्वसुख पृदान करेंगे और सभी दैत्य दानवो का शर्वनाश करेंगे,,,।
निर्मल तन मन वाले सारे मनुष्य ही संसार मे वह सफेद घोड़े बनेंगे जिन पर सवार होकर भगवान विष्णु अपने दशवे अवतार के रूप में पृकट होंगे जो अजन्मा है कलियुग का अंत करेंगे सतयुग की स्थापना करेंगे,,,।
हर हर महादेव जिस घट मे विष्णु होंगे वही सतयुग मे पृवेश करेगा, 67 फीसदी मनुष्यो का दुनियाँ मे अंत होने वाला है,,,।
❤❤❤ संसार का हर प्राणी अपने भाग्य का स्वयं बिधाता है ❤❤❤ कर्मो के ही आधार पर इंसान राम और रावण ( देव व दानव ) की पदवी को प्राप्त करके शृष्टि रचना मे सभी इंसान अपना अपना रोल अदा करते है,,,।
@@rdvrma @rdvrma भूत,भविष्य,वर्तमान का जिसे ज्ञान हो जाये वही कल्कि भगवान हो जाये,,,।
कल्कि कौन है कहाँ है क्या कर रहा है ये जानने की अभिलाषा किसे नही है जिसे सच मे है तो वो चैट करने सामने आ जाये,,,।
❤❤❤ ❤❤❤
जो लक्ष से अनजान हो
सच मे वो इंसान अज्ञानी है।
मन के अंदर भगवान नही
दैत्य राक्षस असुरो का डेरा है।
मंदिर मे कैसे भगवान रहे
छल कपट का जामे बसेरा है।।
पूरी दुनियाँ मे सनातनी हिन्दुओ का खात्मा हो चूका है शेष अब भारत ही बचा है उस देव भूमि अखण्ड भारत के खण्ड खण्ड होते आये हैं,,,।
कुछ पाखण्डी कुछ नेता मूढ सत्ता मे यदि अब और आ गये तो सनातन हिन्दू धर्म का राम नाम संम्पूर्ण जगत मे सत्य हो सकता है,,,।
जिसे झूठ लाया नही जा सकता,,,।
but यैसा कुछ होगा नही चूंकि पुराण, वेद शास्त्रो की माने तो पूर्ण पृथ्वी पर जब दैत्य अपना अधिपत्य स्थापित कर लेते हैं तब वह कैलाश ( कारगिल ) पर पहुंचते है उसी समय से उन सभी मानवता के शत्रु दैत्यो,राक्षसो,असुरो का अंन्त आरम्भ हो जाता है जो धरती पर हो रहा है,,,।
दुनियाँ के 56 स्लामिक मुल्को मे हिन्दुओ का नामो निशा तक नही बचा है परन्तु उस धरा के भूँ भाग मे सनातनी धर्मो के अवशेष खुदाई मे भगवान की प्रतिमाएॅ और मंदिर सामने आ रहे है,,,।
भगवान और इंसान एक दुजे के पूरक हैं और शैतान मानवता के दुश्मन है,,,।
कल्कि दर्शन करना है तो,,
भूल कर भी भूल न करना, ताॅज महल मे लाॅश दफन है,
शिव मंदिर तेजो महल था, हिन्दू जगत मे ओढे कफ़न है,,
भगवान को रहने के लिऐ मन को निर्मल करना होगा,,,।
जिसका मन निर्मल होगा उसे भगवान दिखाई देंगे,,,।
भगवान के मिलने से अच्छे बुरे कर्मो का अनुभव होता है,,,।
मंदिर मस्जिद चर्च आदि पर अधिकांश कब्जा दैत्य और दानवो का है,,,।
मुक्तेश्वर महादेव शिवलिंग मक्का मे,,,।
तेजोश्वर महादेव शिवलिंग आगरा मे,, ।
ज्ञानेश्वर महादेव शिवलिंग काशी मे,,,।
जुम्मेश्वर महादेव शिवलिंग दिल्ली मे,,,।
लक्ष्मणैश्वर महादेव शिवलिंग लखनऊ मे आदि सनातन हिन्दू धर्म के देव विधर्मियो के आधीन है, कारण हमारे भोले बाबा को ही उनसे दैत्यो ने छल से वरदान रुप मे ही मांग लिया और उन्हे बंदी बनाकर धरती पर उत्पात मचाते चले आ रहे हैं,,,।
संसार मे सनातन हिन्दुओ के धर्म को भृष्ठ करके उनके द्धारा जप तप हवन पूजन आदि मे विध्न उत्पन्न करते है जिसके द्धारा देवताओ को शक्ति मिलनी बंद हो जाये और वह दैत्य एक मात्र अपना साम्राज्य पृथ्वी पर स्थापित करने मे सफल हो जाये इसी कारण तमाम मंदिरो को तोड़कर मस्जिद बनाई और दुनियाँ मे 90 फीसदी हिन्दू को गैर हिन्दू बनाने मे सफलता हासिल कर गये,,,।
शेष बचे सनातन हिन्दुओ अब तुम्हारे पास एक अंतिम विकल्प है कि भगवान नारायण श्रीहरि को अपने ह्दय मे स्थान दो अपने तन मन को मांस मदिरा छल कपट झूठ से बचकर शुद्ध करो भगवान कल्कि तुम्हारी काया मे पृकट होकर शर्वसुख पृदान करेंगे और सभी दैत्य दानवो का शर्वनाश करेंगे,,,।
निर्मल तन मन वाले सारे मनुष्य ही संसार मे वह सफेद घोड़े बनेंगे जिन पर सवार होकर भगवान विष्णु अपने दशवे अवतार के रूप में पृकट होंगे जो अजन्मा है कलियुग का अंत करेंगे सतयुग की स्थापना करेंगे,,,।
हर हर महादेव जिस घट मे विष्णु होंगे वही सतयुग मे पृवेश करेगा, 67 फीसदी मनुष्यो का दुनियाँ मे अंत होने वाला है,,,।
❤❤❤ संसार का हर प्राणी अपने भाग्य का स्वयं बिधाता है ❤❤❤ कर्मो के ही आधार पर इंसान राम और रावण ( देव व दानव ) की पदवी को प्राप्त करके शृष्टि रचना मे सभी इंसान अपना अपना रोल अदा करते है,,,।
जय श्री राम जय जय श्री राम
जय हर नाम
जय साधु नाम सत्य मेव जयते
जय सनातन धर्म
🙏शून्ये स्थान में ही भगवान समाधि स्थित रहते हैं। इस स्थान को गुरु नानक ने गुरबानी में "सुन्न समाधि" कहा हे।
वहां पर उन का आसन रहता हे।
येही बात भगत कबीर जी ने भी कही हे। वही से अनहत नाद आता हे।🙏
👌👌👌👍👍👍👍
हे ईश्वर मेरी गरीबी बेरोजगारी दुख बाधाएं दूर कीजिए
तुम प्रभु के अति सामान्य भक्त हो तब भी प्रभु तुम्हारे दुख अवश्य दूर करेंगे लेकिन नए युग में तो सभी का जीवन ० या १ से ही शुरू होगा
@@GKसनातनीRAMअंनंत धन्यवाद हौसला देने के लिए।
@@motiv44लक्की tathastu ✋
#Mailarling #khandoba
100 Prithvi ka wajan toh bahut Kam Hai jab ek rom pe 7 Brahman hai jismey crore Surya Mandal se jyada hota hai.
Ye baat saam beda mein likha gaya hai,jab ki aap ka point sahi hai
🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🇮🇳
🕉🪷🕉
जय श्री राम भारत माता कि जय
Aapka ashram Dana mein safe hai na???? Jagannath aapki raksha kare!!!!
Haan, अभितक प्रभाव कम है
Batayega kon ???
सद्भावना,,, मैत्री,,,, करुणा,,, चेतना , का आविष्कार ही है कल्कि अवतार श्री 13 हंस योग दर्शन जो कि भारत सरकार से पेटेंट सस्तुति है जय हिन्द जय विश्व गुरु भारत।।
त्वम पेटेंटम एइसिम कम तैसम - तेरे पेटेंट की ऐसी की तैसी - भाग यहाँ से !! 😂
जगदीश जी सादर अभिवादन आपने कहा पिता पुत्र और पोता एक शरीरी होंगे वास्तविक और सत्य बात है भगवान कल्की के संबंध में आप कह रहे हैं परन्तु एक बात पर गौर अवश्य करें कि आज़ मनुष्य जिन्हें बार-बार कल्की अवतार संबोधन कर रहे हैं क्या वे जगत् में इसी नाम से जानें जाएंगे अथवा भिन्न संबोधन से जो नहीं जानते हैं वे ही इस उपमा से संबोधित करेंगे जिस गुप्त अवतार के संबंध में इतनी चर्चा की जा रही है क्या वे इतने गुप्त है कि कोई उन्हें जान समझ और पहचान नहीं पा रहे हैं सबसे आवश्यक बात युग युग से भगवान जब भी आविर्भूत हुए हैं तब उन्हें सद्गुरू पुरूषोत्तम नाम से पुकारा गया है और पुरूषोत्तम का अर्थ है पुरणकारी पुरुष जो सभी कुछ के वैशिष्ट्यो का पुरण और पोषण करते हैं अंग्रेजी में उन्हें कहते हैं -- fullfilar the best ( सर्वोत्तम पूरणकारी पुरुष ) अब उपरोक्त बातों को सिद्ध करता एक वाणी उनका सुना रहा हूं --" इष्ट गुरु पुरूषोत्तम प्रतीक गुरु वंशधर रेत शरीर में सुप्त रहकर जीवंत निरन्तर" इसलिए उन्होंने आचार्य परम्परा को दिए कारण आचरण सिद्ध आचार्य ही के द्वारा हम उन्हें जान समझ सकते हैं यहां मैं डायरेक्ट उनका नाम कह दूं तो आज़ के अविश्वास भरे युग में जब असंख्य छद्मवेशी अवतार भरे हुए हैं कौन उस abnormally normal grosely follies मनुष्य का विश्वास भरोसा करेंगे फिर ना करके पाने का झोंक प्राप्ति से वंचित कर देगा आप जिस तरह से ज़ोर गले से कह रहे हैं कि वे कोई अद्भुत किंभुतकिमाकार रूप में आविर्भूत नहीं हुए हैं मैं भी वहीं बातें बार-बार दोहराह रहा हूं कि वे सद्गुरू युगपुरूषोत्तम रूप में आविर्भूत हुए हैं जिनका लीला सिक्के के दो पहलूओ की तरह चल रही है जो उनके शरणाश्रित है वे उस सर्वपुरणी को सहजता से पहचान लेंगे जबकि यहां कोई नाम का उल्लेख नहीं है शुरू से ही मेरा मानना है आपके प्रस्तुति के लिए की आप सत्य के निकट है और सत्य का याजन कर रहे हैं 😊 🙏 वन्देपुरूषोत्तमम " शंख चक्री आज़ भी नारायण जन्म लेते है धर्म संस्थापन"
Yahan mein samadhi ka matlab hai chup ho jana chup rahana aur samadhi tutane ka matlab hai Prithvi mein Surya Leela ka Prakash hona
कल्कि अवतार का आविष्कार कल्कि अवतार श्री 13 हंस योग दर्शन जो कि भारत सरकार से पेटेंट सस्तुति है और रचनात्मक भारत में कार्य कर रहे हैं जय हिन्द जय विश्व गुरु भारत।।
Kalki satya mein aayenge yeh kaise jaante ho kitaab ki katha bas kahani ki tara kehna alag baat hai par hakiqat ko mat chedo logo ko murkh banana aur khud bhi murkh mat bano bhagwan ko manna apni apni tarike se thik hai par uska galat prachar karna nahi
Sabse Badi BAAT toh ye hai ki Tum JAANTE bhi nahi balki KARNA ka kawach kundal aur bijaya Dhanush dhundo
Kya aapke pass शून्य पोथी hai !
नहीं
@@srisatyagatha आपने इस episode में शून्य पोथी का जिक्र किया था कि ऐसा शून्य पोथी से बताया।ये किस शून्य पोथी की बात कही थी। काकटपुर या कहीं और की!
@@sunilkumar-xx1ii mein 5/7 शुन्य पोथी से ये सब collection किया हूं, जिसमे से अनेक पोथी अब बंद हो चुकी है
विश्व गुरु भारत का,, पेटेंट,, कल्कि अवतार,,विधान,,, संविधान,, धर्म,,, विज्ञान,,, चेतना, विज्ञान योग तकनीक का आविष्कार ही है कल्कि अवतार श्री 13 हंस योग दर्शन जो कि भारत सरकार से पेटेंट सस्तुति है और रचनात्मक भारत में कार्य कर रहे हैं जय हिन्द जय विश्व गुरु भारत।।।
Hai wahi par jagnath bhagwan ke mata ka janam huaa hai laxman ram ya vishakarama ke pita ke rup me ranendta ya jagnath anil ya balaram putra rup me chamar jati janam huaa hai
Brader sab bat satya bola magar 1 bat galat bola hai aairasat nahi wah aairihar ralawe satesan ganga ghat barah rup bhagawan vishanu suar ke rup me puje jate hai jagnatg bhagawa ke mata ka janam huaa hai