आचार्य जी बड़े ही सरल सुंदर तरीके से आपके समझाने की प्रक्रिया है जो शीघ्र ग्रहण करा देने में सक्षम है प्रस्तुत में आचार्य जी आपने यदि तिथि क्षय अथवा तिथि वृद्धि हो तब किस तरीके से अग्निवास की गणना करी जाए यह भी बता दें कब किस हवन में अग्निवास देखना आवश्यक है इसकी भी जानकारी दें हर हर महादेव कृपया बड़ी कृपा होगी
सपरिहार शुध्द विवाह मुर्हत रेखा क्या महत्व है इसे कैसे देखते हैं पंचांग में लतादिदोष क्या महत्व हैं इसे पंचांग में कैसे देखते हैं विवाह लग्न क्या होता है लग्नारंभ क्या होता हैं सम्वत् आदि के विश्वामान क्या होता है इसे पंचांग में कैसे देखते हैं अभिजित् NAKSHTR क्या होता है इसे पंचांग में कैसे देखते हैं दैनिक ग्रह स्पष्ट क्या होता है इसे पंचांग में कैसे देखते हैं बालकष्टावली - Nakshtr कष्टावली चक्र क्या होता है इसे पंचांग में कैसे देखते विवाह संस्कार वर्ण वश्यादि अष्टकूट विचार क्या होता है इसे पंचांग में कैसे देखते
Guruji pranam. You have explained the calculation as per sauraman month who count the month ending in Amavasya. But those who follow the chandraman month whose month ends in Purnima. In such a situation how a person will calculate agnivas . In sauraman month people follow the end of a month in Amavasya where in chandraman people count the month in purnima. Please sort out the problem and comment. Shall we calculate it as per the rastriya panchang calculation? Please clarify the doubt.
शुक्ल पक्ष तिथि संख्या 150है इसमें एक जोड़ेंगे तो 160हो गरी इसमें बार की संख्या जोडेंगें तो 160+बुधवार 3जोडेंगें फिर चार का भाग देंगें तो अग्नि तिथि निकल जाएगी ,,,,अगर वास पाताल में या स्वर्ग में होगा तो क्या करना है केसे करना है आगे स्पष्ट समझाएं ,,,,,जल्दबाजी किस लिए दो उदाहरण दो ,,,, दूसरा पक्ष क्यों लिया अंधेरा पक्ष है ,,,काम भी वर्जित है
सीधी बात को जटिल बनाकर बताने की आवश्यकता क्या है!सीधी सी बात है जो तिथि की संख्या है जो वार की संख्या है उसमे एक जोड़ कर चार का भाग देना है...वीडियो को अनावश्यक लंबा करने से उबाऊ होती है बात।
आपने क्रष्ण पक्ष के 15,,,,जोड़े ऐसे शुक्ल पक्ष में क्यों नहीं किया ओर धन बार जोड़ देते ,,,चार का भाग देतेशुकल पक्ष का एक जोड़कर एक क्यों जोड़ा जो दो बना फिर बार जोड़ा 6 ऐसा कयो
Bahoot sunder dhng se samjhpate hi.apko St St naman
जंय श्री श्याम बाबा की
Bahut sundar
Bahut badiya sikhaya guruji
Sir आप अच्छे हो.
Sir आप अच्छे आदमी हो,
Thank you
वन्दे मातरम्
जय हिंद!
Very well explained tnx
Sir आप अच्छे हो.
Thank you
जै श्री राम🙏
वाह गुरु जी बहुत अच्छे से समझाया पूरा समझ आ गया। धन्यवाद
Very nice
Bahut accha video🙏🙏🙏
वाह सुन्दर क्या बातै है
बहुत अच्छा जी
Bahut sandar
Jay shree Ram
Ati sundar
श्री मान जी,
पूरा का पूरा समझ आ गया है।
Excellent. Guru ji..
Thank you
Good
श्रीमान जी आपका समझाने का तरीका बहुत पसंद आया
धन्य वाद गुरुजी
Nice input
With examples
👍👍
Very good सर
गुरुजी आपने कृष्ण पक्ष में एक कैसे जोड़ दिया
Namaskar sar aapane bahut Achcha Gyan Diya ISI Tarah Gyan dijiye
धन्यवाद सर 🙏🏻🌺🚩
pranam Guru ji
Guru mharaj 👍🏻🙏🏻
Bahut achcha h
Dhanyvad guru ji 🙏
राधे राधे
Dhanyawad shrimaan
Pranaam grudev sat sat naman
Pranam sir ji
कितने अच्छे से समझाया है आपने!बहुत बहुत धन्यवाद आपका। मैंने क ई लोगों से पुछा उनहोंने बताया भी, किन्तु आपने तो बहुत अच्छे से समझाया है 🙏
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बहुत ही सुंदर समझाने की विधि आपको भाई साहब नमन आपको नमस्कार करता हूं
बहुत अच्छा समजाया सर
आचार्य जी बड़े ही सरल सुंदर तरीके से आपके समझाने की प्रक्रिया है जो शीघ्र ग्रहण करा देने में सक्षम है प्रस्तुत में आचार्य जी आपने यदि तिथि क्षय अथवा तिथि वृद्धि हो तब किस तरीके से अग्निवास की गणना करी जाए यह भी बता दें कब किस हवन में अग्निवास देखना आवश्यक है इसकी भी जानकारी दें हर हर महादेव कृपया बड़ी कृपा होगी
Tithi badhane ya ghatane ka udaharan dekar or samjhaye
कब कब अग्नि वास देखना चाहिए ये नहीं बतायाआपने।श्लोक के अनुसार तो अग्निवास देखने की आवश्यकता ही नही पड़ रही है।
चारो धाम का हवन किसके मुख में जाता है चन्दमा गुरु या शनि बताएं शोदन कैसे करते है प्रभु
Very good sir Thanks how to find Shubh muhurt ang Events.
महाराज श्री हमने सुना है कि तिथि को दूनी करनी पड़ती हैं कृपा मार्ग दर्शन करे
Pranam guru jee bhumi sayan ki gadna bataye
कितना अच्छे से समझाया आपने
दिन - रात के चौघडियों के जानकारी दें
पंचांग में चन्द्रग्रहण समझाऐं
अगर कोई पूर्णिमा या अमावस को, देवी का हवन करे साल भर तो भी क्या अग्निवास देखना होगा?
समजा ने का तरी खा बहुत आच्या है सर
बहुत ही अच्छे से समझाया है आपने.🙏🙏
जय श्री राम महाराज श्री हवन 12 महीने में मूहर्त निकले तो हो सकता है
गुरुजीमुझे जयोतिष कि
पुसतक चाहिए बताऐ
दिनेश जी पुरोहित गुजरात
Contact on WhatsApp 94539 59706
Sir Navratre ki navmi ko agnivas pataal m h... Toh kya hawan na kare? Please btaye
सपरिहार शुध्द विवाह मुर्हत
रेखा क्या महत्व है इसे कैसे देखते हैं पंचांग में
लतादिदोष क्या महत्व हैं इसे पंचांग में कैसे देखते हैं
विवाह लग्न क्या होता है
लग्नारंभ क्या होता हैं
सम्वत् आदि के विश्वामान क्या होता है इसे पंचांग में कैसे देखते हैं
अभिजित् NAKSHTR क्या होता है इसे पंचांग में कैसे देखते हैं
दैनिक ग्रह स्पष्ट क्या होता है इसे पंचांग में कैसे देखते हैं
बालकष्टावली - Nakshtr कष्टावली चक्र क्या होता है इसे पंचांग में कैसे देखते
विवाह संस्कार वर्ण वश्यादि अष्टकूट विचार क्या होता है इसे पंचांग में कैसे देखते
Sir video download nahi ho raha hai
pratidin agnihotra karne wale ke lie kya niyam hai
Usko Agni vas nahi dekhna padta
Guru ji Kripa kr ke bhadra Kaise dekhte hai batlaye🙏🙏🙏🙏
Guruji pranam.
You have explained the calculation as per sauraman month who count the month ending in Amavasya.
But those who follow the chandraman month whose month ends in Purnima.
In such a situation how a person will calculate agnivas .
In sauraman month people follow the end of a month in Amavasya where in chandraman people count the month in purnima.
Please sort out the problem and comment.
Shall we calculate it as per the rastriya panchang calculation?
Please clarify the doubt.
Pandit jee ek hi din do tithi ho usme kaise nikale agnibaash
आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथी रविवार 07/07/2024 को पृथ्वी पर है या नहीं। कृपया प्रकाश डालने की कृपा करें
Sir Agar Krishan Paksh ki tithi ho to Bhi Ek Jodna padta hai
शुक्ल पक्ष तिथि संख्या 150है इसमें एक जोड़ेंगे तो 160हो गरी इसमें बार की संख्या जोडेंगें तो 160+बुधवार 3जोडेंगें फिर चार का भाग देंगें तो अग्नि तिथि निकल जाएगी ,,,,अगर वास पाताल में या स्वर्ग में होगा तो क्या करना है केसे करना है आगे स्पष्ट समझाएं ,,,,,जल्दबाजी किस लिए दो उदाहरण दो ,,,, दूसरा पक्ष क्यों लिया अंधेरा पक्ष है ,,,काम भी वर्जित है
15,,,,,पक्ष है ,,,धन एक बराबर 16,,,ओर धन बार बराबर फिरक्षचार का भाग
Yugadi tithi ka matlab kya hota he?
अमावस्या को अग्निवास देखा जाता h क्या गुरुजी
सीधी बात को जटिल बनाकर बताने की आवश्यकता क्या है!सीधी सी बात है जो तिथि की संख्या है जो वार की संख्या है उसमे एक जोड़ कर चार का भाग देना है...वीडियो को अनावश्यक लंबा करने से उबाऊ होती है बात।
दूसरी वीडियो मै बताया गया था किसी ने, के कृष्ण पक्ष में १ नहीं जुड़ता। जबकि आपने जोड़ा है।
आपने क्रष्ण पक्ष के 15,,,,जोड़े ऐसे शुक्ल पक्ष में क्यों नहीं किया ओर धन बार जोड़ देते ,,,चार का भाग देतेशुकल पक्ष का एक जोड़कर एक क्यों जोड़ा जो दो बना फिर बार जोड़ा 6 ऐसा कयो
Very good
Kya Devi devtao ki janm jayanti, Mahashivratri, diwali, Dashera jese tyoharo par havan karne se purv bhi agnivas dekhte he?
Bahut sundar