सतगुरु कबीर दास जी को कोटि कोटि नमन करते हैं वह परम पिता परमात्मा तो सृष्टि कण कण में विराजमान हैं सभी साधु संतों को कोटि कोटि नमन करते हैं संत साहेब जी की वाणी बहुत ही तार्किक तरीके की है साहेब जी को दिल से धन्यवाद देते हैं संत साहेब जी की वाणी को समझने के लिए व्यक्ति का बौद्धिक स्तर बहुत उच्च लेवल का होना चाहिए सच्ची बात हमेशा कड़वी होती है 🙏🙏🙏
Jay Ho Sant.Rama.Sankar.Saheb.ji.ko.Tary.Bar.Saheb.Bandggi. Saheb.Bandggi. Saheb.Bandggi. Natthu. Das. Nagsen.Nagar.pallot.No.476.G.H.B.padesra.Udhna.Surat.Date. 27.2..2024..Tayem..8..59..Jay Ho
आत्मा कभी अमर नही हो सकती लिहाजा परम+आत्मा मतलब अच्छी आत्मा ( जीव) ईश्वर न खुद आत्मा है वो हमेशा से है और हमेशा रहेगा सारी sharsti को बनाया आप सोचोगे तो आप उसे किसी शक्ल में नही ढाल सकोगे उसकी एक नायाब मखलूक सूरज है जो जबसे बना कर ड्यूटी पर लगाया तब से जर्रा बराबर ना फरमानी नही की वो इस धरती से 13लाख गुना बड़ा है उसे हमारी सेवा में लगाया सारी कायनात में जो हम चीजे इस्तेमाल करते है उसमे कुछ माना की गई है usese रुकना है यानी सारी कायनात हमारी सेवा में लगाई है लिहाजा वो पूज्यनीय नही है सिर्फ इसको बनाने वाले निराकर को पूजो
किसी अन्य धर्म में हिंदुओं को नीच और अधिकार वंचित करके अपमानित नहीं किया गया है केवल हिंदू धर्म में ही 90% हिंदुओं को अपमानित गालियां अधिकार वंचित किया गया है
@@aiyotech वो मायावी मारीच राक्षस था जो सोने का हिरण बनकर वहां पर जानबूझकर सीता और राम को खुद की तरफ आकर्षित करने के लिए टहल रहा था......कहानी पूरी पढ़ जाकर अनपढ़
कास आज आपके साथ कबीर जी और रजनीश ओशो होते तो मैं दावे के साथ कहता हूं इस पाखंड की जड़ का नामों निशान नहीं रहता आज देश की युवा पीढ़ी बहुत कुछ जान रही है🎉❤❤ प्रणाम गुरुदेव
महर्षि वाल्मीकि जी ने रामायण में जो भी लिखा है वह प्रमाणिक है । तुलसी ने उसी रामायण की नकल की है । अगर राम मांसाहारी थे तो इसमें किसी को क्या परेशानी है ?
परेशानी यही है कि ईश्वर के बनाई हुई जीव जंतु को नष्ट करने का अधिकार किसी को नहींमिला है, आपके बच्चे के साथ इस तरह किया जाए तो आपको कैसा लगेगा, प्रकृति में सभी के लिए एक नियम, सूरज जल अग्नि पृथ्वी हवा किसी जीव के लिए भेदभाव नहीं करते हैं, फिर भी इस तत्व से बने हुए व्यक्ति निर्णय क्यों बनजाते हैं। भैया आप को समझाना बहुत मुश्किलहै। आपसे क्षमा मांग लेना ही अच्छा रहेगा❤
@@dr.lbhomeopath4450 जब ईश्वर ही खा रहे हो तो हम भी अपने ईश्वर का अनुसरण कर रहे हैं, क्या बुराई है ईश्वर का अनुसरण कर मांस खाने में?..हमारे भगवान मांस खाते थे तो हम भी खाएंगे..
कृष्ण जी अपनी जिन्दगी मे दुख आने पर रोए, शिव जी अपने बेटे का सर काट कर रोए, जेसू के चेले जब उनको शोड कर भाग गए तो जेसू रोए, राम जी की सीता रावण ले गए तो राम जी रॉय, धन गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज पिता जी की कुर्बानी हुई न रोए माता जी और 4 साहिब यादों की कुर्बानी पर नही रोए।
संत होते हुए भी इतना विष भरा हुआ है, आपकी कितनी भी पीढ़ियां जन्म ले ले परंतु सनातन धर्म को कभी समाप्त नहीं कर सकती, राम से बड़ा राम का नाम अंत में निकला यह परिणाम ❤️❤️❤️
God di kala manusha vich jis tara quran pak vich hai usi tara hundi hai. Allah ji kise apne manne vale ko uthate hai. Or geyan de jariye apna messg manush de jariye sab loka tak pohcha dinde han. Ke tusi sab adam di olad ho. Adam baba ji da putla ja (murati ja shav ) bana una nu god nahi bana sakde ho . O kareshan han. Banaye hoye. Na ke kareyetar. Je o har dor vich Je o har jug jug Sadi vich .. Apne bando me se kise ko ithate hai to sab hi god huye. Agar je thuri sahi hai to. Fir age v asa hi chalta rehna chahiye. Ab kon hai. Geyan to hi pata chalda hunda hai. Kon hai. Koi hai to world de samne aye. ?. Sab dharm mante hai to likha v hai. Labo bahi . Je sache han tahade granth ta labo bahi kehrrde han.
@@RameshSahu-e5vGod di kala manusha vich jis tara quran pak vich hai usi tara hundi hai. Allah ji kise apne manne vale ko uthate hai. Or geyan de jariye apna messg manush de jariye sab loka tak pohcha dinde han. Ke tusi sab adam di olad ho. Adam baba ji da putla ja (murati ja shav ) bana una nu god nahi bana sakde ho . O kareshan han. Banaye hoye. Na ke kareyetar. Je o har dor vich Je o har jug jug Sadi vich .. Apne bando me se kise ko ithate hai to sab hi god huye. Agar je thuri sahi hai to. Fir age v asa hi chalta rehna chahiye. Ab kon hai. Geyan to hi pata chalda hunda hai. Kon hai. Koi hai to world de samne aye. ?. Sab dharm mante hai to likha v hai. Labo bahi . Je sache han tahade granth ta labo bahi kehrrde han.
Bhai my bhi muslim hu isliye aap ko ek baat batao...agar aap chahte ki koi islam qubul kare to pehle apne bolne ke tariqe ko durust kare...dusro ko degrate aur apne aap ko superior kehkar koi kisi ka dil nahi jeet sakta...
Vo bhi jarur bole or tum bhi bolo profit mohmmad sallallahu alaihi wasallam ke bare but tab jab unke bare me tum knowledge le lo fir faltu me apni andhbhakti mat dikhana samjhi unki biography padho or dekho ki kis tarah Ameer family me birth lene ke baad bhi unhone us ameeri ko chhodkar Islam ke garibi ko chuna or logo ki madad ki or islam ke dusamno ko bhi dua hi di unhone or Allah se dua mangi ki ya Allah mere khilaaf ladne valo ko imaan se nawaj isliye tum bhi pahle Islam ki knowledge lo or profit mohmmad sallallahu alaihi wasallam ki biography bhi Jano tab tumhe pata chalega ki tumhare pundito ne apne fayde ke liye kitna moorkh banaya or tum log sadiyon se moorkh bante huye aaye bhi ho or pakhand pe pakhand tum log karte ho isliye apni tark. Or budhhi se socho ki ishwar kisi kahte hai I mean ki god ko kaise difine karoge vo bhi logic or tark ke jariye samjhi isliye apne dharm granth padh fir bolo
Are murkh tum sikshit nahi ho paya to isme kiska dosh hai ye nahi maloom,lakin Bharat ke rishiyo munio ne Vaganik tarike se siksha ke praman tb milte jab Kabir paida nahi hua the
Are Bhai sahab Bharat me tab se siksha aur University tab se Rahi hai jab Kabir sahab ka janma nahi hua tha ,aur isme Rishio Munio ko kya yogdan uske liya bariki se padna parta hai ,lakin afsos is samaj me aise nirbuddhi hai jo Arth ka Anarth apni suvidha ke anusar bata dete hai
पाखड़ी,आडंबरी,दुराचारी भी निजी जीवन में विपत्तियों में श्री राम को ही याद करते। मांस का तत्कालीन समय क्या अर्थ था? मूढ़ कभी नही समझ नही पाएंगे।कबीर भी आजीवन राम नाम ही जपे। आंखे खोलो।
राम ने लक्ष्मण से काहा सीता ने मीरा को काहा शिबजी ने पार्बती से काहा करिशन ने राधा से काहा कबीर ने काहा किस ने किस को कया काहा शूरु से यही सुनते आ रहे है जो यह पाखंडी बाबा है बो कोई मेहनत का काम तो कुछ करते नहीं धर्म के नाम का धंधा बना रखा है ईसने कया काहा उसने कया काहा सही बाणी कोई बोलता नहीं बस दूनिया को मूर्ख बना बना के भोले भाले लोगो को ठग रहे है जो तर्क कर के बताते है सिर्फ बो ही सत्य बताते हैं बाकी बाबाओं ने तों धर्म को अपना रोजगार बना रखा है किसी की बातें सूनने से अच्छा है कि आप खुद ही ग्रंथ पड़हे ना कि जगह जगह भटकें धन्यवाद
साहेब जी आप भी 14 वर्ष का वनवास जंगल जंगल घूम कर जीवन काटोगे तब हम आपको सत साहेब मानेंगे । गाद्दी पर बैठकर आप एक दूसरे को लड़ा रहे हो । जो कहता है वो करता नहीं, जो करता है वह कहता नहीं । राम ने कभी ऐसा प्रवचन नहीं किया है
हमने कबीर को नहीं देखा हमकैसे माने सनातन धर्म को जो षड्यंत्र करके बदनाम कर रहे हो पहले पूरा ढंग से समझ लो फिर बोलो देश की जनता अनपढ़ नहीं है सब को समझ है तुम चाहे बोलो
Comment box ke gyani purush agar humne ram ko nahi dekha think hai lekin bol to aise rahe ho ki Kabir to tumhare kaan me ye sab fuk ke Gaye hai, Likha hai wahi to mante ho ki ghat ghat me aadipurush hai Kya tumne dekha hai dekhna chhodo naam tak to pata nahi hai bas bol Diya bina koi tark diye
अछा भाई तुमको एक बात बोलना चाहता ही अगर तुम एक पथर पानी मै रख दो अगर डुब गया तो तुमको गलत मानीगा अगर वह पथर नही डुबा तो मय भी आप को भगवान मानीगा यै चयलेज करता ही तुम सै अरै भाई वह भगवान है मेरा जय क्षी राम 🙏🏻
इंसान जब से पैदा हुआ मांसाहारी था फिर उसने खेती सीखी और गाय पाली शाकाहारी बना, हिंदू दर्शन ने शाकाहार का महत्व बताया भगवान राम वनवास में कंदमूल खाते थे तथा ब्रह्मचर्य का पालन करते थे कुछ धर्मो के त्यौहार मांसाहारी हैं उस पर भी दो शब्द बोले।
Hindu dharm mai likha hi hai kuch iss tarah se .. Kiya kare tum padte nahi muh utha gali dene lagte ho..?? Kabhi pad bhi liya karo...?? Aur compare kar k dekh lo koun sa dharm insano liye best hai
Sant Kabir das ji jis Ram ko pukar rahe hain wo Dashrath ke bete Ram nahi hai . Wo samast brahmand ke banane wale Srashta ki baat. Kar. rahe h Jise. Ishwar kah lo ya Allah. ❤ Santon ki budhi simit nahi hoti ....
(ख) आदरणीय दादू साहेब जी (अमंत वाणी में प्रमाण) कबीर परमेश्वर के साक्षी - आदरणीय दादू साहेब जी जब सात वर्ष के बालक थे तब पूर्ण परमात्मा जिंदा महात्मा के रूप में मिले तथा सत्यलोक ले गए। तीन दिन तक दादू जी बेहोश रहे। होश में आने के पश्चात् परमेश्वर की महिमा की आँखों देखी बहुत-सी अमंतवाणी उच्चारण की : जिन मोकुं निज नाम दिया, सोइ सतगुरु हमार। दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर संजन हार।। दादू नाम कबीर की, जै कोई लेवे ओट। उनको कबहू लागे नहीं, काल बज्र की चोट ।। दादू नाम कबीर का, सुनकर कांपे काल। नाम मरोसे जो नर चले, होवे न बंका बाल ।। जो जो शरण कबीर के, तरगए अनन्त अपार। दादू गुण कीता कहे, कहत न आवै पार।। कबीर कर्ता आप है, दूजा नाहिं कोय। दादू पूरन जगत को, भक्ति दंढावत सोय ।। ठेका पूरन होय जब, सब कोई तजै शरीर। दादू काल गॅजे नहीं, जपै जो नाम कबीर।। आदमी की आयु घटै, तब यम घेरे आय। सुमिरन किया कबीर का, दादू लिया बचाय।। मेटि दिया अपराध सब, आय मिले छनमाँह। दादू संग ले चले, कबीर चरण की छांह।। सेवक देव निज चरण का, दादू अपना जान। भंगी सत्य कबीर ने, कीन्हा आप समान।। दादू अन्तरगत सदा, छिन छिन सुमिरन ध्यान। वारु नाम कबीर पर, पल-पल मेरा प्रान।। सुन-2 साखी कबीर की, काल नवावै माथ। धन्य धन्य हो तिन लोक में, दादू जोड़े हाथ।। केहरि नाम कबीर का, विषम काल गज राज। दादू भजन प्रतापते, भागे सुनत आवाज।। पल एक नाम कबीर का, दादू मनचित लाय। हस्ती के अश्वार को, श्वान काल नहीं खाय।। सुमरत नाम कबीर का, कटे काल की पीर। दादू दिन दिन ऊँचे, परमानन्द सुख सीर ।। दादू नाम कबीर की, जो कोई लेवे ओट। तिनको कबहु ना लगई, काल बज की चोट ।। और संत सब कूप हैं, केते झरिता नीर। दादू अगम अपार है, दरिया सत्य कबीर।। कौन तथा कैसा है कुल का मालिक? 79 अबही तेरी सब मिटै, जन्म मरन की पीर। स्वांस उस्वांस सुमिरले, दादू नाम कबीर।। कोई सर्गुन में रीझ रहा, कोई निर्गुण ठहराय। दादू गति कबीर की, मोते कही न जाय।। जिन मोकुं निज नाम दिया, सोइ सतगुरु हमार। दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर संजन हार
वाल्मीकि रामायण की कौन से अध्याय में लिखा है यह भी तो बताओ पुरा पुरी सफेद झूठ बोल रहे हो बाबा जब तुम को पूरा ज्ञान मालूम ही नहीं है भोले भाले जनता को गुमराह कियु कर रहे हो पहले ठीक से भगवान श्री राम बारे जान लो उसके बाद प्रबचन देना तुम खुद राम को नहीं मानते हो तो ठीक है मत मानो लेकिन लोगों को तो मत भड़काओ अच्छे कर्म करो यार ओर राम कि नाम लो लोगों को भड़काना छोड़ दो इससे तुम को किया मिलेगा प्रेम से बोलो जय श्री राम
ऐसी बानी बोलीऐ, मन का आपा खोय, ओरन को शीतल करे आपहु शीतल होय।-------‐शबद संभाल के बोलीए, शबद के हाथ न पांव, ऐक शबद औषघी करै ऐक शबद करे धाव।‐------कबीर पंथी बनीए कटटर पंथी नही। वाणी मे वीवेक रखीऐ , मेरा ही पंथ या संपृदाय सही ये सबसे बडा अंहकार या अज्ञान है। सनातन धरम ऐक संमदर है, संपूदाय या पंथ तालाब जेसे हे। कबीर साहेब ने पाखंडी लोगो को फटकार लगाइ हे। -----श्री राम परफेकट भाइ, बेटे,पती,राजा, लीडर और मीत्र हे। हम संसारी उनके आस पास आ भी नही सकते। श्री राम जी अमल करके दिखाया हे, और हम सब केवल वाणी वीलास करते हे। मेरा परीवार 4 पेढी से कबीर पंथी हे। ----------बुरा देखन मे चला , बुरा ना मीलीया कोय, जो दील खोजा आपमे, मुजसा बुरा न कोय। 🙏 साहेब बंदगी
@@logicalindian9227 No, they might be heard from their senior, ideal or guru. They have to research by authenticity. The dharma made by lord, and sampraday or panth made by human. Every panth want to make bigger their ideal personal rather then Santan dharma.
Sant gareeb das ji ko permeshwar mile the ok jraa sant gareeb das ji k baare me pta karo😅 Anant koti brahmand ka ek rati nhi bhaar satpurush kabir hai kul k srijan haar ❤️ @sant gareeb das ji (ख) आदरणीय दादू साहेब जी (अमंत वाणी में प्रमाण) कबीर परमेश्वर के साक्षी - आदरणीय दादू साहेब जी जब सात वर्ष के बालक थे तब पूर्ण परमात्मा जिंदा महात्मा के रूप में मिले तथा सत्यलोक ले गए। तीन दिन तक दादू जी बेहोश रहे। होश में आने के पश्चात् परमेश्वर की महिमा की आँखों देखी बहुत-सी अमंतवाणी उच्चारण की : जिन मोकुं निज नाम दिया, सोइ सतगुरु हमार। दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर संजन हार।। दादू नाम कबीर की, जै कोई लेवे ओट। उनको कबहू लागे नहीं, काल बज्र की चोट ।। दादू नाम कबीर का, सुनकर कांपे काल। नाम मरोसे जो नर चले, होवे न बंका बाल ।। जो जो शरण कबीर के, तरगए अनन्त अपार। दादू गुण कीता कहे, कहत न आवै पार।। कबीर कर्ता आप है, दूजा नाहिं कोय। दादू पूरन जगत को, भक्ति दंढावत सोय ।। ठेका पूरन होय जब, सब कोई तजै शरीर। दादू काल गॅजे नहीं, जपै जो नाम कबीर।। आदमी की आयु घटै, तब यम घेरे आय। सुमिरन किया कबीर का, दादू लिया बचाय।। मेटि दिया अपराध सब, आय मिले छनमाँह। दादू संग ले चले, कबीर चरण की छांह।। सेवक देव निज चरण का, दादू अपना जान। भंगी सत्य कबीर ने, कीन्हा आप समान।। दादू अन्तरगत सदा, छिन छिन सुमिरन ध्यान। वारु नाम कबीर पर, पल-पल मेरा प्रान।। सुन-2 साखी कबीर की, काल नवावै माथ। धन्य धन्य हो तिन लोक में, दादू जोड़े हाथ।। केहरि नाम कबीर का, विषम काल गज राज। दादू भजन प्रतापते, भागे सुनत आवाज।। पल एक नाम कबीर का, दादू मनचित लाय। हस्ती के अश्वार को, श्वान काल नहीं खाय।। सुमरत नाम कबीर का, कटे काल की पीर। दादू दिन दिन ऊँचे, परमानन्द सुख सीर ।। दादू नाम कबीर की, जो कोई लेवे ओट। तिनको कबहु ना लगई, काल बज की चोट ।। और संत सब कूप हैं, केते झरिता नीर। दादू अगम अपार है, दरिया सत्य कबीर।। कौन तथा कैसा है कुल का मालिक? 79 अबही तेरी सब मिटै, जन्म मरन की पीर। स्वांस उस्वांस सुमिरले, दादू नाम कबीर।। कोई सर्गुन में रीझ रहा, कोई निर्गुण ठहराय। दादू गति कबीर की, मोते कही न जाय।। जिन मोकुं निज नाम दिया, सोइ सतगुरु हमार। दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर संजन हार
@@nitumajhi4381 jinhe tum sadharan insaan samajhte ho wo permeshwar hai 😅 samay aane pe pta lagega kaun kyaa hai 😅गरीब, सुपच रूप धरि आईया, सतगुरु पुरुष कबीर। तीन लोक की मेदनी, सुर नर मुनि जन भीर ।। ६७।। गरीब, सुपच रूप धरि आईया, सब देवन का देव। कृष्णचन्द्र पग धोईया, करी तास की सेव ।। ६८।। गरीब, पांचों पंडौं संग हैं, छठे कृष्ण मुरार। चलिये हमरी यज्ञ में, समरथ सिरजनहार ।। ६६।। गरीब, सहंस अठासी ऋषि जहां, देवा तेतीस कोटि । शंख न बाज्या तास ते, रहे चरण में लोटि ।। १०० ।। गरीब, पंडित द्वादस कोटि हैं, और चौरासी सिद्ध । शंख न बाज्या तास ते, पिये मान का मध ।। १०१।। गरीब, पंडौं यज्ञ अश्वमेध में, सतगुरु किया पियान। पांचों पंड़ौ संग चलै, और छठा भगवान ।। १०२।। शंक। गरीब, सुपच रूप को देख कर, द्रौपदी मानी जानि गये जगदीश गुरु, बाजत नाहीं संख ।। १०३।। गरीब, छप्पन भोग संयोग करि, कीनें पंच गिरास । द्रौपदी के दिल दुई हैं, नाहीं दृढ़ विश्वास ।। १०४।। गरीब, पांचों पंडौं यज्ञ करी, कल्पवृक्ष की छांहि। द्रौपदी का दिल बंक है, कण कण बाज्या नांहि ।। १०५ ।। गरीब, सुर नर मुनि जन यज्ञ में, त्रिलोकी के भूप। सुपच यज्ञ में आईया, नित बेचत है सूप ।। १०६ ।। गरीब, छप्पन भोग न भोगिया, कीन्ह पंच गिरास । खड़ी द्रौपदी उनमुनी, हरदम गरीब, बोले कृष्ण महाबली, क्यूं घालत श्वास ।। १०७ ।। बाज्या नहीं शंख। जानराय जगदीश गुरु, काढत है बल बंक ।। १०८ ।। गरीब, द्रौपदी दिल कूँ साफ कर, चरण कमल ल्यौ लाय। अवतार स्थान श्री रामपुर धाम ३७२ पाय ।। १०६ ।। बालनीक के बाल सम, त्रिलोकी नहीं गरीब, चरण कमल कूँ धोय करि, ले द्रोपदी अंतर सीना साफ होय, जरै सकल प्रसाद। अपराध ।। ११०।। गरीब, बाज्या शंख सुभांन गति, कण कण भई अवाज। स्वर्ग लोक वाणी सुनी, त्रिलोकी में गाज
@@nitumajhi4381 Anant koti brahmand ka ek rati nhi bhaar satpurush kabir hai kul k srijan haar ❤️ Sant gareeb das ji 1726 me permeshwar kabir ji mile sant gareeb das ji ko mahima gaayi kalam tod
कायर है राम भीभीषन के भरोसे थे,हनुमान,जामवंत,नल नील,सुग्रीव के आश्रित थे खुद में कोई शक्ति या बुद्धि नही थी TV देखकर भावुक न हो,,,,,भीभीषन न होता सुग्रीव न होता तो मेघनाथ या बाली ही कब का मार देते तुम्हारे कायर डरपोक धोखेबाज काल्पनिक पात्र राम को😂😂😂😂
मुस्लिम ने नकली धर्मग्रंथ कहानी लिखकर हमारे पुरवज को नही ठगा है,,,,तुम्हारा घर गंदगी से महकेगा तो तुम दूसरे घर जाओगे साफ करने,,,,,,33 करोड़ देवता तुम्हारे है मुस्लिम के एक है तब भी फटती है तुमलोग की,,,,,32,99,99,999 देवता का कर लेने दो बात जब दोनों ओर एक एक बचेंगे तब बराबरी पे बात करना,,,,,,,दूसरी बात तुमको राम पे भरोसा नही क्या वो खुद देख लेगा इनको वो तो अन्तर्यामी है,,,दुनिया चले न सिरी राम के बिना,,,,ये भी वही चला रहे होंगे भगवान की रक्षा इंसान करेगा अब 😂😂😂😂
ज्ञान भारती पुस्तक मे एक यज्ञ नाम की कहानी होती थी अब हटा दिया है... उसमें लिखा था कि यज्ञ के समय बुढ़ी और जर्जर गाय की बलि दी जाती थी और उनका माँस खाया जाता था... इंद्रदेव भगवान को प्रसन्न करने के लिये ये सब होता था
Jab Bhagwan Shiv, Durga, Kaali, aadi ko Machli aur bakre ka mans ka bhog diya jaata hai, to phir Bagwan Ram ke mans khane se logo ko dikkat kya hai? Unko bhi mans ka bhog lagakar pooja kiya jaa sakta hai. Pooja man ki bhakti ke dwara sweekar hota hai, mans ya shakahari se nahi.
इस कथा से एक बात सिद्ध होता है कि। राम महासहारी थे पर केसे। ओ तो मरियाधा अहिंसक थे पर थे तो फिर दसारत को सीकर करने को किहू पड़ी जो अंधे के बेटे को बान लगा था। आखिर इस से सिद्ध होता है कि। हिनसाख वृद्धि का था।😮
Please read THE VALMIKI RAMAYAN PART-1 page No 250 ( Translated by Bibek Debroy). " They slew four large animals there. Hungry, they quickly ate the parts that could be eaten" Please explain. I am also not able to comprehend this lines.
Jagat me koi kisi nahi ye vedo ka sar ye duniya ka matalab ka yar jisake pas bangala gadi usake dosta hajar àap kud .Bhatke huve ho jo dusare k burai me fase ho ..Jago abhi bhi samay hai
श्री कृष्णा और राम नीले क्योंथे रामगढ़ भगवान थे तो उनके पिता क्या थे हनुमान अगस्त भगवान थे तो उनके लड़का कैसे पैदा हुआ यह धर्म सिर्फ अंधविश्वास धर्म और भक्ति का धर्म इसको कुछ भी एक सहयोग मानिए काल्पनिक धर्म धर्म है इसको एक सिर्फ मात्र सहयोग माननीय इसके अलावा इस धर्म में कुछ नहीं है सिर्फ अनुमति है जय हिंदजय भारत
@@shanvisaini9633Bina aurat ka koi paida nahi hua Sirf Aadam Alaihi salam ko banaya gaya Aur uski pasli se Maa Haua ko banaya gaya Google me Dekh lo bhai Islam haque pe hai
सतगुरु कबीर दास जी को कोटि कोटि नमन करते हैं वह परम पिता परमात्मा तो सृष्टि कण कण में विराजमान हैं सभी साधु संतों को कोटि कोटि नमन करते हैं संत साहेब जी की वाणी बहुत ही तार्किक तरीके की है साहेब जी को दिल से धन्यवाद देते हैं संत साहेब जी की वाणी को समझने के लिए व्यक्ति का बौद्धिक स्तर बहुत उच्च लेवल का होना चाहिए सच्ची बात हमेशा कड़वी होती है 🙏🙏🙏
😅
😅
Jay Ho Sant.Rama.Sankar.Saheb.ji.ko.Tary.Bar.Saheb.Bandggi. Saheb.Bandggi. Saheb.Bandggi. Natthu. Das. Nagsen.Nagar.pallot.No.476.G.H.B.padesra.Udhna.Surat.Date. 27.2..2024..Tayem..8..59..Jay Ho
एक बार गुरुदेव बताए थे सच बहुत मीठा होता है जिसका मुंह ही कड़वा होता है उसे तो सच्ची बात भी कड़वी ही लगेगी .... साहेब बंदगी ....
आत्मा कभी अमर नही हो सकती लिहाजा परम+आत्मा मतलब अच्छी आत्मा ( जीव) ईश्वर न खुद आत्मा है वो हमेशा से है और हमेशा रहेगा सारी sharsti को बनाया आप सोचोगे तो आप उसे किसी शक्ल में नही ढाल सकोगे उसकी एक नायाब मखलूक सूरज है जो जबसे बना कर ड्यूटी पर लगाया तब से जर्रा बराबर ना फरमानी नही की वो इस धरती से 13लाख गुना बड़ा है उसे हमारी सेवा में लगाया सारी कायनात में जो हम चीजे इस्तेमाल करते है उसमे कुछ माना की गई है usese रुकना है यानी सारी कायनात हमारी सेवा में लगाई है लिहाजा वो पूज्यनीय नही है सिर्फ इसको बनाने वाले निराकर को पूजो
खुद कबीर साहेब विष्णु भक्त थे! राम नाम की लूट है, लूट सके तो लूट! अंतकाल पछताएगा, जब प्राण जाएगें छुट🙏
राम से बड़ा राम का नाम अंत में निकला यह परिणाम जय श्री राम
अरे भाई कबीर दास के इस राम का अर्थ दसरथ वाला राम नहीं है, इस राम का मतलब है जो हर जगह हर प्राणी में बसता है
@@rohittikaniya100ब्रह्म, सत्य पुरुष
बहुत अच्छा विचार साहेब जी
❤❤❤❤❤❤❤❤❤ saheb bandagi saheb bandagi saheb bandagi ❤❤❤❤❤
किसी अन्य धर्म में हिंदुओं को नीच और अधिकार वंचित करके अपमानित नहीं किया गया है केवल हिंदू धर्म में ही 90% हिंदुओं को अपमानित गालियां अधिकार वंचित किया गया है
घंटा सनातन
बहुत ही सुन्दर व्याख्यान महोदय द्वारा धन्यवाद।।
आदरणीय श्री आप ने बहुत ही सही बात कही है आप को हृदय से नमन है
आशाराम बापूजी राम पाल राम रहीम दाती महाराज का चेला है ये
एक दम सही है
😊
श्री राम मांसाहार थे उनके पिता हिरण का शिकार क्यो करते थे राम जी भी हिरण का शिकार करते थे किसके लिए खाने के लिए
हिरणो का शिकार इसलिए करतें थे कि वह लोगों की खेत में फसल को नुक्सान करतें थे
धन्य हो आप,धन्य आपका ज्ञान भगवान आपको सद्बुद्धि दे जय श्री राम
सोने के हिरण को कोई खा सकता है क्या?सीता मैय्या को उनके वस्त्र के लिये चाहिए था
Sone ka hiran chal sakta he kya iska matlab kahani jhuth he @@omfadnis
@@aiyotech वो मायावी मारीच राक्षस था जो सोने का हिरण बनकर वहां पर जानबूझकर सीता और राम को खुद की तरफ आकर्षित करने के लिए टहल रहा था......कहानी पूरी पढ़ जाकर अनपढ़
10%परसेंट ऐसे भी बाबा है जो हिंदू धर्म विरोध अभियान के हिस्सा बने है। मन से ही ऊटपटांग कहानियां बना के
कबीर इसलाम धर्म को मानते हैं और कबीर मुसलमान हैं
Kabir pejama uska islam se koi lena dena nhi tha
कास आज आपके साथ कबीर जी और रजनीश ओशो होते तो मैं दावे के साथ कहता हूं इस पाखंड की जड़ का नामों निशान नहीं रहता आज देश की युवा पीढ़ी बहुत कुछ जान रही है🎉❤❤ प्रणाम गुरुदेव
Bhopal sharma was advantageous
Bhati shabbat good
😊
Chup chaap hoja bagwaan hai modi ji raam ka avtaar hai. Har har modi
Sunao andubhakto ko ab ye jal jaeygi
babaji aapki baat sahi hai, doctor bhi bimar vaykti ko maas khane ko kahte hai, doctor ko log bhagwan ka avatar mante hai, dhanyawad ho babaji,
संत वे होते है,जो दुसरे के धर्म का सम्मान करते है
Moot peene Wale tune kaun se Dharm ka Samman Kara
जाको गुरु अंधरा, चेला खारा निरंध।
अंधा अंधी खेल्या, दोऊ पड़े कूपंध। ।।
इन कलियुगी गुरूओं से सावधान हो जाएं।
Gajab sahi vakhya Kiya aapne Inka
😂😂😂😂😂 बिलकुल जैसा राजा वैसे प्रजा 😂😂😂 आपने एकदम सही बोला।
सत्गुरू जी को शत् शत् नमन
यह वही कलयुग है आज के युग में राम को नहीं रावण को बढ़िया कहते हैं
हरामखोर बदनाम करने वाले यत्रवत्र सर्वत्र घूम रहे हैं।।समय के साथ-साथ विनाश इनका पहले होगा जो अनुयाई वो भी शायद बचा ना रहेगा।।
Ye kalug nahi kalam ug hai
Kalyug nahi log shikshit ho gye hai
कबीर एक संत था न कि कोई भगवान था
Raam bhi bhagwan nhi tha
कबीर तो तलवार लेके सबको काटते बुलते थे।
તમારી પાસે છે બતાવીયે પ્રમાણ હમ બતાતે હૈ
@@nishantsharmapatrakar राम भी nahi tha bhagwan
महर्षि वाल्मीकि जी ने रामायण में जो भी लिखा है वह प्रमाणिक है । तुलसी ने उसी रामायण की नकल की है । अगर राम मांसाहारी थे तो इसमें किसी को क्या परेशानी है ?
परेशानी यही है कि ईश्वर के बनाई हुई जीव जंतु को नष्ट करने का अधिकार किसी को नहींमिला है, आपके बच्चे के साथ इस तरह किया जाए तो आपको कैसा लगेगा, प्रकृति में सभी के लिए एक नियम, सूरज जल अग्नि पृथ्वी हवा किसी जीव के लिए भेदभाव नहीं करते हैं, फिर भी इस तत्व से बने हुए व्यक्ति निर्णय क्यों बनजाते हैं। भैया आप को समझाना बहुत मुश्किलहै। आपसे क्षमा मांग लेना ही अच्छा रहेगा❤
@@dr.lbhomeopath4450jal गई क्या 😂😂😂
फिर मुस्लिम मांसाहारी होते है तो क्यो आपत्ती होती है 😂
@@dr.lbhomeopath4450 जब ईश्वर ही खा रहे हो तो हम भी अपने ईश्वर का अनुसरण कर रहे हैं, क्या बुराई है ईश्वर का अनुसरण कर मांस खाने में?..हमारे भगवान मांस खाते थे तो हम भी खाएंगे..
राम भगवान नहीं थे वो एक मनुष्य थे
To Kabir Kya the
@@sharad5028Shri Krishana ji kuda kaha o pichle janmay Ram thaa
Ram ek shikari tha
@@anjordaspatre776 🤣 बहुत बड़े शिकारी
एक राम दशरथ का बेटा एक राम घट घट में लेटा एक राम का जगत पसारा एक राम जगत से न्यारा।।
कृष्ण जी अपनी जिन्दगी मे दुख आने पर रोए, शिव जी अपने बेटे का सर काट कर रोए, जेसू के चेले जब उनको शोड कर भाग गए तो जेसू रोए, राम जी की सीता रावण ले गए तो राम जी रॉय, धन गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज पिता जी की कुर्बानी हुई न रोए माता जी और 4 साहिब यादों की कुर्बानी पर नही रोए।
साहब साहेब बन्दगी
संत होते हुए भी इतना विष भरा हुआ है, आपकी कितनी भी पीढ़ियां जन्म ले ले परंतु सनातन धर्म को कभी समाप्त नहीं कर सकती, राम से बड़ा राम का नाम अंत में निकला यह परिणाम ❤️❤️❤️
Teri ma'am ki
1o1olanda nand modi
God di kala manusha vich jis tara quran pak vich hai usi tara hundi hai.
Allah ji kise apne manne vale ko uthate hai. Or geyan de jariye apna messg manush de jariye sab loka tak pohcha dinde han.
Ke tusi sab adam di olad ho.
Adam baba ji da putla ja (murati ja shav ) bana una nu god nahi bana sakde ho .
O kareshan han. Banaye hoye.
Na ke kareyetar.
Je o har dor vich
Je o har jug jug
Sadi vich ..
Apne bando me se kise ko ithate hai to sab hi god huye.
Agar je thuri sahi hai to.
Fir age v asa hi chalta rehna chahiye.
Ab kon hai. Geyan to hi pata chalda hunda hai. Kon hai.
Koi hai to world de samne aye. ?.
Sab dharm mante hai to likha v hai.
Labo bahi . Je sache han tahade granth ta labo bahi kehrrde han.
@@RameshSahu-e5vGod di kala manusha vich jis tara quran pak vich hai usi tara hundi hai.
Allah ji kise apne manne vale ko uthate hai. Or geyan de jariye apna messg manush de jariye sab loka tak pohcha dinde han.
Ke tusi sab adam di olad ho.
Adam baba ji da putla ja (murati ja shav ) bana una nu god nahi bana sakde ho .
O kareshan han. Banaye hoye.
Na ke kareyetar.
Je o har dor vich
Je o har jug jug
Sadi vich ..
Apne bando me se kise ko ithate hai to sab hi god huye.
Agar je thuri sahi hai to.
Fir age v asa hi chalta rehna chahiye.
Ab kon hai. Geyan to hi pata chalda hunda hai. Kon hai.
Koi hai to world de samne aye. ?.
Sab dharm mante hai to likha v hai.
Labo bahi . Je sache han tahade granth ta labo bahi kehrrde han.
Jay Kabir saheb
एक नायक को फर्स से आसमान तक उठाने के लिये एक खलनायक का होना जरूरी है । यह फिल्मी कहानी है ।
He is giving speech as he was physically present at ramayan time,
Islam hi sachha dharm hai, ise se mukti milegi❤
😂😂😂
😂😂😂😂😂
Kisi darm se mukti nahi milegi
😂😂😂😂😂
Bhai my bhi muslim hu isliye aap ko ek baat batao...agar aap chahte ki koi islam qubul kare to pehle apne bolne ke tariqe ko durust kare...dusro ko degrate aur apne aap ko superior kehkar koi kisi ka dil nahi jeet sakta...
जो आपको अचछा लगता है,वही करीऐ,लेकीन कभी भी किसी जाति संप्रदाय के बारे में आपको बोलने का कोई अधिकार नहीं है आपको यहाँ किसने भेजा है
सही बता है
ये बता दे भाई तुम्हारी बात क्यूँ माने तुम भी तो किसी का लिखा हुआ पढ़ रहे हो और अगर दम है तो प्रॉफिट मोहम्मद के बारे मैं क्यूँ नहीं बोलते ??
बहुत बढ़िया कहा है आपने
Vo bhi jarur bole or tum bhi bolo profit mohmmad sallallahu alaihi wasallam ke bare but tab jab unke bare me tum knowledge le lo fir faltu me apni andhbhakti mat dikhana samjhi unki biography padho or dekho ki kis tarah Ameer family me birth lene ke baad bhi unhone us ameeri ko chhodkar Islam ke garibi ko chuna or logo ki madad ki or islam ke dusamno ko bhi dua hi di unhone or Allah se dua mangi ki ya Allah mere khilaaf ladne valo ko imaan se nawaj isliye tum bhi pahle Islam ki knowledge lo or profit mohmmad sallallahu alaihi wasallam ki biography bhi Jano tab tumhe pata chalega ki tumhare pundito ne apne fayde ke liye kitna moorkh banaya or tum log sadiyon se moorkh bante huye aaye bhi ho or pakhand pe pakhand tum log karte ho isliye apni tark. Or budhhi se socho ki ishwar kisi kahte hai I mean ki god ko kaise difine karoge vo bhi logic or tark ke jariye samjhi isliye apne dharm granth padh fir bolo
आपका कोटि-कोटि प्रणाम बाबा जी आपका वचन सुनकर चहे दिल से प्रणाम
परमात्मा हर काल में समान है काल्पनिक कहानी और 33 करोड़ देवता और धर्म के चक्कर में भारत के लोग आज तक शिक्षित नहीं हो पाया
पढ़े लिखे भी अंधेरे में takre खा रहे है कभी इधर कभी उधर
Are murkh tum sikshit nahi ho paya to isme kiska dosh hai ye nahi maloom,lakin Bharat ke rishiyo munio ne Vaganik tarike se siksha ke praman tb milte jab Kabir paida nahi hua the
Are Bhai sahab Bharat me tab se siksha aur University tab se Rahi hai jab Kabir sahab ka janma nahi hua tha ,aur isme Rishio Munio ko kya yogdan uske liya bariki se padna parta hai ,lakin afsos is samaj me aise nirbuddhi hai jo Arth ka Anarth apni suvidha ke anusar bata dete hai
❤
Nice
🙏🙏🙏🙏🙏 आप जैसे लोगो के कारण ही धरती पर धर्म विद्यमान हैं, सत साहेब
जय गुरुदेव 👏
आप सही कह रहे हैं साहेब रामायण में केवल गप्प गप्पुली भरा पड़ा है
पाखड़ी,आडंबरी,दुराचारी भी निजी जीवन में विपत्तियों में श्री राम को ही याद करते। मांस का तत्कालीन समय क्या अर्थ था? मूढ़ कभी नही समझ नही पाएंगे।कबीर भी आजीवन राम नाम ही जपे। आंखे खोलो।
इसका मतलब श्री राम भगवान तो जरूर हैं जिनका जन्मोत्सव भी सूर्य देव देखने के चक्कर में अस्त होना भूल गए बोलो जय श्री राम
आपके सत्संग में असली हिंदू नही होंगे सब आपके मानने मानने वाले होंगे
सही कहा भाई सहाब आपने मुझे ऐसे ही लग रहा हे ये सुनने वाले पक्का 2014 से पहले वाले होंगे।😂😂
राम ने लक्ष्मण से काहा सीता ने मीरा को काहा शिबजी ने पार्बती से काहा करिशन ने राधा से काहा कबीर ने काहा किस ने किस को कया काहा शूरु से यही सुनते आ रहे है जो यह पाखंडी बाबा है बो कोई मेहनत का काम तो कुछ करते नहीं धर्म के नाम का धंधा बना रखा है ईसने कया काहा उसने कया काहा सही बाणी कोई बोलता नहीं बस दूनिया को मूर्ख बना बना के भोले भाले लोगो को ठग रहे है जो तर्क कर के बताते है सिर्फ बो ही सत्य बताते हैं बाकी बाबाओं ने तों धर्म को अपना रोजगार बना रखा है किसी की बातें सूनने से अच्छा है कि आप खुद ही ग्रंथ पड़हे ना कि जगह जगह भटकें धन्यवाद
संसार में आप बहुत बुद्धिमान हैं किसी और धर्म के खिलाफ बोल कर दिखाओ तो हम जानेंगे जिस पत्तल में खा रहे हो उसी में छेद कर रहे
Aur kisi Dharm ke bare me bus juban khol de to fir .........tan se juda Bakwas nahi kar payange
Jaha galti he vahi to pakdenge
साहेब जी आप भी 14 वर्ष का वनवास जंगल जंगल घूम कर जीवन काटोगे तब हम आपको सत साहेब मानेंगे । गाद्दी पर बैठकर आप एक दूसरे को लड़ा रहे हो ।
जो कहता है वो करता नहीं, जो करता है वह कहता नहीं ।
राम ने कभी ऐसा प्रवचन नहीं किया है
ਮੈਂ ਸਿੱਖ ਹੂ ਗੁਰੂ ਗ੍ਰੰਥ ਸਾਹਿਬ ਜੀ ਵਿੱਚ ਭਗਤ ਕਬੀਰ ਜੀ ਦੀ ਬਾਣੀ ਪੜ੍ਹ ਬਹੁਤ ਸਾਂਤੀ ਗਿਆਨ ਤੇ ਸਮਾਜ ਵਿਚ ਚੰਗੇ ਇਨਸਾਨ ਬਣਨ ਦੀ ਸਿੱਖਿਆ ਮਿਲ਼ਦੀ। ਮੂਰਤਿ ਪੁੱਜਾ ਪਾਖੰਡ ਤੋਂ ਬਚਣ ਲਈ ਪ੍ਰੇਰਣਾ ਮਿਲ਼ਦੀ ਹੈ। ਗੁਰੂ ਨਾਨਕ ਦੇਵ ਜੀ ਨੇ ਗੁਰੂ ਗ੍ਰੰਥ ਸਾਹਿਬ ਜੀ ਵਿੱਚ ਮਾਸ ਤੇ ਬਹੁਤ ਸੁੰਦਰ ਬਾਣੀ ਕਹੀ ਹੈ ਕੇ।ਮਾਸ ਮਾਸ ਕਰ ਮੂਰਖ਼ ਝਗੜੇ । ਮਤਲਬ ਮਾਸ ਖਾਣਾ ਜਾਂ ਨਹੀਂ ਖਾਣਾ ਸਾਡੀ ਆਪਣੀ ਮਰਜ਼ੀ ਹੈ ।ਇਸ ਗੱਲ ਤੇ ਸਾਨੂੰ ਲੜਣਾ ਜਾਂ ਬਹਿਸ ਨਹੀਂ ਕਰਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਕਿਉਕਿ ਅਸੀਂ ਵੀ ਖੁੱਦ ਮਾਸ ਦੇ ਬਣੇ ਹੋਏ ਹਾਂ l ਗੁਰੂ ਅਰਜਨ ਦੇਵ ਸਾਹਿਬ ਜੀ ਨੇ ਗੁਰੂ ਗ੍ਰੰਥ ਸਾਹਿਬ ਜੀ ਵਿੱਚ ਕਬੀਰ ਜੀ ਨੂੰ ਬਹੁਤ ਸਨਮਾਨ ਦਿੱਤਾ ਸਿੱਖ ਧਰਮ ਭਗਤ ਕਬੀਰ ਜੀ ਦੀ ਬਹੁਤ ਇੱਜਤ ਤੇ ਸੰਮਮਾਣ ਕਰਦਾ ਹੈ 🙏🙏🙏
इस बहस में पड़ना इस कहानी को सच मानने के बराबर है।यह काल्पनिक कहानी है इतिहास नहीं।
Bahut nice vichar hai aapke
राम जब काल्पनिक है तो फिर मांसाहारी और शाकाहारी का क्या मतलब अंध भक्तों!
बिलकुल सही कहा
तुमारी मती भ्रस्ट होगयी हे वेसे श्री राम भगवान को कुछ फरक नही पडता हे तुम मानो या न मानो जय श्री राम
हे कालनेमि, भगवान राम हृदय में वास करते हैं उनके जगह दूसरे को स्थान कैसे दें, हर युग में तुम्हारे जैसे कालनेमी थे,,,,,,,,,,
Bahut sahi NamKaran
अंधभक्ति में लीन अंधभक्त महोदय।
Bhagwaan ki patni pahle gf thi Rawan ki ram hijda nikla to Rawan fir bhagakar le gya tha kyun 😅😅😅
❤️❤️❤️❤️जय श्री राधा ❤️❤️❤️❤️
हमने कबीर को नहीं देखा हमकैसे माने सनातन धर्म को जो षड्यंत्र करके बदनाम कर रहे हो पहले पूरा ढंग से समझ लो फिर बोलो देश की जनता अनपढ़ नहीं है सब को समझ है तुम चाहे बोलो
अगर इतने बड़े विद्वान है तो ।आइए
आप शास्त्रार्थ कीजिए
3wz
धर्म का शास्त्र से कोई लेना-देना नही
sahi kaha
Mere se kar lo
सही लगा
ये आज के बड़े पाखंडी, है, इस पाखंडी ने देखा है जब श्री राम बनवास जा रहे थे, तब माता सीता ने क्या कहा और क्या नहीं
एक तरफ कह रहे हो राम भगवान नहीं थे दूसरी तरफ कह रहे हो भगवान राम वनवास जा रहें हैं चैनल चलाने के लिए कुछ भी बकवास मत करो बैठकर। जय श्री राम
Yah tumhare Ramayan ke anusar bol rahe hain balki Bhagwan nahin kah rahe hain
Right ❤
रावण भी कहता था राम भगवान नहीं है लेकिन अंत में उसके मुंह से श्री राम राम राम जपने लगने लगा !
Sabhi din Papa karo ant me ram le na avrg mil jayega
रामायण काल्पनिक है ।
Bata to yese rahe hai jaise aap waha sun rahe the Rawan ne jo kahe the
Lagta hai ye mahashaya bhi the waha par jab Rawan mar raha tha kyo bhai coment me batana zara
Comment box ke gyani purush agar humne ram ko nahi dekha think hai lekin bol to aise rahe ho ki Kabir to tumhare kaan me ye sab fuk ke Gaye hai,
Likha hai wahi to mante ho ki ghat ghat me aadipurush hai Kya tumne dekha hai dekhna chhodo naam tak to pata nahi hai bas bol Diya bina koi tark diye
सद्गुरु जी में आपको ❤ से बार बार साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी करता हूं
तूमको किसने अधिकार दिया दुसरे धर्म पर ऊंगली उठाने का
Ungli he to uthegi
Q dharm granth padna guna hai kiya.. Granth mai jo kuch bhi likha kiya use failana paap hai kiya..
हिन्दू लोग कभी अपने धर्म शास्त्र नही पढ़ते तो कहां से मालूम होगा बस whatsapp University se पढ़ लेते हैं बस वही दूसरे को बकते हैं
जय श्री राम राम के जैसा कोई नहीं है राम ही सत्य परमात्मा है कंकड़ में भी राम विराजमान है क्योंकि कबीर साहेब कहां है राम नाम से हुई भली
😂😂😂 ओर फिर भी यूट्यूब पर डूंडते हैं उनको 😂😂😂😂 वो भी अमरीका का बनाया हुआ
Jay Kabir saheb
बहुत-बहुत Dhanya hai aap Sahi Baat batane ke liye
प्रभू श्री राम के अस्तित्व को मिटाने की चाहे कितनी भी कोशिश करले ये दुनिया प्रभू हमारे हृदय मे हैं
❤❤❤❤जय श्री राम ❤❤❤❤
जल गई 😂😂
अछा भाई तुमको एक बात बोलना चाहता ही अगर तुम एक पथर पानी मै रख दो अगर डुब गया तो तुमको गलत मानीगा अगर वह पथर नही डुबा तो मय भी आप को भगवान मानीगा यै चयलेज करता ही तुम सै अरै भाई वह भगवान है मेरा जय क्षी राम 🙏🏻
Santrampal Ji Maharaj is superem power
😂😂😂😂😂😂 kom3dey
बलात्कारी बाबा
Excellent explanation sir
Salam h apke gyan ko baba ji ❤
पंडित जी सच से ऊपर आस्था है आस्था से ऊपर सच नहीं हो सकता यह हमारे सुप्रीम कोर्ट का फैसला है ना समझ आए तो बाबरी मस्जिद को देख लो
Such Haqeeqat ko kahte hai Jo cheez reality ke samne ATI ho wo sirf idiyalty means bharm wahm hota hai.
सच्ची बहुत कड़वी होती है
Nice line.. Ramayan Mahabharat sab mithya hai bhai....💪💪
O . K .
Jab ramayan maha Bharat mithya hai to aap kaise sachche ho
Sabse bada aap hai. Jo Dunia ko ultra sidha batakar rasatal me le ja Rahe Hai.
Bahut sahi bhai ye pura baklol hai
Ye logo ko Gumrah kar raha he
होली गाय का मिथक..डी एन झा द्वारा
कोई डॉक्टर हो या प्रोफेसर, कोई भी अपने धर्मग्रंथों का अध्ययन नहीं करता और न ही घर में वेद, उपनिषद, वाल्मिकी रामायण अष्टावक्र गीता नहीं रखता।
Aadha dimag , aadha gyaan...topic bhi laya to mass ka.... yeh aur eske parwachan sunne wala bhi nark me chala jayega
रामचरीत मानस में सरवसती कितनी बार आई है उसको भी बाताने का कष्ट करें आप
इस भाई साहब जी ने बिल्कुल सही कहा संत जी ने
तू सो जा रे घर जाके
राम के बिना तेरी कथा भी अधूरी है,
राम का नाम to लेना ही पड़ता है 😄
साहिब बंदगी बहुत सुंदर बहुत सुंदर
फिर आप लोग राम पाल जी को पूजने लग जाओगे
इंसान जब से पैदा हुआ मांसाहारी था फिर उसने खेती सीखी और गाय पाली शाकाहारी बना, हिंदू दर्शन ने शाकाहार का महत्व बताया भगवान राम वनवास में कंदमूल खाते थे तथा ब्रह्मचर्य का पालन करते थे कुछ धर्मो के त्यौहार मांसाहारी हैं उस पर भी दो शब्द बोले।
Purani valmiki ramayan padho usmein sab likha hai
सत श्री कबीर साहेब को नमन
हम आपसे एक बात को लेकर खुश हूं कि आप इस्लाम इसाई बौद्ध के भी पाखण्ड उजागर करते हैं।
बौद्धों का कौन-कौन सा पाखंड उजागर किया ?
Islam me kya kya pakhand hai ?????
जिस तरह तुम अपने धर्म पर अडिग हो हम भी अपने धर्म से नही हटने वाले। जय श्री राम ❤❤
Shi bat he
Dharmik aur dharmandh hone me fark hota hai 😉
😊
Ram wasn’t God he can be good human being but not God
Wah dil. Jeet li ❤
Valmiki Ramayan ke kis khand ke kis shlok( kavya) me hai ki ram mans khate they.. please reply
वीडियो ठीक से देखिए और समझिए...
कम से कम 10 बार देखिए और 100 बार शेयर करिए!
मियाँ लगते हो मांस खाना सही है 🤬@@khushhalzindagitv
Purani valmiki ramayan shlok 32
Periyaar ki ramayan me b yahi likha hai
आज हिन्दू ही हिन्दू के साथ नही अपने ही धर्म को नीचा दिखाने में लगे है।
Hindu dharm mai likha hi hai kuch iss tarah se .. Kiya kare tum padte nahi muh utha gali dene lagte ho..?? Kabhi pad bhi liya karo...?? Aur compare kar k dekh lo koun sa dharm insano liye best hai
@@sambapukan mujhe to kani nahi mila padhne ko, सिवाय काल्पनिक कथाओं के👻🤣
सत्य को सत्य वलने के लिए प्रमाण कि आबस्यकता होती है, झूट को सत्य साबित करने के लिए अनुमान ओर कल्पनाएं क्या पर्याप्त हगा।
Sant Kabir das ji jis Ram ko pukar rahe hain wo Dashrath ke bete Ram nahi hai . Wo samast brahmand ke banane wale Srashta ki baat. Kar. rahe h Jise. Ishwar kah lo ya Allah. ❤ Santon ki budhi simit nahi hoti ....
(ख) आदरणीय दादू साहेब जी (अमंत वाणी में प्रमाण) कबीर परमेश्वर
के साक्षी -
आदरणीय दादू साहेब जी जब सात वर्ष के बालक थे तब पूर्ण परमात्मा जिंदा महात्मा के रूप में मिले तथा सत्यलोक ले गए। तीन दिन तक दादू जी बेहोश रहे। होश में आने के पश्चात् परमेश्वर की महिमा की आँखों देखी बहुत-सी अमंतवाणी उच्चारण की :
जिन मोकुं निज नाम दिया, सोइ सतगुरु हमार। दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर संजन हार।। दादू नाम कबीर की, जै कोई लेवे ओट। उनको कबहू लागे नहीं, काल बज्र की चोट ।। दादू नाम कबीर का, सुनकर कांपे काल। नाम मरोसे जो नर चले, होवे न बंका बाल ।। जो जो शरण कबीर के, तरगए अनन्त अपार। दादू गुण कीता कहे, कहत न आवै पार।। कबीर कर्ता आप है, दूजा नाहिं कोय। दादू पूरन जगत को, भक्ति दंढावत सोय ।। ठेका पूरन होय जब, सब कोई तजै शरीर। दादू काल गॅजे नहीं, जपै जो नाम कबीर।। आदमी की आयु घटै, तब यम घेरे आय। सुमिरन किया कबीर का, दादू लिया बचाय।। मेटि दिया अपराध सब, आय मिले छनमाँह। दादू संग ले चले, कबीर चरण की छांह।। सेवक देव निज चरण का, दादू अपना जान। भंगी सत्य कबीर ने, कीन्हा आप समान।। दादू अन्तरगत सदा, छिन छिन सुमिरन ध्यान। वारु नाम कबीर पर, पल-पल मेरा प्रान।। सुन-2 साखी कबीर की, काल नवावै माथ। धन्य धन्य हो तिन लोक में, दादू जोड़े हाथ।। केहरि नाम कबीर का, विषम काल गज राज। दादू भजन प्रतापते, भागे सुनत आवाज।। पल एक नाम कबीर का, दादू मनचित लाय। हस्ती के अश्वार को, श्वान काल नहीं खाय।। सुमरत नाम कबीर का, कटे काल की पीर। दादू दिन दिन ऊँचे, परमानन्द सुख सीर ।। दादू नाम कबीर की, जो कोई लेवे ओट। तिनको कबहु ना लगई, काल बज की चोट ।।
और संत सब कूप हैं, केते झरिता नीर। दादू अगम अपार है, दरिया सत्य कबीर।।
कौन तथा कैसा है कुल का मालिक?
79
अबही तेरी सब मिटै, जन्म मरन की पीर। स्वांस उस्वांस सुमिरले, दादू नाम कबीर।। कोई सर्गुन में रीझ रहा, कोई निर्गुण ठहराय। दादू गति कबीर की, मोते कही न जाय।। जिन मोकुं निज नाम दिया, सोइ सतगुरु हमार। दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर संजन हार
Wo khud hi permeshwar hai bhai 😅
मुर्ख साधु , मुर्खतापूर्ण बात ही करते हैं। सतगुरु कबीर साहेब ने भी रावण के बारे में बोहत सारे भजन में रावण को अंहकारी वह अत्याचारी बताया है
वाल्मीकि रामायण की कौन से अध्याय में लिखा है यह भी तो बताओ पुरा पुरी सफेद झूठ बोल रहे हो बाबा जब तुम को पूरा ज्ञान मालूम ही नहीं है भोले भाले जनता को गुमराह कियु कर रहे हो पहले ठीक से भगवान श्री राम बारे जान लो उसके बाद प्रबचन देना तुम खुद राम को नहीं मानते हो तो ठीक है मत मानो लेकिन लोगों को तो मत भड़काओ अच्छे कर्म करो यार ओर राम कि नाम लो लोगों को भड़काना छोड़ दो इससे तुम को किया मिलेगा प्रेम से बोलो जय श्री राम
जय श्री राम ❤️❤️
ऐसी बानी बोलीऐ, मन का आपा खोय, ओरन को शीतल करे आपहु शीतल होय।-------‐शबद संभाल के बोलीए, शबद के हाथ न पांव, ऐक शबद औषघी करै ऐक शबद करे धाव।‐------कबीर पंथी बनीए कटटर पंथी नही। वाणी मे वीवेक रखीऐ , मेरा ही पंथ या संपृदाय सही ये सबसे बडा अंहकार या अज्ञान है। सनातन धरम ऐक संमदर है, संपूदाय या पंथ तालाब जेसे हे। कबीर साहेब ने पाखंडी लोगो को फटकार लगाइ हे। -----श्री राम परफेकट भाइ, बेटे,पती,राजा, लीडर और मीत्र हे। हम संसारी उनके आस पास आ भी नही सकते। श्री राम जी अमल करके दिखाया हे, और हम सब केवल वाणी वीलास करते हे। मेरा परीवार 4 पेढी से कबीर पंथी हे। ----------बुरा देखन मे चला , बुरा ना मीलीया कोय, जो दील खोजा आपमे, मुजसा बुरा न कोय। 🙏 साहेब बंदगी
Do you believe in facts mentioned by above Baba . Yes or no . If not then please kindly rebut him logically
@@logicalindian9227 No, they might be heard from their senior, ideal or guru. They have to research by authenticity. The dharma made by lord, and sampraday or panth made by human. Every panth want to make bigger their ideal personal rather then Santan dharma.
@@rakeshvasava5831 . If any point made by above orator is false then you should rebut him with logic and reasoning . Not through sermons .
Kabir ko bhi kisi ne likh diya jo champu thaa😂😂
Sant gareeb das ji ko permeshwar mile the ok jraa sant gareeb das ji k baare me pta karo😅
Anant koti brahmand ka ek rati nhi bhaar satpurush kabir hai kul k srijan haar ❤️
@sant gareeb das ji
(ख) आदरणीय दादू साहेब जी (अमंत वाणी में प्रमाण) कबीर परमेश्वर
के साक्षी -
आदरणीय दादू साहेब जी जब सात वर्ष के बालक थे तब पूर्ण परमात्मा जिंदा महात्मा के रूप में मिले तथा सत्यलोक ले गए। तीन दिन तक दादू जी बेहोश रहे। होश में आने के पश्चात् परमेश्वर की महिमा की आँखों देखी बहुत-सी अमंतवाणी उच्चारण की :
जिन मोकुं निज नाम दिया, सोइ सतगुरु हमार। दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर संजन हार।। दादू नाम कबीर की, जै कोई लेवे ओट। उनको कबहू लागे नहीं, काल बज्र की चोट ।। दादू नाम कबीर का, सुनकर कांपे काल। नाम मरोसे जो नर चले, होवे न बंका बाल ।। जो जो शरण कबीर के, तरगए अनन्त अपार। दादू गुण कीता कहे, कहत न आवै पार।। कबीर कर्ता आप है, दूजा नाहिं कोय। दादू पूरन जगत को, भक्ति दंढावत सोय ।। ठेका पूरन होय जब, सब कोई तजै शरीर। दादू काल गॅजे नहीं, जपै जो नाम कबीर।। आदमी की आयु घटै, तब यम घेरे आय। सुमिरन किया कबीर का, दादू लिया बचाय।। मेटि दिया अपराध सब, आय मिले छनमाँह। दादू संग ले चले, कबीर चरण की छांह।। सेवक देव निज चरण का, दादू अपना जान। भंगी सत्य कबीर ने, कीन्हा आप समान।। दादू अन्तरगत सदा, छिन छिन सुमिरन ध्यान। वारु नाम कबीर पर, पल-पल मेरा प्रान।। सुन-2 साखी कबीर की, काल नवावै माथ। धन्य धन्य हो तिन लोक में, दादू जोड़े हाथ।। केहरि नाम कबीर का, विषम काल गज राज। दादू भजन प्रतापते, भागे सुनत आवाज।। पल एक नाम कबीर का, दादू मनचित लाय। हस्ती के अश्वार को, श्वान काल नहीं खाय।। सुमरत नाम कबीर का, कटे काल की पीर। दादू दिन दिन ऊँचे, परमानन्द सुख सीर ।। दादू नाम कबीर की, जो कोई लेवे ओट। तिनको कबहु ना लगई, काल बज की चोट ।।
और संत सब कूप हैं, केते झरिता नीर। दादू अगम अपार है, दरिया सत्य कबीर।।
कौन तथा कैसा है कुल का मालिक?
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अबही तेरी सब मिटै, जन्म मरन की पीर। स्वांस उस्वांस सुमिरले, दादू नाम कबीर।। कोई सर्गुन में रीझ रहा, कोई निर्गुण ठहराय। दादू गति कबीर की, मोते कही न जाय।। जिन मोकुं निज नाम दिया, सोइ सतगुरु हमार। दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर संजन हार
Sach 👌😃😃😃
@@nitumajhi4381 jinhe tum sadharan insaan samajhte ho wo permeshwar hai 😅 samay aane pe pta lagega kaun kyaa hai 😅गरीब, सुपच रूप धरि आईया, सतगुरु पुरुष कबीर। तीन लोक की मेदनी, सुर नर मुनि जन भीर ।। ६७।।
गरीब, सुपच रूप धरि आईया, सब देवन का देव। कृष्णचन्द्र पग धोईया, करी तास की सेव ।। ६८।।
गरीब, पांचों पंडौं संग हैं, छठे कृष्ण मुरार।
चलिये हमरी यज्ञ में, समरथ सिरजनहार ।। ६६।।
गरीब, सहंस अठासी ऋषि जहां, देवा तेतीस कोटि ।
शंख न बाज्या तास ते, रहे चरण में लोटि ।। १०० ।। गरीब, पंडित द्वादस कोटि हैं, और चौरासी सिद्ध ।
शंख न बाज्या तास ते, पिये मान का मध ।। १०१।।
गरीब, पंडौं यज्ञ अश्वमेध में, सतगुरु किया पियान।
पांचों पंड़ौ संग चलै, और छठा भगवान ।। १०२।।
शंक।
गरीब, सुपच रूप को देख कर, द्रौपदी मानी जानि गये जगदीश गुरु, बाजत नाहीं संख ।। १०३।।
गरीब, छप्पन भोग संयोग करि, कीनें पंच गिरास ।
द्रौपदी के दिल दुई हैं, नाहीं दृढ़ विश्वास ।। १०४।।
गरीब, पांचों पंडौं यज्ञ करी, कल्पवृक्ष की छांहि।
द्रौपदी का दिल बंक है, कण कण बाज्या नांहि ।। १०५ ।।
गरीब, सुर नर मुनि जन यज्ञ में, त्रिलोकी के भूप।
सुपच यज्ञ में आईया, नित बेचत है सूप ।। १०६ ।।
गरीब, छप्पन भोग न भोगिया, कीन्ह पंच गिरास ।
खड़ी द्रौपदी उनमुनी, हरदम गरीब, बोले कृष्ण महाबली, क्यूं घालत श्वास ।। १०७ ।। बाज्या नहीं शंख।
जानराय जगदीश गुरु, काढत है बल बंक ।। १०८ ।।
गरीब, द्रौपदी दिल कूँ साफ कर, चरण कमल ल्यौ लाय।
अवतार स्थान श्री रामपुर धाम
३७२
पाय ।। १०६ ।।
बालनीक के बाल
सम, त्रिलोकी नहीं
गरीब, चरण कमल कूँ धोय करि, ले द्रोपदी अंतर सीना साफ होय, जरै सकल प्रसाद। अपराध ।। ११०।।
गरीब, बाज्या शंख सुभांन गति, कण कण भई अवाज।
स्वर्ग लोक वाणी सुनी, त्रिलोकी में गाज
@@nitumajhi4381 Anant koti brahmand ka ek rati nhi bhaar satpurush kabir hai kul k srijan haar ❤️
Sant gareeb das ji
1726 me permeshwar kabir ji mile sant gareeb das ji ko mahima gaayi kalam tod
I thought Ram was vegetarian. It is a new information. What do you guys think?
राम जी भगवान् थे नहीं थे नहीं थे लेकिन मास खाना ये गलत है किस पेज में लिखा है बताने की किरपा करेंगे
Purani valmiki ramayan shlok 33
बहुत बढ़िया
Jitna pandit utna niyam
काल्पनिक रामायण खड़ी की है नाम गुप्त है कोटी नाम संसार में गुप्त नाम भजे बिरला कोई ❤❤❤ जय गुरुदेव गुरु अपने अंदर है उसे प्रगट करना चाहिए
बूढ़े की आधे से ज्यादा उम्र बीत गई परंतु अहंकार नहीं गया अंदर से मृत्यु के समय यही अहंकार नरक की ओर ले जाएगा🤣🤣🤣🤣🤣जय श्री राम
Sahi kah rahe ho bhaiya yah narg hi jaega
रामायण पढ़ी होगी, लेकिन अर्थ समझना तुम वेवकूफ़ो की वस्की बात है नहीं,
Bechara hindu isko lagta hai nark naam ki chiz bhi hoti hai 😂😂😂
हर हर महादेव सद बुद्धि दे ईस भाषण देने वाले को
कभी मुसलमान के बारे में बोलकर भी तो दिखाओ हिम्मत है तो इतने ही सच्चे ज्ञानी है तो मेरे राम हमेशा से सर्वशक्तिमान है सबके दिलों में है
कहने वाले की सोच से ज्यादा सुनने वाले की सोच हो तब समझा जाए
तब मुह मे ? लग जायेगा।
कायर है राम भीभीषन के भरोसे थे,हनुमान,जामवंत,नल नील,सुग्रीव के आश्रित थे खुद में कोई शक्ति या बुद्धि नही थी TV देखकर भावुक न हो,,,,,भीभीषन न होता सुग्रीव न होता तो मेघनाथ या बाली ही कब का मार देते तुम्हारे कायर डरपोक धोखेबाज काल्पनिक पात्र राम को😂😂😂😂
मुस्लिम ने नकली धर्मग्रंथ कहानी लिखकर हमारे पुरवज को नही ठगा है,,,,तुम्हारा घर गंदगी से महकेगा तो तुम दूसरे घर जाओगे साफ करने,,,,,,33 करोड़ देवता तुम्हारे है मुस्लिम के एक है तब भी फटती है तुमलोग की,,,,,32,99,99,999 देवता का कर लेने दो बात जब दोनों ओर एक एक बचेंगे तब बराबरी पे बात करना,,,,,,,दूसरी बात तुमको राम पे भरोसा नही क्या वो खुद देख लेगा इनको वो तो अन्तर्यामी है,,,दुनिया चले न सिरी राम के बिना,,,,ये भी वही चला रहे होंगे भगवान की रक्षा इंसान करेगा अब 😂😂😂😂
Agar sarvshaktiman hai to unko Pakistan aur chin ki Seema per bhej do
ज्ञान भारती पुस्तक मे एक यज्ञ नाम की कहानी होती थी अब हटा दिया है... उसमें लिखा था कि यज्ञ के समय बुढ़ी और जर्जर गाय की बलि दी जाती थी और उनका माँस खाया जाता था... इंद्रदेव भगवान को प्रसन्न करने के लिये ये सब होता था
आज अधिकांश कबीर पंथी मांस खाते एवं शराब पीते है पहले उन्हें सुधारिये और आपके महंत उन्ही घरों मे चौका आरती करते है
जो मांस खाते हैं वे कबीर पंथी हो नहीं सकते । वे कबीर पंथ का चोला ओढ़े पाखंडी है।
Jab Bhagwan Shiv, Durga, Kaali, aadi ko Machli aur bakre ka mans ka bhog diya jaata hai, to phir Bagwan Ram ke mans khane se logo ko dikkat kya hai? Unko bhi mans ka bhog lagakar pooja kiya jaa sakta hai. Pooja man ki bhakti ke dwara sweekar hota hai, mans ya shakahari se nahi.
बोलने बाला गदहा मांस कोई नहीं खाता है हमारे परदादा शाकाहारी थे और पुरा शाकाहारी था राम युग सभी शाकाहारी था
इस कथा से एक बात सिद्ध होता है कि। राम महासहारी थे पर केसे। ओ तो मरियाधा अहिंसक थे पर थे तो फिर दसारत को सीकर करने को किहू पड़ी जो अंधे के बेटे को बान लगा था। आखिर इस से सिद्ध होता है कि। हिनसाख वृद्धि का था।😮
सच बोले तो तिखा लगता क्या करे !
तिखा नहीं मीठा लगता है ....
Please read THE VALMIKI RAMAYAN PART-1 page No 250 ( Translated by Bibek Debroy).
" They slew four large animals there. Hungry, they quickly ate the parts that could be eaten"
Please explain. I am also not able to comprehend this lines.
साहेब बंदगी
Ramji was King of his kingdom. ..
Jagat me koi kisi nahi ye vedo ka sar ye duniya ka matalab ka yar jisake pas bangala gadi usake dosta hajar àap kud .Bhatke huve ho jo dusare k burai me fase ho ..Jago abhi bhi samay hai
Bai granth kahan se mila ye jise pada
श्री कृष्णा और राम नीले क्योंथे रामगढ़ भगवान थे तो उनके पिता क्या थे हनुमान अगस्त भगवान थे तो उनके लड़का कैसे पैदा हुआ यह धर्म सिर्फ अंधविश्वास धर्म और भक्ति का धर्म इसको कुछ भी एक सहयोग मानिए काल्पनिक धर्म धर्म है इसको एक सिर्फ मात्र सहयोग माननीय इसके अलावा इस धर्म में कुछ नहीं है सिर्फ अनुमति है जय हिंदजय भारत
तुम लोग बिना ओरत कैसे पैदा हुए 😅😅
@@shanvisaini9633Bina aurat ka koi paida nahi hua Sirf Aadam Alaihi salam ko banaya gaya Aur uski pasli se Maa Haua ko banaya gaya Google me Dekh lo bhai Islam haque pe hai
Very Very nice information
Jai Shri Ram ji ❤