बहुत ही अच्छी गायकी है पहले का प्रोग्राम कम्पिटीशन ऐसे ही हुआ करते थे मैंने भी 1982 1983 के प्रोग्राम कम्पिटीशन बहुत देखे है वह समय बहुत ही अच्छा था एकदम सही साफ सुथरा गाना हुआ करता था गांवों में घरों में गली-मोहल्लों में बैठ कर सभी कलाकारों कि रागिनीया बैठकर प्यार से सुना करते थे यही हमारी हरियाणा कि संस्कृती थी लेकिन आज सब कुछ बदल गया है मेरी भाई साहब आप से प्रार्थना है कि पुरानी रागनी ज्यादा से ज्यादा सभी पुराने कलाकारो कि अपने चैनल पर डाला करो ताकि सभी कलाकारों को याद किया जाता रहे यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी धन्यवाद
आजकल के कलाकारों को पहले के कलाकारों से कुछ सीखनाचाहिए पहले भी फिल्मी तर्ज रंग गाए जाते थे पहले के गाने में और आज के कलाकारों के गाने में कितना फर्क आ गया पहले भी गाना हुआ करता था आज भी गाना है पहले भी लख्मीचंद मांगेराम जगन्नाथ और भी बहुत से कवियों कि रचना गई जाती थी और आज भी उन्हें कवियों की रतन गई जाती है आज के कलाकारोंको पुराने कलाकारों को सुनकर गानाचाहिए धन्यवाद
राम राम जी आप बिल्कुल सही कहा है जी जो एक एक चिज को बारीकी से देखता है वही असली श्रोता होता है तहे दिल से बार बार धन्यवाद जी और मेरे से हुई गलती के लिए मैं माफी चाहता हूं जी धन्यवाद
गज़ब
भाई महाशय कर्ण सिंह सदा अमर रहेंगे। बहुत बढिया प्रस्तुती है
Aaye haaye kya jmana tha, kya dor tha
Wah mahashay ji
Ok
गजब का प्रोग्राम दिखा दिया भाई साहब, धन्यवाद
ग़ज़ब की गायकी ❤❤❤
बहुत ही अच्छी गायकी है पहले का प्रोग्राम कम्पिटीशन ऐसे ही हुआ करते थे मैंने भी 1982 1983 के प्रोग्राम कम्पिटीशन बहुत देखे है वह समय बहुत ही अच्छा था एकदम सही साफ सुथरा गाना हुआ करता था गांवों में घरों में गली-मोहल्लों में बैठ कर सभी कलाकारों कि रागिनीया बैठकर प्यार से सुना करते थे यही हमारी हरियाणा कि संस्कृती थी लेकिन आज सब कुछ बदल गया है मेरी भाई साहब आप से प्रार्थना है कि पुरानी रागनी ज्यादा से ज्यादा सभी पुराने कलाकारो कि अपने चैनल पर डाला करो ताकि सभी कलाकारों को याद किया जाता रहे यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी धन्यवाद
Jandar sandar rang
Nice
महाशय करण सिंह अमर रहे बहुत बढ़िया प्रस्तुति
वाह भाई वाह।
Jai Ho! Gandhrav Avtaar Dada Pt. Lakhami Chand Ji.
Desi aadmi tha aur desi gaana
Jai ho
Thank you ji
🎉 jabardast. ❤
Waha bhai karne jma Maja agya bhai n purani yad diladi
आप का बहुत बहुत तहे दिल से धन्यवाद जी
SAT SAT Naman For KARAN SINGH Ji
Very beautiful kalkar tha Bhai shab ko salute karta hu sanjeev hooda dhamar
उस समय के टोप रंग थे। मैने बहुत कंम्पिटशन देखे उस समय के। जगबीर राजकिशन के बहुत प्रोग्राम देखे
Aati sundar prastuti
BHAI SHAB KI AAWAJ M YA RAGNI PHLI BAR SUNI BHAGWAN UNHE SAWRG ME BHI OCHH PAD PAR RKHE BHOOT 2 DHANYWAD BIRENDAR
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद जी तहे दिल से धन्यवाद जी
Bahut badhiya ❤❤❤
बहुत बढ़िया प्रोग्राम hai🙏
पर आज का गाना बिलकुल अलग हैं
No match
Sat sat naman
Karna ji Amar rahe
Bahut sundar Bhai ji 🌹
Jai ho ❤❤❤sa
Super
Super star kalakar
गुरु जी काका
आजकल के कलाकारों को पहले के कलाकारों से कुछ सीखनाचाहिए पहले भी फिल्मी तर्ज रंग गाए जाते थे पहले के गाने में और आज के कलाकारों के गाने में कितना फर्क आ गया पहले भी गाना हुआ करता था आज भी गाना है पहले भी लख्मीचंद मांगेराम जगन्नाथ और भी बहुत से कवियों कि रचना गई जाती थी और आज भी उन्हें कवियों की रतन गई जाती है आज के कलाकारोंको पुराने कलाकारों को सुनकर गानाचाहिए धन्यवाद
Bhut badiya
बहुत सुंदर गायकी 🎉🎉🎉🎉
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद जी
अती सुनदर
JAI HO
❤❤❤❤❤❤😂😂😂😂😂😂😂🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉I 😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢
Very very sweet 🎂🎂 and very beautiful ❤️❤️ Ragni and kalakar
Very nice
Thank you ji
बहुत सुंदर नरेंद्र शर्मा पानीपत 🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🌸🌼🌼🌺💐🌷🌷🙏🌻🌻🌹🌹🌻🌸🌼🌺💐🕉️🕉️🕉️
Good
जय हिंद जय भारत
Purq
करण सिह की रुप बसन्त के किस्सा की रागनी भी डालो भाई साहब 👌👌
करणा कभी भी पुरे आखिर शब्द तक बोल पुरा नही कर पाते थे चाहे कोई भी रागनी सुन लियो
राम राम जी आप क्या कहना चाहते हैं कुछ समझे नहीं सर
चौथी कली दुसरे नंबर पर ही गाई है
Kalkar tha top ka
Eak hera kho diya hamna sanskarti ka
Pt lakhmichand ki hai
शायद धारेडु गांव का प्रोग्राम सै मै गया था
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद जी
❤❤❤❤
Konse sal ka program h y
Ram Ram ji
Aap ka bhut bhut dhanyawad ji
ये प्रोग्राम बाली शर्मा जी के गांव धारेडू का है
Pitram k haal h
@@sureshsuresh-jq5xm badiya bhai ji aap btao
1991 का हे देख भी ले कर
राम राम जी आप बिल्कुल सही कहा है जी जो एक एक चिज को बारीकी से देखता है वही असली श्रोता होता है तहे दिल से बार बार धन्यवाद जी और मेरे से हुई गलती के लिए मैं माफी चाहता हूं जी धन्यवाद
यह रागनी तो शायद पं जगन्नाथ जी की लिखी हुई है
pure Lakhmi Chand ki Ragni Hai yah bhai ji
नहीं भाई दादा जगन्नाथ और उनके परम शिष्य राजकिशन जी ने भी पूरी ऊम्र दादा लखमीचंद जी की छाप से ही गाई है।
Very nice
Jai ho
❤❤❤❤