राजस्थानी संगीत अर सैसकरती रौ काई कैवणौ....? सगलै सैसार रै भाषा साहित्य मे सै सू मोटो वृहद शब्दकोश मायड़ भाषा राजस्थानी रौ है । आ बात ई अठारा मानवी ने ठा नी है, इण भासा रौ मिठास तौ लाजवाब....। राजस्थान में ई खासकर नै सगीत रस री खाणीयौ घणकरी पिछमी राजस्थान रै बाढाणै जैसाणै अर की जौधाणै रै एरीए मे आयोडी है। मतलब मिठी राग रा हिरा घणकरा ईण ईलाकै मे ही निपजीया करै है ..... चाहै संगीत रै बैताज बादशाह री पदवी पावणीया रामनिवास जी राव हूवौ कै जोडै सू गावणीया चम्पा मैथी कै पछै मांगणीयार लगा पार्टी....कै बबलू केतु, प्रकाश जी माली, मठोठदार झौरावौ गायकी सू कालजै मे याद देरावण आला कलाकार हकीम खां नीमबला.....ऐ सगला ई पिछमी राजस्थान रै तीन जिलौ सू ही है । अठारी माटी संगीत क्षेत्र मे ठैट सू ई जगचावा कलाकार पैदा करती रैई है .....अर आगै ई करैला। ईणीज कड़ी मे ऐ दमामी जी ई आपरी नायाब सुर कला सू औ झौरावौ गीत" राणौ काछबौ" गायौ है। राणौ काचछबौ वास्तव मे कौई असली जलमजात नाम नी है उणरौ असली नाम हो .....राजा हमीर। बालपणै मे उणरा भूआसा लाड लाड मे कैवता काचछबीयौ.....काचछबीयौ ......अर अर औ नांव हौलै हौलै घर सू गली अर गली सु गूवाड अर गूवाड सू परगनै मे अर परगनै सू चौखलै जगचावौ हौयगयौ। ऐ जगदीश जी गायौ तौ घणौ ई जौरदार है पण अपलोड अधूरौ किकर करीयौ चैनल आलै.....? अधूरै गीत सू सूणण रौ रस खत्म हौयगीयौ । पिथासणी चारणान कठै आयोढी है । ढोलक अर पेटी रौ जौड ई जौरदार है । धिनबाद है ईणोनै। आपरौ मायड़ भौम अर भाषा परेमी ..... हनुमान सिंह हिन्दू, ठिकाणौ..भैसेर चावण्डिया, मथानिया, जोधपुर, जय हिन्दू राष्ट्र
अमर हो जाओ ढोली जी गजब आवाज मां करणी जी किरप बनी रहे
राजस्थानी संगीत अर सैसकरती रौ काई कैवणौ....? सगलै सैसार रै भाषा साहित्य मे सै सू मोटो वृहद शब्दकोश मायड़ भाषा राजस्थानी रौ है । आ बात ई अठारा मानवी ने ठा नी है, इण भासा रौ मिठास तौ लाजवाब....। राजस्थान में ई खासकर नै सगीत रस री खाणीयौ घणकरी पिछमी राजस्थान रै बाढाणै जैसाणै अर की जौधाणै रै एरीए मे आयोडी है। मतलब मिठी राग रा हिरा घणकरा ईण ईलाकै मे ही निपजीया करै है ..... चाहै संगीत रै बैताज बादशाह री पदवी पावणीया रामनिवास जी राव हूवौ कै जोडै सू गावणीया चम्पा मैथी कै पछै मांगणीयार लगा पार्टी....कै बबलू केतु, प्रकाश जी माली, मठोठदार झौरावौ गायकी सू कालजै मे याद देरावण आला कलाकार हकीम खां नीमबला.....ऐ सगला ई पिछमी राजस्थान रै तीन जिलौ सू ही है । अठारी माटी संगीत क्षेत्र मे ठैट सू ई जगचावा कलाकार पैदा करती रैई है .....अर आगै ई करैला। ईणीज कड़ी मे ऐ दमामी जी ई आपरी नायाब सुर कला सू औ झौरावौ गीत" राणौ काछबौ" गायौ है। राणौ काचछबौ वास्तव मे कौई असली जलमजात नाम नी है उणरौ असली नाम हो .....राजा हमीर। बालपणै मे उणरा भूआसा लाड लाड मे कैवता काचछबीयौ.....काचछबीयौ ......अर अर औ नांव हौलै हौलै घर सू गली अर गली सु गूवाड अर गूवाड सू परगनै मे अर परगनै सू चौखलै जगचावौ हौयगयौ। ऐ जगदीश जी गायौ तौ घणौ ई जौरदार है पण अपलोड अधूरौ किकर करीयौ चैनल आलै.....? अधूरै गीत सू सूणण रौ रस खत्म हौयगीयौ । पिथासणी चारणान कठै आयोढी है । ढोलक अर पेटी रौ जौड ई जौरदार है । धिनबाद है ईणोनै। आपरौ मायड़ भौम अर भाषा परेमी ..... हनुमान सिंह हिन्दू, ठिकाणौ..भैसेर चावण्डिया, मथानिया, जोधपुर, जय हिन्दू राष्ट्र
शानदार लाजवाब कबीले तारीफ
भाई जगदीश जी दमामी अमर हो जाओ राजस्थानी संस्कृति व रजवाड़ी शैली व परम्पराओं आप ही से जीवित है बहुत सुंदर गाया
नाइस
शानदार पीथासनी चारणान के जगदीश जी दमामी
वा दमामी जी भाई बहुत पुराने गीतो में कुस इत्यास और राज सूपे हुए है
बहुत ही शानदार प्रस्तुति जगदीश भाई 👍🎉
वाह वाह
Jordar
Bahut badiya sa..
Wah Dholi ji
नाईस
Nice post
अति सुन्दर प्रस्तुति 👌🏻👌🏻
सुखदेव गुरावा डेह नागौर 🙏🏻🌹
ये ढोलक मास्टर मेरे गांव देवरिया के है जुगल किशोर जी। वाह सा जोरदार
अति सुंदर प्रस्तुति दी खान साहब मांगणियार
Damami ji ki koi hod nhi kar sakta
Bohut khoob
Super
सुपर
गायक हो तो ऐसा हो
Raj damami ji 🙏
❤❤❤❤
Hua sab senani Sahab bahut badhiya chij ga rahe ho abhi to samajhne wale hi samajh sakte hain
Sahi baat h hkm
ढोलक बजाने वाले को सयौग शानदार
Nice
Very best
⭐⭐⭐⭐⭐👍👏👏👍
पिथासनी चारणान किस जिले में है
Pali me
Hi
Mob no dena gingar ka
Nice