ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
अंत की तस्वीर बताती है,कुंभ मेला की शुरुआत किसी अमृत की बुंद गिरने से नहीं ,बल्कि बुद्ध के ही कथानक से चोरी किया हुआ है। हुएँनश्वांग का लिखा हुआ 100 % सटीक बैठता है।वैसे वह तस्वीर निरंजनी अखाड़े की है।
अतीत सर... 2 साल से प्रश्न कर रहा.. प्लीज़ कोई Hint दीजिए.... भारत में जाति व्यवस्था छूआछूत किसने स्थापित किया..? a) ईरानी ब्राम्हण b) ग्रीक ब्राह्मण c) देशी ब्राम्हण d) ये सभी
फिर बौद्ध ग्रन्थ के अनुसार ।। गौतम ने माघ स्नान की निंदा करते हुए कहा कि यदि कर्म दूषित हो तो माघ स्नान का कोई महत्व नहीं।। उस समय माघ स्नान पर्व कुंभ को ही दर्शाता था।। अब प्रश्न उठता है माघ स्नान पर्व गौतम के पूर्व से चला आ रहा था उसका संबंध किस धर्म ग्रन्थ से है..... हवाई फायर न करते हुए प्रामाणिक उत्तर ही दें। अन्यथा सभी धर्म के ठेकेदारों में स्वयं को श्रेष्ठ बताने की होड़ मची है
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
@@sheeshpalsingh6973chatrapati shivaji maharaj aur babasheb ke purvaj ek he the 😊 chatrapati shivaji maharaj aur Babasaheb ke purvaj 8 vi sadi tak bhi roti beti ka sambandh rakhte the
चाहे यह बौद्ध या तथाकथित हिन्दू परंपरा हो बकवास है इतनी ठंड में ठंडे पानी में नहाना और ठंड में एक महीने रहना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है। कई लोग तो ठंडे पानी और ठंड से मर जाते हैं
You have rightly pointed out that Sanyasi culture was not there originally in Hinduism, which is evidenced by the fact that Vedas & Upanishads refer to married Rishis mostly who led householders' lives. The Sanyasi culture started in Hinduism by Adi Shankeracharya who reinvented /renovated Vedic /Vedantic culture on the model of Buddhist Monk & Math culture by initially appointing four Sanyasis to lead the new Sanyasi culture movement from the four centres of India; Badrinath, Puri, Dwarka & Shringeri. This was around 8th century A.D. and from this period onwards Hindu Sanyasis, too, started participating in the Kumbh Melas. Various stories in Puranas were built up to enhance the importance of Kumbh Mela through mythology & astrology .
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
अपने बहन सॉन्ग की यात्रा 629 से लेकर 645 तक भारत में रहकर भारत के इतिहास को लिखा और उनको कई नाम से जाना गया और आज भी अखाड़े में भगवान बुद्ध की प्रतिमा का स्वरूप सामने आया फोटो के अनुसार हर्षवर्धन ने इसकी शुरुआतकी इसलिए आज भी वहां हर्षवर्धन की मूर्ति लगी हुई थी जिसे वहां से हटा कर 200 फीट पीछे किया गया 100 फीट ऊंचा एक बौद्ध स्तूप था हो सकता है गंगा के प्रवाह में बह गया हो यह बुद्ध कीधरती है नमो बुद्धय
कोई शिलालेख या किसी विद्वान ने ये नहीं लिखा कि आज यहां सूर्य उदय हुआ नहीं तो इतिहासकार निष्कर्ष निकलते कि "सूर्य उदय का पहला प्रमाण" फलाने किताब के अनुसार मिलता है
सर आपने पिछले वीडियो में बताया मिश्रा लोग राम के वंशज हैं,पर मिश्रा लोगों में भी गोत्र एक नहीं मिलते हैं? क्या हमारे (मिश्रा) लोगों के पूर्वज पारसी नहीं थे,कृपया बताए🙏🙏🙏🙏🙏।
Sir me aapse kitne lambe time se bol rha hu khatik jaati ka itihas bataoge aapne vaada kiya tha..bali only khatik log hi kyo krte hai pl, bataiye sir@@HamaraAteet
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
तुम्हारी बातों पर जिन्होंने विश्वास किया उनकी जिंदगी नरक बन गयी है भाई , तुम बिन सिर पैर के इतिहास के इतिहासकार हो ,जो पुरानी किताबो को झूठा और आज के जमाने की किताबो के सच मान कर ज्ञान देता है
महाशय आपके अंदर जो धार्मिकता की नफरत भरी है मैं उसे समझ सकता हूं लेकिन प्रश्न यह है कि अगर शिक्षा से लोगों की जिंदगी बर्बाद हो रही है तो आपके जैसे धार्मिक लोगों ने कितने लोगों को स्वर्ग में पहुंचा दिया है किसी एक का नाम बताओ? सबसे ज्यादा नर्क में आपके जैसे धार्मिक लोग ही जी रहे हैं। इस नरक को स्वर्ग समझ रहे हैं । एक बार उस नर्क से बाहर निकल कर देखिए बहुत सुंदर दुनिया है ।
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
सर मैंने आपसे भारत का संपूर्ण इतिहास pdf खरीदी है उसमें बहुत सारी शाब्दिक त्रुटियाँ है पता नहीं ऐसा क्यूँ है और सर अहिरवार गोत्र का इतिहास बताए हमारे लोग क्यु सिर्फ बुंदेलखण्ड में ये लगाते हैं? बाकी दूसरी जगह नहीं लगाते? क्या अहिरवार का संबंध यादव अहीर से है या फिर मौर्य वंशजों से? और आपने बताया था कि चमार जाति में बहुत सारे अलग गोत्र है तो ये कैसे पता करें कि कोन से चमार मौर्य से सम्बंधित हैं? Plzz reply
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
चमार जाति के बारे में आपने बताया है कि वे सबसे पुराने नागवंश से हैं। साथ ही यह भी बताया कि इस जाति के लोग टक वंश या वाकाटकों से संबंधित हैं। कृपया प्रकाश डालें कि चमार जाति में चमार,जाटव,कुरील, अहिरवार,दोहरे आदि उप जातियां पायी जाती हैं। इन उपजातियों की उत्पत्ति कैसे हुई या ये इन शब्दों से कैसे जुड़े? धन्यवाद।
आप काफी अच्छा बताया तो धन्यवाद अब सवाल है कि 1. आपका हितैषी और प्रमुख नेता चंद्रशेखर रावण कुंभ मेले को ढोंग पाखंड बताता है। आपने कभी उसको जवाब नहीं दिया, क्योंकि वो आपका हितैषी नेता है, 2. कुंभ आपका है तो बौद्ध भिक्षु दिखाई क्यों नहीं देते, 3. तुम वहीं साहित्य पढ़ा है जो आपको विघटनकारी ताकतों के द्वारा दिया गया है, जबकि आपसे पहले गौतम बुद्ध हमारे भगवान हैं और विष्णु के अवतार हैं उनकी पूजा हमारे द्वारा ही की जाती है, 4. आप जो फोटो दिखाते उसमें साफ दिखता है त्रिदेव, ब्रह्मा जी, विष्णु जी, शंकर जी हैं , 5. आप जैसे लोग काफी हैं भारत में जो भोले बनकर ऐसे वीडीओ डालते है, उनका मंतव्य कुछ और होता है, चीनी यात्री ने कहां लिखा है कि ये कुंभ सिर्फ बौद्धों का हैं उन्हीं ने शुरू किया, सनातनी यहां नहीं आते, ऐसी हरकतों से ही तुम लोग नफरत के पात्र बन जाते हो।😢😢
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Najariya ka farq Hai Hai tum use bightit mante ho jo British Aur videshi yatrio ne Likha Hai Aur is Desh ka majority use Dushit manta Hai Jo Vishses jati K logo ne Likha hai.... Britishers Bhi mante unhi Vishes jati K logo me nyayik charitra Nahi hota to neutral Bina lag lapet K Likha ho ye to Bhool hi jao
उस समय तो कोई ब्राह्मण था ही नही। उस समय तो पाली भाषा बोली जाती थी और पाली मे ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र ऋगवेद कृष्ण शनि ब्रह्मा विष्णु महेश चन्द्र संस्कृत यजुर्वेद अथर्ववेद शुक्र ग्रह धर्म संस्कृत आदि बिल्कुल नही लिख सकते। भारत मे तो दसवीं सदी तक पाली भाषा बोली जाती थी।
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Hello Dear Ateet Sir ❤❤ Ateet sir ek taraf humare yaha yahudi ki vansaje hai, lekin ek taraf Hitler ki bhi vansaje (Hitler ko manne vale) hai, ye dono collaboration kese kar lete hai ? Aap samaj gaye honge me kya kahna chahata hu vah 😅
Jab Mughal Aye Unke Saath Ho Liye 😅 Jab British Aye Unke Saath Ho Liye 😅 Hitler Ne Yahoodio Ko Dhoond Dhoond Mara Tab Unke Saath Ho Liye 😅 Ab Yahoodi Netyahu Israeli President Muslims Palastinio Ko Maar Riya To Unke Saath Ho Liye 😅
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Sir, West Bengal mein paye jate Gotra"Madhu Rashi" & ' Sandilya' ki Itihaas kya hain ? Please reply digiye ga or English letters mein digiye ga. Grateful for your contribution. Thank you
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
भाई साहब आपकी कई सारी वीडियो मैं देख चुकी हूं आप भगवान शंकर जी के विषय में जानकारी दीजिए मध्य प्रदेश बकावा जिले में नर्मदा नदी जो विख्यात है सुना है हर कंकड़ शंकर है भाई साहब मैं शिव शक्ति की उपासक हूं प्लीज आप जानकारी दीजिए
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
शिव,का, अर्थ,, है, शब्द, और, अगर, शब्द, नहीं है,तो, सब, निराकार है,जिसका, कोई,आकार व रूप, नहीं है, इसलिए, शिव, हवा, है, और,सोचो, हवा, नहीं है,तो,हम भी, नहीं है,शरीर मिट्टी, है, आत्मा,अलग है, और, कर्म,नोट,होते, हैं, आप, महिला हैं,तो, महिला, चोर, होती है, जब कि, महिला,ही, शिव है और,श्री, कृष्ण,भी, स्वयं, और,राम,भी, है, लेकिन, किसी को,अपनी, ताकत,का, पता नहीं है और,ठगों, के, चक्कर में पड़,कर, पत्थरों को,पूज रहे हैं और, लेकिन, सही, शिक्षा, कोई नहीं,दे, रहा है, और, मानव जीवन, को,नरग, में, डाल, रहे हैं,हम, खुद, भगवान है, और, इन्सान, से, बड़ा कोई नहीं है,
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Sir aap dharm, sanskriti. Itihaas ka video banate h aur enhi se jude hye ek mahan saks ki, aapke chenal me abhi tak entry nhi hui hai . jinka naam hai Dr. B. R Ambedkar. Enka ek hi video aapke tamam video ko dhundla kar dega. Thank. Sir
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
बुद्धम शरणम् गच्छामि
धम्मम् शरणम् गच्छामि
संघम् शरणम् गच्छामि
भीम जोहार बुद्ध वन्दामि
कुंभ मेला नहीं यह दान भूमि है जो बौद्ध मनाते थे
नमो बुद्धाय 🙏
पिचले 1000-1200साल में 90% मुलनिवासियोंका व्यवस्थित रूप से बौद्ध से ब्राह्मणधर्म में परिवर्तन किया, हमें विश्वास है 90% बुद्धधम्म में घरवापसी करेंगे 💪
Wo already buddhist hai ghar vapsi kya karenge bus unko sirf batana hai ki tum buddhist ho.
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
अंत की तस्वीर बताती है,कुंभ मेला की शुरुआत किसी अमृत की बुंद गिरने से नहीं ,बल्कि बुद्ध के ही कथानक से चोरी किया हुआ है। हुएँनश्वांग का लिखा हुआ 100 % सटीक बैठता है।वैसे वह तस्वीर निरंजनी अखाड़े की है।
😂😂😂😂 तुम्हारा भी दोस्त नहीं झूठ बोलने का ठेका ले बैठे होना😂😂😂 बदनाम बुद्ध को कर रहे
JayBhim NamoBudha JaySavidhan JayBharat 💙💙💙🙏🙏🙏
Congratulations Prashant sir for 250k . Jaldi he 500k ho jayenge.. jai bhim namo Buddhay 💙🙏😊
अतीत सर... 2 साल से प्रश्न कर रहा.. प्लीज़ कोई Hint दीजिए....
भारत में जाति व्यवस्था छूआछूत किसने स्थापित किया..?
a) ईरानी ब्राम्हण
b) ग्रीक ब्राह्मण
c) देशी ब्राम्हण
d) ये सभी
ग्रीक
@HamaraAteet 😳😳 ग्रीक लोग अधिकांश मे अफगानिस्तान और पाकिस्तान तरफ मिलते हैं।
@@HamaraAteet 🤣😳😭 मतलब जाति व्यवस्था कि जड़ ईसा से पहले जा रही है.... यकीन नहीं हो रहा।
@@HamaraAteet ग्रीक के बाद... तो बहुत सारे भारतीय राजा आये... गुप्त वंश, पाल वंश, सातवाहन, टक वंश.... तो क्या इन सब ने जातिवाद का पालन किया। 🤔
@HamaraAteet
फिर बौद्ध ग्रन्थ के अनुसार ।। गौतम ने माघ स्नान की निंदा करते हुए कहा कि यदि कर्म दूषित हो तो माघ स्नान का कोई महत्व नहीं।। उस समय माघ स्नान पर्व कुंभ को ही दर्शाता था।। अब प्रश्न उठता है माघ स्नान पर्व गौतम के पूर्व से चला आ रहा था उसका संबंध किस धर्म ग्रन्थ से है..... हवाई फायर न करते हुए प्रामाणिक उत्तर ही दें। अन्यथा सभी धर्म के ठेकेदारों में स्वयं को श्रेष्ठ बताने की होड़ मची है
Aaj me bhi soch raha tha ki mahakumbh ke upar video aa jaye to
Raja Harshwardhan or Kumbh ka itihaas pta chal jata
Thanks sir ❤❤🎉🎉
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
❤Buddhist religion Nayagarh town odisha lndia Welcome
Namo Buddhay
I was waiting for this video . Thank you 🙏🏽
हर घर में गुरु गोविन्द सिंह ओर महात्मा बुद्ध ओर शिवाजी महाराज की मूर्ति रखे
Baba sahab Dr bhim rao ambedkarji aur perriyarji, phooleyji ko bhool gaye
@@sheeshpalsingh6973 no bro abedakar ke naam par rajniti nahi abedakar har office me gandhi Nehru maulan ke sath hai
@@sheeshpalsingh6973chatrapati shivaji maharaj aur babasheb ke purvaj ek he the 😊 chatrapati shivaji maharaj aur Babasaheb ke purvaj 8 vi sadi tak bhi roti beti ka sambandh rakhte the
(मोक्ष ) महादेव नमो बौद्ध धर्म ❤❤🌺🌺🙏🙏💪💪
Jay Bheem Namo Buddhay 💙💪🔥
🙏
@HamaraAteet 💙💪
चाहे यह बौद्ध या तथाकथित हिन्दू परंपरा हो
बकवास है
इतनी ठंड में ठंडे पानी में नहाना और ठंड में एक महीने रहना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है।
कई लोग तो ठंडे पानी और ठंड से मर जाते हैं
Namo buddhay
Apki vedio ka wait krti hu sr tq so much 🙏💯💪
बुध्दमं शरणं गच्छामि ❤
You have rightly pointed out that Sanyasi culture was not there originally in Hinduism, which is evidenced by the fact that Vedas & Upanishads refer to married Rishis mostly who led householders' lives. The Sanyasi culture started in Hinduism by Adi Shankeracharya who reinvented /renovated Vedic /Vedantic culture on the model of Buddhist Monk & Math culture by initially appointing four Sanyasis to lead the new Sanyasi culture movement from the four centres of India; Badrinath, Puri, Dwarka & Shringeri. This was around 8th century A.D. and from this period onwards Hindu Sanyasis, too, started participating in the Kumbh Melas. Various stories in Puranas were built up to enhance the importance of Kumbh Mela through mythology & astrology .
Thank you very much Sir for enlightening us!!!!
Jay श्री कृष्णा ❤
Great work sir 🙏🙏🙏🙏💙
Great sir ji..this was yet again eye opening vedio
🙏 thankyou so much sir for very nice information
बहुत बहुत धन्यवाद सर💙💙💙💙🙏🙏🙏🙏
Thanks for valuable information ❤
Thanks
Most awaited video Sir- Ji Thank you so much 🙏🏻
Bahat hi bada jankari.
Dhanyawad sir
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Very good.👍👏🌹🙏
Jai budhay hi satya hai
Aj ki vedio ka colour combination bhut acha hai blue 💙🔵 or white 🤍
Namo buddhay❤
Good history and real history
अपने बहन सॉन्ग की यात्रा 629 से लेकर 645 तक भारत में रहकर भारत के इतिहास को लिखा और उनको कई नाम से जाना गया और आज भी अखाड़े में भगवान बुद्ध की प्रतिमा का स्वरूप सामने आया फोटो के अनुसार हर्षवर्धन ने इसकी शुरुआतकी इसलिए आज भी वहां हर्षवर्धन की मूर्ति लगी हुई थी जिसे वहां से हटा कर 200 फीट पीछे किया गया 100 फीट ऊंचा एक बौद्ध स्तूप था हो सकता है गंगा के प्रवाह में बह गया हो यह बुद्ध कीधरती है नमो बुद्धय
Share this video guys
Jai bhim namo buddhaye...sadhu sadhu
Wonderful information Sir.
यह बुद्ध की मूर्ति है।नमो बुद्धाय।
Thanks for information intajar rahata hain apke video ka jaybhim namo budhhay ❤❤❤
कोई शिलालेख या किसी विद्वान ने ये नहीं लिखा कि आज यहां सूर्य उदय हुआ नहीं तो इतिहासकार निष्कर्ष निकलते कि "सूर्य उदय का पहला प्रमाण" फलाने किताब के अनुसार मिलता है
सर आपने पिछले वीडियो में बताया मिश्रा लोग राम के वंशज हैं,पर मिश्रा लोगों में भी गोत्र एक नहीं मिलते हैं? क्या हमारे (मिश्रा) लोगों के पूर्वज पारसी नहीं थे,कृपया बताए🙏🙏🙏🙏🙏।
Egypt misr desh connection search karo bhai
Dear - कुछ समय कुछ जाओ मैं बता दूंगा ।
Sir me aapse kitne lambe time se bol rha hu khatik jaati ka itihas bataoge aapne vaada kiya tha..bali only khatik log hi kyo krte hai pl, bataiye sir@@HamaraAteet
तुमको ये चांस छील ही मिला अपना इतिहास जानने को
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Hats off to your work/reaearch
Very good knowledge video
Great excellent analysis
Intellectual guys
Lots of love from Chattisgarh ☸️💙
Aaki awaaz bahut achhi hai aur jankari to aur achhi hai.hafte me 2 video banaya please
रही टाइटल बोले तो
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
@hindustani2528 navbhoudh
Great 😊@@ashishrahi3226
Jai bhim namo budhay🙏🙏🙏
हर्षवर्धन प्रयाग में ही दान देता था कि हरिद्वार नाशिक उज्जैन में भी दान करते थे
तुम्हारी बातों पर जिन्होंने विश्वास किया उनकी जिंदगी नरक बन गयी है भाई , तुम बिन सिर पैर के इतिहास के इतिहासकार हो ,जो पुरानी किताबो को झूठा और आज के जमाने की किताबो के सच मान कर ज्ञान देता है
महाशय आपके अंदर जो धार्मिकता की नफरत भरी है मैं उसे समझ सकता हूं लेकिन प्रश्न यह है कि अगर शिक्षा से लोगों की जिंदगी बर्बाद हो रही है तो आपके जैसे धार्मिक लोगों ने कितने लोगों को स्वर्ग में पहुंचा दिया है किसी एक का नाम बताओ? सबसे ज्यादा नर्क में आपके जैसे धार्मिक लोग ही जी रहे हैं। इस नरक को स्वर्ग समझ रहे हैं । एक बार उस नर्क से बाहर निकल कर देखिए बहुत सुंदर दुनिया है ।
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Sir आपसे अनुरोध है कि ग्रीक, ईरान और बैक्टीरिया का इतिहास भी पढ़ाइए विस्तार से 😮 आपके वीडियो का इंतजार रहता है
जी जरूर
Sabhi dosto video ko like kare aur share kare ❤❤❤❤
सर मैंने आपसे भारत का संपूर्ण इतिहास pdf खरीदी है उसमें बहुत सारी शाब्दिक त्रुटियाँ है
पता नहीं ऐसा क्यूँ है
और सर अहिरवार गोत्र का इतिहास बताए हमारे लोग क्यु सिर्फ बुंदेलखण्ड में ये लगाते हैं? बाकी दूसरी जगह नहीं लगाते? क्या अहिरवार का संबंध यादव अहीर से है या फिर मौर्य वंशजों से? और आपने बताया था कि चमार जाति में बहुत सारे अलग गोत्र है तो ये कैसे पता करें कि कोन से चमार मौर्य से सम्बंधित हैं?
Plzz reply
आच्छा जानकारी हे सर जय लहुजी जय भीम 💙💙🙏🙏🌹
Jai jagannath
@SanjeebBadatya jaggnath bhi Buddhist vihar hai
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Prashant ji, aap ka video is the best knowledgeable hai.. yes I read this book..
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
चमार जाति के बारे में आपने बताया है कि वे सबसे पुराने नागवंश से हैं। साथ ही यह भी बताया कि इस जाति के लोग टक वंश या वाकाटकों से संबंधित हैं।
कृपया प्रकाश डालें कि चमार जाति में चमार,जाटव,कुरील, अहिरवार,दोहरे आदि उप जातियां पायी जाती हैं।
इन उपजातियों की उत्पत्ति कैसे हुई या ये इन शब्दों से कैसे जुड़े?
धन्यवाद।
Dhnywad
Namo Buddhay❤
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉sir jay
आप काफी अच्छा बताया तो धन्यवाद अब सवाल है कि
1. आपका हितैषी और प्रमुख नेता चंद्रशेखर रावण कुंभ मेले को ढोंग पाखंड बताता है। आपने कभी उसको जवाब नहीं दिया, क्योंकि वो आपका हितैषी नेता है,
2. कुंभ आपका है तो बौद्ध भिक्षु दिखाई क्यों नहीं देते,
3. तुम वहीं साहित्य पढ़ा है जो आपको विघटनकारी ताकतों के द्वारा दिया गया है, जबकि आपसे पहले गौतम बुद्ध हमारे भगवान हैं और विष्णु के अवतार हैं उनकी पूजा हमारे द्वारा ही की जाती है,
4. आप जो फोटो दिखाते उसमें साफ दिखता है त्रिदेव, ब्रह्मा जी, विष्णु जी, शंकर जी हैं ,
5. आप जैसे लोग काफी हैं भारत में जो भोले बनकर ऐसे वीडीओ डालते है, उनका मंतव्य कुछ और होता है, चीनी यात्री ने कहां लिखा है कि ये कुंभ सिर्फ बौद्धों का हैं उन्हीं ने शुरू किया, सनातनी यहां नहीं आते,
ऐसी हरकतों से ही तुम लोग नफरत के पात्र बन जाते हो।😢😢
Ye log sirf nafrat failate hain
नफरत आप जैसे लोग फैलाते है
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Najariya ka farq Hai Hai tum use bightit mante ho jo British Aur videshi yatrio ne Likha Hai Aur is Desh ka majority use Dushit manta Hai Jo Vishses jati K logo ne Likha hai....
Britishers Bhi mante unhi Vishes jati K logo me nyayik charitra Nahi hota to neutral Bina lag lapet K Likha ho ye to Bhool hi jao
जो भी सनातन धर्म का अपमान करता है वह सभी विघ्नकारी विघटनकारी जातक है।जैसे बिच्छू के बच्चे आपनी मां का पेट फाड़कर बाहर आते यह लोग भी वही है ।😂
Good job 👍 sir ji
Sir aap achhe video bnate hai
उस समय तो कोई ब्राह्मण था ही नही।
उस समय तो पाली भाषा बोली जाती थी और पाली मे ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र ऋगवेद कृष्ण शनि ब्रह्मा विष्णु महेश चन्द्र संस्कृत यजुर्वेद अथर्ववेद शुक्र ग्रह धर्म संस्कृत आदि बिल्कुल नही लिख सकते। भारत मे तो दसवीं सदी तक पाली भाषा बोली जाती थी।
Namo Buddhay Sir, 9 vi satabdi tak , Buddiesm is des me tha.
Thanks for information
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Where can i get English translation of the book?
First to visit
thank you very much sir.
मौज कर दी
Sir
Raj rishi parmpara ke bare me bataye please 🙏.
🙏🙏👍👍👍👍
Hello Mai prayagraj se hi hun
Aaj ke samay me vo saare stupa aur sangharam kaha hai aur kis area me hai
Kripya kar ke spasht karne 🙏
सर जी आप ने कहाँ था की बुद्ध को अलख निरंजन भी कहाँ जाता है ये मूर्ति निरंजन अखाड़े की है यहाँ इनको अलख निरंजन भी कहाँ जाता है क्या,
Hello Dear Ateet Sir ❤❤ Ateet sir ek taraf humare yaha yahudi ki vansaje hai, lekin ek taraf Hitler ki bhi vansaje (Hitler ko manne vale) hai, ye dono collaboration kese kar lete hai ? Aap samaj gaye honge me kya kahna chahata hu vah 😅
😀😀😀 हां बिल्कुल समझ गया । बस एक ही बात कहूंगा - चोर चोर मौसेरे भाई 😀😀
Jab Mughal Aye Unke Saath Ho Liye 😅
Jab British Aye Unke Saath Ho Liye 😅
Hitler Ne Yahoodio Ko Dhoond Dhoond Mara Tab Unke Saath Ho Liye 😅
Ab Yahoodi Netyahu Israeli President Muslims Palastinio Ko Maar Riya To Unke Saath Ho Liye 😅
🙏🙏🙏🇳🇵☸️🕉️
Nice sir ji.
Sir sinauli excavation pr video banaiye please 🙏 kya vo Mahabharata se sambandhit hai?
ठीक है
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Bhai bhagvat sampradaya par jankari jarur dena dhanyawad 🙏🙏
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Sir, West Bengal mein paye jate Gotra"Madhu Rashi" & ' Sandilya' ki Itihaas kya hain ?
Please reply digiye ga or English letters mein digiye ga.
Grateful for your contribution. Thank you
Are you bengali?
Kumbh bhi brahmanon ka ek shadyantra hai isase bacchon bahut Bano
Namaste🙏🙏 sir kya aap allah ka itihaas bata sakte hai
हां बिल्कुल
Sir ek video allah per bhi bana dijiye jai bhim jai bharat🙏🙏
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Kuch jankari galib kamal ji ke channel par di hai
भाई साहब आपकी कई सारी वीडियो मैं देख चुकी हूं आप भगवान शंकर जी के विषय में जानकारी दीजिए मध्य प्रदेश बकावा जिले में नर्मदा नदी जो विख्यात है सुना है हर कंकड़ शंकर है भाई साहब मैं शिव शक्ति की उपासक हूं प्लीज आप जानकारी दीजिए
प्रिय मित्र - आपको अवश्य भगवान शंकर के बारे में जानकारी दूंगा 🙏
@HamaraAteet धन्यवाद भाई साहब जल्द ही वीडियो बनाना
शंकर एक आदिवासी कुल गुरु थे ।।
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
शिव,का, अर्थ,, है, शब्द, और, अगर, शब्द, नहीं है,तो, सब, निराकार है,जिसका, कोई,आकार व रूप, नहीं है, इसलिए, शिव, हवा, है, और,सोचो, हवा, नहीं है,तो,हम भी, नहीं है,शरीर मिट्टी, है, आत्मा,अलग है, और, कर्म,नोट,होते, हैं, आप, महिला हैं,तो, महिला, चोर, होती है, जब कि, महिला,ही, शिव है और,श्री, कृष्ण,भी, स्वयं, और,राम,भी, है, लेकिन, किसी को,अपनी, ताकत,का, पता नहीं है और,ठगों, के, चक्कर में पड़,कर, पत्थरों को,पूज रहे हैं और, लेकिन, सही, शिक्षा, कोई नहीं,दे, रहा है, और, मानव जीवन, को,नरग, में, डाल, रहे हैं,हम, खुद, भगवान है, और, इन्सान, से, बड़ा कोई नहीं है,
Sor aap vahu achaa kaam kare he
Good night sir ji 🙏🙏🙏🙏
Good night
Namaste jaishrikrishna
Jay Hercules
Jai Andhbhakt
@@Myths-v4k😂😂
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
🌀 प्रशान्त किशोर सर को जय भीम 🌀🌷 नमो बुद्धाय 🌷 सर सुना है महाकुंभ पहले महादान भूमि नाम से था 🌀
Kishor?
बहुत बहुत धन्यवाद सर ❤❤
यह फोटो किस अखाड़े का है मैं वहां जाना चाहूंगा।।sector पता हो तो बता दीजियेगा
निरंजनी अखाड़े का है
@HamaraAteet dhanyawad guruji 😍
Sir आपका कार्य बहुत ही सराहनीय है❤🙏 मगर सर् ये हर 5 साल उपरांत होने वाला कार्यक्रम 12 साल में कैसे बदल गया।
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Thanks sir
Guruji Mera prashn "Brachmanes" shabd ko lekar tha....please uttar dijiye🙏
Dear - इस विषय पर वीडियो बनाने वाला हूं ।
Jai Bhim sir ji, mera question hai ki "yeah juna aakhada, mahamandleshwar, kinnar yeah sab kab aaya isme ". Please reply sir 🙏🙏🙏
यह मूर्ति किस अखाड़े की है?????
Niranjan akhada
@j.k.ahir_ aapko kaise jankari hai?aur ye buddh ki puja kis naam se karte hai?
@@navendumishra7639 mau be shiv
@@navendumishra7639 बुद्ध को ही अलख निरंजन कहते हैं।
Sir aap dharm, sanskriti. Itihaas ka video banate h aur enhi se jude hye ek mahan saks ki, aapke chenal me abhi tak entry nhi hui hai . jinka naam hai Dr. B. R Ambedkar.
Enka ek hi video aapke tamam video ko dhundla kar dega.
Thank. Sir
एकदम साफ साफ डिस्कस किया हुकम आपने।
Sir mai aapse barli inscription ke baare mein jaan na chahta hu
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
Sir bataye kya Budh ka kalpani naam ram hai kya ya ram koi aur hai
Bhagwaan bhuddh bhi kshetriy the, aur kshetriye hindu dharm me hi hote hai
बुध ने निरुत्तर निकाय में प्रयागराज में किस स्नान का विरोध किया था। कुंभ बुध से पूर्व से प्रचलित था
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।
गप सुनते रहो😂😂
@@MaheshSingh-n5gनहीं..अगर आप के पास सबूत है तो ईसका खंडन कर सकते हैं....है सबुत?
तो आज के महाकुंभ में आपके बौद्ध भीखु या भंते क्यों नहीं आते है अगर ये इन्हीं का है तो
ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति भारत में हर संप्रदाय को बुद्ध या बौद्ध धर्म से जोड़ने का प्रयास करके लोगों को गुमराह कर रहा है। यह मायावती की जाति से जुड़े दलित पृष्ठभूमि से आता है, और ऐसे व्यक्ति अक्सर हिंदुओं और हिंदू धर्म की कड़ी आलोचना करते हैं। शिवजी, कृष्ण, हनुमान या दुर्गा माँ जैसे , बुद्ध की पूजा आमतौर पर उसी तरह से नहीं की जाती है। उदाहरण के लिए, उसने जो छवि प्रस्तुत की, उसमें बुद्ध की मूर्ति नहीं है। बौद्ध धर्म का पालन कई देशों में किया जाता है, और जब मैंने भूटान, नेपाल और थाईलैंड के दोस्तों से इस बारे में चर्चा की, तो वे इस धारणा पर हंसे। उनमें से कोई भी भारत में दलित बौद्धों द्वारा प्रचारित झूठ का समर्थन नहीं करता है।