क्या शुभकर्म में सिर ढकना चाहिए, कौन से वस्त्र शास्त्रीय हैं, भोजन करते समय किन बातों का ध्यान रखें?
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- Опубликовано: 11 окт 2024
- जिज्ञासाएँ
१. क्या शुभकार्य में सिर ढकना चाहिए?
२. सिर कब ढकना चाहिए और कब नही ढकना चाहिए?
३. कौन से वस्त्र शास्त्रीय हैं और कौन से नही?
४. #हाथ_की_पवित्रता_कैसे_होती_है?
५. #जप_करते_समय_किन_बातों_का_ध्यान_रखना_चाहिए?
६. भोजन करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
७. शौच करते समय किन नियमो का पालन करना चाहिए?
८. #क्या_घूंघट_मुघलो_की_देन_हैं?
९. पितृ कर्म के समय यज्ञोपवीत कैसे धारण करते हैं?
१०. स्त्रियों को सदा अपने बाल कैसे रखने चाहिए?
११. उत्तरीय कैसे धारण करनी चाहिए?
१२. लांग लगाए बिना धोती पहनने पर क्या पाप है?
१३. शुभकार्य में कौन से कपड़े पहनने चाहिए?
जिज्ञासा समाधनकर्ता आचार्य:- आचार्य पं. राजेश राजौरिया वैदिक
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यदि आपके मन मे कोई धार्मिक प्रश्न अथवा जिज्ञासा है तो आप हमारे आचार्य से सीधे अपने प्रश्नों का शास्त्रानुसार समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
धर्म, अधर्म, विधि, निषेध, ज्ञान, कर्म, उपासना, भक्ति, ध्यान, योग, ब्रह्म, ईश्वर, व्रत, त्योहार, वर्ण, आश्रम, स्त्री, पुरुष, पाप, पुण्य, स्वर्ग, नर्क, कर्म विधान, जीवन पद्धति, नित्य नैमित्यिक कर्म, राजनीति, अर्थनीति, दण्डनीति, न्याय आदि अनेक विषयों में हमारे वेद पुराण, उपनिषद्, स्मृतियाँ, इतिहास, दर्शन आदि अनेक शास्त्र क्या कहते हैं?
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★★★★सार्वजनिक निवेदन★★★★
आदरणीय सनातनधर्मी बहनों और भाइयों!
सनातनधर्म में आस्थावान् सनातनधर्मियों के कल्याण के लिए हमारी संस्था अनेक प्रकल्प आरम्भ कर रही है जिसके लिए आप सब के सहयोग की आवश्यकता आन पड़ी है अतः आपसे निवेदन है कि आप विश्व के किसी भी कोने में हों अपने सनातन धर्म, संस्कृति, परम्पराओं के लिए यथासम्भव सहयोग करें। आप ऐसा करेंगे हमें पूर्ण विश्वास है।
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हमारे संस्था के वर्तमान लक्ष्य
#जिज्ञासा_समाधान_केन्द्र:- सम्पूर्ण विश्व की जनता को आचार्यों द्वारा सनातनधर्म सम्बन्धित सभी प्रश्नों के उत्तर दिए जायेंगे। कोई भी इंटरनेट से सीधे हमसे प्रश्न पूछ कर उत्तर प्राप्त कर सकता है।
#पुस्तकालय_निर्माण:- सनातनधर्म के समस्त शास्त्रों, ग्रंथों का एक विश्व स्तरीय पुस्तकालय जहाँ सनातनधर्म सम्बन्धित समस्त दुर्लभ ग्रन्थ उपलब्ध हों इसके अतिरिक्त एक डिजिटल पुस्तकालय का निर्माण करना।
#आचार्य_संग्रह:- शोध संस्थान, प्रशिक्षण केन्द्र, गुरुकुल आदि के लिए विद्वानों, आचार्यों, की नियुक्ति।
#शोध_संस्थान एवं #अनुसंधान_केन्द्र:- समस्त शास्त्रों में विद्यमान समस्त विद्याओं, कलाओं, विधाओं के शोध और अनुसंधान के लिए विश्वस्तरीय शोध संस्थान एवं अनुसंधान केन्द्र का स्थापना करना।
#प्रशिक्षण_केन्द्र:- धर्म के समस्त अंगों विद्याओं, कलाओं, विधाओं का प्रशिक्षण देना।
#गुरुकुल:- बालकों को आधुनिक शिक्षा के साथ साथ भारतीय परम्परा के अनुसार समस्त वेदों, वेदाङ्गों, दर्शनों, उपनिषदों, स्मृतियों, पुराणों, संहिताओं, विद्याओं, कलाओं, विधाओं आदि की शिक्षा देना।
#सत्संग_शिक्षा_केन्द्र:- आम जनता को सत्संग के माध्यम से सनातनधर्म की शिक्षाएं देना।
#प्रशासनिक_परीक्षा हेतु #शिक्षा_केन्द्र:- भारतीय संविधान सम्मत सभी प्रकार की प्रशासनिक, प्रतियोगितात्मक परीक्षाओं के लिए छात्रों को शिक्षित एवं प्रशिक्षित करना।
#वैदिक_परिवार_रचना:- वैदिक परिवार रचना के लिए परिवारों का भारतीय परम्परा, सनातन धर्म/शास्त्रों के अनुसार शिक्षण, प्रशिक्षण करना। उन्हें मानव धर्म, वर्णाश्रम धर्म, माता, पिता, पुत्र, पुत्री, पति, पत्नी, भाई, बहन सहित सभी सम्बन्धों के एवं अन्य धर्मों/कर्तव्यों के पालन तथा नैतिक मूल्यों की शिक्षा देना।
हमारे अन्य महत्वपूर्ण लक्ष्य
○ग्राम्य रचना:- प्रत्येक गाँव में वैदिक सांस्कृतिक शिक्षा और संस्कार के केन्द्र स्थापित करना जिससे ग्राम्य संस्कृति का संरक्षण हो सकें और गाँव आत्मनिर्भर हो सके।
○गोरक्षा:- गोशाला निर्माण करना, गौ आधारित जैविक कृषि एवं चिकित्सा को बढ़ावा देना; पञ्चगव्यों के द्वारा औषधियों का निर्माण करना औषधालयों; चिकित्सालयों की स्थापना करना।
◆जंगल निर्माण:- अनेक प्रकार के पशु पक्षियों, औषधियों वनस्पतियों के संरक्षण के लिए जंगलों का निर्माण करना इसके लिए व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण करना।
◆शास्त्रीय न्याय तन्त्र:- सनातनधर्म ग्रन्थों में वर्णित न्याय व्यवस्था के अनुसार सनातनधर्मी लोगों के आपसी विवाद में निर्णय देने के लिए न्यायद्वार/ न्यायकेन्द्र की स्थापना करना।
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◆प्राणी मात्र के कल्याण के लिए आरम्भ किये जा रहे इन कार्यों में सहयोग के लिए आप हमें धन, भूमि, धर्मग्रंथ एवं अन्य वस्तुओं का सहयोग कर सकते हैं।
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हर हर महादेव
सभी हिंदू भाई ध्यान दें।
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अद्भुत अद्भुत अद्भुत व्याख्यान 👌👌👌🙏🙏🙏🙇♂️🙇♂️🙇♂️💐💐💐
ज्ञान वर्धक व अनुकरणीय प्रवचन
श्री महाराज जी के चरणों में सादर नमन
समाज में यह सिर ढकने की कुरीति बहुत ही ज्यादा फैली हुई है । आपने शास्त्रीय प्रमाण उद्धृत करते हुए बहुत ही उत्तम प्रकार से समझाया है । इससे भ्रमित आचार्य विद्वानों को सही मार्गदर्शन करने में बहुत ही सहायता मिलेगी । आचार्य लोगों के द्वारा समाज में आपके कुशल
निर्देशित शास्त्रीय व्याख्यानों का अनुसरण भी किया जाने लगा है ।
बहुत बहुत साधुवाद आभार 🙏
आप इसी प्रकार से शास्त्रीय समस्याओं का निदान करते रहे आज समाज को आप जैसे विद्वानों की ही आवश्यकता है । ये बड़े बड़े नामधारी शंकराचार्य तो ऐसी समस्याओं के निराकरण करने में सर्वथा मूक ही रहते हैं । आपकी जितनी भी प्रशंसा की जाए उतना ही कम है । आप शतायु हों नित्य इसी प्रकार शास्त्र सम्मत प्रमाण व ग्रंथ नाम उद्बोधन के साथ ही शंका समाधान निवारण करने की कृपा करें ।
जी यह प्रकल्प पूज्य शंकराचार्य जी के आशीर्वाद से ही चल रहा है। शंकराचार्य जी हमारे सर्वोच्च गुरु हैं अतः किसी भी आचार्य का अपमान करने से बचे अन्यथा आपको पाप लगेगा।
शंकर आचार्य जी के शिष्य ही है, थोड़ा सोच समझ कर बोलें
धोती में लांग लगाना जरूरी है आपने बहुत अच्छा प्रमाण दिया।यह प्रमाण किस ग्रन्थ में है कृपया बताने की कृपा करें।
Bhai dhoti me lang lagana kya hai
अनन्त अनन्त अनन्त नमन 🙏🙇♂️🙇♂️🙏🙏
उत्तमं व्याख्यानम् ।।
जय श्री सीताराम
जय श्री सीताराम
नमः पार्वतीपतये हर हर महादेव
नमो नमः
वैदिक जी को सादर प्रणाम
गुरुचरणों में सादर प्रणाम
Radhe radhe ji mahraj
हर हर महादेव 🙏 🙏
हर हर महादेव
बहुत सुंदर जानकारी प्रदान किया आपने आपको धन्यवाद
गुरुदेव जी के चरणों में साष्टांग प्रणाम
जय हो महाराज की
जय हो
प्रणाम आचार्यवर!!!!🙏🙏🙏🙏🙏🙇♂️🙇♂️🙇♂️यदि कौपीन पहने हों एवं लांग वाली धौती न हो तब भी दोष है 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🤔🤔🤔🤔
धन्यवाद! प्रभो!
जय श्रीमन्नारायण आचार्य जी।
बहुत महत्वपूर्ण और शास्त्रीय जानकारियां देने के लिए आचार्य जी को सादर प्रणाम 🙏
वाह बहुत सुन्दर उपदेश
गुरुचरणों में सादर प्रणाम करती हूँ
Bahot acha margdarshan kar rahe karte rahe.
Aajkal man mana pandit bata te .
Aap dhram anusar margdarshan kartr rahe.
आप सभी लोगों से निवेदन है कि आप लोग संस्थान के इस आधिकारिक यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें और अपने बंधु, बांधवो, मित्रों से भी करवाये। इसके अतिरिक्त वीडियो को लाइक, कमेंट और शेयर भी करें जिससे नित्य आप सभी को सनातन धर्म से सम्बंधित शास्त्र सम्मत प्रामाणिक जानकारियाँ मिलती रहे।
मीडिया संचालक
ज. शं. अ. प्र. संस्थान
जय जय श्री राम।
हर हर हर हर महादेव
स्त्रियों के लिए पाठ पूजा के समय सिर ढकने संबंधी नियम बताएँ कृपया
हर हर महादेव
हर हर महादेव।
🙏🙏🙏🙏
Har har mahadev
Pranam
महाराज जि लांग का मतलब चाहे धोती लाग लगाकर पहने चाहे लंगोट धारण करे दोनो में से कोई भी एक होना जरुरी होता है ना ll या धोती ही जरुरी है
Guru ji 🙏🙏 langh ka matlab ??
*नमः शिवाय 🙏🚩*
उष्णीषेन शिरः संवेष्ट्य इति समावर्तन संस्कारे अस्ति खलु महोदय| इस का कैसे समझना ?🙏
पितृ - तर्पण के अतिरिक्त हवन , कथा आदि धार्मिक कृत्यों में उत्तरीय वस्त्र (अँगोछे ) को अपने किस कन्धे पर धारण करें ?
shankaracharya ji ne to sar dhaka hai
कर्मकांड करवाने के लिए कौन सा किताब ले गुरू जी
laang lagana kya hota hai
पेंट शर्ट टीशर्ट पायजामा अंडर वियर जगिया कच्छा पेंटी बनियान चड्ढा लोवर यह सब अशास्त्रीय है।
जय हो तपस्वी जी महाराज की
आदरणीय जी , आज तो शक्तिपीठ पर पुरोहित भी कुर्ता पहनते है तो वो भी शास्त्र विरूद्ध हुआ तो इन सबका दोष क्या यजमान को भी लगेगा ।
कृपया एक संशय भी दूर करे की दक्षिण भारत में सभी पंडित और यहां तक शंकराचार्य विधि के गुरु परंपरा वाला भी सिर पर एक गमछे से वेष्टन करते है और केवल लूंगी टाइप ही धोती पहन कर काम करते है इसलिए आप इसके बारे भी बताए
are vo dandi swami hai! mtlb “sanyasi” unka alag niyam hai “narad parivrajak upanishad” padho athva “sanyas upanishad” padho plz🙏🏼 alag ashram ka alag niyam hota hai jese alag varno ka or swadharma hi kalyan kari hai pardharma nhi!!
Are Swami ki nahi me unki baat kar रहा हु वहा के ब्राह्मण पंडित की
@@vikasameta3791दक्षिण भारत में जो अगम शास्त्र के पण्डित ही ऐसा करते है सभी नही...अगम एक तंत्रिक परम्परा है....
हमारे यहां आगम शात्रो के नियम नही चलते हमारे यहां वैदिक नियम चलते है....
ऊपर फोटो में शंकराचार्य जी ने क्यों सर ढका हुआ है 🙏🙏🙏
शंकर परंपरा सन्यासी के लिए
जय जय श्री सीताराम
जय जय श्री सीताराम
हर हर महादेव 🙏🏻🙏🏻