1943 or 1943 se pahale regestry ya patta se ya gift se mila hai ye jamin rayyeti mana jayega , bakst jamin jamindaar ka jamin hai wo jirat ye unke bansej ki property hai ye bhi rayyeti hai 💯
Sir agar koi math bihar rajya dharmik nayaah bord me Rejistrerd hai aur se wait dharmic nyaash bord se anumati lekr bech deti h to us jamin k v baare me bataayen
Sir mere papa 25-30 sal pahle bhudan wale jamin apne dost se kharide the or o gramin samaj se panchnama pepar banwaye the mere pas rahne ka koi jamin nahi h mere pas pahle jamin kevala wala tha to mere papa Dada ji ke elaj me bech dale yani mai bhumihin hu Mera abhi ghar abhi bhudan wale jamin pe hi h To kya sarkar hame ush jamin se hata dega
भाई, कहां से हैं? आपको board पर लिखे किसी भी भूमि की जानकारी नहीं है। सिर्फ़ इतना कि वर्णित भूमि को क्रय नहीं करना है, ही सही है। इसके अलावे वर्णित भूमि की परिभाषा की जानकारी आपको नहीं है। अतः आधी अधूरी जानकारी और असत्य तथ्यों पर video न बनाएं। बिहार में land laws के बारे में लोगों में बहुत अज्ञानता है और आप उनके मानस पटल पर गलत जानकारी दर्ज कर रहे हैं। पूर्ण जानकारी के साथ video बनाना उचित होगा।
Galat galat bolna band karo jankari nahin hai to tumhare galat jankari ke chalte kitne public ka Jaan chala jaega heart attack ho jaega isliye ho to baat karo
बकास्त मालिक जमीन के बारे में आप गलत जानकारी दे रहे हैं क्योंकि वह वकास्त भूमि जो मध्यवर्ती के द्वारा किसी व्यक्ति के नाम से सेटलमेंट किया गया है और उसका जमाबंदी उनके नाम से कायम किया गया हो तो उस जमीन का खाता रयत के नाम से खुलेगा।
बकास्त जमीन, देश के आजादी के पहले भुतपुर्व मालिक या राजा का जोत का जमीन होता था, जिसपर मालिक स्वयं अपनों संसाधनों के द्वारा कृषि कार्य या बागवानी किया करते थे।। देश के आजाद होने के बाद सन 1956 में जमिंदारी खत्म कर दिया गया; तत्पश्चात उनके वंशजों द्वारा लगान निर्धारण कराके बिहार सरकार को लगान दिया जाने लगा; और वो पुर्व कि भाती भुमि पर कृषि कार्य करते रहे हैं। वस्तुत बकास्त जमीन भी कास्तकारी जमीन होती थी, जो भुतपुर्व मालिक कि कास्तकारी होती थी ; अगर कोई लगान निर्धारण नहीं भी हुआ है तो अब भी DCLR court से लगान निर्धारण होता है ।। अगर कोई बकास्त जमीन खरीद लिया है तो सर्वे में उसका खाता खरीदार के नाम से ही खुलेगा।
बकास्त जमीन का खरीद-बिक्री बिहार सरकार के रजिस्ट्री आफिस में होता है ; कोई सरकारी रोक नहीं है ।। दाखिल खारीज भी होता है ; ज्यादा से ज्यादा अंचलाधिकारी बकास्त के रैयतीकरण का प्रमाण मांग सकते हैं, यानी लगान निर्धारण का कागज ।। ज्यादातर लगान निर्धारण 1956 के बाद 60 के दशक में हुआ है 70-75 वर्ष पहले , अधिकांश अंचल में रिकार्ड अपठनीय या क्षत-विक्षत हो गया है , या रैयत अपने पास भी रखा है तो बहूत पुराना होने के कारण अपठनीय या क्षत-विक्षत हो गया है ; जिस कारण अंचल में दाखिल खारीज में दिक्कत आता है ।। लेकिन खरीदार का हित सुरक्षित है दाखिल खारीज हो ना हो वर्तमान सर्वे में खरीदार के नाम से खाता खुलेगा।।
Lack of knowledge
Sukriya chowdhary saheb mai Akhtar Ahmad from bengal bahut hi informative video hai
Sir
Ceiling act wala zamen ka btaye kya jiske naam se parcha hai jisme virasat yogya hoga likha hai lakien uss par avedh kbza hai wo kiska hoga ?.
1943 or 1943 se pahale regestry ya patta se ya gift se mila hai ye jamin rayyeti mana jayega , bakst jamin jamindaar ka jamin hai wo jirat ye unke bansej ki property hai ye bhi rayyeti hai 💯
Sir agar koi math bihar rajya dharmik nayaah bord me Rejistrerd hai aur se wait dharmic nyaash bord se anumati lekr bech deti h to us jamin k v baare me bataayen
गैरमाजुरुआ मालगुजार जमीन के बारे मै बताने की कृपा करे
Sir mere papa 25-30 sal pahle bhudan wale jamin
apne dost se kharide the or o gramin samaj se panchnama pepar banwaye the
mere pas rahne ka koi jamin nahi h mere pas pahle jamin kevala wala tha to mere papa
Dada ji ke elaj me bech dale
yani mai bhumihin hu
Mera abhi ghar abhi bhudan wale jamin pe hi h
To kya sarkar hame ush jamin se hata dega
Jirat jamin jo 1944 mein kishi registered purchaser se registration se purchase hua hai.
गैरमजरुआ मालिक बिहटा में हम भी ले लिए है दाखिल खारिज नहीं हो रहा न ही बिक रहा क्या करे वहाँ का जादा जमीन ऐसे ही है
Bakas bhumi ka jamabandi hai kya use kharidna chahiye
Nhi
कौन सी लेना ह
Sir class kab se hoga
सर मेरे पिता जी खास गैर मजूरवा जमीन लगभग 55-60वर्ष से जोत avad कर रहे है, बाद में कोई चुपके से नक्शा भूदान में चढ़ गया है तो इसका उपाय बताव
Jamin ki kharid ki pepar hai
My son is officer in indian navy.His paternal house is in garmajura khas jasmin. How can he get the authority( legal).please guide me.
जमीन सिर्फ बाहुबली को ही खरीदना चाहिए । आम इंसान को नही
एक दम सही बोले है आप
Malik bakash kharid sakte hai
हा
Na kaise kat rha hai jamin ka rasid
Surveyor ke liye amin bhali nhi ayga
Sir class kab se start hoga.
Gairmajruwa khas jameen rs sarve me raiyati kar diya to kya bech sakate hai
Kab tak reyti hoga
भाई,
कहां से हैं? आपको board पर लिखे किसी भी भूमि की जानकारी नहीं है। सिर्फ़ इतना कि वर्णित भूमि को क्रय नहीं करना है, ही सही है। इसके अलावे वर्णित भूमि की परिभाषा की जानकारी आपको नहीं है।
अतः आधी अधूरी जानकारी और असत्य तथ्यों पर video न बनाएं। बिहार में land laws के बारे में लोगों में बहुत अज्ञानता है और आप उनके मानस पटल पर गलत जानकारी दर्ज कर रहे हैं। पूर्ण जानकारी के साथ video बनाना उचित होगा।
आपको जानकारी है तो आप ही व्याख्या कर दीजिए मैसेज कीजिए व्याख्या करके
आपको जानकारी है तो आप ही व्याख्या कर दीजिए मैसेज कीजिए व्याख्या करके
Gajat patra no 925 11 11 2014 ko dekh kar public ko samjhane
Galat galat bolna band karo jankari nahin hai to tumhare galat jankari ke chalte kitne public ka Jaan chala jaega heart attack ho jaega isliye ho to baat karo
Adhura Gyan bahut khatarnak hota hai
बकास्त मालिक जमीन के बारे में आप गलत जानकारी दे रहे हैं क्योंकि वह वकास्त भूमि जो मध्यवर्ती के द्वारा किसी व्यक्ति के नाम से सेटलमेंट किया गया है और उसका जमाबंदी उनके नाम से कायम किया गया हो तो उस जमीन का खाता रयत के नाम से खुलेगा।
बकाहस्त के बारे में आपको शायद जानकारी नहीं है।।।।
इनको पूरी जानकारी नही है
Bataye na sir
Kahe budbak ki tarah video banate hain Vikas jameen to jamindar ki niji jameen thi use bechne ka Adhikar uske pass tha
बकवास है सही जानकारी नहीं है; कुछ भी विडियो बना देते है
बकास्त का रैयतीकरण होता था।
बकास्त में कोई दिक्कत नही है।
Bakast jmin ke bisay me jankari chahiye
बकास्त जमीन, देश के आजादी के पहले भुतपुर्व मालिक या राजा का जोत का जमीन होता था, जिसपर मालिक स्वयं अपनों संसाधनों के द्वारा कृषि कार्य या बागवानी किया करते थे।। देश के आजाद होने के बाद सन 1956 में जमिंदारी खत्म कर दिया गया; तत्पश्चात उनके वंशजों द्वारा लगान निर्धारण कराके बिहार सरकार को लगान दिया जाने लगा;
और वो पुर्व कि भाती भुमि पर कृषि कार्य करते रहे हैं। वस्तुत बकास्त जमीन भी कास्तकारी जमीन होती थी, जो भुतपुर्व मालिक कि कास्तकारी होती थी ;
अगर कोई लगान निर्धारण नहीं भी हुआ है तो अब भी DCLR court से लगान निर्धारण होता है ।।
अगर कोई बकास्त जमीन खरीद लिया है तो सर्वे में उसका खाता खरीदार के नाम से ही खुलेगा।
बकास्त जमीन का खरीद-बिक्री बिहार सरकार के रजिस्ट्री आफिस में होता है ; कोई सरकारी रोक नहीं है ।।
दाखिल खारीज भी होता है ; ज्यादा से ज्यादा अंचलाधिकारी बकास्त के रैयतीकरण का प्रमाण मांग सकते हैं, यानी लगान निर्धारण का कागज ।।
ज्यादातर लगान निर्धारण 1956 के बाद 60 के दशक में हुआ है 70-75 वर्ष पहले , अधिकांश अंचल में रिकार्ड अपठनीय या क्षत-विक्षत हो गया है , या रैयत अपने पास भी रखा है तो बहूत पुराना होने के कारण अपठनीय या क्षत-विक्षत हो गया है ; जिस कारण अंचल में दाखिल खारीज में दिक्कत आता है ।। लेकिन खरीदार का हित सुरक्षित है दाखिल खारीज हो ना हो वर्तमान सर्वे में खरीदार के नाम से खाता खुलेगा।।
जानकारी नहीं है तो आप किस लिए वीडियो बनाते हैं, सिर्फ व्यूज बढ़ाने के लिए वीडियो ना बनाएं, जनता को सही जानकारी दें ।
Sir apna koi number ha
8406979706
Anawad bihar sarkar jamin my.dakhal kar my apne naam pe katwa liya to kaya ab my bech sakta hun sir
Don't spread Rong Information.......🤐
Jab jankari nii ho to video mtt bnao..
Rasid