लवार जिवडा(Lawar jivda)shankar damami शंकर दमामी
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- Опубликовано: 10 фев 2025
- पोकरण के प्रसिद्ध गायक शंकर दमामी जी द्वारा गाया लोक गीत।
इस लोक गीत की रचना शंकर दमामी जी ने स्वयं की है, इस गीत के बारे में अलग अलग मतभेद है लेकिन जो मैने पोकरण वासियो से सुना है वो आपके साथ शेयर कर रहा हु।
इस गीत की रचना का ख्याल दमामी जी को उस समय आया जब वो एक बस से पोकरण से जोधपुर की यात्रा कर रहे थे,उस समय यातायात के साधन बहुत ही कम थे मात्र एक या दो बस पोकरण से जोधपुर जाती थी उस समय सड़के भी सही नही थी ,बस सवारियों से भरी थी उस समय दमामी जी के पास एक लवार बैठा था बस की तेज गति,उबड़ खाबड़ रास्ता,ऐसे में लवार ने दमामी जी से कहा इस ड्राइवर को बोलो की गाड़ी धीरे चलाये,इस रास्ते पर इस स्पीड से गाड़ी चलाना सही नही है ,मेरा पूरा परिवार मेरे घर पर इंतजार कर रहा है।बस दमामी जी ने इस वाकये को सुरों में पिरो दिया।
दमामी जी जब भी किसी महफ़िल में अपनी प्रतिभा दिखाने जाते तो इस घटना का वो जिक्र जरूर करते थे,और सभी की ये डिमांड होती थी कि शंकर जी जरा लवार जिवडा भी तो सुनाओ।
Wah Shanker bhai amar hoe Gaye aap
शानदार लाजवाब
अरे भगवान 😊
Mast bhai
thanks sir,share and subscribe
Va sankar Ji.. Va
बेहतरीन कमेंट के लिए धन्यवाद
लाइक,शेयर व सब्सक्राइब जरूर करे
Very nice 👍❤️
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Nice
कमेंट के लिए धन्यवाद
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अगर काछबियो व तोरणीयो शंकर दमामी के गाये गाने हो तो upload करे
Jaroor jald hi
@@rajsthanilokgeet7051 काछबियो व तोरणीयो भेजें सा, शंकर दमामी की आवाज में
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ꜱᴀɪyꜱᴛꜱᴏꜱyᴏꜱꜱyᴏxᴅyᴏꜱ