प्रणाम गुरुजी बहुत अच्छा मैसेज लगा आपका जय श्री राम जय श्री राम धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद
Pranam Guruji. Dinke time Chandra Swar chalte hai. Sandhya time Surya chalte hai. Khana lene time & nature call k time Surya Nadi chalte hai. To har ghante me swar change karna jaruri hai? Please reply.🙏🙏
आदरणीय मित्र जब आपके स्वासों का रिदम सही होगा, तब आपकी सारी नाडयों का शोधन हो जाएगा उसके उपरांत आपको सांसों को बदलना नहीं पड़ेगा स्वर स्वयं से अपने रिदम में चलने लगेंगे🙏
Pranam guruvar aapke shranomain koti koti vandan namskar kripya SOHAMA swash vidhi ke bare me gyaanvardhan karane ki anukampa kare sadar pranam guruvar namskar ji ❤❤
गुरुजी प्रणाम, आपके।वीडियो देख कर लगता है आपने ये सिद्ध कर लिया है, क्या आप मुझे बता सकते है मै अपने जीवन के finamcial बुरे दौर में हूँ इससे कब और।कैसे छुटकारा मिल पायेगा,
परम ऊर्जा को संभालने की जब शिष्य की तैयारी हो जाती है, वैसी अवस्था में गुरु के द्वारा, शिष्य के ऊपर शक्तिपात किया जाता है, परम गुरु अपने ध्यान की ऊर्जा से शिष्य को प्रज्वलित करता है, और क्षण भर में शिष्य उसे अवस्था में पहुंच जाता है जिस अवस्था में गुरु होता है🙏
@awakeninginnerself8289 तत्व ज्ञान के विषय में एक शंका हो सके तो समाधान कीजिए 1. कोई व्यक्ति जब व्यायाम करता है, अथवा दौड़ता या तेज चलता है तो उस व्यक्ति की साँसें लंबी हो जाती हैं, क्या इसकाy यह अर्थ है कि ऐसी स्थिति में हर बार उसका जल या पृथ्वी तत्व चलने लगता है ? 2. माना कि एक व्यक्ति लगातार धीरे धीरे एक घंटे तक दौड़ लगा रहा है तो उसकी साँसें लंबी होंगी, क्या इस परिस्थिति में उस एक घंटे के दौरान आकाश, अग्नि एवं वायु तत्व नहीं चलेंगे ? 3. यदि एक व्यक्ति को जुकाम है, तो उसकी साँसें धीमी चलती हैं, क्या उसका केवल कई घंटों तक आकाश तत्व चल रहा होता है , बाकी तत्व नहीं ? 4. कोई भी व्यक्ति सामान्य रूप से जिसे जुकाम न हो, कभी भी गहरी साँसें छोड़ सकता है, अथवा जानबूझकर लंबी साँसें छोड़ने लगे तो क्या ऐसा होने पर यह मान लिया जाए कि उसने अपना जल या पृथ्वी तत्व चला लिया है ? 5. सूर्य स्वर चलने पर जल अथवा पृथ्वी तत्व के एक्टिव होने पर क्या वही प्रभाव होंगे जो चंद्र स्वर में चलने पर होते हैं, अथवा भिन्न प्रभाव होंगे ? 6. शनिवार, रविवार और मंगलवार को सुबह उठते समय सूर्य स्वर में उठने की बात की जाती है, बाकी दिन चंद्र स्वर में, इसी प्रकार तिथियों में भी सूर्य अथवा चंद्र स्वर में उठने का नियम है, किंतु यह देखा गया है कि कई बार तिथि के अनुसार चंद्र स्वर में उठने का विधान होता है और दिन शनि, रवि अथवा मंगलवार में से कोई होता है, ऐसी विरोधाभासी परिस्थिति में तिथि को महत्वपूर्ण माना जाए अथवा दिन को ?कुछ अन्य अनुत्तरित शंकाएं -7.सामान्य रूप से सूर्य स्वर चलने पर भोजन तथा चंद्र स्वर चलने पर जल ग्रहण किया जाता है, किंतु क्या इनके ग्रहण करने में तत्वों की कोई भूमिका है अथवा केवल स्वर का पालन ही पर्याप्त है ? 8. ईश्वर द्वारा रचित सभी रचनाओं का अपना महत्व है, इस दृष्टि से जल अथवा भूमि तत्व के अलावा बाकी तत्वों की क्या उपयोगिता है ? 9. तत्वों का आगमन क्या बारी बारी से एक निश्चित क्रम में ही होता है ? मान लीजिए किसी व्यक्ति का कोई एक ही स्वर दो घंटे तक लगातार चलता है, ऐसी स्थिति में एक घंटे बाद उसके पाँचों तत्व क्या एक निश्चित क्रम में दूसरी बार भी आवृत्ति करेंगे ? इसके पीछे कौन सा सिद्धांत कार्य करेगा ?
10. कुछ लोग तत्व ज्ञान के परीक्षण के लिए बताते हैं कि पाँच अलग अलग तत्वों से संबंधित रंगों की गोलियां जेब में रख लें, हाथ डालकर जेब से जिस रंग की गोली निकलेगी, उसी तत्व का सक्रिय होना जानना चाहिए, गुरुदेव इस प्रयोग की कितनी वैधता है, क्योंकि मान लीजिए किसी की जेब से पीले रंग की गोली निकली तो वह पृथ्वी तत्व मान लेगा, लेकिन यदि वह उस पीले रंग की गोली को जेब में पुनः रखकर दोबारा निकाले तो आवश्यक तो नहीं कि हर बार पीली ही निकले, ऐसी स्थिति में क्या हर बार अलग रंग की गोली निकलने पर तत्व बदला हुआ माना जाए, अथवा इस प्रकार के प्रयोग का कोई वैधता नहीं ?
गुरुजी प्रणाम🙏गुरुजी मेरा स्वर चेंज नहीं होता हे क्या करु सब उपाय कर के देख लिया जो चलता हे वही चलता रहता हे ओर बदलता हे तो वापस १/२ मिनिट में चलने लगता है कृपया बताइए क्या करूं 🙏
आदरणीय 🙏 शिव सर्वोदय विज्ञान नाम से एक प्लेलिस्ट है उसमें 36 वीडियो इस संबंध में उपलब्ध है, कुछ दिनों पूर्व मैंने नदी शोध विधि प्राणायाम बताया था कुछ दिन आप इसका अभ्यास करेंगे तो आप ईश्वर नेचुरल हो जाएंगे
प्रनाम गुरु ॐ 🙏🏻
हरि ॐ 🙏
आपको देखते कितना अच्छा लगता है
संत ऋषी मुनी को देखे जैसे सुकून मिलता है
Namo namah guruji
हरि ॐ 🙏
हर हर महादेव ।❤❤
🙏
🏵️🙏🏵️
प्रणाम गुरु वर्य 🙏🙏🙏🙏🙏
हरि ॐ 🙏
कोटि कोटि प्रणाम
गुरुवर
हरि ॐ 🙏
Om namah shivay guruji
हरि ॐ 🙏
Heri om guruji
हरि ॐ 🙏
Guru ji koti koti pranam
हरि ॐ 🙏
अद्भुत ज्ञान और प्रवचन। धन्य हो महाराज।
हरि ॐ 🙏
Omnamasiwaya, Pranam 🙏🙏🙏
ॐ हरि ॐ 🙏
jay gurudev
हरि ॐ 🙏
Koti koti pranam guruji 💐🙏🙏🙏
हरि ॐ 🙏
Pranam Gurudev.
हरि ॐ 🙏
बहुत बहुत धन्यवाद जी
हरि ॐ 🙏
चरणस्पर्श गुरुजी
हरि ॐ 🙏
Jai shree Ram ji
हरि ॐ 🙏
Om namah shivaya
हरि ॐ 🙏
❤Jay guru dev. ❤B
Jay shree krishna 😢😢😢
Jay shree radhe😢😢😢
ॐ नम: शिवाय😢😢😢😢😢
हरि ॐ 🙏
OM Namah Shivaya Babajee
हरि ॐ 🙏
आदेश 🕉💐🙏🏻
हरि ॐ 🙏
कोटी कोटी नमन ❤
हरि ॐ 🙏
Om namah shivay
हरि ॐ 🙏
Guruji koti koti parnam
हरि ॐ 🙏
Jay Shree Ram
हरि ॐ 🙏
जय गुरु देव 🙏🙏🙏🙏
हरि ॐ 🙏
🙏🚩हर हर महादेव 🚩🙏
हरि ॐ 🙏
Aum pranay swaha
हरि ॐ 🙏
गुरुजी आपका धन्यवाद ऐसे गुण रहस्य बताने के लिए आपको को को प्रणाम
हरि ॐ 🙏
आपसे विनम्र प्रार्थना है आप आदरणीय है आप प्रातः पूजनीय है कृपया आप हमे आदरणीय न बोले सिर्फ मित्रो का संबोधन करे
प्रणाम गुरुजी बहुत अच्छा मैसेज लगा आपका जय श्री राम जय श्री राम धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद
हरि ॐ 🙏
🌺🏵️🙏🏵️🌺
🔱🔱🔱🔱🔱
🏵️🙏🏵️
Dhanay wad gurudev❤
हरि ॐ 🙏
Jay gurudev nmo nmh ❤❤❤❤❤
हरि ॐ 🙏
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
हरि ॐ 🙏
Ram Ram ji
हरि ॐ 🙏
Jay mahakal guru ji
हरि ॐ 🙏
प्रणाम गुरु जी को चरण स्पर्श
हरि ॐ 🙏
thanks, you are great. I feel this lesson is most appropriate for me to align with right path. again many many thanks.
हरि ॐ 🙏
Shat Shat naman Guruwar thanks
हरि ॐ 🙏
हिमानी sharma from jammu and kashmir
🏵️🙏🏵️
सीताराम
हरि ॐ 🙏
Koti koti pranam guruji ❤ you
हरि ॐ 🙏
great video thanks swami ji
हरि ॐ 🙏
Om namah shivay ❤🙏 Jai guru dev ji ❤
हरि ॐ 🙏
Pranam Guruvar 🙏🌹
हरि ॐ 🙏
गुरु जी प्रणाम आपके विडियो देखकर काफी लोगों को आध्याम की बेहद गुप्त जानकारी मिलती है मै लोगो की तरफ से भी आपको धन्यवाद व्यक्त करता हूँ
हरि ॐ 🙏
Pranam guru ji 🙏
हरि ॐ 🙏
Guru kripahi kabalam, pranam Guruji.
हरि ॐ 🙏
Thank you guruji
हरि ॐ 🙏
राधे राधे
हरि ॐ 🙏
प्रणाम गुरूवर
हरि ॐ 🙏
Sadhuwad h apko...!!!!!!!!
हरि ॐ 🙏
🌹🙏🕊️
हरि ॐ 🙏
धन्यवाद सर
हरि ॐ 🙏
जयश्री सीताराम गुरु जी के चरणों में नमन 🙏
हरि ॐ 🙏
Guru ji , Apke charno mai sadar Pranam.
Aap se milne ki ikcha hai
Jai mata di Jai Guru Dev
हरि ॐ 🙏
बहुत बहुत-बहुत धन्यवाद
हरि ॐ 🙏
Pranam Guriji 🙏
हरि ॐ 🙏
Pranam Guruji 🙏🙏
हरि ॐ 🙏
Dannebad guruji
हरि ॐ 🙏
Naman Maa. Naman Guruji 🙏🏼 pabitra Agni mein apne swanso ko bhab ke sath aahutu dena hai.
हरि ॐ 🙏
धन्यवाद..🙏
हरि ॐ 🙏
JAY SHRI RAM !!
हरि ॐ 🙏
Very used breathing way u described,er all should try to do it,kotikoti pranam
हरि ॐ 🙏
Guru ji ham dhyan me hote hai to hamare sarer me jhatka lagta mahsus hota hai.Jay Shree Ram Aapke charno me koti koti parnam 🌹🌹🙏🙏♥️
आदरणीया इसका कारण आपके शरीर में ऊर्जा उद्धव गण करने लगी है, घबराएं नहीं आगे बढ़ते चले जाएं🏵️🙏🏵️
BEST
हरि ॐ 🙏
Congratulations हिमानी की Government job lag गयी है I राधे राधे
हरि ॐ 🙏
बहुत शुभकामनायें 🌺
मैने सांसों पर ध्यान देना शुरू किया था एक घण्टे तक कुंभक भी लगाती थी लेकिन फिर दिमाग शून्य की अवस्था में चला जाता है उसके लिए गुरुजी उपाय बताइए
🏵️🙏🏵️उस शून्य मेँ डूबे यें अति शुभ घट रहा है, इस शून्यता क़े लिए योगी जन नाना प्रकार क़े साधन करते है 🙏
आपका मंगल हो
@@awakeninginnerself8289स्वामी जी प्रणाम 🙏 कृपया बताएं कि खाने के कितने देर बाद सांसों पर ध्यान देना है
Pranam Guruji. Dinke time Chandra Swar chalte hai. Sandhya time Surya chalte hai. Khana lene time & nature call k time Surya Nadi chalte hai. To har ghante me swar change karna jaruri hai? Please reply.🙏🙏
आदरणीय मित्र जब आपके स्वासों का रिदम सही होगा, तब आपकी सारी नाडयों का शोधन हो जाएगा उसके उपरांत आपको सांसों को बदलना नहीं पड़ेगा स्वर स्वयं से अपने रिदम में चलने लगेंगे🙏
Pranaam Guru ji...ek sansay hai dhayan jaise saanson ka aur matra jaap me kya antar hai. Aur kya Mantra jaap se bhi dhayan me utra jaa sakta hai?
मंत्र जब से कभी ध्यान में नहीं उतर सकते🙏
❤❤
हरि ॐ 🙏
❤❤❤❤❤❤❤❤
हरि ॐ 🙏
सिद्धी मिलने के लिये क्या करे
कैसी सिद्धि? 🙏
Maharaj ji namaskar 🙏 aap ko
🏵️🙏🏵️
आयुर्वेदिक medical officer बन गयी है I thanku Universe thanku very much. राधे राधे
हरि ॐ 🙏
Pranam guruvar aapke shranomain koti koti vandan namskar kripya SOHAMA swash vidhi ke bare me gyaanvardhan karane ki anukampa kare sadar pranam guruvar namskar ji ❤❤
🏵️🙏🏵️
ruclips.net/p/PLgomEqCWZWZBCFbF6JxSY2DbtU57BYB-J&si=bEGpmEq1MrwyhFys
क्रिया की मार्फत करके भी दिखाएं, थ्योरी से ज्यादा प्रेक्टिकल उपयोगी है।
किसी प्रोफेशनल के पास जाओ वह आपको ब्लैक बोर्ड पर सिखाएगा 🙏
Nameste sir
Bolte samay swas pr dhayaan kaise rakhte hai
Pls sir reply jarur kijiyega
आदरणीय जो बोल रहें है उसके प्रति सजग हो जायें, एक भी शब्द बेहोशी मेँ न बोला जायें,तो स्वासों पर से ध्यान हटेगा ही नहीँ 🙏
गुरु जी मुझे भी अपना शिष्य बना लीजिए
शिष्य स्वयं ही गुरु को चुनें, इसमें ही शिष्य की गरिमा है,गुरु का इसमें कोई हाथ नहीँ होता 🙏
AaJ Maine yah Sikhs ki swash me bhavna oki ahuti dena Thank you aajse punha abyss shuru karta hu
हरि ॐ 🙏
गुरुजी प्रणाम, आपके।वीडियो देख कर लगता है आपने ये सिद्ध कर लिया है, क्या आप मुझे बता सकते है मै अपने जीवन के finamcial बुरे दौर में हूँ इससे कब और।कैसे छुटकारा मिल पायेगा,
स्वरोंदय विज्ञान क़े अनुसार कार्य शुरू कीजिये
आपका मंगल होगा
गुरू देव शक्ति पात क्या ह मार्ग दर्शन करे🙏
परम ऊर्जा को संभालने की जब शिष्य की तैयारी हो जाती है, वैसी अवस्था में गुरु के द्वारा, शिष्य के ऊपर शक्तिपात किया जाता है, परम गुरु अपने ध्यान की ऊर्जा से शिष्य को प्रज्वलित करता है, और क्षण भर में शिष्य उसे अवस्था में पहुंच जाता है जिस अवस्था में गुरु होता है🙏
Guru ji 2 fut bahar takes swas chale to kya hota hai......
Aapko Kuchh Nahin Hoga Chinta mat Karen🙏
Is sambandh Mein ISI Saptah mein vistar Se video upload hone wala hai
और यदि राम के प्रति प्रेम का भाव जागृत हो तो क्या करें उसे भी स्वाहा कर दे क्या
आदरणीय 🙏
भाव को श्वास से जॉड़ना है,
राम कहाँ से आ गए, कुल मतलब स्वासों क़े प्रति सजग रहनें का है 🙏
गुरुजी दिवाळी कि रात कोई भी मंत्र कि 11 माला मानसिक जाप से कर सकते है क्या
दीपावली की अमावस्या को कोई भी मंत्र यदि हम सिद्ध करना चाहे तो वैसे तो हो जाता है 🏵️🙏🏵️
@awakeninginnerself8289गुरुजी दिवाळी कि रात मेने एक बीज मंत्र है. उसकी 11 माला मानसिक जाप से कि तो, वो मंत्र सिद्ध हुवा होगा क्या
Surya swar jyada chalta hai to kya phyda ya nuksaan hota hai
शिव सर्वोदय विज्ञान नाम से एक प्लेलिस्ट है उसमें 38 वीडियो है इस संबंध में उनका सुन अभ्यास करें🏵️🙏🏵️
Brahm Gyani ji Sans andar Kitni khinche the bar Kitni chhode Kripa Karke yah bataiye
श्वास को ना आपको लेना है ना छोड़ना है, आती-जाती स्वास्थ्य के प्रति केवल सजग होना है 🏵️🙏🏵️
Har har Mahadev!!! Pranam ❤
हरि ॐ 🙏
Guri ji! KHANA KHATE SAMAY SWASO KO KAISE LE....
सजग हो भोजन क़े प्रति
Sir. Ram ram
🏵️🙏🏵️
सवामी जी सासो को केस घटाये बताये
कमेंट में लिखकर बताऊं की वीडियो के माध्यम से बताऊं???
🙏
गुरुदेव स्वर विज्ञान से संबंधित अनेक प्रश्न हैं, क्या मैं कमेंट बॉक्स में आपसे पूछ सकता हूँ?
निश्चित ही 🙏
@awakeninginnerself8289 तत्व ज्ञान के विषय में एक शंका हो सके तो समाधान कीजिए
1. कोई व्यक्ति जब व्यायाम करता है, अथवा दौड़ता या तेज चलता है तो उस व्यक्ति की साँसें लंबी हो जाती हैं, क्या इसकाy यह अर्थ है कि ऐसी स्थिति में हर बार उसका जल या पृथ्वी तत्व चलने लगता है ?
2. माना कि एक व्यक्ति लगातार धीरे धीरे एक घंटे तक दौड़ लगा रहा है तो उसकी साँसें लंबी होंगी, क्या इस परिस्थिति में उस एक घंटे के दौरान आकाश, अग्नि एवं वायु तत्व नहीं चलेंगे ?
3. यदि एक व्यक्ति को जुकाम है, तो उसकी साँसें धीमी चलती हैं, क्या उसका केवल कई घंटों तक आकाश तत्व चल रहा होता है , बाकी तत्व नहीं ?
4. कोई भी व्यक्ति सामान्य रूप से जिसे जुकाम न हो, कभी भी गहरी साँसें छोड़ सकता है, अथवा जानबूझकर लंबी साँसें छोड़ने लगे तो क्या ऐसा होने पर यह मान लिया जाए कि उसने अपना जल या पृथ्वी तत्व चला लिया है ?
5. सूर्य स्वर चलने पर जल अथवा पृथ्वी तत्व के एक्टिव होने पर क्या वही प्रभाव होंगे जो चंद्र स्वर में चलने पर होते हैं, अथवा भिन्न प्रभाव होंगे ?
6. शनिवार, रविवार और मंगलवार को सुबह उठते समय सूर्य स्वर में उठने की बात की जाती है, बाकी दिन चंद्र स्वर में, इसी प्रकार तिथियों में भी सूर्य अथवा चंद्र स्वर में उठने का नियम है, किंतु यह देखा गया है कि कई बार तिथि के अनुसार चंद्र स्वर में उठने का विधान होता है और दिन शनि, रवि अथवा मंगलवार में से कोई होता है, ऐसी विरोधाभासी परिस्थिति में तिथि को महत्वपूर्ण माना जाए अथवा दिन को ?कुछ अन्य अनुत्तरित शंकाएं -7.सामान्य रूप से सूर्य स्वर चलने पर भोजन तथा चंद्र स्वर चलने पर जल ग्रहण किया जाता है, किंतु क्या इनके ग्रहण करने में तत्वों की कोई भूमिका है अथवा केवल स्वर का पालन ही पर्याप्त है ? 8. ईश्वर द्वारा रचित सभी रचनाओं का अपना महत्व है, इस दृष्टि से जल अथवा भूमि तत्व के अलावा बाकी तत्वों की क्या उपयोगिता है ? 9. तत्वों का आगमन क्या बारी बारी से एक निश्चित क्रम में ही होता है ? मान लीजिए किसी व्यक्ति का कोई एक ही स्वर दो घंटे तक लगातार चलता है, ऐसी स्थिति में एक घंटे बाद उसके पाँचों तत्व क्या एक निश्चित क्रम में दूसरी बार भी आवृत्ति करेंगे ? इसके पीछे कौन सा सिद्धांत कार्य करेगा ?
10. कुछ लोग तत्व ज्ञान के परीक्षण के लिए बताते हैं कि पाँच अलग अलग तत्वों से संबंधित रंगों की गोलियां जेब में रख लें, हाथ डालकर जेब से जिस रंग की गोली निकलेगी, उसी तत्व का सक्रिय होना जानना चाहिए, गुरुदेव इस प्रयोग की कितनी वैधता है, क्योंकि मान लीजिए किसी की जेब से पीले रंग की गोली निकली तो वह पृथ्वी तत्व मान लेगा, लेकिन यदि वह उस पीले रंग की गोली को जेब में पुनः रखकर दोबारा निकाले तो आवश्यक तो नहीं कि हर बार पीली ही निकले, ऐसी स्थिति में क्या हर बार अलग रंग की गोली निकलने पर तत्व बदला हुआ माना जाए, अथवा इस प्रकार के प्रयोग का कोई वैधता नहीं ?
Kya aise hi muslimo ko bhi havan ki aag me jalakar pura kiya ja sakta he ??
प्रत्येक जीव धारी के भीतर सांसों का हवन चल ही रहा है 🙏
गुरुजी प्रणाम🙏गुरुजी मेरा स्वर चेंज नहीं होता हे क्या करु सब उपाय कर के देख लिया जो चलता हे वही चलता रहता हे ओर बदलता हे तो वापस १/२ मिनिट में चलने लगता है कृपया बताइए क्या करूं 🙏
आदरणीय 🙏 शिव सर्वोदय विज्ञान नाम से एक प्लेलिस्ट है उसमें 36 वीडियो इस संबंध में उपलब्ध है,
कुछ दिनों पूर्व मैंने नदी शोध विधि प्राणायाम बताया था कुछ दिन आप इसका अभ्यास करेंगे तो आप ईश्वर नेचुरल हो जाएंगे
🙏
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Pranam guruji 🙏
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