समाजवादी पार्टी के तत्वाधान में एक दिवशी PDA महासम्मेलन प्रोगाम में गायक राकेश यादव प्रयागराज
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- Опубликовано: 24 сен 2024
- समाजवादी पार्टी के तत्वाधान में एक दिवशी PDA महासम्मेलन प्रोगाम में गायक राकेश यादव प्रयागराज #बिरहा
/ @rakeshyadavallahabad
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बिरहा एक लोकप्रिय लोकगीत शैली है जो उत्तर प्रदेश और बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचलित है। बिरहा में आमतौर पर प्रेम, बिछड़न, दर्द, और संघर्ष की भावनाओं को व्यक्त किया जाता है। यह गीत शैली मुख्यतः उस स्थिति को दर्शाता है जब कोई अपने प्रियजन से दूर होता है और उसके बिछड़ने का दुःख महसूस करता है।
बिरहा गीत अक्सर संवादात्मक होते हैं, जिसमें एक व्यक्ति अपनी पीड़ा और दर्द को प्रकट करता है और दूसरा उसकी भावनाओं को समझने और सांत्वना देने की कोशिश करता है। इसमें गायन की शैली काफी हद तक उत्साही और जोशीली होती है, जिससे सुनने वालों को गहरे भावनात्मक प्रभाव का अनुभव होता है।
बिरहा गाने आमतौर पर एकल या समूह द्वारा प्रस्तुत किए जाते हैं, और इनकी प्रस्तुति के दौरान हारमोनियम, ढोलक, मंजीरा जैसे पारंपरिक वाद्ययंत्रों का उपयोग किया जाता है। बिरहा की यह परंपरा भारतीय संस्कृति के ग्रामीण जीवन के संघर्ष और भावनाओं की अनूठी अभिव्यक्ति है।
Super 🙏
Super ❤
अति सुंदर प्रस्तुति भैया जी 🏵❤🙏🙏🌹 जय अखिलेश जय समाजवाद❤🌷🌹
जय समाजवाद ❤जय अखिलेश ❤
Rakesh Yadav prayagraj Jay samajwad 🇧🇫🇧🇫🚴🚴🇧🇫🇧🇫🙏🙏
जय अखिलेश ❤