RAM RIJHAYA THARI AATMA | राम रिझाया थारी आत्मा रीझे | NARU JI CHOMAL BHAJAN | नारू जी चौमाल भजन

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  • Опубликовано: 27 ноя 2024

Комментарии • 2

  • @mohankhare1022
    @mohankhare1022 Год назад

    🙏🙏

  • @saurabhharit5965
    @saurabhharit5965 9 месяцев назад

    राम रिझाया थारी आत्मा रीझे, दुनिया रिझेगी रे मिठो बोल्या से |
    भरम गाँठ हो ज्याय पर घर डोल्या से ||
    आदर भाव गुणा से मोटा, नहीं करया कर देखो जी |
    दुश्मन झुक्ज्या उनके आगे, तुरंत फुरत लेवे लेखो जी |
    विष अमृत हो ज्याय मिठो बोल्या से, |
    भरम गाँठ हो ज्याय पर घर डोल्या से ||
    खेत की खातिर बाड लगाई बाड खेत ने खावे जी |
    पर हाथा कोई चीज मंगाई, बा पूरी कद आवे जी |
    मनका विश्वास जाय पाछे तोल्या से |
    भरम गाँठ हो ज्याय पर घर डोल्या से
    मित्र करो तो राखो मित्रता, मित्र फल ना चाखो जी |
    जे मित्र में अवगुण हो तो, परदे भीतर राखो जी |
    दुनिया हँसेगी परदों खोल्या से |
    भरम गाँठ हो ज्याय पर घर डोल्या से ||
    भरम भरम में सब कोई भरम्या, भरम भेद न पायो जी |
    मिनख जमारो बन्दा एलो मत खोवे, श्याम बड़ो जस गायो जी |
    कर तेरो कल्याण सांचो बोल्या से |
    भरम गाँठ हो ज्याय पर घर डोल्या से |