तुसगो कुरुख़ आदिवासी नाच अनाबिरी (गुमला झारखंड)Tusgo Kurukh Adiwasi Dance Anabiri (Gumla Jahrkhand)

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  • Опубликовано: 9 окт 2024

Комментарии • 5

  • @mbroselakra5573
    @mbroselakra5573 Месяц назад +2

    भाई साहब आपके सवाल का जबाव मैं देता हूं आपने कहा है कि ईसाई लोग कर्म पूजा नहीं करते हैं फिर भी नाचते हैं इस प्रश्न का सीधा सा जबाव है कि कर्म पेड़ की पूजा नहीं करते हैं क्योंकि परमेश्वर के सिवा कोई दूसरा भगवान या ईश्वर नहीं है ।यह तो एक पेड़ है ईश्वर नहीं। नाचना और गाना अपना एक कल्चर है । क्योंकि आदिवासी चाहे वह ईसाई हो या गैर‌ईसाई अपना कल्चर को नहीं भूल सकता है।

  • @IGNASTIR.ANABIRIअनाबिरी

    आपलोगो को मै बता दूं गांवो में ईसाई या मुसलमान या फिर हिंदू सभी लोग अपने अपने तौर तरीके से नाचते हैं
    गांवो के लोग आदिवासी की परंपरा को बचा के रखा है। आगे बढ़े जाति से नही बल्कि अपने झारखंड,अपने देश को आगे ले ।।।। जाति से भेद भाव न के गांवो की परंपरा को शहरो और बिदेसो में फैलाए
    ।। धन्यवाद।।

  • @magratekka9307
    @magratekka9307 10 дней назад

    Ajam daw