सुनो मन उन संतो की वाणी - संत प्रकाशदास जी महाराज | रामधाम खेड़ापा

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  • Опубликовано: 26 ноя 2024

Комментарии • 6

  • @sumanbala6922
    @sumanbala6922 Год назад +1

    परम पूज्य संत श्री प्रकाश दास जी आपके बारम्बार चरण स्पर्श🙏🙏 पुज्य स्वामी जी हर पल सुमिरन तुम्हारा जी गुरूदेव दादूराम सत्यराम🙏🙏

  • @रमापतिशर्मारमापतिशर्मा

    संत भगवान को बहुत बहुत सुभकामनाये और बहुत बहुत बधाई जय हो सीताराम जय भारत

  • @sarlapareek7024
    @sarlapareek7024 2 года назад

    राम जी राम राम 🙏🙏
    जय हो 🙏🙏🙏🙏

  • @santokakhazana-swamisharna8950
    @santokakhazana-swamisharna8950 Год назад +2

    इस भजन के रचयिता को भी पता नहीं होगा कि रामसुखदास जी ने इसके एक-एक बोल को क्रांतिकारी शरणानन्दजी की मानव-मात्रको एक-मत करनेवाली अकाट्य, अपूर्व वाणी के लिए सटीक बिठा दिया है..
    *_शरणानन्दजी की बातें गोली की तरह असर (चोट) करती हैं ! भगवान के शरणागत होने से उनमें ज्ञान का प्रवाह आ गया ! उनकी वाणी में स्वतः गीता का तत्व उतर आया ! उनकी बातों से गीता का अर्थ खुलता हैं ! वे सीधे मूल को पकड़ते हैं, सीधे कलेजा पकड़ते है ।_*
    ----गीता मर्मज्ञ रामसुखदास जी महाराज
    *सुन मन उन संतो की वाणी,*
    *करत है चोट कलेजे भीतर,*
    *चमक उठे जिन्दगानी । टेर ।।*
    मानुष जैसा मानुष दिखे,
    कौन लखे वाको प्राणी ।
    चाह नहीं *(अचाह)* चिंता नहीं मन में,
    सब से बढ़कर दानी ।
    *सुन मन उन संतो की वाणी,*
    *करत है चोट कलेजे भीतर,*
    *चमक उठे जिन्दगानी । टेर ।।*
    राग न द्वेष न लेश किसी से,
    चाल चले मस्तानी ।
    हरि सुमिरन *(शरणागति)* सूं हियरौ उमड़े,
    संत कहो चाहे ज्ञानी ।।
    *सुन मन उन संतो की वाणी,*
    *करत है चोट कलेजे भीतर,*
    *चमक उठे जिन्दगानी । टेर ।।*
    स्वारथ छोड़ *(अकिंचन)* जगत की सेवा,
    सुमिरण सारंग पाणी ।
    आदर मान करे औरन का,
    बन रहे आप अमानी।।
    *सुन मन उन संतो की वाणी,*
    *करत है चोट कलेजे भीतर,*
    *चमक उठे जिन्दगानी । टेर ।।*
    क्या जाने विषयन सुख भोगी,
    मोह माया लिपटानी ।
    जाने *(रामसुखदासजी)* हरिका प्यारा,
    प्रभु में सुरता समानी ।।
    *सुन मन (शरणानन्दजी) की वाणी,*
    *करत है चोट कलेजे भीतर,*
    *चमक उठे जिन्दगानी । टेर ।।*
    *સત્ય એટલુંય કડવું નથી હોતું પણ સ્વાદ અનુસાર ન મળે એટલે ગળે ના ઉતરે....*

  • @prahaladsinghrathoresabalp7208
    @prahaladsinghrathoresabalp7208 7 месяцев назад

    अति सुंदरप्रस्तुति