Malini Rajurkar | Raga Bhatiyar | Live
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- Опубликовано: 10 фев 2025
- पं. रामाश्रेय झा कृत झपताल बंदिश
मेरो बने नाही तेरो कृपा बिना |
कैसे करुं में विघ्न घनेरो ||
नाथ तु अनाथ दिनन के हो दाता |
'रामरंग' के सकल कारज सुधारो ||
पं. नारायण पाठक कृत त्रिताल बंदिश
भोरे ही आये बालमवा |
अब ना सतावो बालमवा |
किन सौतन घर जागो |
उनही के घर जावो बालमवा ||
पं. श्रीकृष्ण रातंजनकर कृत त्रिताल बंदिश
तनिक सुन री सत बचन अब |
सुख कल्पना दुख कल्पना |
कल्पना ही मन की |
मन वासना मिटाइ मिटत सब दंद ||
जग जीवन जंजाल भरम को |
ताको पार लगाये लगे नाहीं हाथ कछु |
मन अधीन कीये सो होत अपार आनंद |
मालिनीबाईनी किती विविध प्रकार किती सहजरित्या गायले आहेत. त्यांचे हे सर्व गायन आपल्याला आता उपलब्ध आहे, हे आपले भाग्य !
अप्रतिम
Amazing! Thanks for sharing it with the words..
RIP Malini Rajurkarji 🙏
बाहोत badhiya
Thank you so much for sharing this rare gem. Taanpurya wr kon aahe?
बंदिशीचे शब्द पाठवलेत तर बरं होईल.