अति सुन्दर मैने आनंद की अनुभूति कर ली है वैसे तो सत्य के बारे में न कुछ बोला जा सकता है और नहीं लिखी जा सकती है सत्य स्वयं के अन्दर मौन में घटने वाली रहस्मय घटना है फिर भी अति सुन्दर प्रस्तुति है
शक्ति एवं गति योग स्वरूप में स्थित होने से क्रिया कर्म की शून्यता में उपस्थित मात्र से गतिमान रहते हैं। गति से ऊर्जा का उदय क्रिया को उत्पन्न करता है, क्रिया से बल का उदय कर्म को उत्पन्न करता है। क्रिया प्रकृति का धर्म है, प्रकृति में उदय हुई इसी क्रिया को मानव मन कर्म का कर्ता भोक्ता मानता है। योग शक्ति मयी मां के सानिध्य में प्रकृति छाया रूप से गतिमान तथा परछाईं रूप से क्रिया कर्म में दृष्टि गोचर हो रही है। 🕉️👍🙏🏼🙏🏼🙏🏼🌹🌹🌹 !🙏🏻!श्रीहरिशरणम्!🌹!,,,,;
अति सुन्दर मैने आनंद की अनुभूति कर ली है वैसे तो सत्य के बारे में न कुछ बोला जा सकता है और नहीं लिखी जा सकती है सत्य स्वयं के अन्दर मौन में घटने वाली रहस्मय घटना है फिर भी अति सुन्दर प्रस्तुति है
Pujyaniya Shri gurudev ji ke Charno me koti koti pranam 🙏🌹
शक्ति एवं गति योग स्वरूप में स्थित होने से क्रिया कर्म की शून्यता में उपस्थित मात्र से गतिमान रहते हैं। गति से ऊर्जा का उदय क्रिया को उत्पन्न करता है, क्रिया से बल का उदय कर्म को उत्पन्न करता है। क्रिया प्रकृति का धर्म है, प्रकृति में उदय हुई इसी क्रिया को मानव मन कर्म का कर्ता भोक्ता मानता है। योग शक्ति मयी मां के सानिध्य में प्रकृति छाया रूप से गतिमान तथा परछाईं रूप से क्रिया कर्म में दृष्टि गोचर हो रही है।
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Thank you for Atmic gyan atam anybhuti & Atam darshan🙏
Bahut hi sundar marm
Bahut hi sundar Explain koti koti naman hai prabhuji ko
Jai shree krishna
Bahut sunder
Adivtiya
बहुत ही सुंदर व्याख्या मन की सारी गांठें खुल गई ❤
Aapki satki baatein aur vishlation Ashtavakra Gita ka sadaiva pranam🙏🙏🙏🙏🙏
Om namah shivaya
Om Namah shivay 🙏🌹🙏🌹🙏
🙏🙏
Yahi sab main Sunna Chahta Hun
Verynice
🙏🙏