*सुसम्मानित माता-पिता का साथ हो तो प्रतिदिन धन-त्रयोदशी है।* *सुयोग्य जीवनसाथी का स्नेह हो तो प्रतिदिन रूप-चतुर्दशी है।* *सुसंस्कारी संतान का सानिध्य हो तो प्रतिदिन दीपावली है।* *श्रेष्ठ आजीविका का स्रोत हो तो प्रतिदिन अन्नकूट है।* *सुशिक्षित भाई-बहन का सौहार्द हो तो प्रतिदिन भाई-दूज है।* *_हम और हमारे परिवार की ओर से आप और आपके परिवार को पंचदिवसीय दीपमहोत्सव की हार्दिक बधाई और अशेष शुभकामनाएं..._* 🙏 *सुरेन्द्र कुमार गोडवाल बोराज* 🙏
*सुसम्मानित माता-पिता का साथ हो तो प्रतिदिन धन-त्रयोदशी है।*
*सुयोग्य जीवनसाथी का स्नेह हो तो प्रतिदिन रूप-चतुर्दशी है।*
*सुसंस्कारी संतान का सानिध्य हो तो प्रतिदिन दीपावली है।*
*श्रेष्ठ आजीविका का स्रोत हो तो प्रतिदिन अन्नकूट है।*
*सुशिक्षित भाई-बहन का सौहार्द हो तो प्रतिदिन भाई-दूज है।*
*_हम और हमारे परिवार की ओर से आप और आपके परिवार को पंचदिवसीय दीपमहोत्सव की हार्दिक बधाई और अशेष शुभकामनाएं..._*
🙏 *सुरेन्द्र कुमार गोडवाल बोराज* 🙏