बिश्नोई समाज सोभाग्यशाली है कि समाज को एक महान पूज़नीय संत का सानिध्य मिला जिन्होंने अपनी मृदु और ओजस्वी वाणी से सनातन धर्म और समाज के सांस्कृतिक-सामाजिक विकास और गुरु महाराज जंभेश्वर भगवान के सबदवाणी का प्रसार-प्रचार कर रहे है ! गुरुजी के प्रभावित और गहन शब्दों के प्रयोग से सुनने की शक्ति और धैर्य बना रहता है 👏 निवण प्रणाम गुरुजी🙏
स्वामी सच्चिदानंद जी द्वारा,किया गया शरीर, मन बुद्धि एवम मृत्यु के पश्चात जीवात्मा का विश्लेषण शास्त्रीय, तार्किक, और तथ्य परक है, जीवात्मा की मुक्ति के संबंध में आप द्वारा की गई व्याख्या ज्ञानवर्धक एवं अनुकरणीय है, सच्चे सनातनी सदगुरु को प्रणाम। 🙏
आप जैसे व्यक्ति भाग्यशाली लौगो को मिलता है सलाम करता हूं मैं बाड़मेर से आस पास रहते हैं ईनकी वाणी ओजस्वी भाषण में एकं एक शब्द का अर्थ पूर्ण रूप से ज्ञानवर्धक जानकारी स्टीक सुंदर मार्मिक लाजबाव मधुर भाषी जीवनशैली में मददगार साबित करके सरलारथ सुंदर दृश्य प्रस्तुत किया है ऐसे धर्म ध्वज रक्षक कों सलाम व नमन करता हूं स्वागत करता हूं
गुरुजी को नमन,,,प्रणाम, बहुत सुंदर व्याख्या,,,,सनातन परंपरा विज्ञानिक परंपरा है,,,,ज्यों ज्यों वैज्ञानिक इन का आंकलन करते है,,,तो हमारी परंपराओं में महान वैज्ञानिक गुण पाए जाते है,,,हमारे रिवाज , त्योंहार, पहनावे, आभूषण , खानपान, सभी विज्ञान के अनुरूप है,,,हमारे पूर्वज कितने महान थे,,,,हमारी प्रत्येक परंपरा सहज और मुक्ति देने वाली महान परंपराएं है,,,महाराज जी ने बहुत ही सुंदर अदभुद,,,व्याख्या की है,,,,मैं बार,,बार,,,महाराज जी को नमन करता हूं,,,,। जम्भेश्वर गुरु जी की जय,,विष्णु भगवान की जय,,,
आपकी बात बताई हुई बहुत अच्छी लगी अब इसमें एक बात है कौवा जो होता है वह इकट्ठे तो जाते हैं पर उनमें से कोई एक जैसे अभी आपने बताया उसे जीवात्मा की इच्छा के अनुसार होने पर एक कौवा आता है यह हमने देखा है वह एक चोंच भरेगा और वह उड़ान भर लेता है इससे ज्यादा वह ठहरता नहीं है और बाकी कौवे जो है वह भोजन करते हैं इसका कारण है हमने तो यही मांगा कि वह जीवात्मा बस एक चोंच भर के उड़ जाता है और संतुष्ट हो जाता हैइसलिए अन्य कोई कारण है तो गुरुजी पता नहीं भगवान जाने या आप बतासकते हैं
नमन प्रणाम महाराज जी। इतने दिनो तक मन में शंका थी। उसका निदान किया समाधान किया। लोग अंधविश्वास बताकर खिली उड़ाया करते हैं आपके द्वारा बहुत ही कम शब्दों में सुंदर वर्णन किया। समाज को ऐसे ही उच्च कोटि के संतों की आवश्यकता है। एक बार पुणे नमन प्रणाम।
जय हो गुरुदेव भगवान की । महाराज जी आप जैसे संतो के कारण ही सनातन धर्म सत्य और सत्य हो जाता ह आपका ज्ञान समझाने की भाषा सैली अदभुत ह । हम आप जैसे संतो का सानिध्य पाकर गौरवान्वित महसुस करते ह ।
श्री गुरु देव जी श्री जम्भेश्वर भगवान को निवण प्रणाम आपका हार्दिक आभार एवं धन्यवाद जी गुरु महाराज जी भगवान आपको सदैव खुश रखें भगवान आपको जी जय श्री राम
मे भी एक आस्तिक व्यक्ति हूँ पर गुरुदेव मेरे मन मे एक शंका है कि हर देश मे तो मौर, कौआ होते नही है तो वंहा के मनुष्य की मौत होने पर उन मनुष्य की आत्मा को कोनसा जीव देखता है सभी अपने विचार रखे.....
मौत के बाद कुछ नही होता है बस यह तो एक सामाजिक श्रेणीबद्धता है जिसमे आत्मा परमात्मा और फिर इनसे मिलाने वाले बिचौलिये जो हमे बताते है कि किसी के पूर्वज की का पिण्डदान करो बस यह एक आर्थिक चक्र है उससे अधिक कुछ नही
अगर ऐसा होता तो सब लोगो के लिए होता कुछ समाज या धर्म विशेष का नही सबकी आत्मा इन पशु और पक्षीयो मे आती हिन्दु मुस्लिम सिख इसाई जैन बौद्ध पारसी यहुदी बस महज एक परम्परा है उससे अधिक कुछ नही
@@bishnoinareshpanwar1441 नरेश जी सब से पहले मेरे प्रश्न पर अपना विचार रखने के लिए धन्यवाद आप कि बात सही है कि ये सब परमपराए है पर जीवआत्मा तो सत्य है क्यूकी जैसे chemistry मे c और o के दो अणु मिलकर कार्बन डाइऑक्साइड गैस बनाती है जो कभी नष्ट नही होती अगर हम उसे तोड़े तो वापिस c और o बन जाती है ठीक वैसे ही जीवआत्मा भी अमर हो सकती है....
@@manojbishnoi7312 manoj ji हो सके बाकि मैने आज तक बहुत अनुभव कर चुका हु कि आत्मा नही है मैने इस पर बहुत अध्ययन किया है पर आज तक तो ऐसा कुछ नही मिला आगे हो जाये तो अलग बात है फिलहाल तो नही केवल भौतिक शरीर ही है जो मौत के बाद समाप्त हो जाता है यह मेरा निजी विचार है
वैज्ञानिक कहते हैं कि एक मिनट में 72 बार धड़कता है तथा 72घटे तक सूक्ष्म जीव यहां पर रहता है क्योंकि जीव को मन की ईशान्य होती है । जीव को 72 घंटे समय दिया जाता है अपनी ईशा पूर्ण कर सकें, यानी तीन दिन तक ।।
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है बाइबिल में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है गुरु ग्रंथ में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है कुरान शरीफ में फरमान है कबीर साहेब भगवान हैं
❤❤❤नियुण प्रणाम जी हिन्दु सनातन धर्म में मृत्यु संस्कार को मानते आए हैं करते आऐ है और वर्तमान में भी चल रहा है आगे भी चलता रहेगा परन्तु गुरु जंभेश्वर भगवान विष्णु ने विश्नोई समाज कि एक 29 नियमों कि एक आचार-संहिता बनाई गई है इस नियमों पर खरा सच्चाई से पालन करते हैं तो जीवन जीने कि युक्ति से जीवन जीते हैं और इस संसार से जानें के बाद मुक्ति मिलती है परन्तु शास्त्रों कि मानो तो तीन दिनों जीव को यमराज छुट्टी देते हैं उनका मृत्यु संस्कार अपने आंखों से जीव स्वयं कुछ पिछे उसके परिवार वाले जो उस जीव के लिए दान पुण्य करता है वो उस जीव को मिलता है फिर वो जीव कर्मो के अनुसार भगवान उसको अन्य जीव जुणी देते हैं ये हिन्दू धर्म शास्त्रों का मानना है इस को हमारे पुर्वज मानते आए और मान रहे हैं मानते रहे जय श्री गुरु जंभेश्वर भगवान विष्णु जी की
आपसे विनम्र सवाल पुछ रहा हू कि मरने के बाद जो कर्म काण्ड करते है वो उस जीव के पास कैसे पहुँचते है यह बताये यह सब पाखंड है गुरू महाराज जाभोजी ने कहा है शब्दवाणी मे जो कुछ किजै मरणे पहले मत भल मे मर जाइयो आप शास्त्रो की आङ लेकर गलत जानकारी सही साबित करने का प्रयास कर रहे है
@@bishnoinareshpanwar1441ऐसा कुछ नहीं है भाई आपका अलग बता रहे हैं गुरु जम्भेश्वर भगवान् जसनाथ जी महाराज ने अलग बताया है बाकी हिन्दू धर्म में कुछ अलग है कुल मिलाकर सभी सनातनी भाई हैं
जीवत प्राणी है और मृत तो मृत है और कौवा एक प्राणी हैं और जैसे एक प्राणी को चाहिए वैसे ही कोवे को चाहिए, वो अपने हिसाब से खा कर चला चला जाता बाकी जो नीचे बैठ कर कोन खाता है जीव आत्मा खाती हैं जीव आत्मा कोन है वो आप जानते ही हो।
बिश्नोई समाज सोभाग्यशाली है कि समाज को एक महान पूज़नीय संत का सानिध्य मिला जिन्होंने अपनी मृदु और ओजस्वी वाणी से सनातन धर्म और समाज के सांस्कृतिक-सामाजिक विकास और गुरु महाराज जंभेश्वर भगवान के सबदवाणी का प्रसार-प्रचार कर रहे है ! गुरुजी के प्रभावित और गहन शब्दों के प्रयोग से सुनने की शक्ति और धैर्य बना रहता है 👏 निवण प्रणाम गुरुजी🙏
इत्ता ना ऊंचा चढ़ाया करो आन,,,,इनके पास एक बटन दबाने की गुप्त विधि है
@@bishnoiasp
प्रणाम गरुजी🎉
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊@@bishnoias
भाई साहब आप और हम सब एक ही तो हैं आखिर में जाट ही तो है और फिर जाट जाट में फर्क क्या सब एक ही है
स्वामी सच्चिदानंद जी द्वारा,किया गया शरीर, मन बुद्धि एवम मृत्यु के पश्चात जीवात्मा का विश्लेषण शास्त्रीय, तार्किक, और तथ्य परक है, जीवात्मा की मुक्ति के संबंध में आप द्वारा की गई व्याख्या ज्ञानवर्धक एवं अनुकरणीय है, सच्चे सनातनी सदगुरु को प्रणाम। 🙏
9:54 10:04 10:05 10:05 10:06 10:06 10:07 10:09 10:10 10:11 10:11 10:12 10:13 14:13 14:17 14:22 14:56 14:56 15:14 15:14 15:22 15:27 15:31 15:46 15:48 15:50 15:52 15:53 15:53 16:02 16:11 16:34 16:34 16:39 16:53 16:59 17:07 17:09 17:09 17:10 17:12 17:12 17:12 17:14 17:16 17:17 17:18 17:19 17:19 17:20 17:22 17:22 17:25 17:27 17:55 18:28 18:42 18:55 😊😢😊😮
आप जैसे व्यक्ति भाग्यशाली लौगो को मिलता है सलाम करता हूं मैं बाड़मेर से आस पास रहते हैं ईनकी वाणी ओजस्वी भाषण में एकं एक शब्द का अर्थ पूर्ण रूप से ज्ञानवर्धक जानकारी स्टीक सुंदर मार्मिक लाजबाव मधुर भाषी जीवनशैली में मददगार साबित करके सरलारथ सुंदर दृश्य प्रस्तुत किया है ऐसे धर्म ध्वज रक्षक कों सलाम व नमन करता हूं स्वागत करता हूं
Om Jai Guru jambheswer bhagwaan ki jai ho 🙏🏼✨😘🙌❤🎉❤🎉❤🎉
गुरुजी को नमन,,,प्रणाम, बहुत सुंदर व्याख्या,,,,सनातन परंपरा विज्ञानिक परंपरा है,,,,ज्यों ज्यों वैज्ञानिक इन का आंकलन करते है,,,तो हमारी परंपराओं में महान वैज्ञानिक गुण पाए जाते है,,,हमारे रिवाज , त्योंहार, पहनावे, आभूषण , खानपान, सभी विज्ञान के अनुरूप है,,,हमारे पूर्वज कितने महान थे,,,,हमारी प्रत्येक परंपरा सहज और मुक्ति देने वाली महान परंपराएं है,,,महाराज जी ने बहुत ही सुंदर अदभुद,,,व्याख्या की है,,,,मैं बार,,बार,,,महाराज जी को नमन करता हूं,,,,। जम्भेश्वर गुरु जी की जय,,विष्णु भगवान की जय,,,
आपकी बात बताई हुई बहुत अच्छी लगी अब इसमें एक बात है कौवा जो होता है वह इकट्ठे तो जाते हैं पर उनमें से कोई एक जैसे अभी आपने बताया उसे जीवात्मा की इच्छा के अनुसार होने पर एक कौवा आता है यह हमने देखा है वह एक चोंच भरेगा और वह उड़ान भर लेता है इससे ज्यादा वह ठहरता नहीं है और बाकी कौवे जो है वह भोजन करते हैं इसका कारण है हमने तो यही मांगा कि वह जीवात्मा बस एक चोंच भर के उड़ जाता है और संतुष्ट हो जाता हैइसलिए अन्य कोई कारण है तो गुरुजी पता नहीं भगवान जाने या आप बतासकते हैं
निवण प्रणाम गुरूदेव
नमन प्रणाम महाराज जी। इतने दिनो तक मन में शंका थी। उसका निदान किया समाधान किया। लोग अंधविश्वास बताकर खिली उड़ाया करते हैं आपके द्वारा बहुत ही कम शब्दों में सुंदर वर्णन किया। समाज को ऐसे ही उच्च कोटि के संतों की आवश्यकता है। एक बार पुणे नमन प्रणाम।
जय जम्भेश्वर दाता री🙏 🚩
जय हो गुरुदेव आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा बहुत अच्छी लगी आपकी सेवा को सादर नमन प्रणाम
बहुत बढ़िया से समझाया गुरु देव महाराज जी
कोटी कोटी प्रणाम गुरूदेव
बहुत बहुत आभार शुक्रिया धन्यवाद आपका 🙏🙏 सनातन धर्म के बारे में बहुत अच्छी जानकारी प्रदान की।
Bohat Dino Baat Dout Clear huwa..Dhanywaad #Guruji
वाह वाह गजब की जानकारी दी गुरु जी ने
बहुत ही शानदार प्रस्तुति गुरु जी
बहुत ज्ञानवर्धक कहानी है जी जय भीम 🙏🌹🙏
गुरुजी गजब की ज्ञान की बात बताई है वो भी आधुनिक उदारणो के साथ 🙏
सही बात है
जय हो गुरुदेव भगवान की । महाराज जी आप जैसे संतो के कारण ही सनातन धर्म सत्य और सत्य हो जाता ह आपका ज्ञान समझाने की भाषा सैली अदभुत ह । हम आप जैसे संतो का सानिध्य पाकर गौरवान्वित महसुस करते ह ।
Radhe radhe 🙏
जय गुरु महाराज की सा।
महाराज जी. ने बहुँत अच्छा प्रवशन दिया है।जय हो गुरु महाराज जी की।
समाज का नेतृत्व करने के लिए धन्यवाद
श्री गुरु देव जी श्री जम्भेश्वर भगवान को निवण प्रणाम आपका हार्दिक आभार एवं धन्यवाद जी गुरु महाराज जी भगवान आपको सदैव खुश रखें भगवान आपको जी जय श्री राम
बहुत अच्छे गुरु जी
राधे राधे गुरूजी 🙏
बहुत सुंदर बहुत धन्यवाद
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति गुरुदेव आपके चरणों में मेरा नमस्कार बहुत बहुत आभार हमारे जीवन के बारे में जानकारी देने के लिए
आपके समझाने का तरीका अच्छा हैं ❤
बहुत अच्छा ज्ञान है गुरुजी को
गुरुवर आपके चरणों में कोटि कोटि प्रणाम, जय गुरु जम्भेश्वर भगवान
कौआ रेकी डाउजर है कि जीव की इच्छा बता देता है ,एसी ब्रह्मणो ने मान्यताऐ बनायी थी ।जिसको जम्भेश्वर ने काल्पनिक कहा है।
ब्राह्मणों का व्याख्यान गलत रहा है समाज के लिए ब्राह्मणों की वजह से ही आज हम सब आपस में अलग अलग हो गए
@@surtaram8662 I am fully agree you👍
नीवण प्रणाम गुरु जी
मै बहुत भाग्यशाली हु जो बिश्नोई समाज मै जन्म हुआ❤
बहुत ही सुंदर सादर प्रणाम महाराज जी हरी ॐ
ॐ श्री सद्गुरु देव भगवान की जय
JAI GURUDEV 🙏🏻🚩
नवन प्रणाम 🙏
Good.information.Guru.G.koti.koti.parnam.Raj.kumar.khichar.siswal.Hissar
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति, आपको बहुत बहुत आभार,,,,,,🙏🙏🙏
मे भी एक आस्तिक व्यक्ति हूँ पर गुरुदेव मेरे मन मे एक शंका है कि हर देश मे तो मौर, कौआ होते नही है तो वंहा के मनुष्य की मौत होने पर उन मनुष्य की आत्मा को कोनसा जीव देखता है सभी अपने विचार रखे.....
मौत के बाद कुछ नही होता है बस यह तो एक सामाजिक श्रेणीबद्धता है जिसमे आत्मा परमात्मा और फिर इनसे मिलाने वाले बिचौलिये जो हमे बताते है कि किसी के पूर्वज की का पिण्डदान करो बस यह एक आर्थिक चक्र है उससे अधिक कुछ नही
अगर ऐसा होता तो सब लोगो के लिए होता कुछ समाज या धर्म विशेष का नही सबकी आत्मा इन पशु और पक्षीयो मे आती हिन्दु मुस्लिम सिख इसाई जैन बौद्ध पारसी यहुदी
बस महज एक परम्परा है उससे अधिक कुछ नही
@@bishnoinareshpanwar1441 नरेश जी सब से पहले मेरे प्रश्न पर अपना विचार रखने के लिए धन्यवाद आप कि बात सही है कि ये सब परमपराए है पर जीवआत्मा तो सत्य है क्यूकी जैसे chemistry मे c और o के दो अणु मिलकर कार्बन डाइऑक्साइड गैस बनाती है जो कभी नष्ट नही होती अगर हम उसे तोड़े तो वापिस c और o बन जाती है ठीक वैसे ही जीवआत्मा भी अमर हो सकती है....
@@manojbishnoi7312 manoj ji हो सके बाकि मैने आज तक बहुत अनुभव कर चुका हु कि आत्मा नही है मैने इस पर बहुत अध्ययन किया है पर आज तक तो ऐसा कुछ नही मिला आगे हो जाये तो अलग बात है फिलहाल तो नही केवल भौतिक शरीर ही है जो मौत के बाद समाप्त हो जाता है यह मेरा निजी विचार है
K@@bishnoinareshpanwar1441
विश्नोई समाज में जन्म लेना सोभाग्य हैं हमारा🚩🚩
दंडवत प्रणाम बावजी 🙏
धन्यवाद आप कामवासना अमूल्य है
बहुत ही सानदार गुरु जी
Guruji ke shree Charano mai Sadar Pranam
बहुत अच्छी जानकारी गुरु जी
निवण प्रणाम गुरुजी।👏👏
Va guru dev ji aapne bot hi giyaan ki baat sunaai 🙏🙏
🎉❤jayguruji
वैज्ञानिक कहते हैं कि एक मिनट में 72 बार धड़कता है तथा 72घटे तक सूक्ष्म जीव यहां पर रहता है क्योंकि जीव को मन की ईशान्य होती है । जीव को 72 घंटे समय दिया जाता है अपनी ईशा पूर्ण कर सकें, यानी तीन दिन तक ।।
जय गुरुदेव
@@ThakraRam-y1w 🤣🤣🤣🤣🤣 वाह गजब के ज्ञान है
गुरु जंभेश्वर के दरबार में द्रुल्भ संतसमांगम सुनकर विचार किया मंनंनकरने योग्य शब्द संस्कार के बारे में प्रस्तुति सुनकर अच्छा लगता है सत्य सब्द
Both achaa hai❤❤
Maharaj ji aapane bahut achha sa samjhaya dhanyawad ho guru ji
Sahi bat batai h guru ji 🙏🙏
Nivan pranaam gurudev. Dhanyawaad guruji
Niwan parnam Gurudav 🙏🙏🙏
प्रणाम गुरु जी 🙏🙏
Both achaa❤
जय गुरुदेव की
जय श्री हरि विष्णु, जय जय श्री गुरुवर
जय श्री गुरूदेव जय ❤❤❤
मन मैं बहने वाला इच्छाओं का झरना मरती दम तक नहीं रूकता।
दादा भी अपने पोते की फ़िक्र मैं लग जाता हैं😊
Right bat gurudav 👍👍
Nivan parnam guru ji 🙏
Jai Ho guru dev
Good.information.Guru.G.coti.coti.parnam
Naman Parnam Guru Dev 🙏🙏
जय गौ माता बहुत ही सुन्दर विचार से समझाते हैं गुरुजी
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है बाइबिल में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है गुरु ग्रंथ में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है कुरान शरीफ में फरमान है कबीर साहेब भगवान हैं
❤❤❤नियुण प्रणाम जी हिन्दु सनातन धर्म में मृत्यु संस्कार को मानते आए हैं करते आऐ है और वर्तमान में भी चल रहा है आगे भी चलता रहेगा परन्तु गुरु जंभेश्वर भगवान विष्णु ने विश्नोई समाज कि एक 29 नियमों कि एक आचार-संहिता बनाई गई है इस नियमों पर खरा सच्चाई से पालन करते हैं तो जीवन जीने कि युक्ति से जीवन जीते हैं और इस संसार से जानें के बाद मुक्ति मिलती है परन्तु शास्त्रों कि मानो तो तीन दिनों जीव को यमराज छुट्टी देते हैं उनका मृत्यु संस्कार अपने आंखों से जीव स्वयं कुछ पिछे उसके परिवार वाले जो उस जीव के लिए दान पुण्य करता है वो उस जीव को मिलता है फिर वो जीव कर्मो के अनुसार भगवान उसको अन्य जीव जुणी देते हैं ये हिन्दू धर्म शास्त्रों का मानना है इस को हमारे पुर्वज मानते आए और मान रहे हैं मानते रहे जय श्री गुरु जंभेश्वर भगवान विष्णु जी की
आपसे विनम्र सवाल पुछ रहा हू कि मरने के बाद जो कर्म काण्ड करते है वो उस जीव के पास कैसे पहुँचते है यह बताये
यह सब पाखंड है
गुरू महाराज जाभोजी ने कहा है शब्दवाणी मे
जो कुछ किजै मरणे पहले मत भल मे मर जाइयो
आप शास्त्रो की आङ लेकर गलत जानकारी सही साबित करने का प्रयास कर रहे है
@@bishnoinareshpanwar1441ऐसा कुछ नहीं है भाई आपका अलग बता रहे हैं गुरु जम्भेश्वर भगवान् जसनाथ जी महाराज ने अलग बताया है बाकी हिन्दू धर्म में कुछ अलग है कुल मिलाकर सभी सनातनी भाई हैं
Hamare Shastro me bhi bhari Matra me milawat ki h in muglo aur angrezoo ne sanatan Dharm ko Khatam karne ke liye ❤
New pranam,,,🙏🙏
जय हो गुरु देव
नमन prnam guruji
Bhjut Sundar vicsar🎉guruji.
Jay ho guru dev 🙏🙏🙏
Om vishnu🙏🙏🙏🙏🙏🙏
निवण प्रणाम गुरुजी🙏🙏🙏🙏🙏
आपने बहुत अच्छी बात बताइए बहुत बहुत धन्यवाद गुरुजी
😊😊😊
Nivan pranam ji
हे गुरुदेव जय हो
जय गुरू माहाराज की सा
गुरुदेव प्रणाम 🙏🙏
Jay Ho guru ji
Jai guru jambho Ji ❤❤❤
JAY GURUDEV Ji Ki JAY 🙏🙏
Bahut sundar gayan
Jai Shree Ram
Jii Swami ji 💯💯🙏🙏🙏🙏
बहुत सुन्दर गुरु जी 🙏
नॉनप्रणाम गुरुजी
🙏🙏 Jay gurudev 🙏🙏
Jai ho gurudev 🌹🙏🌹⛳⛳⛳
बिशनोई तो बिश्नोई है बहुत सुंदर समाज है
🙏राम राम 🙏
Jay shree Hari
जय गुरु देव
जीवत प्राणी है और मृत तो मृत है और कौवा एक प्राणी हैं और जैसे एक प्राणी को चाहिए वैसे ही कोवे को चाहिए, वो अपने हिसाब से खा कर चला चला जाता बाकी जो नीचे बैठ कर कोन खाता है जीव आत्मा खाती हैं जीव आत्मा कोन है वो आप जानते ही हो।
😢👏
महाराज जी मुझे अभी भी समझ नहीं आ रही है कि आत्मा शरीर से अलग होने के बाद दुसरा शरीर धारण करती है या कुछ दिन कहीं रुकती है
👌👌
Jay jambheswar bhagwan 🙏🏾🙏🏾
Gurudev new pranam