क्या दयानन्द सरस्वती अंग्रेजों के प्रभाव से मूर्तिपूजा का विरोध करते थे?
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- Опубликовано: 2 янв 2022
- महर्षि दयानन्द सरस्वती का अमर ग्रन्थ #satyarthprakash #prahari #prabhakar
सत्यार्थ प्रकाश में 14 समुल्लास है। उनके विषय हैं-
१. प्रथम समुल्लास में ईश्वर के ओङ्काराऽऽदि नामों की व्याख्या।
२. द्वितीय समुल्लास में सन्तानों की शिक्षा।
३. तृतीय समुल्लास में ब्रह्मचर्य, पठन-पाठनव्यवस्था, सत्यासत्य ग्रन्थों के नाम और पढ़ने-पढ़ाने की रीति।
४. चतुर्थ समुल्लास में विवाह और गृहाश्रम का व्यवहार। की विधि।
५. पञ्चम समुल्लास में वानप्रस्थ और संन्यासाश्रम।
६. छठे समुल्लास में राजधर्म।
७. सप्तम समुल्लास में वेदेश्वर विषय।
८. अष्टम समुल्लास में जगत् की उत्पत्ति, स्थिति, प्रलय।
९. नवम समुल्लास में विद्या, अविद्या, बन्ध और मोक्ष की व्याख्या।
१०. दशवें समुल्लास में आचार, अनाचार, भक्ष्याभक्ष्य विषय | ११. एकादश समुल्लास में आर्य्यावर्तीय मतमतान्तर के खण्डन-मण्डन विषय।
१२. द्वादश समुल्लास में चारवाक, बौद्ध और जैनमत का विषय।
१३. त्रयोदश समुल्लास में ईसाई मत का विषय।
१४. चौदहवें सुल्लास में मुसलमानों के मत का विषय।
और चौदह समुल्लासों के अन्त में आर्यों के सनातन वेदविहित मत की विशेषतः व्याख्या लिखी है, जिसको मैं भी यथावत् मानता हूँ।
ओम् हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएं आयुष्मान भव ओ३म् 🙏🏼🚩 कृण्वनतो विश्वमार्यम । चरैवेति चरैवेति... । जय आर्य जय आर्यव्रत भरतखण्ड । वन्देमातरम् वन्देमातरम् वन्देमातरम्......🇮🇳
मैने भी 4 वर्ष पहले पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानन्द जी का वीडिओ देखा था और उनके वक्तव्य के विरुद्ध मैने कमेंट लिखा था। 2 वर्ष पहले भी दूसरा कमेंट लिखा था। जिसको वीडिओ के नीचे कमेंट्स में देखा जा सकता है। इस वीडिओ में श्री प्रभाकर जी द्वारा बताई गयी बातों के अतिरिक्त यह जानकारी भी आवश्यक है कि 14 वर्ष की आयु में जब पिता के यह कहने पर कि सबकी रक्षा करने वाले शिव जी साक्षात् शिवरात्री को आएंगे और दर्शन देंगे इसलिए मन्दिर में शिवलिंग की पूजा कर तो बालक मूलशंकर (जो बाद मे स्वामी दयानन्द सरस्वती के नाम से प्रसिद्ध हुए) पिता कहने पर पूजा करने बैठ गया। कुछ समय बाद मंदिर के सभी व्यक्ति सो गये और मूलशंकर बैठे रहे। तो उसके बाद मूलशंकर ने देखा कि पत्थर के शिवलिंग पर तो चूहे चढकर चढावा खा रहे और मल मूत्र कर रहे हैं। तो उनको बोध हुआ कि यह पत्थर का शिवलिंग तो चूहो से भी अपनी रक्षा नही कर पा रहा है संसार के प्रणियों की क्या रक्षा करेगा। यह पत्थर का शिवलिंग सच्चा शिव नही है। इस घटना को देखकर स्वचिन्तन से मूर्ती पूजा से मन हट गया और आजीवन जड मूर्ती पूजा का तर्क और ग्रंथों आधार पर खण्डन किया। इसलिए यह कहना गलत और भ्रमात्मक है कि स्वामी दयानन्द सरस्वती ने अंग्रेजों के प्रभाव मे जड मूर्तीपूजा का खण्डन किया। अधिक जानकारी के लिए महर्षि दयानन्द की जीवनी व उनके द्वारा रचित ग्रन्थों और अन्य विद्वानों जैसे लाला लाजपतराय, स्वामी श्रद्धानन्द, आदि विद्वानों के महर्षि दयानन्द के संबंध मे विचारों का अध्ययन करें।
सही कहा जी 🙏
धन्यवाद गुरुजी 🙏
बहुत बहुत सुन्दर प्रस्तुति दी आप ने आचार्य जी आप को सादर प्रणाम अभिवादन 🙏🙏🙏
देवो के देव महादेव महादेव के देव सूर्य देव 🚩🌞🚩🙏🙏🙏
Jai Rishi Dev Dayanand
ओउम् 🚩
ओ३म्
पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती जी के वीडिओ के संबंध मे यह वीडिओ बहुत आवश्यक था। आचार्य सोमदेव जी का भी इस संबंध मे एक वीडिओ है। स्वामी दयानन्द सरस्वती के संबंध मे दुष्प्रचार करने वाले सभी वीडिओ के संबंध ऐसे वीडिओ बनाकर जनता को जागरूक करना अतिआवश्यक है। इसके बहुत बहुत धन्यवाद।
ओउम आचार्य जी सादर प्रणाम
आदरणीय आचार्य जी सादर अभिवादन 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
pl.go Paakistaan tell singal word against singal Katmulle and his holy book
@@parbhakarprasad153
0
00, m
🚩
महोदय जी वीडियो में आपने बहुत उत्तम प्रवचन दिया है,आपको साधुवाद है।
कबीर नानक आदि संतो ने किसके प्रभाव से मूर्ति पूजा का विरोध किया था यह तो कोरा बकवास है महर्षि दयानंद ने तो मूर्ति पूजा का खंडन वेद शास्त्र आदि ग्रंथों के प्रमाणों से किया है न कि अंग्रेजों के प्रभाव से।
दयानन्द को उनके साथ वालों ने ही ज़हर देकर मार दिया , जो अपनी रक्षा नहीं कर सका वो क्या मोक्ष दिलाएगा !
महर्षि दयानंद ने मोक्ष दिलाने के लिए क्या रामपाल की तरह ठेका ले लिया है मोच तो योग तप वैराग्य ब्रह्मचर्य के पालन नियमों से मिलता है यही तो महर्षि दयानंद ने वेद शास्त्र प्रमाण के आधार पर बताया था। मोक्ष के लिए मनुष्य को खुद पुरुषार्थ करना पड़ेगा। @@aajkabaadshah
@@prashantmuni हाँ तभी तो एक गिलास ज़हर में ही निकल लिए ! बातें बड़ी-बड़ी करते थे , अपनी रक्षा तो कर नहीं पाए।
Dhongi tha dayanand
ओम् परिणाम आचार्य जीं जय आर्यावर्त
ji mujhe bhi yaad h unki vo video mujhe bhi ajeeb lga tha sunne m apka dhanyawaad shanka door krne k liye 💛
Jay ved mata. Jay aryabarta
बहुत उत्तम वक्तव्य आचार्य ji 🙏🏼🙏🏼
बहुत सुन्दर
#Prabhakar 🕉️ ॐ नमः शिवाय हर हर महादेव 🕉️👍😎👍
Om shanti
नमस्ते आचार्य जी उत्तम ज्ञान में प्राप्त कर पाया आप से जुड़ने से
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️
आप स्वामी निश्चलानंद का विडियो बता रहे हो उसे मैने भी देखा है।
Acharya somdev ne unka usi samay uchit uttar diya tha jis samay unki ye video aayi thi
Nice
OM
Aacharya ji aap sehore wale Pradeep Mishra ji ka bhagwat duniya duniya mein desh mein bahut pracharit ho raha hai is per aap video banaaiye kyunki ismein shivling ke bharose log baithenge chamatkaron ke bharose log baithe Hain aur inhen mansik aur sharirik dugdh hota aisa bhram logon mein ine per aap video banaaiye
भवान् एतादृशसाहसं म्लेच्छानाम् विरोधेन कथने,तेषाम् ग्रन्थानाम् विरोधे अफगानीस्तानस्याञ्चले प्रदर्शयतु,तदा पश्याम:
ઓમ oum 🙏🚩🕉💐
Murti pooja sabse bdi Ishwar ki insult h
what do U know about Veda,Katmulle agent,go Afaganistaan Border and tell singal word against singal Katmulle and his hily booj,
Mandiro m shaktiya hoti h dewi dewtao ki unkj pooja hoti h logo ki paresani thik hoti h pooja se koi bhi kast paresani ho .
Iswar ko pooja ibadat ki jaroorat nahi h iswar karam dekhte h iswar bhagwan dewi dewta alag alag hote h.
@@parbhakarprasad153 Veda is copied from Iranian Avesta lol... Brahmins are not Indian DNAs mind it first. Brahmins are from Iran.
1008 श्रीजगद्गुरव: श्री शङ्कराचार्या: किम् स्वप्नेपि असत्यं ब्रूयु:,,न जातुचित्,तैरुक्त: शतप्रतिशतं सत्यमेव,ऋषिस्तु दयानन्द: जाया ब्राह्मण; सन्नपि वैदेशिकानाम् प्ररोचनेन चोदितोसत्यप्रकाशाख्यं ग्रन्थं रचितवान्,तस्य सर्वैरप्यार्यैरैकमत्यैन त्याग: कर्तव्य:,कृपया पुनीतानाम् 10000008 श्रीशङ्कराचार्याणाम् पुण्यं प्रवचनं श्रुण्वन्तु
@@asanatan1329 source - trust me sarr
100008 श्री शङकराचार्यजी कभी भी झूट नही बोलते है,क्योङ्कि वेद मे लिखा है कि सत्यं वदेत्,सत्येनोत्तभिता भूमि:,।
Aacharya ji aajkal shiv puran ka prachalan bahut chahe जगह-जगह shiv puran chal raha hai aur ismein shivling ki sthapna har desh aur har Nagar har jagah sim ki sthapna kar rahe har chauk har chauraha mein ka sthapna ho rahe aur log shivling ke bharose chamatkar ke bharose baithe Hain aur aajkal kathaon mein jo shiv puran hota hai usmein bhi bahut hi iska prachar prasar bahut ho rahi is per aap video banaaiye log chamatkar ke bharose badhate chamatkari kuchh Nahin logon ka ek bhram hai
पीछे जो पुस्तक राखी हुई है, उसके ऊपर गिलास रखा हुआ है, महोदय यह उचित नहीं है।
ठीक है पर पैड के नीचे 👇 डोल वजाने से महिला मरगयी पर मूरती पूजा की 🌱
दफा हो ना तू जातिवादी आदमी...जा फ्री के लँगर में अपनी माँ को बेच दे....और महाराजा सूरजमल की तस्वीर हटा के तू भिंड़ीवाला की फ़ोटो लगा क्यूंनकी भिंड़ीवाला असली जाट था
मूर्तिपूजा के विरोधी के बाद उसके दो वर्ष बाद उसके यहाँ किसकी मृत्यु हो गई थी । सत्यार्थ प्रकाश नामक पुस्तक में किस अध्याय मे हैं
Aacharya ji aap chamatkaron ka khandan kijiye kyunki hindu dharm mein kathavachak bhagwat puran aur shiv puran jaise aajkal bahut prachalit hai ummid chamatkar bahut jyada dikhai jaate Hain aur log chamatkar ke Piche bhagate Hain har chij mein dukh taklif hoti to bhi chamatkar ke Piche bhagate Inka aag khandan kijiye
Nishchalanandji is propogating murti puja. This type of Puja has made much harm to the nation and society. India remained slave for one thousand years due such Pakhand and murti puja.
इसलिए आप तुरन्त सत्यार्थप्रकाश किताब को श्री मोदी जी से प्रार्थना कर के बेन करादीजिए, 1000008 श्रीजगद्गुरु शङ्कराचार्य जी के पुण्य प्रवचन 100000 बार सुने,आचरण मे तुरन्त लाये
Sanskrit is not Indian language, mind it first. Brahmins are not Indian DNAs. They came from Iran and copied theirs Avesta into Vedas with the help of weed (Soma ras). Brahmins made many Devi devta to loot in the name of Religion.
Then whole world is Africa
भाई तुम लोगो लो मूर्ति पूजा से क्या दिक्कत है
व्याख्यान सुन लो
मूर्ति पूजा की प्रिभाषा पता करो भाई।
मूर्ति पूजा जो आम समाज में चल रही है वो मूर्ति पूजा है ही नहीं बल्कि मनमर्जी चल रही है।
Jo tum bol rahe ho uska sabut do
Kaisa sabut