आज अद्भुत छवि निज निहारी - ब्र. रविन्द्रजी "आत्मन" Aaj Adbhut Chhavi Nij Nihari - Br. Ravindra Ji

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  • Опубликовано: 21 дек 2024

Комментарии • 9

  • @ethikajain1987
    @ethikajain1987 3 года назад

    Very nice Bhajan 👌👍🙏

  • @anitagandhi4513
    @anitagandhi4513 3 года назад

    🎵🎶🎵🎶🎵🎶🎵
    बहुत सुंदर रचना 👌👌
    🎵🎶🙏🙏🙏😇🎶🎵

  • @manjusarawgi1942
    @manjusarawgi1942 3 года назад

    जय जिनेन्द्र
    बहुत ही अद्भुत

  • @SamkitShastri
    @SamkitShastri 3 года назад

    वाह अद्भुत🙏🏻🙏🏻👌🏻👌🏻😇😇

  • @दिनेशसिंघईरन्नौद-न9व

    बहुत सुंदर!

  • @samkitjain9
    @samkitjain9 3 года назад

    🕉🙏

  • @suniljainrajkot
    @suniljainrajkot 3 года назад +1

    अपूर्व संकलन ! हृदयस्पर्शी रचना एवं आत्मस्पर्शी गायन 🙏🙏🙏

  • @dr.vipinkumarjainbhopal188
    @dr.vipinkumarjainbhopal188 3 года назад +2

    जय जिनेन्द्र।
    निवेदन है कि इसमें से इस तबला वादक फूहड़ कार्टून को हटा दें।
    अत्यंत महिमावंत भाव इस रचना में भरे हैं। विचार करें।
    सादर,
    डा विपिन कुमार जैन, भोपाल।

    • @sarvodayahinsa
      @sarvodayahinsa  3 года назад

      जी भविष्य में ध्यान रखेंगे।