बाबासाहेब के नाम से स्कूल 34: जीवन में बहुत सफलता आनेवाला है मुझसे भारत आगे बडेगा और बच्चे भी बहुत आगे जायेगी भारत का नाम रोशन करेंगे धन्यवाद जय भीम जय संविधान जय फुले जय सावित्री नमो बुद्धाय
माननीय गेंदा लाल जी आपको सत सत नमन है जो आपके अन्दर ऐसी सोच उत्पन्न हुई। स्कूल देख कर दिल गदगद हो गया इससे बाबा साहब के सपनो को आसानी से साकार किया जा सकता है।ऐसे स्कूल भारत के कोने-कोने में होना चाहिए,बहुजनो को चाहिए कि बाबा साहब के मिशन को पूरा करने के लिए ऐसे स्कूल खोलने में सयोग करे,ताकि ज्यादा से ज्यादा स्कूल खोले जा सके और बहुजनो के बच्चे योग्य बन सके। धन्यवाद
ऐसे स्कुल भारत के हर कोनेकोने में होने चाहिए इसी स्कूल के लिये हम मंगल कामना कामना करते है ये स्कुल की दिन बे दिन बडती बढ जाये वहांके सभी बच्चो को और टिचर को बहोत बहोत बधाई ❤❤जय भिम जय नमो बुध्दाय जय संविधान जय भारत 🙏🙏👍
आज।हमें।ये।जानकर। बहुत खुशी हुई कि बाबा के। सपने।को। साकार।को।पुरा।कर।रहे।है। ऐसे।महा मानव को। राजेंद्र प्रसाद बार बार जय।भीम। नमो बुद़धाय। बहुत बहुत धन्यवाद
वो पुरुष ही थे जो स्त्रियों के अधिकारों के लिए लड़े थे ये जानकारी और ऐसा विद्यालय है, जानकर जीवन धन्य हो गया। ऐसा विद्यालय देश के सभी जिलों में होने चाहिए। बहनों आप दोनों को बहुत बहुत धन्यवाद।
बहुत ही सुन्दर बहुत-बहुत साधुवाद आप दोनों बहनों को नमो बुद्धाय जय भीम । हम एक निशुल्क पाठशाला चला रहे हैं 2 घंटे की शाम के समय सावित्रीबाई-रास्ट्रपिता ज्योतिबा फुले के नाम से ।
पूजा बहन एवं ननिली बहन दोनों बहनों को बहुत बहुत साधुवाद। आप जैसी जाँबाज बहनो के द्वारा देश के उन गरीबों एवं मजलूमों को एक नयी दिशा मिल रही हैं और ओ अपने अधिकार के प्रति सजग हो रहे हैं।
बहुत बहुत साधुवाद उन लोगों को जो इस महान काम किये स्कूल खोल कर बाबा साहेब के नाम पर, और एक बात ये सिर्फ पंजाब में ही नहीं ऐसे हर राज्य में होना चाहिए जो बच्चों महिलाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिले।। नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏जय भीम 🇪🇺🇪🇺🇪🇺जय संविधान जय भारत
अम्बेडकर के बारे में फैलाये गये मिथक और उनकी सच्चाई ? 1- मिथक- अंबेडकर बहुत मेधावी थे । सच्चाई - अंबेडकर ने अपनी सारी शैक्षणिक डिग्रीयां तीसरी श्रेणी में पास की । 2- मिथक - अंबेडकर बहुत गरीब थे ! सच्चाई -जिस जमानें में लोग फोटो नहीं खींचा पाते थे उस जमानें में अंबेडकर की बचपन की बहुत सी फोटो है , वह भी कोट पैंट और टाई में ! 3 - मिथक- अंबेडकर ने शूद्रों को पढ़ने का अधिकार दिया ! सच्चाई -अंबेडकर के पिता जी खुद उस ज़माने में आर्मी में सूबेदार मेजर थे ! इसके अलावा सविंधान बनाने वाली सविंधान सभा में 26sc और 33st के सदस्य शामिल थे ! 4- मिथक- अंबेडकर को पढ़ने नहीं दिया गया । सच्चाई -उस जमानें में अंबेडकर को गुजरात बडोदरा के क्षत्रिय राजा सियाजी गायकवाड़ नें स्कॉलरशिप दी और विदेश पढ़ने तक भेजा और ब्राह्मण गुरु जी ने अपना नाम अंबेडकर दिया । 5- मिथक- अंबेडकर नें नारियों को पढ़ने का अधिकार दिया ! सच्चाई- अंबेडकर के समय ही 15 पढ़ी लिखी औरतों ने संविधान लिखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया ! 6- मिथक- अंबेडकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे ! सच्चाई -अंबेडकर नें सदैव अंग्रेजों का साथ दिया भारत छोड़ो आंदोलन की जम कर खिलाफत की अंग्रेजों को पत्र लिखकर बोला कि आप और दिन तक देश में राज करिए उन्होंने जीवन भर हर जगह आजादी की लड़ाई का विरोध किया । 7- मिथक - अम्बेडकर बड़े शक्तिशाली थे ! सच्चाई- 1946 के चुनाव में पूरे भारत भर में अंबेडकर की पार्टी की जमानत जप्त हुई थी । 8- मिथक अंबेडकर नें अकेले आरक्षण दिया ! सच्चाई- आरक्षण संविधान सभा में दिया जिसमें कुल 299 लोग थे , अंबेडकर का उसमें सिर्फ एक वोट था आरक्षण सब के वोट से दिया गया था और भारत में कई दलित जातियों को आरक्षण 1909 में ही दे दिया गया था ! 9- मिथक- अंबेडकर ने सविंधान बनाया । सच्चाई- अंबेडकर केवल संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे जबकि पूरी संविधान सभा के अध्यक्ष परम् विद्वान डाक्टर राजेंद्र प्रसाद जी थे और सविंधान का मसौदा , ढांचा बी एन राव ने बनाया था ! 10- मिथक- अंबेडकर राष्ट्रवादी थे सच्चाई -1931 में गोलमेज सम्मेलन में गांधी जी से भारत के टुकड़े करने की बात कर दलितों के लिए अलग दलिस्तान की मांग की थी । 11 मिथक- आरक्षण को लेकर संविधान सभा के सभी सदस्य सहमत थे । सच्चाई- इसी आरक्षण को लेकर सरदार पटेल से अंबेडकर की कहा सुनी हो गई थी । पटेल जी संविधान सभा की मीटिंग छोड़कर बाहर चले गये थे , बाद में नेहरू के कहने पर पटेल जी वापस आये थे । सरदार पटेल ने कहा कि जिस भारत को अखण्ड भारत बनानें के लिए भारतीय देशी राजाओं , महराजाओं , रियासतदारों , तालुकेदारों ने अपनी 546 रियासतों को भारत में विलय कर दिया जिसमें 513 रियासतें क्षत्रिय राजाओं की थी । इस आरक्षण के विष से भारत भविष्य में खण्डित होने के कगार पर पहुंच जाएगा । 12- मिथक- अंबेडकर स्वेदशी थे । सच्चाई - देश के सभी नेताओं का तत्कालीन पहनावा भारतीय पोशाक धोती - कुर्ता , पैजामा - कुर्ता , सदरी व टोपी , पगड़ी , साफा आदि हुआ करता था । गांधी जी नें विदेशी पहनावा व वस्तुओं की होली जलवाई थी । यद्यपि कि नेहरू , गाधीं व अन्य नेता विदेशी विश्वविद्यालय व विदेशों में रहे भी थे फिर भी स्वदेशी आंदोलन से जुड़े रहे।अंबेडकर की कोई भी तस्वीर भारतीय पहनावा में नहीं है । अंबेडकर अंग्रेजियत के हिमायती थे । अंत में चाहता हूँ कि अंग्रेज जब भारत छोड़ कर जा रहे थे तो अपने नापाक इरादों को जिससे भविष्य में भारत खंडित हो सके के रुप में अंग्रेजियत शख्सियत अंबेडकर की खोज कर लिए थे ।
अब बहुजन समाज को आगे बढने से कोई नही रोक सकता है,जब हमारी बहने और बच्चे बाबा साहब के बारे मे जानने लगे,तब बदलाव निश्चित है। जय भीम, नमो बुद्धाय,जय सऺविधान,जय भारत
बहुत खूब उपक्रम. ऐसे हजारो स्कूल्स कॉलेजेस को सुरु करना अत्यावश्यक. बहुजन समाज के सभी संगठन हो या पक्ष हो उन्होंने स्कूल्स कॉलेजेस को खोलना जरुरी हैं. I Proud of You and them.
स्कूल के ऊपर तिरंगा नहीं लगा ... ये स्कूल नहीं बौद्ध धर्म ज्ञान केंद्र है .... बौद्ध धर्म प्रचार केंद्र है ..स्कूल में सभी धर्म के लोग रहते हैं सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में नहीं करना चाहिए ... स्कूल में राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत नहीं गया जा रहा है .... ये कोण सी समानता है जो सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में कर रहा है ....
@@trueindian8668 आपकी टिप्पणी बहुत ही नींदा जनक है! Kyunki aap सभी लोग बहार देश में केहते की बुद्ध के देश से यहसन्देश पुरे दुनिया को देते है ! तो आप को देश में पंचशील और समानता का विरोध करते हो? इतनी ताकत है तो आरएसएस के नागपूर कार्यालय तिरंगा ध्वज 2002 नही था ? नागपूर में गोडसे का पुतला आरएसएस कार्यालय मे है ! Rajashthan हायकोर्ट में मनू का पुतळा हैं ! उनका विरोध करो याही लोग हैं देशद्रोही! ना की बुद्ध और
जय भीम, आप सभी को हृदय से आभार वंदन अभिनंदन। आप ने बाबा साहब के मिशन को जो उनके मन में था वह कर के दिखा दिया। स्कूल के फाउंडर अध्यापक और चैनल की पत्रकार महोदया का तहे दिल से शुक्रिया आप ने इतनी अच्छी और सच्ची जानकारी उपलब्ध कराई। आप दोनों स्वस्थ रहे आनंदित रहे खुशहाल रहे प्रसंचित रहे तथागत बुद्ध की कृपा आप दोनों पर बच्चो पर स्कूल के फाउंडर पर बनी रहे। जय भीम बाबा साहब जिंदाबाद मानवर काशी राम जी जिंदाबाद माता रामा बाई अंबेडकर जी जिंदाबाद माता सावित्री बाई फुले जी जिंदाबाद राष्ट पिता जोतेबा फूले जी जिंदाबाद संत गाडगे जी जिंदाबाद छत्र पति साहू जी महाराज जी जिंदाबाद ओम प्रकाश वाल्मीकि जी जिंदाबाद पेरियार ललाई सिंह यादव जी जिंदाबाद ई वी रामस्वामी जी जिंदाबाद ।
पूजा जी के बोलने की शैली बहुत ही सुंदर है और उनके व्यक्तित्व में सौम्यता, शालीनता और सरलता है। उच्चारण भी बहुत अच्छा है। उनके लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं।
ऐसे स्कूल कॉलेज पूरे भारत में हर जिले हर कस्बे में खोले जाने चाहिए तभी भारत विश्व गुरु बन सकता है ऐसी जानकारी दिखाने के लिए भी आपको दिल से जय भीम जय भारत जय संविधान जय विज्ञान नमो बुद्धाय
हमारे देश में इस तरह के शिक्षक और विधालय होने चाहिए, जो महापुरुषों के ज्ञान (बिचारधारा) पर चल कर, बच्चों का भविष्य एवं भारत प्रगति पथ पर विश्व में आगे बढता है।
इस विद्यालय के बारे में जानकारी प्राप्त कर बहुत बड़ी प्रसन्नता हासिल हुई।बाबा साहेब आंबेडकर जी के नाम पर पूरे राष्ट्र के हर जिले में एक एक विद्यालय हो तो हमारे देश में आपसी भाईचारा, प्रेम और सहिष्णुता का विकास हो। धन्यवाद।
महोदया , इस विद्यालय के संस्थापक महोदय का हृदय से सम्मान करता हूॅ , साथ ही उनकी पूरी टीम का भी ! ! आपकी पत्रकारिता बहुत अच्छी लगी ! ! ,,, बुद्ध को , बुद्धा , कहना , हिन्दी क्षेत्र के लोगों को खटकता है ! ! ,,,,, धन्यवाद ! ! !
स्कूल के ऊपर तिरंगा नहीं लगा ... ये स्कूल नहीं बौद्ध धर्म ज्ञान केंद्र है .... बौद्ध धर्म प्रचार केंद्र है ..स्कूल में सभी धर्म के लोग रहते हैं सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में नहीं करना चाहिए ... स्कूल में राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत नहीं गया जा रहा है .... ये कोण सी समानता है जो सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में कर रहा है ....
मा. सोहनलाल गोंदाजी (स्कॉटलंड) 👌👌👌👌👌 💐💐💐💐💐 आपकी सोच् बिलकुल सही ये . हमारे कोई भी नेताने डॉ.बाबाबसाहेब का ये काम नही केला हे . हम इस काम आपण योगदान जरुरी देगे . हमें कृपया अपने " एजुकेशन सोसायटी " का ब्राऊचेर देगे तो अच्छा हो जायेगा . महेंद्र साळवे ; पौर्णिमा ; कल्याण-प जिल्हा- ठाणे ( महाराष्ट्र)
स्कूल के ऊपर तिरंगा नहीं लगा ... ये स्कूल नहीं बौद्ध धर्म ज्ञान केंद्र है .... बौद्ध धर्म प्रचार केंद्र है ..स्कूल में सभी धर्म के लोग रहते हैं सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में नहीं करना चाहिए ... स्कूल में राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत नहीं गया जा रहा है .... ये कोण सी समानता है जो सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में कर रहा है ....
@@robbyjaykar9234 Hn...sahi hai...lakin school ke uper ek dhrm ka dhwaz nahi laganana chahye.... Jab ek hi dhrm ka parchar karna tha ..tab school naam kyo diya...likh dete bodhh dhrm parchar kendra...
@@lahanesaheb1377 अम्बेडकर के बारे में फैलाये गये मिथक और उनकी सच्चाई ? 1- मिथक- अंबेडकर बहुत मेधावी थे । सच्चाई - अंबेडकर ने अपनी सारी शैक्षणिक डिग्रीयां तीसरी श्रेणी में पास की । 2- मिथक - अंबेडकर बहुत गरीब थे ! सच्चाई -जिस जमानें में लोग फोटो नहीं खींचा पाते थे उस जमानें में अंबेडकर की बचपन की बहुत सी फोटो है , वह भी कोट पैंट और टाई में ! 3 - मिथक- अंबेडकर ने शूद्रों को पढ़ने का अधिकार दिया ! सच्चाई -अंबेडकर के पिता जी खुद उस ज़माने में आर्मी में सूबेदार मेजर थे ! इसके अलावा सविंधान बनाने वाली सविंधान सभा में 26sc और 33st के सदस्य शामिल थे ! 4- मिथक- अंबेडकर को पढ़ने नहीं दिया गया । सच्चाई -उस जमानें में अंबेडकर को गुजरात बडोदरा के क्षत्रिय राजा सियाजी गायकवाड़ नें स्कॉलरशिप दी और विदेश पढ़ने तक भेजा और ब्राह्मण गुरु जी ने अपना नाम अंबेडकर दिया । 5- मिथक- अंबेडकर नें नारियों को पढ़ने का अधिकार दिया ! सच्चाई- अंबेडकर के समय ही 15 पढ़ी लिखी औरतों ने संविधान लिखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया ! 6- मिथक- अंबेडकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे ! सच्चाई -अंबेडकर नें सदैव अंग्रेजों का साथ दिया भारत छोड़ो आंदोलन की जम कर खिलाफत की अंग्रेजों को पत्र लिखकर बोला कि आप और दिन तक देश में राज करिए उन्होंने जीवन भर हर जगह आजादी की लड़ाई का विरोध किया । 7- मिथक - अम्बेडकर बड़े शक्तिशाली थे ! सच्चाई- 1946 के चुनाव में पूरे भारत भर में अंबेडकर की पार्टी की जमानत जप्त हुई थी । 8- मिथक अंबेडकर नें अकेले आरक्षण दिया ! सच्चाई- आरक्षण संविधान सभा में दिया जिसमें कुल 299 लोग थे , अंबेडकर का उसमें सिर्फ एक वोट था आरक्षण सब के वोट से दिया गया था और भारत में कई दलित जातियों को आरक्षण 1909 में ही दे दिया गया था ! 9- मिथक- अंबेडकर ने सविंधान बनाया । सच्चाई- अंबेडकर केवल संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे जबकि पूरी संविधान सभा के अध्यक्ष परम् विद्वान डाक्टर राजेंद्र प्रसाद जी थे और सविंधान का मसौदा , ढांचा बी एन राव ने बनाया था ! 10- मिथक- अंबेडकर राष्ट्रवादी थे सच्चाई -1931 में गोलमेज सम्मेलन में गांधी जी से भारत के टुकड़े करने की बात कर दलितों के लिए अलग दलिस्तान की मांग की थी । 11 मिथक- आरक्षण को लेकर संविधान सभा के सभी सदस्य सहमत थे । सच्चाई- इसी आरक्षण को लेकर सरदार पटेल से अंबेडकर की कहा सुनी हो गई थी । पटेल जी संविधान सभा की मीटिंग छोड़कर बाहर चले गये थे , बाद में नेहरू के कहने पर पटेल जी वापस आये थे । सरदार पटेल ने कहा कि जिस भारत को अखण्ड भारत बनानें के लिए भारतीय देशी राजाओं , महराजाओं , रियासतदारों , तालुकेदारों ने अपनी 546 रियासतों को भारत में विलय कर दिया जिसमें 513 रियासतें क्षत्रिय राजाओं की थी । इस आरक्षण के विष से भारत भविष्य में खण्डित होने के कगार पर पहुंच जाएगा । 12- मिथक- अंबेडकर स्वेदशी थे । सच्चाई - देश के सभी नेताओं का तत्कालीन पहनावा भारतीय पोशाक धोती - कुर्ता , पैजामा - कुर्ता , सदरी व टोपी , पगड़ी , साफा आदि हुआ करता था । गांधी जी नें विदेशी पहनावा व वस्तुओं की होली जलवाई थी । यद्यपि कि नेहरू , गाधीं व अन्य नेता विदेशी विश्वविद्यालय व विदेशों में रहे भी थे फिर भी स्वदेशी आंदोलन से जुड़े रहे।अंबेडकर की कोई भी तस्वीर भारतीय पहनावा में नहीं है । अंबेडकर अंग्रेजियत के हिमायती थे । अंत में चाहता हूँ कि अंग्रेज जब भारत छोड़ कर जा रहे थे तो अपने नापाक इरादों को जिससे भविष्य में भारत खंडित हो सके के रुप में अंग्रेजियत शख्सियत अंबेडकर की खोज कर लिए थे ।
आयुष्यामती अन्कर भवतु सब्ब मंगलम. आपको निवेदन है की ,सब स्कुल मे शासकीय स्कूल हो या खाजगी स्कुल हो भगवान बुद्ध ने दिया हुयी त्रिशूल, पन्चशिल वन्दन करना चाहिए इसलिए भारत शासन शासकीय स्थरावर मान्यता देण्यात यावी. यह वन्दन करनेवाले बच्चों का शिल बनता है धन्यवाद जयभीम भारत Jaybhim India O.K Thanks Jaybhim
बाबा साहिब जी का कारवां ऐसे ही बढ़ता रहे और ऐसे स्कूल हर स्टेट में खुलने चाहिए। जिसे बाबा साहिब जी की विचारधारा को जन जन तक पहुचाया जा सके। नमो बुद्धाय जय भीम❤❤❤❤❤❤❤❤❤
किस कदर लड़े होंगे वो एक अकेले इंसान 😒 जिनको हराने के लिए आज भी उनकी मुर्तियां तोड़ी जाती हैं।🤦♀️😢😳 Very nice school and teachers 👍☝️✍️🖊️📚🙏 Thanks all of you 🙏😊 Jai Bhim namo buddhye 🙏🙏
इस बात से मैं बिल्कुल सहमत हूँ कि जितने महान और प्रतिभाशाली व्यक्तित्व के स्वामी बाबा साहेब अंबेडकर थे उस हिसाब से उनको हमारी पुस्तकों में वो स्थान प्राप्त नहीं हुआ।
इस कार्यक्रम को बहुत बहुत समर्थन करते हैं जय भीम जय भारत छ ग नमोः बुद्धय
जय भीम
जय भीम महान नमो बुद्धाय | ❤❤❤
बाबा साहब का धन्यवाद सभी महिलाओं को करना चाहिए हमें पढ़ने का हक दिलाया। धन्यवाद।
Rakeshkumar pu district Sitapur Uttar Pradesh hargaon se
Sar ji kya hamare yahan Aisa school district Sitapur mein banaya ja sakta hai ham logon Ko education mein Shiksha mein bahumulya
Hlo
आंबेडकर स्कूल से शुक्रिया अदा किया हुं जय भीम जय मूलनिवासी नायक जय पेरियार जय समाजवाद जय बुद्ध
बाबासाहेब के नाम से स्कूल 34: जीवन में बहुत सफलता आनेवाला है मुझसे भारत आगे बडेगा और बच्चे भी बहुत आगे जायेगी भारत का नाम रोशन करेंगे धन्यवाद जय भीम जय संविधान जय फुले जय सावित्री नमो बुद्धाय
पूरे भारत में लागू हो समर्थन करते हैं हम सभी भारतीय ऐसे स्कूलों को
माननीय गेंदा लाल जी आपको सत सत नमन है जो आपके अन्दर ऐसी सोच उत्पन्न हुई। स्कूल देख कर दिल गदगद हो गया इससे बाबा साहब के सपनो को आसानी से साकार किया जा सकता है।ऐसे स्कूल भारत के कोने-कोने में होना चाहिए,बहुजनो को चाहिए कि बाबा साहब के मिशन को पूरा करने के लिए ऐसे स्कूल खोलने में सयोग करे,ताकि ज्यादा से ज्यादा स्कूल खोले जा सके और बहुजनो के बच्चे योग्य बन सके। धन्यवाद
ऐसे स्कुल भारत के हर कोनेकोने में होने चाहिए इसी स्कूल के लिये हम मंगल कामना कामना करते है ये स्कुल की दिन बे दिन बडती बढ जाये वहांके सभी बच्चो को और टिचर को बहोत बहोत बधाई ❤❤जय भिम जय नमो बुध्दाय जय संविधान जय भारत 🙏🙏👍
Sir mangal kamana k sath
Kuchha sahayak rasi dena
Chahie.....
बहुत सुन्दर सच्ची शिक्षा, धन्यवाद, बाबा साहेब जिन्दाबाद जिन्दाबाद
बहुत सुंदर सोच है बहुत ही अच्छा काम किया है ऐसे ही school अगर सारे भारत में होंगे तो देश जरूर आगे जायेगा,,
बहुत -बहुत साधुवाद,
नलनी और पूजा, आप दोनो से बढकर न कोई दूजा।।
आज के समय आप दोनों अपना कीमती समय बहुजन समाज को समय से सही सूचना दे रही है।
बहुत सही कहा आपने। जय भीम
बहुत बढाया सर बाबासाहेब आंबेडकर जी तर तथागत भगवान गौतम बुद्ध मिशन जरूर आगे बेटा
आज।हमें।ये।जानकर। बहुत खुशी हुई कि बाबा के। सपने।को। साकार।को।पुरा।कर।रहे।है। ऐसे।महा मानव को। राजेंद्र प्रसाद बार बार जय।भीम। नमो बुद़धाय। बहुत बहुत धन्यवाद
जयभीम नमोबुध्दाय, इस तरह के स्कुल पुरे भारत होने चाहीये ताकी छात्रोंको अच्छी शिक्षा मिले और मानवी समानता का निर्माण हो ❤
ऐसे स्कुल पुरे देश में होने नाहीये आज डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर और भ. बुद्ध के विचारोकी आज देश को बहोत जरुरत है.
🦋🙏🏻🇮🇳👍🏻
स्कूल प्रशासन आगे बढ़ो, दुनिया आपके साथ है🙏
Jaybheem
@@royalmayank-qh1uh bahut hi Achcha Aisa Hi Hona chahie
ऐसे स्कूल हर जगह होना चाहिए जो कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के हर विचार हर संदेश हर बच्चों को मिले
Sir ham v chahte hain.
Magar kholne walo koun.
Harkisiko usime yogdan
Karna chahie......
Sir ek all India education
Trust banana chahie aur
Usika link you..tube me
Dalia taki chahnewale
Sahyata desake.......
जेभिम
,
Jaybhim
ਬਹੁਤ ਵਧੀਆ ਵਿਚਾਰ ਧਾਰਾ ਹੈ।ਇਹ ਸਕੂਲ ਹਰ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਵਿੱਚ ਖੋਲੇ ਜਾਣੇਂ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ।
शत् शत् नमन ऐसे व्यक्ति को जीन्होने ये स्कुल को बनाया,
जयधरती माताजय भारत माता जय संविधान जय लोकतंत्र ❤ धन्य हो मीडिया बहन❤❤❤❤❤
नमो बुद्धाय जय भीम जय मूलनिवासी
जयभिम नमोबुध्दाय जयशिवराय जयसंविधान 💐🌹💐
देश के हर राज्य के जिले,हर गांव में ऐसे स्कूल होने चाहिए , भारत को विकसित होने से कोई नही रोक सकता। स्कूल देख कर मन प्रसन्न हो गया। बहुत बहुत साधुवाद
भवतु सब्ब मंगलम् !! Great
Excellent school जयभिम नमो बुद्धा य 🙏🙏🙏
इस तरह का स्कूल समता मूलक समाज की स्थापना के लिए हर जगह होना चाहिए जय भीम जय संविधान
देश में ऐसे और भी स्कूलो की जरूरत है बनने चाहिए जय भीम
वो पुरुष ही थे जो स्त्रियों के अधिकारों के लिए लड़े थे ये जानकारी और ऐसा विद्यालय है, जानकर जीवन धन्य हो गया। ऐसा विद्यालय देश के सभी जिलों में होने चाहिए। बहनों आप दोनों को बहुत बहुत धन्यवाद।
Very nice
बहुत ही सुन्दर
बहुत-बहुत साधुवाद आप दोनों बहनों को
नमो बुद्धाय जय भीम ।
हम एक निशुल्क पाठशाला चला रहे हैं 2 घंटे की शाम के समय
सावित्रीबाई-रास्ट्रपिता ज्योतिबा फुले के नाम से ।
iam proud of you to see you god Bless you..... Jai hind jay savidhan jai bhim and jay your moments..... Adv....G.MEMO M. Bareilly.up India
@@sahabsinghgautam6834😊
Kash aisa school har state mai khelna chahiy bahut sunder laga ap dono ne baba sahab k barey batay Hai
पूजा बहन एवं ननिली बहन दोनों बहनों को बहुत बहुत साधुवाद। आप जैसी जाँबाज बहनो के द्वारा देश के उन गरीबों एवं मजलूमों को एक नयी दिशा मिल रही हैं और ओ अपने अधिकार के प्रति सजग हो रहे हैं।
स्कूल की जितनीं तारीफ की जाय कम है बाबा साहब का ऐसा स्कूल वाकई में हर जिले में खोलकर इंसानियत व समानता की सही शिक्षा मिल सके। जय भीम
ऐसे स्कूलों की स्थापना पूरे भारत में होनी चाहिए मैं इसका फुल समर्थन करता हूं जय भीम नमो बुद्धाय
बहुत बहुत साधुवाद उन लोगों को जो इस महान काम किये स्कूल खोल कर बाबा साहेब के नाम पर, और एक बात ये सिर्फ पंजाब में ही नहीं ऐसे हर राज्य में होना चाहिए जो बच्चों महिलाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिले।।
नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏जय भीम 🇪🇺🇪🇺🇪🇺जय संविधान जय भारत
अम्बेडकर के बारे में फैलाये गये मिथक और उनकी सच्चाई ?
1- मिथक- अंबेडकर बहुत मेधावी थे ।
सच्चाई - अंबेडकर ने अपनी सारी शैक्षणिक डिग्रीयां तीसरी श्रेणी में पास की ।
2- मिथक - अंबेडकर बहुत गरीब थे !
सच्चाई -जिस जमानें में लोग फोटो नहीं खींचा पाते थे उस जमानें में अंबेडकर की बचपन की बहुत सी फोटो है , वह भी कोट पैंट और टाई में !
3 - मिथक- अंबेडकर ने शूद्रों को पढ़ने का अधिकार दिया !
सच्चाई -अंबेडकर के पिता जी खुद उस ज़माने में आर्मी में सूबेदार मेजर थे ! इसके अलावा सविंधान बनाने वाली सविंधान सभा में 26sc और 33st के सदस्य शामिल थे !
4- मिथक- अंबेडकर को पढ़ने नहीं दिया गया ।
सच्चाई -उस जमानें में अंबेडकर को गुजरात बडोदरा के क्षत्रिय राजा सियाजी गायकवाड़ नें स्कॉलरशिप दी और विदेश पढ़ने तक भेजा और ब्राह्मण गुरु जी ने अपना नाम अंबेडकर दिया ।
5- मिथक- अंबेडकर नें नारियों को पढ़ने का अधिकार दिया !
सच्चाई- अंबेडकर के समय ही 15 पढ़ी लिखी औरतों ने संविधान लिखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया !
6- मिथक- अंबेडकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे !
सच्चाई -अंबेडकर नें सदैव अंग्रेजों का साथ दिया भारत छोड़ो आंदोलन की जम कर खिलाफत की अंग्रेजों को पत्र लिखकर बोला कि आप और दिन तक देश में राज करिए उन्होंने जीवन भर हर जगह आजादी की लड़ाई का विरोध किया ।
7- मिथक - अम्बेडकर बड़े शक्तिशाली थे !
सच्चाई- 1946 के चुनाव में पूरे भारत भर में अंबेडकर की पार्टी की जमानत जप्त हुई थी ।
8- मिथक अंबेडकर नें अकेले आरक्षण दिया !
सच्चाई- आरक्षण संविधान सभा में दिया जिसमें कुल 299 लोग थे , अंबेडकर का उसमें सिर्फ एक वोट था आरक्षण सब के वोट से दिया गया था और भारत में कई दलित जातियों को आरक्षण 1909 में ही दे दिया गया था !
9- मिथक- अंबेडकर ने सविंधान बनाया ।
सच्चाई- अंबेडकर केवल संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे जबकि पूरी संविधान सभा के अध्यक्ष परम् विद्वान डाक्टर राजेंद्र प्रसाद जी थे और सविंधान का मसौदा , ढांचा बी एन राव ने बनाया था !
10- मिथक- अंबेडकर राष्ट्रवादी थे
सच्चाई -1931 में गोलमेज सम्मेलन में गांधी जी से भारत के टुकड़े करने की बात कर दलितों के लिए अलग दलिस्तान की मांग की थी ।
11 मिथक- आरक्षण को लेकर संविधान सभा के सभी सदस्य सहमत थे ।
सच्चाई- इसी आरक्षण को लेकर सरदार पटेल से अंबेडकर की कहा सुनी हो गई थी । पटेल जी संविधान सभा की मीटिंग छोड़कर बाहर चले गये थे , बाद में नेहरू के कहने पर पटेल जी वापस आये थे । सरदार पटेल ने कहा कि जिस भारत को अखण्ड भारत बनानें के लिए भारतीय देशी राजाओं , महराजाओं , रियासतदारों , तालुकेदारों ने अपनी 546 रियासतों को भारत में विलय कर दिया जिसमें 513 रियासतें क्षत्रिय राजाओं की थी । इस आरक्षण के विष से भारत भविष्य में खण्डित होने के कगार पर पहुंच जाएगा ।
12- मिथक- अंबेडकर स्वेदशी थे ।
सच्चाई - देश के सभी नेताओं का तत्कालीन पहनावा भारतीय पोशाक धोती - कुर्ता , पैजामा - कुर्ता , सदरी व टोपी , पगड़ी , साफा आदि हुआ करता था । गांधी जी नें विदेशी पहनावा व वस्तुओं की होली जलवाई थी । यद्यपि कि नेहरू , गाधीं व अन्य नेता विदेशी विश्वविद्यालय व विदेशों में रहे भी थे फिर भी स्वदेशी आंदोलन से जुड़े रहे।अंबेडकर की कोई भी तस्वीर भारतीय पहनावा में नहीं है । अंबेडकर अंग्रेजियत के हिमायती थे । अंत में चाहता हूँ कि अंग्रेज जब भारत छोड़ कर जा रहे थे तो अपने नापाक इरादों को जिससे भविष्य में भारत खंडित हो सके के रुप में अंग्रेजियत शख्सियत अंबेडकर की खोज कर लिए थे ।
Bahut badhiya sir ji school her bharat ki har district mein hone chahie.jai bhim jai savidhan Jai bharat
Sc st ka govt job Krna bale karmcharion Ko ase school chalwana ki kosis Krna chahia taki
Inki sankhya badaie ja sake
Good
Sachme ayesi school Bharat ke har kone kone me hona chahiye
बाबा साहेब का समता मूलक स्कूल सभी जगह खुलना चाहिए।
Jay bhim namo buddhay
ये सब देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा, मैं कॉलेज का बहुत आभारी हूं जिसमें ऐसी परंपरा को जन्म दिया, जय भीम, जय संविधान
अब बहुजन समाज को आगे बढने से कोई नही रोक सकता है,जब हमारी बहने और बच्चे बाबा साहब के बारे मे जानने लगे,तब बदलाव निश्चित है।
जय भीम, नमो बुद्धाय,जय सऺविधान,जय भारत
हर राज्य के हर जिले में ऐसे स्कुल होने चाहिए नमो बुदधाय जयभीम जय संविधान
Right
Bhushan, this is the best place which I like so much, namo budhay jaibhim
बहुत खूब उपक्रम. ऐसे हजारो स्कूल्स कॉलेजेस को सुरु करना अत्यावश्यक. बहुजन समाज के सभी संगठन हो या पक्ष हो उन्होंने स्कूल्स कॉलेजेस को खोलना जरुरी हैं. I Proud of You and them.
आप दोनों की जोड़ी बहुत सुंदर, आप लोग बहुजन के हित में जो काम करते हैं,हम सब आपको सलाम करते हैं।
जय भीम जय संविधान
वोल 85 जय मूलनिवासी।
पंचशील हर बच्चो को फयदेमंद है यह नैतीकता शिखाता है बहुजन समाज के लोग एक हो जाओ जयभीम जय भारत
स्कूल के ऊपर तिरंगा नहीं लगा ... ये स्कूल नहीं बौद्ध धर्म ज्ञान केंद्र है .... बौद्ध धर्म प्रचार केंद्र है ..स्कूल में सभी धर्म के लोग रहते हैं सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में नहीं करना चाहिए ... स्कूल में राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत नहीं गया जा रहा है .... ये कोण सी समानता है जो सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में कर रहा है ....
@@trueindian8668 school me sarswati pooja bhi band kar dena chahiye.
@@trueindian8668 पंचशीलकी शिक्षा सभी मानवमात्रके लिए जरुरी है। आपके पेटमे क्यो दर्द हो रहा है।
@@trueindian8668 आपकी टिप्पणी बहुत ही नींदा जनक है! Kyunki aap सभी लोग बहार देश में केहते की बुद्ध के देश से यहसन्देश पुरे दुनिया को देते है ! तो आप को देश में पंचशील और समानता का विरोध करते हो? इतनी ताकत है तो आरएसएस के नागपूर कार्यालय तिरंगा ध्वज 2002 नही था ? नागपूर में गोडसे का पुतला आरएसएस कार्यालय मे है ! Rajashthan हायकोर्ट में मनू का पुतळा हैं ! उनका विरोध करो याही लोग हैं देशद्रोही! ना की बुद्ध और
ruclips.net/video/yESakj5bUoE/видео.html
ढोंग है ये सब बौद्ध असली असली ही रहेंगे
बहुत बहुत बधाई पत्रकार महोदय फाउंडर महोदय का अभिनंदन धन्यवाद हम सब भारतीय होने का गौरव लेते हैं प्रतिज्ञापत्र का सुंदर दृश्य
सपनों की दुनिया का स्कूल भारत के कोने-कोने में होना चाहिए धन्यवाद आप सभी का जय भीम जय भारत जय संविधान
अद्वितीय मिसाल...
ऐसे स्कूल देश और विदेश में बने तो ...
जग में सुख शांती समृद्धी बहाल हो.
नमो बुद्धाय जय भीम !
जय भीम, आप सभी को हृदय से आभार वंदन अभिनंदन। आप ने बाबा साहब के मिशन को जो उनके मन में था वह कर के दिखा दिया। स्कूल के फाउंडर अध्यापक और चैनल की पत्रकार महोदया का तहे दिल से शुक्रिया आप ने इतनी अच्छी और सच्ची जानकारी उपलब्ध कराई। आप दोनों स्वस्थ रहे आनंदित रहे खुशहाल रहे प्रसंचित रहे तथागत बुद्ध की कृपा आप दोनों पर बच्चो पर स्कूल के फाउंडर पर बनी रहे। जय भीम बाबा साहब जिंदाबाद मानवर काशी राम जी जिंदाबाद माता रामा बाई अंबेडकर जी जिंदाबाद माता सावित्री बाई फुले जी जिंदाबाद राष्ट पिता जोतेबा फूले जी जिंदाबाद संत गाडगे जी जिंदाबाद छत्र पति साहू जी महाराज जी जिंदाबाद ओम प्रकाश वाल्मीकि जी जिंदाबाद पेरियार ललाई सिंह यादव जी जिंदाबाद ई वी रामस्वामी जी जिंदाबाद ।
पूजा जी के बोलने की शैली बहुत ही सुंदर है और उनके व्यक्तित्व में सौम्यता, शालीनता और सरलता है। उच्चारण भी बहुत अच्छा है। उनके लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं।
बहुत खूब, बहुत ही बढ़िया, इस कार्यक्रम को समर्थन हैं नमो बुद्धाय 🙏 जय भिम 🙏 जय संविधान, जय भारत ❤
यह बात बिलकुल सही है कि अगर अपना विकास करना है तो political power होना जरूरी है 💙💙💙
ऐसे स्कूल हर जिले हर गांव हर पंचायत में होना चाहिए 🙏🏻🙏🏻 जय भीम,जय संविधान,मेरा भारत महान 🙏🏻🙏🏻
Very nice Speech Madam 🎉🎉❤🎉 Jai Bhim Jai savidhan Jai Bharat
बहुत ही सुन्दर बुदयम शरणम गच्छामि
जय भीम जय संविधान
ऐसे स्कूल हर जिले तहसील और ब्लांक में होने चाहिए
जय मूलनिवासी
भारत का हर विद्यालय ऐसा ही होना चाहिए। जयभीम जयसंविधान जय भारत जय मूलनिवासी जागो बहुजन जागो ब्राम्हण धर्म को त्यागो सवर्ण विदेशी है। नमो बुद्धाय।
हमे आप दोनो जैसे anchor भी चाहिए. पुरे देश मे ऐसे स्कूल बने. जय भीम
ऐसे स्कूल कॉलेज पूरे भारत में हर जिले हर कस्बे में खोले जाने चाहिए तभी भारत विश्व गुरु बन सकता है ऐसी जानकारी दिखाने के लिए भी आपको दिल से जय भीम जय भारत जय संविधान जय विज्ञान नमो बुद्धाय
हमारे देश में इस तरह के शिक्षक और विधालय होने चाहिए, जो महापुरुषों के ज्ञान (बिचारधारा) पर चल कर, बच्चों का भविष्य एवं भारत प्रगति पथ पर विश्व में आगे बढता है।
🙏जय भीम जय संविधान ऐसी स्कूल पूरे भारत में होना चाहिए नमो बुद्धाय 💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙💙👍💯🇮🇳🇪🇺🇪🇺🇪🇺🇪🇺🇪🇺🇪🇺🇪🇺
इस शिक्षण संस्थान के संस्थापक और उनकी टीम को शत शत नमन।
जय भीम
ऐसे ही स्कूल देश के हर शहर में होना चाहिए। जय भीम!!!
Aapne shi kaha h ji
जय भीम जय मूलनिवासी
इस विद्यालय के बारे में जानकारी प्राप्त कर बहुत बड़ी प्रसन्नता हासिल हुई।बाबा साहेब आंबेडकर जी के नाम पर पूरे राष्ट्र के हर जिले में एक एक विद्यालय हो तो हमारे देश में आपसी भाईचारा, प्रेम और सहिष्णुता का विकास हो। धन्यवाद।
महोदया , इस विद्यालय के संस्थापक महोदय का हृदय से सम्मान करता हूॅ , साथ ही उनकी पूरी टीम का भी ! ! आपकी पत्रकारिता बहुत अच्छी लगी ! ! ,,, बुद्ध को , बुद्धा , कहना , हिन्दी क्षेत्र के लोगों को खटकता है ! ! ,,,,, धन्यवाद ! ! !
जय भीम नमो: बुधाय बहुत अच्छे विचार है आज इस विद्यालय को देखकर और सुनकर बहुत अच्छा लग रहा है ऐसे स्कूल हर राज्य में होना चाहिए ,,🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Mn gd gd hogya thanks I love you Babasaheb Ji I love buddhay ❤❤❤
बहुत ही सराहनीय कदम ऐसे ही हर जिले में ऐसा स्कूल होना चाहिए जय भीम नमोबुद्धाय🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼💐💐💐💐💐
बहुत बहुत साधुवाद सभी टिचरो
यह स्कुल देखकर मन बहुत प्रसन्न हुवा। जय भीम नमो बुद्धाय।🙏💐❤🇮🇳
Great job sir
Great
जय भीम जय भारत जय संविधान
जय भीम
हर स्कूलों में बाबा साहब की जीवनी और बाबा साहब के लिखी हुई सभी पुस्तकों को आवश्यक पढ़ाना चाहिए
हम इस स्कूल के संचालक और यहाँ के अध्यापकों को तथा बच्चों को बहुत बहुत धन्यवाद🙏💕 देते हैं, जय भीम नमो बुद्धाय🙏
हर स्टेज मैं बाबा साहब जी का स्कूल होना चाहिए पत्रकार दीदी जी आपको शत शत नमन करते है आपने जो दिखाया हम कभी न देख पाते
बहोत बहोत धन्यवाद यह देखकर दिल बहोत खष हुआ यह स्कूल के बच्चे भारत के आदर्ष नागरीक जरूर बनेंगे
हमारे समाज की जब पत्रकारिता करते हैं बड़ा गर्व महसूस होता है आप लोगों को हमारा कोटि-कोटि नमन
जय भीम नमो बुद्धा जय साविधान जय भारत बहुत अच्छी प्रार्थना करवाते हैं आप लोग समता समानता की स्थापना के लिए बहुत जरूरी है
सच में हर राज्य में बाबा साहेब के नाम से स्कूल होना चाहिए। जय भीम जय संविधान 🙏🙏🙏
ऐसे स्कुल हर जगह होने चाहिए जय भीम
Namo buddhhay Jai Bheem Jai bharat . very nice School management ko bahut bahut sadhubad
नई पीढ़ी को मजबूत करने का सपना पूरा हो रहा है इसके लिए आप सभी तू बहुत बहुत धन्यवाद जय मूलनिवासी जय भारत जय भीम संविधान
आप दोनों महान शक्तियों को सादर नमन 🙏
बहुत ही सराहनीय कदम
देश के सभी स्कूलों में ऐसी शिक्षा मिलनी चाहिए जय भीम नमो बुद्धाय
बड़े गर्व की बात है जय भीम 🙏
स्कूल के ऊपर तिरंगा नहीं लगा ... ये स्कूल नहीं बौद्ध धर्म ज्ञान केंद्र है .... बौद्ध धर्म प्रचार केंद्र है ..स्कूल में सभी धर्म के लोग रहते हैं सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में नहीं करना चाहिए ... स्कूल में राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत नहीं गया जा रहा है .... ये कोण सी समानता है जो सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में कर रहा है ....
मा. सोहनलाल गोंदाजी (स्कॉटलंड)
👌👌👌👌👌 💐💐💐💐💐
आपकी सोच् बिलकुल सही ये .
हमारे कोई भी नेताने डॉ.बाबाबसाहेब का ये काम नही केला हे .
हम इस काम आपण योगदान जरुरी देगे . हमें कृपया अपने " एजुकेशन सोसायटी " का ब्राऊचेर देगे तो अच्छा हो जायेगा .
महेंद्र साळवे ; पौर्णिमा ; कल्याण-प जिल्हा- ठाणे ( महाराष्ट्र)
@@trueindian8668 भगवान बुध्द समानता ही सिखाता है।
We must proud of this type of school, Jay bhim Jay savidhan.
पूजा नलिनी जी को बहुत-बहुत साधुवाद क्रांतिकारी जय भीम नमो बुद्धाय ऐसे स्कूल भारत के हर कोने कोने में होने चाहिए
Jay Bheem Namo buddhay aur bahan aise hi aap Sangharsh karte raho Ham Aapke🎉🎉🎉🎉🎉🎉
पूरे विश्व के इन्सान जाति को ऐसी शिक्षा देनी वाली स्कूल पर गर्व करनी चाहिए जय भीम बौद्ध अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य
ऐसे स्कूल महारास्ट्रा मे भी होना चाहिये धन्यवाद जयभीम जय महाराष्ट्र जय भारत नमो बुद्धाय का उद्घोष होगा
स्कूल के ऊपर तिरंगा नहीं लगा ... ये स्कूल नहीं बौद्ध धर्म ज्ञान केंद्र है .... बौद्ध धर्म प्रचार केंद्र है ..स्कूल में सभी धर्म के लोग रहते हैं सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में नहीं करना चाहिए ... स्कूल में राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत नहीं गया जा रहा है .... ये कोण सी समानता है जो सिर्फ एक धर्म का प्रचार स्कूल में कर रहा है ....
@@trueindian8668 Bhai Hamare desh ka tiranga 365 din lagake nhi rakh sakte
@@robbyjaykar9234 Hn...sahi hai...lakin school ke uper ek dhrm ka dhwaz nahi laganana chahye.... Jab ek hi dhrm ka parchar karna tha ..tab school naam kyo diya...likh dete bodhh dhrm parchar kendra...
जय भीम नमो बुद्धाय जय भारत खरंच असेच स्कूल महाराष्ट्रात झाली पाहिजे
@@lahanesaheb1377 अम्बेडकर के बारे में फैलाये गये मिथक और उनकी सच्चाई ?
1- मिथक- अंबेडकर बहुत मेधावी थे ।
सच्चाई - अंबेडकर ने अपनी सारी शैक्षणिक डिग्रीयां तीसरी श्रेणी में पास की ।
2- मिथक - अंबेडकर बहुत गरीब थे !
सच्चाई -जिस जमानें में लोग फोटो नहीं खींचा पाते थे उस जमानें में अंबेडकर की बचपन की बहुत सी फोटो है , वह भी कोट पैंट और टाई में !
3 - मिथक- अंबेडकर ने शूद्रों को पढ़ने का अधिकार दिया !
सच्चाई -अंबेडकर के पिता जी खुद उस ज़माने में आर्मी में सूबेदार मेजर थे ! इसके अलावा सविंधान बनाने वाली सविंधान सभा में 26sc और 33st के सदस्य शामिल थे !
4- मिथक- अंबेडकर को पढ़ने नहीं दिया गया ।
सच्चाई -उस जमानें में अंबेडकर को गुजरात बडोदरा के क्षत्रिय राजा सियाजी गायकवाड़ नें स्कॉलरशिप दी और विदेश पढ़ने तक भेजा और ब्राह्मण गुरु जी ने अपना नाम अंबेडकर दिया ।
5- मिथक- अंबेडकर नें नारियों को पढ़ने का अधिकार दिया !
सच्चाई- अंबेडकर के समय ही 15 पढ़ी लिखी औरतों ने संविधान लिखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया !
6- मिथक- अंबेडकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे !
सच्चाई -अंबेडकर नें सदैव अंग्रेजों का साथ दिया भारत छोड़ो आंदोलन की जम कर खिलाफत की अंग्रेजों को पत्र लिखकर बोला कि आप और दिन तक देश में राज करिए उन्होंने जीवन भर हर जगह आजादी की लड़ाई का विरोध किया ।
7- मिथक - अम्बेडकर बड़े शक्तिशाली थे !
सच्चाई- 1946 के चुनाव में पूरे भारत भर में अंबेडकर की पार्टी की जमानत जप्त हुई थी ।
8- मिथक अंबेडकर नें अकेले आरक्षण दिया !
सच्चाई- आरक्षण संविधान सभा में दिया जिसमें कुल 299 लोग थे , अंबेडकर का उसमें सिर्फ एक वोट था आरक्षण सब के वोट से दिया गया था और भारत में कई दलित जातियों को आरक्षण 1909 में ही दे दिया गया था !
9- मिथक- अंबेडकर ने सविंधान बनाया ।
सच्चाई- अंबेडकर केवल संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे जबकि पूरी संविधान सभा के अध्यक्ष परम् विद्वान डाक्टर राजेंद्र प्रसाद जी थे और सविंधान का मसौदा , ढांचा बी एन राव ने बनाया था !
10- मिथक- अंबेडकर राष्ट्रवादी थे
सच्चाई -1931 में गोलमेज सम्मेलन में गांधी जी से भारत के टुकड़े करने की बात कर दलितों के लिए अलग दलिस्तान की मांग की थी ।
11 मिथक- आरक्षण को लेकर संविधान सभा के सभी सदस्य सहमत थे ।
सच्चाई- इसी आरक्षण को लेकर सरदार पटेल से अंबेडकर की कहा सुनी हो गई थी । पटेल जी संविधान सभा की मीटिंग छोड़कर बाहर चले गये थे , बाद में नेहरू के कहने पर पटेल जी वापस आये थे । सरदार पटेल ने कहा कि जिस भारत को अखण्ड भारत बनानें के लिए भारतीय देशी राजाओं , महराजाओं , रियासतदारों , तालुकेदारों ने अपनी 546 रियासतों को भारत में विलय कर दिया जिसमें 513 रियासतें क्षत्रिय राजाओं की थी । इस आरक्षण के विष से भारत भविष्य में खण्डित होने के कगार पर पहुंच जाएगा ।
12- मिथक- अंबेडकर स्वेदशी थे ।
सच्चाई - देश के सभी नेताओं का तत्कालीन पहनावा भारतीय पोशाक धोती - कुर्ता , पैजामा - कुर्ता , सदरी व टोपी , पगड़ी , साफा आदि हुआ करता था । गांधी जी नें विदेशी पहनावा व वस्तुओं की होली जलवाई थी । यद्यपि कि नेहरू , गाधीं व अन्य नेता विदेशी विश्वविद्यालय व विदेशों में रहे भी थे फिर भी स्वदेशी आंदोलन से जुड़े रहे।अंबेडकर की कोई भी तस्वीर भारतीय पहनावा में नहीं है । अंबेडकर अंग्रेजियत के हिमायती थे । अंत में चाहता हूँ कि अंग्रेज जब भारत छोड़ कर जा रहे थे तो अपने नापाक इरादों को जिससे भविष्य में भारत खंडित हो सके के रुप में अंग्रेजियत शख्सियत अंबेडकर की खोज कर लिए थे ।
बा बा साहब का सपना हम सब मिलकर पुरा करना चाहिए । जय भीम नमो बुद्धाय। लालजी गौतम मिरजापुर उ प्र।
ऐसे school और ऐसी शिक्षा पूरे विश्व को अच्छा मार्ग दिखा देगा.धन्यवाद to school management.🙏
जनता लाईव +आप को +बाबासाहेब के मिशनरी विद्यालय के संस्थापक सह्रदय बधाईयां ।
जय भीम जय भारत जय संविधान
आयुष्यामती अन्कर भवतु सब्ब मंगलम. आपको निवेदन है की ,सब स्कुल मे शासकीय स्कूल हो या खाजगी स्कुल हो भगवान बुद्ध ने दिया हुयी त्रिशूल, पन्चशिल वन्दन करना चाहिए इसलिए भारत शासन शासकीय स्थरावर मान्यता देण्यात यावी. यह वन्दन करनेवाले बच्चों का शिल बनता है
धन्यवाद
जयभीम भारत Jaybhim India O.K Thanks Jaybhim
ऐसीही स्कुल हर गावमे होनी चाहीये.सलाम ऐसे लोगो का जिन्होने हमे ऐसे स्कुलका दशर्यन दिया♥️♥️ jay bhim
बहुत सुन्दर कार्य कर रहे हैं आप
जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान जय मुलनिवाशी
आपकी इस पहल को बहुत बहुत साधुवाद🙏
आप पूरे देश में मेंबर बनाएं,हमारा समाज निश्चित हीआपको सपोर्ट करेगा । प्लीज MP मे भी स्कूल बनाएं ।🙏🙏🙏
इस स्कूल की बहुत सारी खूबियों के साथ साथ आप दोनों द्वारा किये जानेवाली प्रस्तुती की शैली मी बहुत ही सराहनीय है!
बाबा साहिब जी का कारवां ऐसे ही बढ़ता रहे और ऐसे स्कूल हर स्टेट में खुलने चाहिए। जिसे बाबा साहिब जी की विचारधारा को जन जन तक पहुचाया जा सके। नमो बुद्धाय जय भीम❤❤❤❤❤❤❤❤❤
नमो बुद्धाय जय भीम बहुत अच्छा सुरुवात है आप लोगो को बहुत बहुत धन्यवाद ऐसा हायस्कूल पुरे भारत मे होना चाहिए
किस कदर लड़े होंगे वो एक अकेले इंसान 😒
जिनको हराने के लिए आज भी उनकी मुर्तियां तोड़ी जाती हैं।🤦♀️😢😳
Very nice school and teachers 👍☝️✍️🖊️📚🙏
Thanks all of you 🙏😊
Jai Bhim namo buddhye 🙏🙏
बिल्कुल सही बात है सर जी। सोचकर भी रूह कांप जाती है। महामानव बाबा साहिब जी को कोटि कोटि नमन।
यह एक ज्ञान का एेसा कार्य है।
जो भविष्य में विकसित होकर पूरे विश्व की दुःखी मानवता को अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जायेगा
Mera Soch hai aise hi School ambedkarwadiyon ko kholna chahie Namo buddhay Jay Bheem
हर राज्य, जिला और स्कूल में ऐसे विधालय खोले जाने चाहिए हम भी पढ़ाना चाहते हैं l
I am from Rajasthan .
It is a fabulous attempt to change India. Jai bhim Namo Budha
तुम डॉ भीमराव अम्बेडकर बाबा साहेब जी के मिशन को आगे बढ़ाते रहो हम तुम्हारे साथ है ❤❤❤❤❤
जयभिम नमो बुध्दाय ये स्कुल भहुत भोहुत आच्छा है ऐसे स्कुल हर शेहर मे हर गाव मे होणा चायी ये तब्भी समाज को बाबासाहेब समज मे आयगे जयभिम
जय भीम जय भारत। सत सत नमन है उन टीचरों को जो बाबा भीमराव के विचारों को आगे बड़ाने का काम कर रहे है
🙏🙏🌹🌹 नमो बुद्धाय जय भीम। आपको कोटिश: साधुवाद, शुभकामनाएं, बधाइयां एवं आभार।
डॉ० हेमंत कुमार राजन बलिया उत्तरप्रदेश उत्तर प्रदेश
भारत देश को अगर सही मायनो मे विश्व गुरु बनाना है तो ऐसे स्कूल का होना बहोत जरुरी है और हमे सब को प्रयास करना चाहिए ।
जयभीम🙏💐
Namo bhudday
बस इसी तरह के स्कूल भारत के कोने कोने में होनी आवश्यकता है।जय भीम।🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Shandar jabardast jindabad ❤
Jay Bhim Jay Bharat Jay Samvidhan 🙏🏻
इस बात से मैं बिल्कुल सहमत हूँ कि जितने महान और प्रतिभाशाली व्यक्तित्व के स्वामी बाबा साहेब अंबेडकर थे उस हिसाब से उनको हमारी पुस्तकों में वो स्थान प्राप्त नहीं हुआ।
कोई बात नहीं भाई जब मनु का टाइम था तब पुस्तकों में स्थापित नहीं हो आपका आपका हमारा टाइम आने वाला पुस्तक मैं स्थापित कर लो बुद्ध जी व बाबा सहाब जी को
बहुत-बहुत बधाई ऐसे लोग जो ऐसा ऐसा स्कूल को हर एक जिला में हर राज में ऐसा स्कूल खोले सके