दरबार की ध्यान साधना क्रिया है ब्रह्म विराट क्रिया, इस क्रिया को करने से क्या लाभ होंगे? !!
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- Опубликовано: 29 ноя 2024
- श्री करौली शंकर महादेव - पूर्वज मुक्तिधाम, कानपुर में आपका स्वागत है
कृपया, नियमों व निर्देशों को ठीक से पढ़ व समझकर ही दरबार आएं।
{1} • दरबार आकर आपको पंजीकरण कराना होता है, उसके बाद आपको उपचार कराने की आईडी दी जाती है।
{2} • पंजीकरण के पश्चात आपको काउंटर से ही भोग प्रसाद (अर्जी) व बंधन प्राप्त करना होता है।
{3} • बाबाजी व माताजी के दरबार में अपने उपचार के लिए प्रार्थना करनी होती है, भोग प्रसाद चढ़ाना होता है। बंधन करना होता है।
{4} • उपचार के लिए 3 तरह की प्रक्रिया है जिसने एक दिवसीय हवन / 9 हवन / नमन प्रक्रिया करके स्वस्थ होते हैं।
{5} • 9 हवन के पश्चात आने वाली अमावस्या पर आपके पूर्वजों की मुक्ति होती है।
{6} • शिव-शक्ति दरबार में प्रतिदिन शाम को पांच बजे से आत्म शुद्धि संकल्प होता है, इसके लिए तीन बजे तक दरबार में पहुंचना आवश्यक होता है। इसी कार्यक्रम में आपके परिवार का ऊर्जापथ पुनः से बनाया जाता है ।
{7} • प्रतिदिन सुबह 8 बजे से सर्व रोग स्मृति चिकित्सा होती है।
{8} • परिवार के सभी सदस्यों का आत्म शुद्धि संकल्प होने के बाद ही सर्व रोग स्मृति चिकित्सा होती है।
{9} • परिवार के प्रत्येक सदस्य की स्मृति चिकित्सा के बाद सभी को पूर्ण आराम व लाभ प्राप्त होता है।
NOTE: यदि आप हवन करने में सक्षम नहीं है तो दरबार की तीसरी विधि (नमन) के द्वारा नियमित रूप से प्रत्येक शनिवार को दरबार में अर्जी एवं हाजिरी लगाकर अथवा अपने घर से ही अपनी श्रद्धा एवं विश्वास के बल पर, बाधाओं से मुक्ति पा जाते हैं।