आज आरएसएस को 100 में साल में अंकल आ गई है कि सबको मिलजुल कर रहना चाहिए तभी राष्ट्र निर्माण हो सकेगा। साधु संन्यासी में आधे से ज्यादा लोगों को धर्म का ज्ञान ही नहीं है। मोदी और शाह वर्तमान परिस्थितियों का जरूर फायदा उठाएंगे।😅
अरे भाई ! स्थिति कुछ भी हो जाए मगर भागवात किसी भी स्थिति में भाजपा की पराजय का जोखिम नहीं ले सकते। यह उनकी विवशता है कि वह भाजपा की विजय हेतु यथासंभव सहायता करें। वर्तमान में संघ का जो भी स्वरूप सामने आ रहा है वह है कि भाजपा आधार का रूप ले चुकी है।
गजब का संयोग है या प्रयोग! यह तो वहीं बेहतर बता सकते हैं जिन्होंने कुछ साल पहले इस फ्रेज का सटीक इस्तेमाल किए! बहुत आश्चर्य नहीं है कि अपनी स्वर्ण जयंती की पहली सदी में ही आर एस एस का सारा आभामंडल चकनाचूर होने जा रहा है! इतने बड़े बड़े नामों ने इस विशाल आभामंडल का महिमामंडन करने में इतने कागज कारे किए हैं जो बेमिसाल ही कहा जाएगा।
RSS ab Berojgari n desh ke Garin logo ki economic conditions par sarkar kaam kare , sarkar ab bhatak gayi 240 par atak gayi.Agle war itni bhi nahi milengi
The war between the two compositions...RSS and BJP are between life values and money respectively which they both think are the only value prepositions in a social outfit. However both which are represented over the few years only seem to be not needed for nationalism but benefit regionalism. More to say only one state.
Modi ka Swarg ab chhin chuka vaha pahle Amit shah aur uske bad Modi jana chahiye rahe the ab vaha pahle hi Dr. Man Mohan Singh ji ghrahan kar liya hai ab Swarg me to inke liye Swarg me to jagah nahi bachi ab unhe nayi jagah dekhe kya kisi samundar me hai ya aakash me ? Mujhe to pahad hi inke liye uchi lagti hai ?
The way thecountry ha reached the river of noreturnthe only wayis stop going to voteandlatertake to the streetsanddemostrate before theseradicalshouseand if stopped take lawin theirownhands every states even police and army will also be able to handle
RSS ek aur naya chhalawa karti hai nehru ji inke bare me disha bhatkane wala bataya ye RSS ko log apne ko purab disha bole to aap inko aur theen disha me mil jayenge
Bahut sundar Charcha thi joki wastvikta ko nikalne me saksham rahi....
मोदी शाह अब मौन मोहन बन गए है। आता जाता इनको कुछ है नहीं। किस्मत के सहारे जी रहे हैं। अब लग रहा है कि धोती खुलने ही वाली है तो मौन हो गए हैं।
Very. Good. Pragram. Thank. You. Sir
RSS और BJP के बीच कोई मतभेद नहीं है ... दोनों एक ही एजेंडे पर काम कर रहे हैं ... सबकुछ आपसी सहमति से चल रहा है
Sangh sangh hai bjp dang hai.Raj neet rang hai.
आज आरएसएस को 100 में साल में अंकल आ गई है कि सबको मिलजुल कर रहना चाहिए तभी राष्ट्र निर्माण हो सकेगा। साधु संन्यासी में आधे से ज्यादा लोगों को धर्म का ज्ञान ही नहीं है। मोदी और शाह वर्तमान परिस्थितियों का जरूर फायदा उठाएंगे।😅
अरे भाई ! स्थिति कुछ भी हो जाए मगर भागवात किसी भी स्थिति में भाजपा की पराजय का जोखिम नहीं ले सकते। यह उनकी विवशता है कि वह भाजपा की विजय हेतु यथासंभव सहायता करें। वर्तमान में संघ का जो भी स्वरूप सामने आ रहा है वह है कि भाजपा आधार का रूप ले चुकी है।
गजब का संयोग है या प्रयोग! यह तो वहीं बेहतर बता सकते हैं जिन्होंने कुछ साल पहले इस फ्रेज का सटीक इस्तेमाल किए!
बहुत आश्चर्य नहीं है कि अपनी स्वर्ण जयंती की पहली सदी में ही आर एस एस का सारा आभामंडल चकनाचूर होने जा रहा है!
इतने बड़े बड़े नामों ने इस विशाल आभामंडल का महिमामंडन करने में इतने कागज कारे किए हैं जो बेमिसाल ही कहा जाएगा।
सरकारें गीरा ना बंद हो जायेगा
सब मिलीभगत है। दोनों का ट्रैक अलग अलग है पर गंतव्य एक ही है बस लोगों को दिखाने और बेवकूफ बनाने के लिए नूरा कुश्ती भी जरूरी है।
जिनके पीछे आप संध को कह रहें है वह तो भागवत के बयान के विपरीत र्काय कर रहें है।
Wah rajesh thakarji nai beaten Janne mili
Sanjeev ji behtar ho RSS aur BJP ki charcha na ki Jay. Is se BJP ki takat ko pracharit karana hai.
RSS ab Berojgari n desh ke Garin logo ki economic conditions par sarkar kaam kare , sarkar ab bhatak gayi 240 par atak gayi.Agle war itni bhi nahi milengi
Sir Ye Sarkar kisi ki bi Nahi hai Ye Log bas Apne Ego may Ji Rahe hai
❤❤❤❤❤
The war between the two compositions...RSS and BJP are between life values and money respectively which they both think are the only value prepositions in a social outfit. However both which are represented over the few years only seem to be not needed for nationalism but benefit regionalism. More to say only one state.
Modi ka Swarg ab chhin chuka vaha pahle Amit shah aur uske bad Modi jana chahiye rahe the ab vaha pahle hi Dr. Man Mohan Singh ji ghrahan kar liya hai ab Swarg me to inke liye Swarg me to jagah nahi bachi ab unhe nayi jagah dekhe kya kisi samundar me hai ya aakash me ? Mujhe to pahad hi inke liye uchi lagti hai ?
Sadhu sant ko party leader provoke Kar rahe he
Sanga ka halat honewali hai
The way thecountry ha reached the river of noreturnthe only wayis stop going to voteandlatertake to the streetsanddemostrate before theseradicalshouseand if stopped take lawin theirownhands every states even police and army will also be able to handle
संघ में अब दो विचाधारा हैं, एक धारा गरम दल है जो बहुत जल्दी में हैं, भागवत साहब नरम दल के विचारक हैं जो जल्दी में नहीं हैं
Evm hai to kisi ko bhaw kyu denge
Sangh ko apne ko surxchhit karne ke paryas me hai?
ए ए की बकवास बंद करो
RSS ek aur naya chhalawa karti hai nehru ji inke bare me disha bhatkane wala bataya ye RSS ko log apne ko purab disha bole to aap inko aur theen disha me mil jayenge