16:20 Not India's, it is Hindu gift to the world. India is just a piece of land which has been partitioned many times. Only the Hindu culture developed the science of this land.
वाकई आप सनातन धर्म के गहरे तथ्य को जन सामान्य तक बड़ी ही खूबसूरती और सरलता से पहुंचा रहे हैं जिसे हम सभी बड़ी ही सहजता के साथ समझ रहे हैं,, आपके मीठे बोल और आपकी संवाद अदायगी सीधे हमारे दिलों में उतरती हैं आप "श्रेष्ठ सनातन पुत्र" हैं, आप महान अध्ययन कर्ता और वक्ता हैं,,आप हमारी संस्कृति की विशालता के दर्शन और गर्व महसूस करा रहे हैं, समाज के लिए आपकी भूमिका अविस्मरणीय रहेगी,,,आपका आभार,,,
प्राचीन यंत्र विद्या में शून्य से समायोजित अंको का प्रयोग बहुतायत से मिलता है एवं ज्योतिष जो वेदों का ही अंग है उसमें भी गणितीय प्रक्रिया में शून्य का प्रयोग है.जो अति प्राचीन है🙏💕 धन्यवाद
इस्का उत्तर एकदम साधारण है भाई.... सभी लोग सून ले, चंद्र की कला से शुरुवात करता हु, प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, शष्टी, सप्तमी, अष्टमी,नवमी, दशमी, एकादशी,द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी, पौर्णिमा/ अमावस्या... 1 से 15 समज गये ना. अभी प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ.... दशक =10, शतक= 100, सहस्त्र= 1000... भाई ऐसे गणना होती थी. शब्दो मे लीखे और बोले जाते थे अंक. जय हिंद जय शिवराय, जय सनातन धर्म 🚩
केवल जय करने से सनातन धर्म महान नहीं बन जाएगा। आज इस धर्म में जो अवैज्ञानिक सोच घुस गई है उसे उखाड़ फेंकना होगा और ऋषियों के वैज्ञानिक आध्यात्मवाद को पुनर्स्थापित करना होगा तभी सनातन धर्म महान बन सकेगा।
Real question is why did Indians invent base 10 system called decimal system. Number 10 can be counted in any system like Babylonian, octal, hexadecimal, etc.
Listening to u it's like flows water in my mind the way u explain everything is so crystal clear, create so much interest I get lost in that...I appreciate ur hardwork because decoding everything from our ancient books is not a easy thing and also to deliver the right knowledge to the people. 🙏❤️ we are glad to have you 😊
संस्कृत में "ख" को रिक्त के लिए प्रयोग किया जाता है जैसे खगोल (space) का अर्थ रिक्त गोला हुआ। इसलिए आर्यभट्ट ने जो "ख" का प्रयोग शून्य के लिए किया वो तार्किक ही था यादृच्छिक नहीं।
Aap ki baat sahi hai parantu jitna maine padha hai Bramhagupta ki pustak me uske hisab se "kha" ek condition hai jisme ek chiz and uska opposite ek sath hote hai and wo ek dusre ki presence ko neutral kar dete hai just like jaise positive and negative charges atom ke andar use ek neutral atom bana dete hai yaha meri research hai aap ko kuch aur lage to bata sakte hai
@AABBCC-ck9wg आपने जो कहा वो भी सही है। इतना विस्तार से कमेन्ट मे लिखना सम्भव नहीं होता है इसलिए संक्षेप में बस एक तथ्य साँझा किया था। विस्तार से तो पुस्तकों में लिखा ही है।
First O is mentioned in Vedas and later many scripts like Bhikshali Manuscript etc also mentioned O but Aryabhatta used O various dimensions and became popular and extraordinary personality with his writings like Aryabhatheeyam...
Thanks a lot Vedas & Aryabhata ji and Others our Great persons 🙏SASWAT SANATANA DHARMA 🙏 And thanks a lot Brother for your Admirable Research 👏👍Hare Krishna 🙏 🚩
Respected Sir! 🙏 I do not think this video as any admirable research. There is possibility of cheating and exploitation. cheating. I do not agree with your pride in Sanatan Dharma though myself is Sanatani Hindu. I am giving my reasons, the issues and its solution. मैं आपको एक महत्वपूर्ण विचार दे रहा हूं, जो आपके, मेरे और हमारे देश के लिए महत्वपूर्ण है। जाति/धर्म व्यवस्था और इतिहास के मामले में हमारे देश की स्थिति बहुत ही हास्यास्पद है। हिन्दू धर्म का ही उदाहरण लें। मैं ऐसे कई लोगों से मिलता हूं जो हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। क्या यह सही है? किसी भी तरह से... कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म के साथ कानूनी व्यवहार करता है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं। आप डॉ अंबेडकरजी या किसी अन्य समाज सुधार का उल्लेख कर सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है। इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें। यह हो सकता है।मैंने ऐसे विवादों को सुलझाने के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने 22 मई से सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। कृपया सामाजिक और धार्मिक सद्भाव के पुनरुद्धार के लिए राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें। अवधूत जोशी
ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्पूर्णमुदच्यते । पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥ Zero originates from the Shanti Mantra! We use base 10 because we have 10 fingers.
Good research & presentation is also very crisp I think everyone likes the way animation & explanation goes hand in hand very piky job you are doing here & it's entertaining like a physics class 👍
Base 10 Place value system developed in India because both hands have total 10 fingers including 2 thumbs. Hands are easiest tool to use in Addition, Subtraction, Multiplication and Division.
Brother i mean you know you are Just gaining knowledge by yourself you are sharing these beautiful and most important knowledge with us . And you had most beautiful and calm voice the way you speak it's also most important part of your video 🙏 awesome brother keep it
When human beings started understanding numeration, the handy tool to their help was hand digits. There are ten, five from each hands and this may be the reason ten became the base of our decimal system.🙏
अरे भैया, साधारण सी बात है। पूर्व में शून्य का वर्तमान की तरह गणना में उपयोग ज्ञात नहीं था। बस। जैसे x=दस या xx=बीस इसमें शून्य कहाँ है? ऐसे ही सहस्र में शून्य कहाँ है? शून्य का ज्ञान होने के बाद दशमलव गणना सरल हो गई बस। जैसे पूर्व में 10.25 को सवा दस और 10.75 को पौने ग्यारह कह देते थे। लेकिन 10.61 को कहना दुष्कर था। अब तो 00.0001 जैसी संख्याएँ लिखना सरल हो चुका है। यह बहुत बड़ा उत्थान था।
Omg sir chakra gaya kya gyan rakhte ho aap woow aap itna Sara kaha se padhate ho aur kab hats of hai aapka khub khub dhanyavaad itna sara knowledge dene k liye ab tak kaha the mai aapke sare videos dekhati hu jo nahi dekhe vo bhi dekhungi god bless you beta keep it up💐💐💐👍🙏
जय सिया राम विशाल जी। हमको लगता है कि जब शून्य नहीं होगा तब अंतरिक्ष के विस्तार को समझने में कठिनाई आ रही होगी। और जब कोई हल मिला होगा तो सूर्य देवता और ग्रहों को आधार मान कर base 10 को उपयोग में लाया गया । 🙏💐
क्योकि भारत में ही सबसे तेज बुद्धिमान लोग है और इसलिये भारत में जन्म लेना सौभाग्य की बात है और बाह्य जगत का विचार किये बिना जगत एकत्र करने का सपना भारत में ही ज्यादा लोग देख सकते है जैसे तुकाराम. रामदास जनक और श्रीकृष्ण
Very Good Research. Please make a second part regarding current place value system with all types like binary, octal, hexa-decimal etc. and contribution of India towards it.
आप के विडिओ देख के लगता है, की आपने बहुत सारे पुस्तको का पठन कीया है । उनमे चारो वेद भी है । रही बात दश अंकोकी, तो उसका जवाब "विशाल तिवारी दे चूके है, उंगलीयां दश होनेसे गीनती सरल हो जाती है । और दूसरी बात, हवन मैं दश दिशाऔ की बात आति है ।
आपके वीडियो से समझ आ रहा है की आप ने पहले बहुत रिसर्च व मेहनत की होगी। लोगों को सही तरीके से समझने के लिए मैं आपकी इस मेहनत को नमन 🙏🙏 करता हूं । बहुत बहुत धन्यवाद आपको 🙏🙏🙏
आपने विडियो के अंत में जो प्रश्न पूछा उसका जवाब यहीं है कि, आपके चैनल से जो जानकारी प्राप्त होती है वैसी जानकारी इस से पहले हमें होती ही नहीं है । इसलिए हमारी "औकात" ही नहीं है कि हम आपके प्रश्नों का उत्तर दे सकें । हमें तो वो भी आप से हीं जानने को मिलने वाला है । 🙏🙏🙏❤️❤️❤️🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Beta, lots of blessings to you. You are making us proud to be Sanatani,and birn in India. Also making us to explore our roots, our origin and precious Sanskriti we belong to . Thanks to you , please keep it up your love and work, towards our ancient Sanskriti.
Sir make fact based video on why there is negligible temples in vedic period??? Oldest book or scriptures or inscription of rig veda ,ramayana and Mahabharata Make detail video on linguistics also How old is sanskrit? How old is devnagari ? How sanskrit declined?
Aapko Sanskrit par detail video SANATAN REVEALS channel par mil jaega aaj hi dala hai Usme btaya hai angrejon ne kaise Sanskrit aur granthon ko nasht kiya, galat translate kiya
@@Pangeran_s मुझे इस चैनल पर वीडियो चाहिए क्योंकि यह चैनल वाले का तरीका मुझे अच्छा लगा और थोड़ा न्यूट्रल भी लगा अन्य चैनल थोड़े से आक्रामक होते हुए बात करते हैं पर यह चैनल काफी shant aur spasht hy 😀
Brother एक प्रश्न था। कि रामायण और महाभारत में यवन" और शक" का वर्णन मिलता है। और हम ये भी जानते है, कि यवन का अर्थ ग्रीक होता है। और ग्रीक सभ्यता भारतीय सभ्यता के काफी समय बाद आयी, ऐसे में इनका वर्णन क्या दर्शता है। कि मॉर्डन रामायण और महाभारत तब लिखे गये जब ग्रीक और शक भारत में आ गये थे। कृपया मदद करे!
यवन और शक का मूल अर्थ स्थानबोधक रहा होगा। जैसे यूरोप में रहने वाले यवन और मध्य एशिया वाले शक, इस प्रकार। जब रामायण और महाभारत में इनका वर्णन मिलता है उस समय भी इन स्थानों में लोग तो रहते ही होंगे। अब वे लोग आजकल के अथवा बाद में भारत मे आये ग्रीक अथवा दूसरी सभ्यताओं से ही जुड़े थे अथवा भिन्न थे यह नहीं कहा जा सकता। और इन इतिहास ग्रंथों में यवन और शक का वर्णित होना मात्र इतना बताता है कि उस समय भारतवासी इन स्थानों पर रहने वाले लोगों से परिचित थे। यानी यह कहने के स्थान पर कि यह ग्रंथ बाद में लिखे गए, यह भी कहा जा सकता है कि ग्रीक आदि सभ्यता के विषय में आज का हमारा ज्ञान अपूर्ण है और इन स्थानों में पहले भी किसी प्रकार की सभ्यताएं रही होंगी।
छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी चीजों का आकार ज्यादातर गोलाकार ही होता है, फिर हमारे यहा किसी महान इंसान ने सोचा होगा कि की क्यों ना 1 के आगे gola लगा के 10 को आधर लिया जाए, or इस प्रकार बात बन गई 😊 हमारा भारत महान 😊
We live in a country where great people like aryabhatt, chanakya, subhash chandra bose, rishi's and many more didn't get that much of applause and respect they deserved, here people worship politicians and film stars.
Decimal number system is easy to operate on bigger values and lowest values , but in octal or in hexa the operation at bigger and as well as lower levels would be difficult like points. Also decimal can be easily represented as machine language 0 and 1. So it also implies ancient people were also dealing with computers and data transmission and aerospace techs.
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16:20 Not India's, it is Hindu gift to the world. India is just a piece of land which has been partitioned many times. Only the Hindu culture developed the science of this land.
Vishal ji I cont afford your fee but I want to learn Sanskrit .Will you help me?
I am your regular listioner
वाकई आप सनातन धर्म के गहरे तथ्य को जन सामान्य तक बड़ी ही खूबसूरती और सरलता से पहुंचा रहे हैं जिसे हम सभी बड़ी ही सहजता के साथ समझ रहे हैं,, आपके मीठे बोल और आपकी संवाद अदायगी सीधे हमारे दिलों में उतरती हैं
आप "श्रेष्ठ सनातन पुत्र" हैं, आप महान अध्ययन कर्ता और वक्ता हैं,,आप हमारी संस्कृति की विशालता के दर्शन और गर्व महसूस करा रहे हैं, समाज के लिए आपकी भूमिका अविस्मरणीय रहेगी,,,आपका आभार,,,
इतना अच्छा वीडियो इतनी सरल भाषा में बनाने के लिए।।। बहुत धन्यवाद।। भगवान आपको और आपके परिवार को सदैव स्वस्थ रखें।।
धन्यवाद मान्यवर 🙏
Thanks
Great work bhai jai sanatan dharm
Thank you bhai 🙏
आनंद आ गया भाई , मन में चेतना जग गई की मैं जिस सभ्यता में जन्मा हूं वो महान हैं 🙏
क्या तुम्हे इस्लाम कुबूल है?
विशाल बेटे बहोत ही महत्वपूर्ण बात लोगो को समझायी है ! 🙏🏼
धन्यवाद, कमलाकर जी 🙏
@@HyperQuestrelatives h kya
@@StayVNS I'm also thinking about it 😅
@@rajborah4840 bahut samjho relatives tareef kar rhe hai 🤣
प्राचीन यंत्र विद्या में शून्य से समायोजित अंको का प्रयोग बहुतायत से मिलता है एवं ज्योतिष जो वेदों का ही अंग है उसमें भी गणितीय प्रक्रिया में शून्य का प्रयोग है.जो अति प्राचीन है🙏💕 धन्यवाद
भाई नमस्कार है आपको
आज के समय में इतना गूढ़ ज्ञान होना लगभग असंभव है
जय हिंद
अद्भुत ज्ञान का स्त्रोत है हाइपर क्वेस्ट !!! हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 👍🚩🚩🚩
इस्का उत्तर एकदम साधारण है भाई.... सभी लोग सून ले, चंद्र की कला से शुरुवात करता हु, प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, शष्टी, सप्तमी, अष्टमी,नवमी, दशमी, एकादशी,द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी, पौर्णिमा/ अमावस्या... 1 से 15 समज गये ना.
अभी प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ.... दशक =10, शतक= 100, सहस्त्र= 1000... भाई ऐसे गणना होती थी. शब्दो मे लीखे और बोले जाते थे अंक. जय हिंद जय शिवराय, जय सनातन धर्म 🚩
आपकी मेहनत और लगन के लिये hats off 💐💐🥇
श्री सीताराम प्रभु जी 🚩🙏🚩
Hats off to your research bro. जय सनातन धर्म 🙏
जय श्री राम 🙏❤️
Dhanyawad Jay jaganath
@@HyperQuest Aap ne to Bharatiya Number System pe theek Study nhi kiruclips.net/p/PLqd4oyOH6NGAnL0WUfyJvtUP39oUsYPMI 👈👈
@@HyperQuest ye Bebilonian froud Exposedruclips.net/video/Rm6d-bUmmGg/видео.html
केवल जय करने से सनातन धर्म महान नहीं बन जाएगा। आज इस धर्म में जो अवैज्ञानिक सोच घुस गई है उसे उखाड़ फेंकना होगा और ऋषियों के वैज्ञानिक आध्यात्मवाद को पुनर्स्थापित करना होगा तभी सनातन धर्म महान बन सकेगा।
क्योंकि हाथ और पैरों में 10 के आधार से उंगलियां थीं इसलिए इसे ही आधार माना गया होगा जिससे किसी भी संख्या को गिनना भी आसान था
Sahi kaha
बिल्कुल हो सकता है। 🙌
Ha, Ho sakta hain.
Haa ho sakta h.
Real question is why did Indians invent base 10 system called decimal system. Number 10 can be counted in any system like Babylonian, octal, hexadecimal, etc.
आपके अलौकिक वैदिक ज्ञान को हम शत शत नमन करते है ,
अपने सनातन के प्रति लोगों में जागरूकता के लिए येआपका अमूल्य योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।
Listening to u it's like flows water in my mind the way u explain everything is so crystal clear, create so much interest I get lost in that...I appreciate ur hardwork because decoding everything from our ancient books is not a easy thing and also to deliver the right knowledge to the people. 🙏❤️ we are glad to have you 😊
Thank you, Sumit. 🙏❤️
Yes muze bhi ye barabar lagta hai
@@HyperQuest vedic science pe debate karoge....??
You are soo heard working and and very deep analysis
its too difficult but you done your job very well and described it in easy launguage for us
संस्कृत में "ख" को रिक्त के लिए प्रयोग किया जाता है जैसे खगोल (space) का अर्थ रिक्त गोला हुआ। इसलिए आर्यभट्ट ने जो "ख" का प्रयोग शून्य के लिए किया वो तार्किक ही था यादृच्छिक नहीं।
Ohhh
खग अर्थात पक्षी. ख का अर्थ है आकाश और ग का अर्थ है गमन करने वाला अर्थात आकाश में गमन(यात्रा)करने वाला. Aur akash means space that is zero
@@Unknown_per बिल्कुल सही। ऐसे कई उदाहरण मैं अक्सर अपने बच्चों को सिखाता रहता हूँ।
Aap ki baat sahi hai parantu jitna maine padha hai Bramhagupta ki pustak me uske hisab se "kha" ek condition hai jisme ek chiz and uska opposite ek sath hote hai and wo ek dusre ki presence ko neutral kar dete hai just like jaise positive and negative charges atom ke andar use ek neutral atom bana dete hai yaha meri research hai aap ko kuch aur lage to bata sakte hai
@AABBCC-ck9wg आपने जो कहा वो भी सही है। इतना विस्तार से कमेन्ट मे लिखना सम्भव नहीं होता है इसलिए संक्षेप में बस एक तथ्य साँझा किया था। विस्तार से तो पुस्तकों में लिखा ही है।
आपको सुनकर आनंद आता है और ज्ञान भी मिलता है। धन्यवाद बंधु
First O is mentioned in Vedas and later many scripts like Bhikshali Manuscript etc also mentioned O but Aryabhatta used O various dimensions and became popular and extraordinary personality with his writings like Aryabhatheeyam...
अद्भूत जानकारी , शून्य के विकास के यात्रा को बखोबई पिरोया है आपने|
भाई भारतीय प्राचीन ऋषि और वैज्ञानिकों की खोज और उनके अविष्कारों पर भी viedo बनाओ
बहुत आभार रहेगा आपका❤❤
क्या बात है मित्र
Thanks a lot Vedas & Aryabhata ji and Others our Great persons 🙏SASWAT SANATANA DHARMA 🙏 And thanks a lot Brother for your Admirable Research 👏👍Hare Krishna 🙏 🚩
हरे कृष्ण 🙏❤️
Respected Sir! 🙏
I do not think this video as any admirable research. There is possibility of cheating and exploitation. cheating. I do not agree with your pride in Sanatan Dharma though myself is Sanatani Hindu. I am giving my reasons, the issues and its solution. मैं आपको एक महत्वपूर्ण विचार दे रहा हूं, जो आपके, मेरे और हमारे देश के लिए महत्वपूर्ण है।
जाति/धर्म व्यवस्था और इतिहास के मामले में हमारे देश की स्थिति बहुत ही हास्यास्पद है। हिन्दू धर्म का ही उदाहरण लें। मैं ऐसे कई लोगों से मिलता हूं जो हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। क्या यह सही है? किसी भी तरह से... कोई भी धर्म अपने सामाजिक कानूनों से महान हो सकता है। धर्म की महानता वैज्ञानिक शोधों या युद्ध विजयों या साहित्य या दर्शन पर टिकी नहीं होती। यह सब उस धर्म के सामाजिक कानूनों पर स्थायी रूप से करता है........... धर्म के साथ कानूनी व्यवहार करता है। और ये मोर्चों पर हिंदू धर्म के बहुत गंभीर संकट हैं।
आप डॉ अंबेडकरजी या किसी अन्य समाज सुधार का उल्लेख कर सकते हैं। इसलिए 1947 में हिंदू पार्टी कांग्रेस ने एक पवित्र समझौता किया। यह हिंदू धर्म की महानता और हिंदू धर्म की सड़ी हुई प्रकृति के बीच एक पवित्र समझौता था।आज कई लोग हिंदू धर्म में गर्व महसूस करते हैं। यह पवित्र संहिता या संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। यह विपरीत बात हर जगह समस्या पैदा कर रही है। इसलिए मैं इसे देशव्यापी चर्चा के माध्यम से सुलझाना चाहता हूं। यही सबसे सही तरीका है जो संविधान में दिए गए वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी अपनाता है। किसी भी बुद्धिमान राष्ट्र, लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि हम चर्चा के माध्यम से सत्य की खोज करें।
यह हो सकता है।मैंने ऐसे विवादों को सुलझाने के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। मैं राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करना चाहता हूं और मैंने 22 मई से सरकार से 1400 अनुरोध किए हैं। कृपया सामाजिक और धार्मिक सद्भाव के पुनरुद्धार के लिए राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें।
अवधूत जोशी
सदैव उतम् ज्ञान 🔥
ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्पूर्णमुदच्यते ।
पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥
Zero originates from the Shanti Mantra!
We use base 10 because we have 10 fingers.
Bhoot hi badiya
आर्यभट जी ने o नहीं खोजा, बल्कि उन्होंने Decimal system (दशमलव पद्धति) का अविष्कार किया।
Galat, decimal system mohenjo daro ke time bhi tha
😮
😂kuch Granit bol be
Itani umr me etana gyan adbhut dharm ke prati etani jigyasha dhany hai aap ke maa baap jihno ratn diya desh ko we proud you salute you
Good research & presentation is also very crisp I think everyone likes the way animation & explanation goes hand in hand very piky job you are doing here & it's entertaining like a physics class 👍
Thank you, Aniket. ❤️
Thank you so much ❤❤
Base 10 Place value system developed in India because both hands have total 10 fingers including 2 thumbs. Hands are easiest tool to use in Addition, Subtraction, Multiplication and Division.
बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी दी है बहुत-बहुत धन्यवाद
Aap k hardwork ko naman!!!
बहुत सुंदर तरीके से आप ने समझाया, बहुत बहुत धन्यवाद।
बेस टेन इस लिए बना क्योंकि हमने दस अंक ही अलग अलग थे।
ब्रह्मगुप्त जी हमारे भीनमाल से थे 🙏🙏🙏🙏
बहुत सुन्दर प्रस्तुति | सरल और सुगमता से समझने वाला वीडियो | आपको सदैव सफलता मिलती रहे | ईश्वर करें आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हों !!
Brother i mean you know you are Just gaining knowledge by yourself you are sharing these beautiful and most important knowledge with us . And you had most beautiful and calm voice the way you speak it's also most important part of your video 🙏 awesome brother keep it
आपकी जो भी वीडियो आती हैं उसे मैं बहुत ही ध्यान से देखता हु, आपकी वीडियो एक साइंस को जवाब देता है, जय सनातन धर्म,🙏🙏🙏
You deserves millions of views.. hat's off you bro 🙏💯
bhai dil le liya aapne ..aaj har indian ko aiasa hi hona chahiye..
When human beings started understanding numeration, the handy tool to their help was hand digits. There are ten, five from each hands and this may be the reason ten became the base of our decimal system.🙏
Yes, this could be the reason. 🙌
@@HyperQuest @@HyperQuest vedic science pe debate karoge....??
@@HyperQuest fake claim in vedic science @@HyperQuest vedic science pe debate karoge....??
अरे भैया, साधारण सी बात है। पूर्व में शून्य का वर्तमान की तरह गणना में उपयोग ज्ञात नहीं था। बस। जैसे x=दस या xx=बीस इसमें शून्य कहाँ है? ऐसे ही सहस्र में शून्य कहाँ है? शून्य का ज्ञान होने के बाद दशमलव गणना सरल हो गई बस। जैसे पूर्व में 10.25 को सवा दस और 10.75 को पौने ग्यारह कह देते थे। लेकिन 10.61 को कहना दुष्कर था। अब तो 00.0001 जैसी संख्याएँ लिखना सरल हो चुका है। यह बहुत बड़ा उत्थान था।
Arey kaise admi ho yaar.utna gyan ka bandar itna khoj itna research ..
Just wow...🙌.please make videos on athiestic philosophies of Hinduism 🙏🕉️
Omg sir chakra gaya kya gyan rakhte ho aap woow aap itna Sara kaha se padhate ho aur kab hats of hai aapka khub khub dhanyavaad itna sara knowledge dene k liye ab tak kaha the mai aapke sare videos dekhati hu jo nahi dekhe vo bhi dekhungi god bless you beta keep it up💐💐💐👍🙏
भारत में आप जेसे वक्ता और ज्ञानी बहुत कम है 💐✌️🙏
जय सिया राम विशाल जी। हमको लगता है कि जब शून्य नहीं होगा तब अंतरिक्ष के विस्तार को समझने में कठिनाई आ रही होगी। और जब कोई हल मिला होगा तो सूर्य देवता और ग्रहों को आधार मान कर base 10 को उपयोग में लाया गया । 🙏💐
Your knowledge and deep analysis is incomparable 🤟🏻🙌🏻
क्योकि भारत में ही सबसे तेज बुद्धिमान लोग है और इसलिये भारत में जन्म लेना सौभाग्य की बात है और बाह्य जगत का विचार किये बिना जगत एकत्र करने का सपना भारत में ही ज्यादा लोग देख सकते है जैसे तुकाराम. रामदास जनक और श्रीकृष्ण
What a research dear❤. Love 💕 you for your study and the sharing of such a detailed knowledge with others.
Wow 😍 kab 19 min pura ho gaya pata hi nahi chala 😍
Awesome research ❤️
Very Good Research. Please make a second part regarding current place value system with all types like binary, octal, hexa-decimal etc. and contribution of India towards it.
आप के विडिओ देख के लगता है, की आपने बहुत सारे पुस्तको का पठन कीया है ।
उनमे चारो वेद भी है ।
रही बात दश अंकोकी, तो उसका जवाब "विशाल तिवारी दे चूके है, उंगलीयां दश होनेसे गीनती सरल हो जाती है ।
और दूसरी बात, हवन मैं दश दिशाऔ की बात आति है ।
flow of knowledge was outstanding, i wish the video to never end😍
जबरदस्त अनुसंधान किया है आपने 👍
Beautiful research... Much Appreciated...
God bless you... Keep the good work of spreading factual Hindu knowledge to everyone... 👏👏👏🙏💐😊
ज्ञान-सामग्री भरे इस चैनल के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद 💐💝 आगे के लिये शुभकामनाएं
સત્ય સનાતન ધર્મ ની જય હરે કૃષ્ણ પ્રભુજી જય માતાજી
आपके वीडियो से समझ आ रहा है की आप ने पहले बहुत रिसर्च व मेहनत की होगी।
लोगों को सही तरीके से समझने के लिए मैं आपकी इस मेहनत को नमन 🙏🙏 करता हूं ।
बहुत बहुत धन्यवाद आपको 🙏🙏🙏
जय जय श्री राम
आपने विडियो के अंत में जो प्रश्न पूछा उसका जवाब यहीं है कि, आपके चैनल से जो जानकारी प्राप्त होती है वैसी जानकारी इस से पहले हमें होती ही नहीं है । इसलिए हमारी "औकात" ही नहीं है कि हम आपके प्रश्नों का उत्तर दे सकें । हमें तो वो भी आप से हीं जानने को मिलने वाला है । 🙏🙏🙏❤️❤️❤️🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Y baat bhi h bohat gaharai se nikalte h
Aapke har video bhot jankari se paripurn hote hain mai dekhti hu can’t nhi karti thi aap Jai Sri Ram kahte hain to Accha lagta hai Jai Sri Ram ji 🙏🏻
शून्य अनादि काल से है क्योंकि जब कुछ नहीं था तब शून्य ही था,एक मात्र शून्य ही है जो सदैव रहता है।
ऐसा आज बोला जाता है लेकिन पहले ऐसा नहीं बोला जाता होगा
साइंस जर्नी चैनल देखो कुछ नहीं मालूम तु
@@ajaynagvanshi2800 what????
Extremely informative 👏 👌 👍..amazing..Great job sir ..
राधे राधे 🖤
Beta, lots of blessings to you.
You are making us proud to be
Sanatani,and birn in India. Also
making us to explore our roots,
our origin and precious Sanskriti we belong to .
Thanks to you , please keep it up your love and work, towards our
ancient Sanskriti.
It's blow my mind and i Learned very new thing from you🙏🙏👍👌👌
Aap aur apke video ka background kitna achha hai 😀🙆🏻♂️🤩
Jai shri Ram🚩💛🙏🏻
10 bar naman 👏👏
Hyper quest has so far been one of my most like channels.
Keep up the work bro
Jai sanathan❤
Jabaradast ... Bahut behetreen video hai
Your research is awesome
My teacher told me it in a easy way
Before zero we count our numbers like roman numbers 😊😊😊
Sir make fact based video on why there is negligible temples in vedic period???
Oldest book or scriptures or inscription of rig veda ,ramayana and Mahabharata
Make detail video on linguistics also
How old is sanskrit?
How old is devnagari ?
How sanskrit declined?
Aapko Sanskrit par detail video SANATAN REVEALS channel par mil jaega aaj hi dala hai
Usme btaya hai angrejon ne kaise Sanskrit aur granthon ko nasht kiya, galat translate kiya
@@Pangeran_s मुझे इस चैनल पर वीडियो चाहिए क्योंकि यह चैनल वाले का तरीका मुझे अच्छा लगा और थोड़ा न्यूट्रल भी लगा अन्य चैनल थोड़े से आक्रामक होते हुए बात करते हैं पर यह चैनल काफी shant aur spasht hy 😀
@@RationalismIsFuture vo channel bhi shant hi hai aap jakar ek baar video dekhen
Usme British records se hi btaya hai abhi kal ka hi hai video
@@Pangeran_s dekhta ho
Bahut badhiya jankari dete hai. aap
Thankyou for sharing
Brother एक प्रश्न था। कि रामायण और महाभारत में यवन" और शक" का वर्णन मिलता है। और हम ये भी जानते है, कि यवन का अर्थ ग्रीक होता है। और ग्रीक सभ्यता भारतीय सभ्यता के काफी समय बाद आयी, ऐसे में इनका वर्णन क्या दर्शता है। कि मॉर्डन रामायण और महाभारत तब लिखे गये जब ग्रीक और शक भारत में आ गये थे।
कृपया मदद करे!
रामायण भागवत महाभारत में मिलावट की गई है
यवन और शक का मूल अर्थ स्थानबोधक रहा होगा। जैसे यूरोप में रहने वाले यवन और मध्य एशिया वाले शक, इस प्रकार। जब रामायण और महाभारत में इनका वर्णन मिलता है उस समय भी इन स्थानों में लोग तो रहते ही होंगे। अब वे लोग आजकल के अथवा बाद में भारत मे आये ग्रीक अथवा दूसरी सभ्यताओं से ही जुड़े थे अथवा भिन्न थे यह नहीं कहा जा सकता। और इन इतिहास ग्रंथों में यवन और शक का वर्णित होना मात्र इतना बताता है कि उस समय भारतवासी इन स्थानों पर रहने वाले लोगों से परिचित थे। यानी यह कहने के स्थान पर कि यह ग्रंथ बाद में लिखे गए, यह भी कहा जा सकता है कि ग्रीक आदि सभ्यता के विषय में आज का हमारा ज्ञान अपूर्ण है और इन स्थानों में पहले भी किसी प्रकार की सभ्यताएं रही होंगी।
भारतीय सभ्यता बहुत पुरानी है लेकिन जो सबसे पुरानी सभ्यता मिली है भारत में उसमें और ग्रीक के बाद की सभ्यता में अंतर है । उनकी लिखने की लिपि अलग है।
छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी चीजों का आकार ज्यादातर गोलाकार ही होता है, फिर हमारे यहा किसी महान इंसान ने सोचा होगा कि की क्यों ना 1 के आगे gola लगा के 10 को आधर लिया जाए, or इस प्रकार बात बन गई 😊 हमारा भारत महान 😊
You deserve a Padma Bhushan award for the research on sanatan sanskriti
उत्तम जानकारी, तार्किक विश्लेषण।
We live in a country where great people like aryabhatt, chanakya, subhash chandra bose, rishi's and many more didn't get that much of applause and respect they deserved, here people worship politicians and film stars.
Channels like HyperQuest is changing this. So does people like you and me 🙂
Western influenced country 😔
Aaj ke janta ko ye bataya jata hai inhonne kuch nahi kiya ye baat aap ki samajh me aanna cchhahiy shreeman jee Jai hind jai bharat
धन्यवाद बहूत अच्छा समझाया आपने
I don't think you know what respect means. You're confusing respect with attention.
आपके वीडियो एकदम निष्पक्ष होते हैं।
Your explanation in any topic is so good makes eazy to understand hope you sometime teach me in my school👏👏👏
Thank you! 🙏
🙏🙏🙏
Shubham
You are awesome 🙏
Please carry on.
Might be related to bit system, 0 & 1 and which happens to be 10 after 9
बहुत सुंदर जानकारी
Hats off for your research bro...🙂
Please make a video on vedant philosophy
Oh. So interesting. 😊👌👍
Great work 👏
Always full of information....very good
Satya sanatan dharma ki sadhev jai ho
भगवान आप पर अपनी कृपा सदैव बनाये रखें और आप ऐसे ही अपने अद्भुत ज्ञान से हम सबको कृतार्थ करते रहें।
Leibnitz ne isse bhi behtar kiya aaj binary system khada kar diya .
You should have 5 million subscribers ❤️🙏
Bhai bahut hi saral aur sahaj bhasha me itni gudh (gahri) baat ko clear kar diya hai.thankyou so much
Santan sharm ki jai ho 🙏🚩🚩
आपके गुरु जी को करबद्ध प्रणाम, साथ ही आपको भी बहुत बहुत प्रणाम।
India had base 10 system because we have 10 fingers on our hands and it is easy to calculate
अपनी संस्कृति और अपने असली सेहतमंद अहार का प्रचार करे. सनातन धर्म की जय 🙏
Please video on ayyam dimensions dhanyawad mitr
आपके द्वारा दी गई जानकारी बहुत हुई जबरजस्त है
Decimal number system is easy to operate on bigger values and lowest values , but in octal or in hexa the operation at bigger and as well as lower levels would be difficult like points. Also decimal can be easily represented as machine language 0 and 1. So it also implies ancient people were also dealing with computers and data transmission and aerospace techs.