1947 में जब देश का बटवारा धर्म के नाम पर हुआ और जिसमें लाखों लोगों का नरसंहार हुआ उसका जिम्मेदार जिन्ना, नेहरू और गांधी ही थे। अंबेडकर जी गांधी के बारे में बिल्कुल ठीक कहते थे की वो महात्मा नहीं थे, क्योंकि मैं उनको अंदर से जनता हूं।
सुशांत जी आप ने रेलवे में सीनियर सिटीजन के लिए,छुट पर आवाज़ उठाई, इस के लिए हार्दिक अभिनन्दन, आशा है आप इस मुद्दे को बराबर उठाते रहेंगे, (ओमप्रकाश पारीक ७२ साल )
Radhe Radhe Jay Hind S S Ji Khub Sunder Dhanywad Desh Ke Moha Biro Ko Pranam Namon Dhanywad S S Ji App Pare Likhe Gyani Moha Anubhab Ho Jay Shree Radhe Dhanywad ❤❤❤
विडम्बना यह है कि आजादी के बाद देश के राष्ट्र हित सोच के नेताओ़ँ को उनकी योग्यता के अनुसार न तो पद ही दिया गया और न ही यथोचित सम्मान। देश का बटवारा स्वीकार करके देश को हाइजैक करके भारत राष्ट्र की दिशा और दशा को मनमाने तरीके से संचालित किया।
100% It's true Brother Maximum should be of the no work on constitution of India because India in social poverty,Economical,Political conditions,unemployment rate maximum!
Ambedkar has spoken about Gandhi's views on the OBC and Dalits, he said, Gandhi was duplicitous. I am much inclined to trust Ambedkar than Gandhi for many obvious reasons.
👉 गांधी की गंधेगी। *१९२० में भारत की तमाम मस्जिदों से दो पुस्तकें वितरित की जाने लगी! एक का नाम था “कृष्णा तेरी गीता जलानी पड़ेगी", और दूसरी का नाम था "उन्नीसवीं सदी का लंपट महर्षि"! ये दोनों पुस्तकें "अनाम" थीं! इसमें किसी लेखक या प्रकाशक का नाम नहीं था, और इन दोनों पुस्तकों में भगवान श्री कृष्ण, हिंदू धर्म, देब देबीओ पर अश्लील, बेहद घिनौनी बातें और रेखाचित्रों बनाई गई थीं!* *यह बात जब गांधी तक पहुंची, तो गांधी ने इसे "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता" बता कर गौण कर दिया। और कहा भारत में सब को अपनी बात रखने का हक है!* *फिर १९२३ में लाहौर स्थित "राजपाल प्रकाशक" के मालिक "महाशय राजपाल जी" ने एक पुस्तक प्रकाशित की, जिसका नाम था "रंगीला रसूल"!* *उस पुस्तक के लेखक का नाम भी गुप्त रखा गया था। और लेखक की जगह लिखा था "दूध का दूध, और पानी का पानी"* *हालांकि उस पुस्तक के असली लेखक पंडित चंपूपति थे। जो की इस्लाम के जाने-माने विद्वान थे!* *और सबसे अच्छी बात यह थी कि। उस पुस्तक में कोई झूठ नहीं था। बल्कि तमाम सबूतों के साथ, बकायदा आयत नंबर, हदीस नंबर देकर लिखी गई थीं!* *देढ वर्षों तक "रंगीला रसूल" बिकता रहा पूरे भारत में! कहीं, कोई बवाल नहीं हुआ! लेकिन एक दिन अचानक २८ मई १९२४ को गांधी ने अपने समाचार पत्र "यंग इंडिया" में एक लंबा-चौड़ा लेख लिखकर, "रंगीला रसूल" पुस्तक की खूब निंदा की, और अंत में ३ पंक्तियां ऐसी लिखी: ➳ "मुसलमानों को स्वयं ऐसी पुस्तक लिखने वालों को सजा देनी चाहिए!" *गांधी का ये लेख पढ़कर, पूरे भारत के मुसलमान भड़क गए! और "राजपाल प्रकाशक" के मालिक महाशय राजपाल जी के ऊपर ३ वर्षों में ५ बार हमले हुए, लेकिन गांधी ने एक बार भी हमले की निंदा नहीं की!* *मजे की बात यह कि कुछ मुस्लिम विद्वानों ने उस पुस्तक "रंगीला रसूल" का मामला लाहौर उच्च न्यायालय (हाई कोर्ट) में दायर किया!* *हाईकोर्ट ने चार इस्लामिक विद्वानों को न्यायालय में खड़ा करके, उनसे पूछा कि इस पुस्तक की कौन सी पंक्ति सही नहीं है। आप वह बता दीजिए!* *चारों इस्लामिक विद्वान बताया कि इस पुस्तक में कोई गलत बात नहीं लिखी गई है!* *फिर लाहौर उच्च न्यायालय ने महाशय राजपाल जी पर मुकदमा खारिज कर दिया! और उन्हें बा ईज्जत बरी कर दिया.... !!* *फिर उसके बाद, ३ अगस्त १९२४ को गांधी ने फिर "यंग इंडिया" समाचार पत्र में एक और भड़काने वाला लेख लिखा। और इस लेख में उन्होंने लिखा था कि "जब व्यक्ति को न्यायालयों से न्याय नहीं मिले, तब उसे अपने आप प्रयास करके न्याय ले लेना चाहिए!"* *उसके बाद महाशय राजपाल जी के ऊपर दो बार और हमले के प्रयास हुए। और अंत में ६ अप्रैल १९२९ का हमला जानलेवा साबित हुआ। जिसमें मोहम्मद इल्म दीन नामक एक युवक ने, गदा से महाशय राजपाल जी का हत्या कर दी!* *जिस दिन उनकी हत्या हुई। उसके ४ दिन बाद गांधी लाहौर में थे। लेकिन गांधी महाशय राजपाल जी के घर पर शोक प्रकट करने नहीं गए। और ना ही अपने किसी संपादकीय में महाशय राजपाल जी की हत्या की निंदा की!* *उसके बाद, अंग्रेजों ने मुकदमा चलाकर, मात्र ६ महीने में महाशय राजपाल जी के हत्यारे इल्म दीन को फांसी की सजा सुना दी।* *उसके बाद ४ जून १९२९ को गांधी ने अंग्रेज वायसराय को चिट्ठी लिखकर महाशय राजपाल जी के हत्यारे की फांसी की सजा माफ करने का अनुरोध किया था!* *और उसके अगले दिन, अपने समाचार पत्र "यंग इंडिया" में एक लेख लिखा था। जिसमें गांधी ने यह साबित करने का प्रयत्न किया था। कि यह हत्यारा तो निर्दोष है। नादान है। क्यों कि उसे अपने धर्म का अपमान सहन नहीं हुआ। इसलिये गुस्से में आकर, हत्या करने का निर्णय लिया!* *दूसरी तरफ, तब के जाने-माने बैरिस्टर मोहम्मद अली जिन्नाह ने भी, लाहौर हाईकोर्ट में बकायदा एक बैरिस्टर की हैसियत से, इस मुकदमे में पैरवी करते हुए, यह कहा था, कि अपराधी मात्र १९ वर्ष का लड़का है, लेकिन इसने जघन्य अपराध किया है! इसके अपराध को कम नहीं समझा जा सकता! लेकिन इसकी आयु को देखते हुए, इसकी फांसी की सजा को उम्र कैद में बदल दी जाए, या फिर इसे काले पानी जेल में भेज दिया जाए!* * लेकिन, अंग्रेजो को लगा कि यदि उन्होंने जल्दी फांसी नहीं दी, तब अंग्रेजी शासन को भी, हिन्दुओ से खतरा हो सकता है!* * इसलिये, अंग्रेजों ने ३१अक्टूबर १९२९ को महाशय राजपाल जी के हत्यारे मोहम्मद इल्म दीन को लाहौर जेल में फांसी पर चढ़ा दिया!* *२ नवंबर १९२९ को गांधी ने "यंग इंडिया" में इल्म दीन को फांसी देने को इतिहास का काला दिन लिखा!* *अब आप स्वयं समझ सकते है कि गाँधी किस के पिता थे!* *महर्षि दयानंद की जय ? जय राष्ट्र!! जय आर्यावर्त!!!* 🙏🏻🚩🇮🇳🌹💎
The difference between Rahul and MAHATMA GANDI is that Rahul is GHANDHY and MAHATMA IS GANDI. SO a big difference Rahul is of Muslim blood and MAHATMA is of INDIAN BLOOD. JAI HIND JAI MODI JI.Jai AMBETKAR BABA.
गांधीजी दलित को हरीजन बोलो कर अपना खेला कर रहें थे और या बाबासाहेब को शायद पसंद नहीं था बाबासाहेब चाहते थे ऐक ऐक मुस्लमान पाकिस्तान भेज देना चाहिए तब सफल होगा टो नेशन थ्योरी
Aaj meri maa hoti ab nahi hai vo sua saal ki hoti. Un dino ki hisab se oral history unhone mahatma ke bare me Kano suni ya pratyaksh sakshi thi vo Aaj ki unki image se itani milti nahi hai. Hindu ke bare me unki policy usse pasand nahi thi.
सर जानकारी कम है आपकी मोमदघोरी नपुंसक करके छोड़ा ऐसी तलवार मारी थी के उसे बहोत देर बाद पता चला के मुजे यहां तलवार मारी है और 10 साल तक उसके कबीले से बाहर नही आया था।।।।जय जय गरवी गुजरात।।जय नायकी देवी ।।
Do not edit pathshala episodes.. It views as a great dis-service to the anchor & the researchers who work behind the scenes to make pathshala successful...
NEHRU DISLIKES BABA SHAB AMBEDKAR HE WAS A HIGHLY EDUCATED PERSON AND BEFORE HIM NEHRU WAS A CHILD AND NEHRU DID ALL POSSIBLE TRICKS TO KEEP BABA SAHAB NOT TO COME UP AND KEPT HIM AT BAY. AND M.K. GANDHI HAD ALSO NOT ON GOOD TERMS WITH HIM BECAUSE OF DIFFERENT OPINIONS ABOUT THE NATION.
No determined colonisation would leave just by weaving charkha and marches. They were forced by Haram Dallas netaji., subhasj Chandra, Bhagat Singh, Chandrasekhar aajad and all freedom fighters but whole credit to Gandhi for surname boasting.
Radhe Radhe..... America khud ko sabse purani loktantra kahlata hai or bharat ko sabse bra loktantr kahta hai or haqikat dekhiye..... Ki polend key mhila or bacho sey bhara huwa jhaj ko koi desh apne yha rukne nhi deta America v nhi wo akhir mein bharat aata hai or yha une saran milta hai to btao sabse purana loktantr kha hai....? Or isi thra irani parsiya israil afgaani adi adi kitne hi anginat dess key sarnarthi shirf bharat main hi phale phule yha inka sosan nhi balki vikas huwa..... To sabse purana loktantr bharat ko y gore chamre or kale man wale batayenge ki y puraane loktantr hai hum nhi or ham murko ki thra inke bato me paste hai..... Are jis muglo ney akraman kiya or 17 bar chore jane key bad v ek bar chal sey jitne wala muslim sasak kiya kukram kiya duniya janti hai azadi key samay 3℅ wala muslim aaj 34.8% par hai or pak mein 26% hindi aaj 1% par hai or pure bharat mai muslim namo ka nisani hai or kitabo mein mhan hai Or jitna sukhi yha key muslim hai utna khi v hai kiya....? Or y yha jihad or phatuwa burkha mandiro par kabza nrc ucc ka virod sar tan sey juda adi karte hai bharat ney ine phalne phulne diya kiya y galat kiya chota sa Pakistan ki thra ine khatam karte to kiya acha hota jo y gyan wapi adi par kabza kiye baithe hai or hme kha jata hai ki hum nhi y gore puraane loktantr hai.... Isi thra bharat mai khi v koi dukan hotal sinemaghar aspatal karyalay adi adi khi v jaatigat bhedh bhao dekha hai khi nhi hai par phir v hame btate hai ki yha jatigat bhed bhao hai or aarakshan chlaya jata hai taki bharat mai mukho ko uche padao par or hoshiyaar or kabil logo ko niche karao taki bharat age nhi bar sake warna bhartio mein itna asamit chamta hai ki y duniya ka raza ban jayega or har bhartiya Or duniya key shantipriya desh sukhi wa samridhsali ho jayega...... Yha kabhi v bhedbhaav na tha na hoga y shirp bhrast netao ki jubaan par hai jaise bihar mein jatigat jansankhya ki ginti kraya jata hai taki jatigat samaj me hame tor kar apna admi khra kar kursi hasil kiya jaye or bholi janta par raj kukarmi adhami kar sake..... Ramayan balmiki g ney likha mhabarat Vedviyas g ney likha hum sabke sabse bare bhagwaan Shree Ram g mata sabri ka juta bair larr lga huwa khate hai yha bhraman chandragupta ko raza bnata hai kisi bhraman ko nhi yha bhraman ambedkar ko dr ambedkar bnata hai or hame kha jata rha ki hum jatio mein bate huwe the y kaisa andera bna diya gya hai inn gadar netao ney or arakchan ka jhar dekar hamari taraki ko hamre dwara hi rukwa rakha hai or hum itne murk ho cuke hai ki ini gadar netao ko cunn v lete hai..... Are bharat mai to ek gaoun(village) aisa v hai jha sikandar ke bache hue saink key wansaj hai or wha bhartiya ko rat mein rukne nhi diya jata hai or wha unka kanun chalta hai or hum unka samman karte hai duniya me aisa udhaaharan or khi hai kya....? To btao sabse puraana loktantr kha hai....? Radhe Radhe.....
WHY AMBEDKAR SUSHANTJI SARDAR PATEL WAS ALSO DISLIKING THE MAHATMA WORD FOR M.K. GANDHI. EVEN REAL PATRIOTS USED TO DISLIKE THIS GANDHI WHO WAS SAID TO BE AS MAHATMA.
Aisa mahatma hota hai kya jo crs logo marbaya hai ab age arbo log marega ye Nehru mahatma ke karan aur inke karan desh tukre 2 ho jayega neta ko desh ka lena usko to kursi se lena hai
Why are you still calling him a Mahatma when you have already heard the opinion of Ambedkar on Mohandas Gandhi ?Gandhiji ( along with Nehru)was also a party for the Partition of India .Gandhi was also in favour of acceding the demand of Jinnah for a 20 Kms.wide CORRIDOR LINKING WEST PAKISTAN WITH EAST PAKISTAN,thereby bisecting the Country ! So Disgusting and Shameless !
Subhash Chandra Bose NE Gandhi ji ko mahatama mana Gandhi ji was used to force ambedkar to give up MacDonald award and accept Nagpur compromise. Except Gandhi ji no one could force amnedkarji to come on compromise table Your knowledge runs on narrow path and always to axe the grinding
Yahi Hoti hai hamari sanatani sherni inhen sherni kahana bhi ek apman hai Nike Devi ko Devi hi kahana jaruri hai kyunki yah hamari Mata saman thi Naman hai use Mata ko jisne ek bhagode Gori Ko bhagaya sala darpok nikala hamari man Ko dekhkar bhag Gaya Jay Ho man Nike Devi 🕉️🙏🙏🙏
सुशांत जी आप की सारी बात ठीक,पर बहुत बड़ा झूठ बोल रहे हो....सबसे ज्यादा वाले व्यक्ति केवल थे....श्री कांत जिचकर फ्रॉम महाराष्ट्र को आप को पढ़ लेना चाहिए.....
बाबा साहब को सत् सत् सादर नमन है नमन है नमन है बारम्बार नमन है
बाबा साहब अम्बेडकर को सादर नमन!
मै बाबा साहब की बात पर 100% साथ साथ हु
1947 में जब देश का बटवारा धर्म के नाम पर हुआ और जिसमें लाखों लोगों का नरसंहार हुआ उसका जिम्मेदार जिन्ना, नेहरू और गांधी ही थे। अंबेडकर जी गांधी के बारे में बिल्कुल ठीक कहते थे की वो महात्मा नहीं थे, क्योंकि मैं उनको अंदर से जनता हूं।
जय हिन्दू राष्ट्र बनाएंगे बोले जय श्री राम राम हरे कृष्ण हर हर महादेव
जय श्री राम
सुशांत जी आप ने रेलवे में सीनियर सिटीजन के लिए,छुट पर आवाज़ उठाई, इस के लिए हार्दिक अभिनन्दन, आशा है आप इस मुद्दे को बराबर उठाते रहेंगे, (ओमप्रकाश पारीक ७२ साल )
Radhe Radhe Jay Hind S S Ji Khub Sunder Dhanywad Desh Ke Moha Biro Ko Pranam Namon Dhanywad S S Ji App Pare Likhe Gyani Moha Anubhab Ho Jay Shree Radhe Dhanywad ❤❤❤
शिवाजी महाराज, सुभाषचंद्र बोस सर, भगतसिंग सर , राणी लक्षमीबाईं, राणाप्रतापसिंग ये सब हैं असली hero's
अब समय आ गया कि गाधीं जी से महात्मा शब्द वापस ले लिया जाए
💯 Right 👍
Mohammad Karim Chand Gandagi
Ambedkar is a sweet my country boss
Ap se ham bahut prerit hai love u sushan sir
Number 1 show of Indian Media
Baba sahab amar rahe jai bhim
Excellent analysis.. Sushant ji... Gandhi was never a Mahatma... 👌👍👍🇮🇳🚩
Gandhi was British Agent 👍
Mohammad Karim Chand Gandagi
देश के नो 1 इंटेलेक्चुअल इन इंडिया...नेता जी सुभाष चंद्र बोस
1st PM 👍
Sinha Sahab ko namaskar pranam Ambedkar ji Gandhi ji ki tulnatmak kshamta batane ke liye dhanyvad Jay Hind Jay Bharat Jay Sanatan
You are a great news analyst
Jai Shree Ram 🙏🚩
Good news
Love you sir
विडम्बना यह है कि आजादी के बाद देश के राष्ट्र हित सोच के नेताओ़ँ को उनकी योग्यता के अनुसार न तो पद ही दिया गया और न ही यथोचित सम्मान। देश का बटवारा स्वीकार करके देश को हाइजैक करके भारत राष्ट्र की दिशा और दशा को मनमाने तरीके से संचालित किया।
JAI SHREE RAM
Jai bhim
Sushant sinha ki jay ho jay shree ram modi yogiji Amit Shah jindabad bjp jindabad
❤
दोनो थे अब इनकी आवसयकता नही है
100% It's true Brother Maximum should be of the no work on constitution of India because India in social poverty,Economical,Political conditions,unemployment rate maximum!
Congress, samajwadi, tmc , RJD,cpi, ye savi political party ko apni soch aur vichardhara ke upar dubara sochne ki zarurat hai..desh or society
सुशांत जी बार-बार उसको मोहन मामा अपमान मत बोलिए. उसको गंदा आत्मा गंदा आत्मा बोलिए.
भारत के महात्मा विवेकानंद जगद्गुरु शंकराचार्य भगवान राम श्रीकृष्ण है. गांधी सिर्फ राजनीतिक महात्मा है.
Ambedkar has spoken about Gandhi's views on the OBC and Dalits, he said, Gandhi was duplicitous. I am much inclined to trust Ambedkar than Gandhi for many obvious reasons.
Ambedkarji I also agree with u . He was nor a mahatma. He was anti Hindu. Always fought for Muslims.
मै भी गांधी को महात्मा नही मानता .गांधी उस समय की मजबूरी थी
Jai sree raam 💐 🌺 🌷 ⚘️ 🙏
👉 गांधी की गंधेगी।
*१९२० में भारत की तमाम मस्जिदों से दो पुस्तकें वितरित की जाने लगी! एक का नाम था “कृष्णा तेरी गीता जलानी पड़ेगी", और दूसरी का नाम था "उन्नीसवीं सदी का लंपट महर्षि"! ये दोनों पुस्तकें "अनाम" थीं! इसमें किसी लेखक या प्रकाशक का नाम नहीं था, और इन दोनों पुस्तकों में भगवान श्री कृष्ण, हिंदू धर्म, देब देबीओ पर अश्लील, बेहद घिनौनी बातें और रेखाचित्रों बनाई गई थीं!*
*यह बात जब गांधी तक पहुंची, तो गांधी ने इसे "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता" बता कर गौण कर दिया। और कहा भारत में सब को अपनी बात रखने का हक है!*
*फिर १९२३ में लाहौर स्थित "राजपाल प्रकाशक" के मालिक "महाशय राजपाल जी" ने एक पुस्तक प्रकाशित की, जिसका नाम था "रंगीला रसूल"!*
*उस पुस्तक के लेखक का नाम भी गुप्त रखा गया था। और लेखक की जगह लिखा था "दूध का दूध, और पानी का पानी"*
*हालांकि उस पुस्तक के असली लेखक पंडित चंपूपति थे। जो की इस्लाम के जाने-माने विद्वान थे!*
*और सबसे अच्छी बात यह थी कि। उस पुस्तक में कोई झूठ नहीं था। बल्कि तमाम सबूतों के साथ, बकायदा आयत नंबर, हदीस नंबर देकर लिखी गई थीं!*
*देढ वर्षों तक "रंगीला रसूल" बिकता रहा पूरे भारत में! कहीं, कोई बवाल नहीं हुआ! लेकिन एक दिन अचानक २८ मई १९२४ को गांधी ने अपने समाचार पत्र "यंग इंडिया" में एक लंबा-चौड़ा लेख लिखकर, "रंगीला रसूल" पुस्तक की खूब निंदा की, और अंत में ३ पंक्तियां ऐसी लिखी: ➳
"मुसलमानों को स्वयं ऐसी पुस्तक लिखने वालों को सजा देनी चाहिए!"
*गांधी का ये लेख पढ़कर, पूरे भारत के मुसलमान भड़क गए! और "राजपाल प्रकाशक" के मालिक महाशय राजपाल जी के ऊपर ३ वर्षों में ५ बार हमले हुए, लेकिन गांधी ने एक बार भी हमले की निंदा नहीं की!*
*मजे की बात यह कि कुछ मुस्लिम विद्वानों ने उस पुस्तक "रंगीला रसूल" का मामला लाहौर उच्च न्यायालय (हाई कोर्ट) में दायर किया!*
*हाईकोर्ट ने चार इस्लामिक विद्वानों को न्यायालय में खड़ा करके, उनसे पूछा कि इस पुस्तक की कौन सी पंक्ति सही नहीं है। आप वह बता दीजिए!*
*चारों इस्लामिक विद्वान बताया कि इस पुस्तक में कोई गलत बात नहीं लिखी गई है!*
*फिर लाहौर उच्च न्यायालय ने महाशय राजपाल जी पर मुकदमा खारिज कर दिया! और उन्हें बा ईज्जत बरी कर दिया.... !!*
*फिर उसके बाद, ३ अगस्त १९२४ को गांधी ने फिर "यंग इंडिया" समाचार पत्र में एक और भड़काने वाला लेख लिखा। और इस लेख में उन्होंने लिखा था कि "जब व्यक्ति को न्यायालयों से न्याय नहीं मिले, तब उसे अपने आप प्रयास करके न्याय ले लेना चाहिए!"*
*उसके बाद महाशय राजपाल जी के ऊपर दो बार और हमले के प्रयास हुए। और अंत में ६ अप्रैल १९२९ का हमला जानलेवा साबित हुआ। जिसमें मोहम्मद इल्म दीन नामक एक युवक ने, गदा से महाशय राजपाल जी का हत्या कर दी!*
*जिस दिन उनकी हत्या हुई। उसके ४ दिन बाद गांधी लाहौर में थे। लेकिन गांधी महाशय राजपाल जी के घर पर शोक प्रकट करने नहीं गए। और ना ही अपने किसी संपादकीय में महाशय राजपाल जी की हत्या की निंदा की!*
*उसके बाद, अंग्रेजों ने मुकदमा चलाकर, मात्र ६ महीने में महाशय राजपाल जी के हत्यारे इल्म दीन को फांसी की सजा सुना दी।*
*उसके बाद ४ जून १९२९ को गांधी ने अंग्रेज वायसराय को चिट्ठी लिखकर महाशय राजपाल जी के हत्यारे की फांसी की सजा माफ करने का अनुरोध किया था!*
*और उसके अगले दिन, अपने समाचार पत्र "यंग इंडिया" में एक लेख लिखा था। जिसमें गांधी ने यह साबित करने का प्रयत्न किया था। कि यह हत्यारा तो निर्दोष है। नादान है। क्यों कि उसे अपने धर्म का अपमान सहन नहीं हुआ। इसलिये गुस्से में आकर, हत्या करने का निर्णय लिया!*
*दूसरी तरफ, तब के जाने-माने बैरिस्टर मोहम्मद अली जिन्नाह ने भी, लाहौर हाईकोर्ट में बकायदा एक बैरिस्टर की हैसियत से, इस मुकदमे में पैरवी करते हुए, यह कहा था, कि अपराधी मात्र १९ वर्ष का लड़का है, लेकिन इसने जघन्य अपराध किया है! इसके अपराध को कम नहीं समझा जा सकता! लेकिन इसकी आयु को देखते हुए, इसकी फांसी की सजा को उम्र कैद में बदल दी जाए, या फिर इसे काले पानी जेल में भेज दिया जाए!*
* लेकिन, अंग्रेजो को लगा कि यदि उन्होंने जल्दी फांसी नहीं दी, तब अंग्रेजी शासन को भी, हिन्दुओ से खतरा हो सकता है!*
* इसलिये, अंग्रेजों ने ३१अक्टूबर १९२९ को महाशय राजपाल जी के हत्यारे मोहम्मद इल्म दीन को लाहौर जेल में फांसी पर चढ़ा दिया!*
*२ नवंबर १९२९ को गांधी ने "यंग इंडिया" में इल्म दीन को फांसी देने को इतिहास का काला दिन लिखा!*
*अब आप स्वयं समझ सकते है कि गाँधी किस के पिता थे!*
*महर्षि दयानंद की जय ? जय राष्ट्र!! जय आर्यावर्त!!!*
🙏🏻🚩🇮🇳🌹💎
🙏🚩🇮🇳
Babasaheb ko hi p.m. bnana chahiye tha
महात्मा गांधी को महात्मा कहना बंद कर दो ओन्ली फॉर गांधी महात्मा अंबेडकर बोलो
I don't call M Gandhi mahatma. I call Sardar Baldev Patel mahatma and Subhas Bose as Braveheart.
Ambedkar ki is kitab per serial banna chahiye.
Mohammad Karim Chand Gandagi
Gandhi was not a Mahatma...
It's my view... Reason is...
Politicians... और ... महात्मा ...
😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
Nice joke... Yaar.
माफीवीर सावरकर देश का असली महात्मा था । 😀😀😀😀😀
aagaya NAMAAZ-wadi paaltu 😀😀😀😀😀
Jay Modi ji zindabad
Godse did good to future of Hindus .....
The difference between Rahul and MAHATMA GANDI is that Rahul is GHANDHY and MAHATMA IS GANDI.
SO a big difference Rahul is of Muslim blood and MAHATMA is of INDIAN BLOOD.
JAI HIND JAI MODI JI.Jai AMBETKAR BABA.
Ghandi ji have destroyed Hindu and Hindu nationality
Dr Ambedker was more intelligent than Pandit Neharu and Mahatma Gandhi
SaiDeepak has refused to acknowledge Gandhiji as Mahatma. He has said it in so many words very recently.
Ambedkar ki is kitab per serial banna chahiye.
गांधीजी दलित को हरीजन बोलो कर अपना खेला कर रहें थे और या बाबासाहेब को शायद पसंद नहीं था
बाबासाहेब चाहते थे ऐक ऐक मुस्लमान पाकिस्तान भेज देना चाहिए तब सफल होगा टो नेशन थ्योरी
Gandhi Neheru was British Agent 👍
Aaj meri maa hoti ab nahi hai vo sua saal ki hoti. Un dino ki hisab se oral history unhone mahatma ke bare me Kano suni ya pratyaksh sakshi thi vo Aaj ki unki image se itani milti nahi hai. Hindu ke bare me unki policy usse pasand nahi thi.
सर जानकारी कम है आपकी मोमदघोरी नपुंसक करके छोड़ा ऐसी तलवार मारी थी के उसे बहोत देर बाद पता चला के मुजे यहां तलवार मारी है और 10 साल तक उसके कबीले से बाहर नही आया था।।।।जय जय गरवी गुजरात।।जय नायकी देवी ।।
Do not edit pathshala episodes.. It views as a great dis-service to the anchor & the researchers who work behind the scenes to make pathshala successful...
जिनमे IAS/IPS... से लेकर MBBS MD tak 40 डिग्री....गिनीज बुक में नाम रिकॉर्ड है...साहब श्री कांत जिचकर जी का
NEHRU DISLIKES BABA SHAB AMBEDKAR HE WAS A HIGHLY EDUCATED PERSON AND BEFORE HIM NEHRU WAS A CHILD AND NEHRU DID ALL POSSIBLE TRICKS TO KEEP BABA SAHAB NOT TO COME UP AND KEPT HIM AT BAY. AND M.K. GANDHI HAD ALSO NOT ON GOOD TERMS WITH HIM BECAUSE OF DIFFERENT OPINIONS ABOUT THE NATION.
No determined colonisation would leave just by weaving charkha and marches. They were forced by Haram Dallas netaji., subhasj Chandra, Bhagat Singh, Chandrasekhar aajad and all freedom fighters but whole credit to Gandhi for surname boasting.
Ghandhi was anti dalit
Muhmen aie bat kahna aur socheke bat karna ismen fark hai.
गांधी जी कांग्रेसी नेता थे
Kuch log baba saheb ke nam ka galt prayog karte hai
Gandhi hindu virodhi tha
Gandhi kabhi mahatma nhi hai ..wo jabardasti apane ko bataya gaya hai
चर्खासुर
What language the CHIP IN BRAIN uses to communicate? Don't exagerrate the role of CHIP IN BRAIN.
Nathu ram गुड्स ने गाँधी को गोली क्या मारी इसके बारे मे वीडियो बनाये
Gandhi bata neta nahi hai bahut galat decision liya hai jo abhi bhi apane dekh rhe hai
Radhe Radhe.....
America khud ko sabse purani loktantra kahlata hai or bharat ko sabse bra loktantr kahta hai or haqikat dekhiye.....
Ki polend key mhila or bacho sey bhara huwa jhaj ko koi desh apne yha rukne nhi deta America v nhi wo akhir mein bharat aata hai or yha une saran milta hai to btao sabse purana loktantr kha hai....?
Or isi thra irani parsiya israil afgaani adi adi kitne hi anginat dess key sarnarthi shirf bharat main hi phale phule yha inka sosan nhi balki vikas huwa.....
To sabse purana loktantr bharat ko y gore chamre or kale man wale batayenge ki y puraane loktantr hai hum nhi or ham murko ki thra inke bato me paste hai.....
Are jis muglo ney akraman kiya or 17 bar chore jane key bad v ek bar chal sey jitne wala muslim sasak kiya kukram kiya duniya janti hai azadi key samay 3℅ wala muslim aaj 34.8% par hai or pak mein 26% hindi aaj 1% par hai or pure bharat mai muslim namo ka nisani hai or kitabo mein mhan hai Or jitna sukhi yha key muslim hai utna khi v hai kiya....? Or y yha jihad or phatuwa burkha mandiro par kabza nrc ucc ka virod sar tan sey juda adi karte hai bharat ney ine phalne phulne diya kiya y galat kiya chota sa Pakistan ki thra ine khatam karte to kiya acha hota jo y gyan wapi adi par kabza kiye baithe hai or hme kha jata hai ki hum nhi y gore puraane loktantr hai....
Isi thra bharat mai khi v koi dukan hotal sinemaghar aspatal karyalay adi adi khi v jaatigat bhedh bhao dekha hai khi nhi hai par phir v hame btate hai ki yha jatigat bhed bhao hai or aarakshan chlaya jata hai taki bharat mai mukho ko uche padao par or hoshiyaar or kabil logo ko niche karao taki bharat age nhi bar sake warna bhartio mein itna asamit chamta hai ki y duniya ka raza ban jayega or har bhartiya Or duniya key shantipriya desh sukhi wa samridhsali ho jayega......
Yha kabhi v bhedbhaav na tha na hoga y shirp bhrast netao ki jubaan par hai jaise bihar mein jatigat jansankhya ki ginti kraya jata hai taki jatigat samaj me hame tor kar apna admi khra kar kursi hasil kiya jaye or bholi janta par raj kukarmi adhami kar sake.....
Ramayan balmiki g ney likha mhabarat Vedviyas g ney likha hum sabke sabse bare bhagwaan Shree Ram g mata sabri ka juta bair larr lga huwa khate hai yha bhraman chandragupta ko raza bnata hai kisi bhraman ko nhi yha bhraman ambedkar ko dr ambedkar bnata hai or hame kha jata rha ki hum jatio mein bate huwe the y kaisa andera bna diya gya hai inn gadar netao ney or arakchan ka jhar dekar hamari taraki ko hamre dwara hi rukwa rakha hai or hum itne murk ho cuke hai ki ini gadar netao ko cunn v lete hai.....
Are bharat mai to ek gaoun(village) aisa v hai jha sikandar ke bache hue saink key wansaj hai or wha bhartiya ko rat mein rukne nhi diya jata hai or wha unka kanun chalta hai or hum unka samman karte hai duniya me aisa udhaaharan or khi hai kya....?
To btao sabse puraana loktantr kha hai....?
Radhe Radhe.....
Music behind the news is painful to the mind.Whose(foolish man)idea was this?
WHY AMBEDKAR SUSHANTJI SARDAR PATEL WAS ALSO DISLIKING THE MAHATMA WORD FOR M.K. GANDHI. EVEN REAL PATRIOTS USED TO DISLIKE THIS GANDHI WHO WAS SAID TO BE AS MAHATMA.
Gandhi sirf jalidar topi wala ka samarthak tha so mai kabhi bhi Gandhi ko mahatma nahi mana.
Gandhi Mahatma nahi ho sakte
Aisa mahatma hota hai kya jo crs logo marbaya hai ab age arbo log marega ye Nehru mahatma ke karan aur inke karan desh tukre 2 ho jayega neta ko desh ka lena usko to kursi se lena hai
Aashchrya hai, ki Netaji Subash ne ek dalal ko mahatma ki upadhi kyun di
Ganadhe ghatiya inasan tha
Why are you still calling him a Mahatma when you have already heard the opinion of Ambedkar on Mohandas Gandhi ?Gandhiji ( along with Nehru)was also a party for the Partition of India .Gandhi was also in favour of acceding the demand of Jinnah for a 20 Kms.wide CORRIDOR LINKING WEST PAKISTAN WITH EAST PAKISTAN,thereby bisecting the Country ! So Disgusting and Shameless !
Subhash Chandra Bose NE Gandhi ji ko mahatama mana
Gandhi ji was used to force ambedkar to give up MacDonald award and accept Nagpur compromise.
Except Gandhi ji no one could force amnedkarji to come on compromise table
Your knowledge runs on narrow path and always to axe the grinding
Shubhas Chandra Bose left Congress.This is enough for your knowledge. 😂
Ambedkar ki is kitab per serial banna chahiye.
😁😁😁
Yahi Hoti hai hamari sanatani sherni inhen sherni kahana bhi ek apman hai Nike Devi ko Devi hi kahana jaruri hai kyunki yah hamari Mata saman thi Naman hai use Mata ko jisne ek bhagode Gori Ko bhagaya sala darpok nikala hamari man Ko dekhkar bhag Gaya Jay Ho man Nike Devi 🕉️🙏🙏🙏
Dr. करण सिंह जी और राजेंद्र प्रसाद को पढ़ लेना चाहिए....
Gandhi mahatma nehi thaa lekin duratmaa abaysha thaa.
40 डिग्री....थी श्री कांत जिचकर साहब के पास
64 subjects m doctorate the ambedkar
Sir bar bar mahathma math bolo usska mama bollo Mohan dad karamachand gandi nahitho gandi bollo
Gandhi ko dekhte hi jackal ki moo yaad aate hai.
सुशांत जी आप की सारी बात ठीक,पर बहुत बड़ा झूठ बोल रहे हो....सबसे ज्यादा वाले व्यक्ति केवल थे....श्री कांत जिचकर फ्रॉम महाराष्ट्र को आप को पढ़ लेना चाहिए.....
गांधी जी कांग्रेसी नेता थे