मैने सिविल वाद सम्पत्ति के स्वामित्व का वाद विचाराधीन होते हुए , आदेश -39 नियमए 1व 2 का बेदखली का वाद दायर किया था। वाद दायर करने के पश्चात प्रतिवादी ने संपत्ति का विक्रय कर दिया। मैने वाद पत्र में संशोधन कराने के लिए (विक्रय करने का कथन जोड़ने के लिए) प्रार्थना पत्र दिया है। क्या संपत्ति के क्रेता को पार्टी बनाना आवश्यक है।
Thank you Madam for clarifying the concept so promptly.
Very nice information and directions
Well explained madam
Nameste madam, nice information?
JAI HIND Madam aapka ye video sunkar bahut accha laga aisi meri bhi aek samsa hai kya mai puch sakta hu
Sure sir
Thanks
मैने सिविल वाद सम्पत्ति के स्वामित्व का वाद विचाराधीन होते हुए , आदेश -39 नियमए 1व 2 का बेदखली का वाद दायर किया था। वाद दायर करने के पश्चात प्रतिवादी ने संपत्ति का विक्रय कर दिया। मैने वाद पत्र में संशोधन कराने के लिए (विक्रय करने का कथन जोड़ने के लिए) प्रार्थना पत्र दिया है। क्या संपत्ति के क्रेता को पार्टी बनाना आवश्यक है।
Should the objections be given in written or verbally?
How to remove objection
Procedure please
Inki jhajmeant Manta kon hai koi court inki jhajmeant ko nhi maenta hai