साइमन कमीशन (Simon Commission) एक ब्रिटिश आयोग था, जिसे भारतीय संविधान में सुधारों की सिफारिश करने के लिए 1927 में ब्रिटिश सरकार ने गठित किया था। इसका गठन भारतीय संविधान की स्थिति का आकलन करने और सुधारों की सिफारिश करने के उद्देश्य से किया गया था। गठन: साइमन कमीशन का गठन 1927 में हुआ था। इसके प्रमुख सदस्य जॉन साइमन थे, जिनके नाम पर इस कमीशन का नाम पड़ा। भारत में आगमन: यह कमीशन 3 फरवरी 1928 को भारत आया। इस कमीशन का प्रमुख कारण था कि भारत में 1919 के रोलेट एक्ट और मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधारों के बाद की राजनीतिक स्थिति और भारत में सुधार की आवश्यकता को समझना। हालांकि, इसका विरोध भारतीय नेताओं ने किया, क्योंकि इसमें कोई भारतीय सदस्य नहीं था, और यह भारतीय जनमानस के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करता था। भारतीय नेताओं ने इस कमीशन का विरोध किया और "साइमन, गो बैक" का नारा दिया।
1:40 Simon commission 1928 me bharat aaya
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साइमन कमीशन (Simon Commission) एक ब्रिटिश आयोग था, जिसे भारतीय संविधान में सुधारों की सिफारिश करने के लिए 1927 में ब्रिटिश सरकार ने गठित किया था। इसका गठन भारतीय संविधान की स्थिति का आकलन करने और सुधारों की सिफारिश करने के उद्देश्य से किया गया था।
गठन:
साइमन कमीशन का गठन 1927 में हुआ था। इसके प्रमुख सदस्य जॉन साइमन थे, जिनके नाम पर इस कमीशन का नाम पड़ा।
भारत में आगमन:
यह कमीशन 3 फरवरी 1928 को भारत आया।
इस कमीशन का प्रमुख कारण था कि भारत में 1919 के रोलेट एक्ट और मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधारों के बाद की राजनीतिक स्थिति और भारत में सुधार की आवश्यकता को समझना। हालांकि, इसका विरोध भारतीय नेताओं ने किया, क्योंकि इसमें कोई भारतीय सदस्य नहीं था, और यह भारतीय जनमानस के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करता था। भारतीय नेताओं ने इस कमीशन का विरोध किया और "साइमन, गो बैक" का नारा दिया।