mann ko niyantrit karne ke liye hume dharam ko man na sach mein zaruri. dharam se judhne se hum bhut niyantrit hote hai. maharaj ji apke in katgano ne hume dhanya kar diya..🙏
#***# मन: => छटवी इन्द्रिय है, मन अन-इन्द्रिय है। => मन का शरीर में कोई निश्चित स्थान, निश्चित विषय नही। => हमारे अंदर के संकल्प, विचार, विकल्प उत्पन्न करनेवाला है मन। => मन दुष्ट और साहसी घोडा है जो प्रायः कुमार्ग और इंद्रिय विषयों की ओर ही भागता है। => धर्म क्षीक्षा रूपी लगाम से मन को नियंत्रित रखना जाहिये। => मन को नियंत्रित करने के 02 उपाय: => 01. सम्यग दिशा दर्शन और 02. प्रवाह परिवर्तन। => संकल्प प्रतिज्ञा लेकर मन को यह बता दो के तुम्हारे लिये हम हमारे संकल्प, नियम नही तोडेंगे तो वह शांत रहता है। मन की गलत, असंयमी जिद पूर्ण नही करो। मन की चलने ही मत दो। मन को स्वयं पर हावी मत होने दो। => निरंतर मन का प्रवाह अशुभ से हटाकर के शुभ में करते रहो। => निरंतर अच्छे विचार, आत्म-चिंतन करने का संस्कार मन पर डालो। ~~~ णमो लोए सव्वसाहूणं। ... Thank U! For Sharing ... ~~~ जय जिनेंद्र, उत्तम क्षमा! ~~~ जय भारत! 2018 Oct. 15 Mon. Mor. @ J 07:42 Onwards
#***# मन और मन का नियंत्रण: => मन कोअंतःकरण भी कहते है। => मन छटवी इन्द्रिय है जिसका शरीर में कोई निश्चित स्थान नही और विषय भी निश्चित नही मन अन-इन्द्रिय है। => जीव के संकल्पों, विकल्पों का जन्मदाता होता है मन। => जीव को उलझाके रखने वाला होता है मन। => मन दुष्ट और साहसी घोडा है जो बहुतांश कुमार्ग की ओर ही दौडता है। => धर्म क्षीक्षा के अंकुश से, लगाम से मन को नियंत्रण में रख सकते है और धर्म क्षीक्षा का भाव, प्रयास निरंतर करन चाहिये। => सम्यग दिशा दर्शन , प्रवाह परिवर्तन से मन पर नियंत्रण करना संभव है। => मन में नकारात्मक विचार, विकल्प, विकार, विषय आदि उत्पन्न होने पर उसे सकारात्म, सही दिशा में मोडो तथा मन को समझाओ के यह सोचो यह नही आदि तथा => संकल्पों से मन को काबू में रखो, मन की मत मानो उसे कह दो, "मन तुम्हारे लिये मैं अपना संकल्प नही छोडने वाला सो अब शांत हो जाओ।" => मन की जिद पूर्ण नही करो, मन की मत मानो तो मन नियंत्रण में रहने लगेगा, रहेगा। => मन को धर्म क्षीक्षा से प्रशक्षित करो। => संकल्प, अभ्यास, वैराग्य मन तथा इन्द्रिय जय के मार्ग है। ~~~ णमो लोए सव्वसाहूणं। ... Thank U! For Sharing ... ~~~ जय जिनेंद्र, उत्तम क्षमा! ~~~ जय भारत! 2018 Oct. 07 Sun. Mor. @ J.
All taught by lord Krishna to arjun in mahabharata time...Lord Krishna is biggest Guru all over the all religion guru ...He is best psychiatrist ever so far in this eternal World...Jai Shri Krishna...Jai Shri Radhe..
Very good massage
अनुकरणीय ।
🙏 Namostu Bhagwan 🙏
Jsgd.....
Jay sarvopari Shree Swaminarayan Bhagavan.......
Sunder
Namoastu gurudev ji
हे गुरुदेव सत सत नमोस्तु मुझे आप जैसा मन चित्र चाहिए गुरुदेव नमोस्तु
BAHUT SUNDAR 👌👌👌 RADHEY RADHEY 🙏🙏
Namostu guru Dev 🙏🙏🙏🙏🙏
Right Answer Guruji Namostu guruvar
Namostu Namostu Namostu Jai Gurudev
namostu namostu namostu gurudev
Namostu gurudev ji
Namostu Guru. Dev
Thanks sir
Namostu namostu namostu gurudev 🙏🙏🙏🙏
Gurudev 🙏🙏🙏
Namosthu namosthu
🙏Namoistu Maharaj ji
Hy
This is the best channel ever... This was required in the need of time. Today's youth will develop interest in jainism through this...keep it up.. 👍
Namostu guruvar
Namostu Maharaj ji
Thanks my grue ge
Bahut achha answer diya ji aapne
Baram Baar namostu Maharaj ji
Jai jai gurudev
DIDIJI RADHEY RADHEY 🙏
🙏🙏🙏🙏
Multiply PARIWAR apan Charon k Isii pariwar k oorrrr se pujya gurudev k shri charnon mein namostu namostu namostu 🙏
mann ko niyantrit karne ke liye hume dharam ko man na sach mein zaruri. dharam se judhne se hum bhut niyantrit hote hai. maharaj ji apke in katgano ne hume dhanya kar diya..🙏
Well palak, Lord Krishna explains beautiful about Mann to Arjun in Bhagwat Geeta...Jai Shri Krishna
great
Nice
🇮🇳🙏🙏🙏🙏🇮🇳
Nic parvchn
#***# मन:
=> छटवी इन्द्रिय है, मन अन-इन्द्रिय है।
=> मन का शरीर में कोई निश्चित स्थान, निश्चित विषय नही।
=> हमारे अंदर के संकल्प, विचार, विकल्प उत्पन्न करनेवाला है मन।
=> मन दुष्ट और साहसी घोडा है जो प्रायः कुमार्ग और इंद्रिय विषयों की ओर ही भागता है।
=> धर्म क्षीक्षा रूपी लगाम से मन को नियंत्रित रखना जाहिये।
=> मन को नियंत्रित करने के 02 उपाय:
=> 01. सम्यग दिशा दर्शन और 02. प्रवाह परिवर्तन।
=> संकल्प प्रतिज्ञा लेकर मन को यह बता दो के तुम्हारे लिये हम हमारे संकल्प, नियम नही तोडेंगे तो वह शांत रहता है। मन की गलत, असंयमी जिद पूर्ण नही करो। मन की चलने ही मत दो। मन को स्वयं पर हावी मत होने दो।
=> निरंतर मन का प्रवाह अशुभ से हटाकर के शुभ में करते रहो।
=> निरंतर अच्छे विचार, आत्म-चिंतन करने का संस्कार मन पर डालो।
~~~ णमो लोए सव्वसाहूणं।
... Thank U! For Sharing ...
~~~ जय जिनेंद्र, उत्तम क्षमा!
~~~ जय भारत!
2018 Oct. 15 Mon. Mor. @ J
07:42 Onwards
#***# मन और मन का नियंत्रण:
=> मन कोअंतःकरण भी कहते है।
=> मन छटवी इन्द्रिय है जिसका शरीर में कोई निश्चित स्थान नही और विषय भी निश्चित नही मन अन-इन्द्रिय है।
=> जीव के संकल्पों, विकल्पों का जन्मदाता होता है मन।
=> जीव को उलझाके रखने वाला होता है मन।
=> मन दुष्ट और साहसी घोडा है जो बहुतांश कुमार्ग की ओर ही दौडता है।
=> धर्म क्षीक्षा के अंकुश से, लगाम से मन को नियंत्रण में रख सकते है और धर्म क्षीक्षा का भाव, प्रयास निरंतर करन चाहिये।
=> सम्यग दिशा दर्शन , प्रवाह परिवर्तन से मन पर नियंत्रण करना संभव है।
=> मन में नकारात्मक विचार, विकल्प, विकार, विषय आदि उत्पन्न होने पर उसे सकारात्म, सही दिशा में मोडो तथा मन को समझाओ के यह सोचो यह नही आदि तथा
=> संकल्पों से मन को काबू में रखो, मन की मत मानो उसे कह दो, "मन तुम्हारे लिये मैं अपना संकल्प नही छोडने वाला सो अब शांत हो जाओ।"
=> मन की जिद पूर्ण नही करो, मन की मत मानो तो मन नियंत्रण में रहने लगेगा, रहेगा।
=> मन को धर्म क्षीक्षा से प्रशक्षित करो।
=> संकल्प, अभ्यास, वैराग्य मन तथा इन्द्रिय जय के मार्ग है।
~~~ णमो लोए सव्वसाहूणं।
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~~~ जय जिनेंद्र, उत्तम क्षमा!
~~~ जय भारत!
2018 Oct. 07 Sun. Mor. @ J.
अपनी दया क़ो कैसे नियंत्रित करे
nice
Guruji namaste
All taught by lord Krishna to arjun in mahabharata time...Lord Krishna is biggest Guru all over the all religion guru ...He is best psychiatrist ever so far in this eternal World...Jai Shri Krishna...Jai Shri Radhe..
sorry
DIDIJI RADHEY RADHEY 🙏
Namostu gurudev 🙏🙏
Namostu Namostu Namostu Gurudev Ji 🙏
namostu gurudev
DIDIJI RADHEY RADHEY 🙏
🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏
Namostu gurudev
🙏🙏🙏🙏🙏