जो आदमी अपनी पत्नी से ज़्यादा महत्त्व अपनी माँ बहन को देता है उसका वैवाहिक जीवन कभी सुखी नहीं होता, श्वेता तो विलेन है ही लेकिन अभिषेक जैसा बेवक़ूफ़ इंसान भी उससे कम दोषी नहीं है जो इतनी सुंदर पत्नी और बेटी को अपनी माँ बहन की वजह से छोड़ रहा है 😒भगवान उसे सद्बुद्धि दे
जो आदमी अपनी पत्नी से ज़्यादा महत्त्व अपनी माँ बहन को देता है उसका वैवाहिक जीवन कभी सुखी नहीं होता, श्वेता तो विलेन है ही लेकिन अभिषेक जैसा बेवक़ूफ़ इंसान भी उससे कम दोषी नहीं है जो इतनी सुंदर पत्नी और बेटी को अपनी माँ बहन की वजह से छोड़ रहा है 😒भगवान उसे सद्बुद्धि दे
जो आदमी अपनी पत्नी से ज़्यादा महत्त्व अपनी माँ बहन को देता है उसका वैवाहिक जीवन कभी सुखी नहीं होता, श्वेता तो विलेन है ही लेकिन अभिषेक जैसा बेवक़ूफ़ इंसान भी उससे कम दोषी नहीं है जो इतनी सुंदर पत्नी और बेटी को अपनी माँ बहन की वजह से छोड़ रहा है 😒भगवान उसे सद्बुद्धि दे
जो आदमी अपनी पत्नी से ज़्यादा महत्त्व अपनी माँ बहन को देता है उसका वैवाहिक जीवन कभी सुखी नहीं होता, श्वेता तो विलेन है ही लेकिन अभिषेक जैसा बेवक़ूफ़ इंसान भी उससे कम दोषी नहीं है जो इतनी सुंदर पत्नी और बेटी को अपनी माँ बहन की वजह से छोड़ रहा है 😒भगवान उसे सद्बुद्धि दे