হক কম হবে এটাই দলিল,রসুল(সা:) বলেছেন খুব তাড়াতাড়ি আমার উম্মতেরা কুরআন,হাদিস মানার নামে(নামাজ,রোযা,হজ্জ,যাকাত আমলের নামে) ৭৩ দলে বিভক্ত হবে,৭২ দল জাহান্নামী আর ১ টি হবে জান্নাতী;তখন সাহাবীরা জিজ্ঞেস করলো হে আল্লাহর রসুল(সা:) জান্নাতী দল কোনটি?তিনি উত্তর দিলেন -যাদের মত,পথ,জীবনাদর্শ ও জীবনযাপন আমি রসুল অথবা আমার সাহাবীদের সাথে মিলে যা তারাই হবে জান্নাতী-মেশকাত ৩০ পৃষ্ঠার ১৭১ নম্বর হাদিস,আবু দাউদ ৪৫৯৭;তিরমিযী ২৬৪১ নং হাদিস সহ অসংখ্য হাদিস
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
Assalamualaikum. I am Mufti Abdurrahman Abdulawal, and I have been educated in various authentic Islamic institution, including memorizing the Quran from Masjid Nabawi in the prophet’s city of Medina, graduating with honors after being among the top ten memorizers of the Holy Quran. Since then, I have become an Islamic scholar, and studied hadith and jurisprudence under renowned scholars, and right now, I am a teacher at Darul Quran WasSunnah and a member of the Sharia Board of New York. And I am also married, so I feel it is incumbent upon me to enlighten some people about the proper way to discuss marital relations. I wanted to highlight one important point. Islam teaches that we were created to worship and obey Allah and His Messenger. Our Prophet Muhammad (Peace be upon him) lived by this principle, and even though he could have become very wealthy by doing a lot of business, he chose to remain in poverty until his death. Believers were not sent to this world for enjoying luxuries. Indulgence in any sort of excessive pleasures is counterproductive for human beings. Due to our own indulgence, and following the practice of the non-Muslims and getting obsessed with sexual activities, there are thousands of Saudi Arabian youths, Kuwait youngsters, Qatari men and women, elderly entrepreneurs from Oman and Bahrain, and even scientists from Indonesia and Malaysia, Africa and India, are now being most severely tortured in CIA’s Bush-era interrogation programs, that are until today, operating in secrecy in many European countries. People are leaving Islam in hordes because they are disgusted by our obsession with sex. Did you ever see a Christian priest or a Jewish rabbi uploads such shameless video about sexual actions? Who do you think Allah will allow into paradise? Muslims are being warned by Allah to be sensible. It infuriates me to see Muslims use sharia and Islam to fulfill their own carnal desires, and becoming obsesses with politics, lust and relations, especially in a holy month like Ramadhan. For several years, I have been teaching Islamic Jurisprudence in Islamic establishments in NY, including in Darul Quran WasSunnah. DO not delude ourselves by using hadeeth and Quran to convince yourself that you are doing sunnah. Marriage is allowed only for procreation, and the Prophet (peace be upon him) never indulged in sexual activities (there are clear hadeeth that neither he saw his wife’s body, nor did they ever see between his navel and knees). If you must use religion, and Islam, then try to follow the Sunna of the prophet and stay awake at night for prayers and fast all day. DO not delude yourself into becoming sick like animals because if Allah loves you, you will be punished in this world. Like those thousands of Muslims who were framed for crimes and are now being tortured in black site prisons because they would be very active in relation with their halal wives. They also used hadeeth and Quran to make them believe they are doing sunnah. Marriage is allowed only for procreation, not for sick behavior like the Mushrikeens. Allama Ismail of Saharanpur once said obsession with physical and sexual relationships destroys the human soul. Even if it is legal inside marriage, this is a luxury and any luxury people indulge in too much they suffer severely for it. Even if someone eats too much sugar, they get diabetes. If someone eats too much fat, they get heart disease. If someone had too much physical relationships, even if it is legal and allowed in deen and an act of worship but still it takes peoples heart away from Allah. If someone is like the sahabas and has Imaan as strong as the prophets who spent their days fighting in Allah’s path shedding blood and dying and spent their nights in long prayers crying uncontrollably for the ummah, only then the physical relationship with their spouse won’t bring them any harm because their heart wouldn’t be distracted from Allah. However in my sheik’s personal experience, he had seen dozens of people who were too indulgent with their wife sexually which is completely allowed in deen but he had seen them go through the bitterest pain and suffering .
जो व्यक्ति स्वयं का अनादर करता है, उससे अधिक असम्मानजनक कुछ भी नहीं है। जो स्वयं को नीचा दिखाता है, उससे अधिक तुच्छ कोई नहीं है। जो खुद को प्रताड़ित करता है और घायल करता है, उससे ज्यादा विनाशकारी या बुद्धिहीन कोई नहीं है। किसी को भी अश्लील विचार सोचने और गीले सपने या कामुक निर्वहन की अनुमति देकर खुद का बलात्कार करने का अधिकार नहीं है। ईश्वर को यह कृत्य सबसे अधिक नापसंद है क्योंकि यह न केवल हृदय को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि मानव शरीर को भी नष्ट कर देता है। यदि किसी को ऐसा करना चाहिए, तो वे निश्चित रूप से एक राक्षस बन जाएंगे और अंततः मनुष्यों के प्रति सम्मान खो देंगे और अपने आस-पास के सभी लोगों के प्रति स्वार्थी, असंवेदनशील और क्रूर हो जाएंगे। कुछ माता-पिता अपने ही बच्चों को पीटना ठीक समझते हैं। अपने ही बच्चों को पीटना कभी भी ठीक नहीं है. और भी अधिक क्योंकि वे आपके भरोसे और आपके नियंत्रण में हैं। सबसे क्रूर मनुष्य वह है जो अपने साथ व्यभिचार करता है। इससे बड़ी कोई बुराई नहीं है जो मानव हृदय की आत्मा को खा जाती है, इस घोर अपमान के कार्य से जो कोई स्वयं के प्रति करता है। यह कृत्य मानव को राक्षसी और क्रूर पागल बना देता है, जिससे वे अपने आस-पास के सभी पीड़ित लोगों के प्रति भावुक और असंवेदनशील हो जाते हैं, क्योंकि वे इस बीमारी से विचलित नहीं होना चाहते हैं, जिसे उन्होंने आत्म-घृणा और स्वयं की अनुपस्थिति का आनंद लेने के लिए प्रशिक्षित किया है। आदर करना। लगातार अपमानजनक यौन विचारों के बारे में सोचकर अपने दिल और दिमाग को खुशी देने के लिए मजबूर करना व्यक्ति के आत्म-सम्मान को इस हद तक नष्ट कर देता है कि वह व्यक्ति किसी भी ऐसे व्यक्ति से अत्यधिक ईर्ष्या करने लगता है जो उनसे अधिक पवित्र या उनसे अधिक पवित्र है। इस ईर्ष्या के कारण व्यक्ति का खुद पर से विश्वास उठ जाता है और वह मानसिक और भावनात्मक रूप से बेहद कमजोर और भयभीत हो जाता है जिससे निर्भरता और भावनात्मक निराशा और वासना का पागलपन और प्रेमी की गुलामी की शुरुआत होती है। हस्तमैथुन एक ऐसा कार्य है जो इतना मासूम और इतना हानिरहित प्रतीत होता है कि यह किसी व्यक्ति के दिल और भावनाओं, दया और मानवता को पूरी तरह से नष्ट कर सकता है। यह कृत्य कई लोगों के जीवन को नष्ट कर सकता है और किया भी है और उनकी संपूर्ण भविष्य की सफलता को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। यह उनके मानसिक स्वास्थ्य और मानसिक शक्ति को नष्ट करने के लिए किया गया अब तक का सबसे भयावह कृत्य है। हस्तमैथुन करने वालों में आत्महत्या की प्रवृत्ति बहुत अधिक होती है और जिन लोगों को यह आदत होती है वे अत्यधिक गरीबी से पीड़ित होते हैं, क्योंकि लगभग नब्बे प्रतिशत बेघर पुरुषों ने लगातार हस्तमैथुन करने की सूचना दी है। यह उनके आत्म-सम्मान, उनके मानसिक स्वास्थ्य और उनकी सफलता को नष्ट कर देता है और उनके मन को भय, कमजोरी और क्रोध से भर देता है जो अंततः अपराध और नशीली दवाओं जैसे आत्म-विनाशकारी कार्यों की ओर ले जाता है। मैं ऐसे कई लोगों को जानता हूं जिन्हें हस्तमैथुन की गंदी आदत थी, वे शैतान के उपासक बन गए, ईश्वरविहीन हो गए, विश्वास खो बैठे और आत्म-सम्मान खो बैठे। यह एक ऐसा कृत्य है जो पूरी तरह से हानिरहित प्रतीत होता है और किसी व्यक्ति के मनोविज्ञान को नुकसान पहुंचा सकता है, और जिनके पास सही और गलत के बीच अंतर सिखाने के लिए कोई धर्म या आस्था नहीं है, वे इस कृत्य को प्रोत्साहित करते हैं। यह सबसे घृणित कार्य है जो एक इंसान अपने साथ कर सकता है। मनोवैज्ञानिक रूप से, इसका हानिकारक प्रभाव पड़ता है और कई बार व्यक्ति अपने जीवन के बाद के वर्षों में भी अवसाद की ओर ले जाता है। यह एक ऐसी चीज़ है जो हर प्रकार की ख़ुशी और शांति और आत्म-आश्वासन, आत्म-सम्मान और अपने आप में विश्वास और सम्मान को नष्ट कर देती है। अपने स्वयं के शोध से, मैंने हजारों विश्वासियों को देखा है जिनमें गीले सपने देखने या हस्तमैथुन करने की घृणित आदतें थीं और उन सभी ने विश्वास छोड़ दिया और इस्लाम छोड़ दिया। कुछ ईसाई भी थे, लेकिन नास्तिक बन गए और अब पूरे दिन यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया पर रहते हैं और पागलों की तरह भगवान को कोसते हैं। ईश्वर उन लोगों से नफरत करता है जो दूसरों के बारे में कामुकता से सोचते हैं और उन्हें यौन उत्तेजित होने देते हैं, और इसलिए, ये लोग कभी भी इस्लाम में नहीं रह सकते हैं, या कभी भी ईश्वर में विश्वास नहीं कर सकते हैं। इस प्रकार के यौन विचार मूर्तिपूजा का सबसे खराब रूप है। लगभग 3000 से 4,000 सोशल मीडिया खातों में और नियमित रूप से उनके व्यवहार विश्लेषण पर रिपोर्ट लिखना,
সাংবাদিক যেভাবে বলছে সাদ সাহেব সেভাবে বলে নাই । আরো অনেক কথা বলছে যেমন কেউ তাবলীগ না করলে জাহান্নামী সে... আল্লাহর কাছে হেদায়েত নাই হেদায়েত হলো তাবলীগ করা।।। সাদ সাহেব নিজেই এখন পীরসাব হয়ে বসছে। আমির হওয়ার এত খায়েশ যে নিজেই আমির দাবি করছে।
এটা মেজর না, মেজর হচ্ছে সাদ নবিকে নিয়ে কথা বলছে যা কেউই বলে না, আলেমদের কথা সাদ যেনো রুজু হয়, কিন্তু সাদ রুজু হবে না, একই ভুল বারবার করে আসতিছে, এই জন্য তাকে এবং তার অনুসারিদের বয়কট করা উচিত
তাহলে যারা ধর্মীয় বিষয়ে পাঠদান করবে তাদের পরিবার কে কে দেখবে? আপনার দাদায় দেখবে নাকি?, মনে হয় আপনি ভারতের দালাল ,তাইতো এই ধরনের কথা বলেন। দালালি বাদ দিয়ে ঠিক পথে চলেন,আর তা নাহলে আপনার ধ্বংস খুবই নিকটে
মাওলানা সাদ সাহেব সঠিক বলেছেন❤❤❤ ইসলাম তো অবশ্যই বিনিময় ছাড়া চলা উচিত। মাওলানা সাদ সাহেবের কথা সারা দুনিয়ায় সকল ওলামায়ে কেরাম মেনে নিতে পারলেন, শুধু মানতে পারলেন না আমাদের বাংলাদেশের ওলামায়ে কেরাম। কারন তাদের ওয়াজ ও ধর্ম ব্যাবসায় ধস নামবে! মহান আল্লাহ আমাদের সঠিক বিষয় টা বুঝার তৌফিক দান করুক।
ইসলামী শিক্ষা এবং নীতিমালা শিখানোর ক্ষেত্রে অর্থ গ্রহণের বিষয়টি ইসলামে একটি সংবেদনশীল বিষয়। এ সম্পর্কে উলামাদের মতভেদ রয়েছে। তবে নিম্নে এই বিষয়ে ইসলামের দৃষ্টিভঙ্গি তুলে ধরা হলো: ইসলামের দৃষ্টিভঙ্গি: 1. নিষিদ্ধ নয়, তবে নিয়ত শুদ্ধ হওয়া জরুরি: ইসলামের জ্ঞান শিখানো একটি সাওয়াবের কাজ। যদি কেউ এটি অর্থের বিনিময়ে করেন, তবে তার মূল উদ্দেশ্য হওয়া উচিত আল্লাহর সন্তুষ্টি অর্জন এবং ইসলামের সেবা। তবে এটি ব্যবসা বা শুধুমাত্র আয়ের উৎস হিসাবে করলে তা ইসলামের আদর্শের সাথে সামঞ্জস্যপূর্ণ নয়। 2. কিছু ক্ষেত্রে অনুমোদন: যদি কোনো ব্যক্তি শিক্ষা দেওয়ার জন্য তার সময়, পরিশ্রম এবং জীবিকার উৎস হিসেবে নির্ভরশীল হন, তবে তার জন্য অর্থ গ্রহণ করা বৈধ। উদাহরণস্বরূপ, একজন শিক্ষক মাদ্রাসা বা প্রতিষ্ঠানে ইসলামী নীতিমালা শেখানোর জন্য সম্মানী গ্রহণ করতে পারেন। বিশেষত, কুরআন শেখানোর জন্য অর্থ গ্রহণ করা কিছু হাদিসের ভিত্তিতে বৈধ। রাসূল সাল্লাল্লাহু আলাইহি ওয়াসাল্লাম বলেছেন, > "তোমাদের মধ্যে কেউ কুরআন শিক্ষা দান করলে এবং তার বিনিময়ে অর্থ গ্রহণ করলে তাতে কোনো সমস্যা নেই।" (আবু দাউদ, ইবনে মাজাহ) 3. নিষিদ্ধ কোথায়? যদি কেউ ইসলামী শিক্ষা বিক্রির পণ্য হিসাবে ব্যবহার করে বা তার জ্ঞানকে শুধুমাত্র লাভের মাধ্যম বানায়, তাহলে এটি ইসলামিক শিক্ষার মূল স্পিরিটের পরিপন্থী। ইসলামিক জ্ঞান শিখানো মূলত এক প্রকার ইবাদত। তাই, এটিকে নির্ভেজাল ও আন্তরিকভাবে করা উচিত। উপসংহার: ইসলামী নীতিমালা শেখানোর জন্য অর্থ গ্রহণ করা বৈধ, তবে সেটি অবশ্যই সঠিক উদ্দেশ্যে এবং সৎপথে হতে হবে। উদ্দেশ্য হওয়া উচিত আল্লাহর সন্তুষ্টি এবং ইসলামের প্রচার। অর্থ গ্রহীতার উচিত এটি পেশা হিসেবে নয়, বরং সেবা হিসেবে বিবেচনা করা। যদি সম্ভব হয়, বিনামূল্যে ইসলামী শিক্ষা প্রদান করা সর্বোত্তম এবং এটি রাসূল সাল্লাল্লাহু আলাইহি ওয়াসাল্লামের সুন্নাহর সঙ্গে সামঞ্জস্যপূর্ণ।
সত্য কথা বলেছেন ভাই নবীদের জামানায় সাহাবাদের জামানায় হককে দাবাতে চেয়েছে কিন্তু আল্লাহপাক হক কে জিন্দা করবেন ইনশাআল্লাহ ❤যারা হক কখনো দুনিয়ার শক্তি নিয়ে চলে না আল্লাহ সর্বশক্তিমান যারা হক তারা আল্লাহতালা সাহায্য নিয়ে চলেন ❤❤❤
ভাই বুঝিয়ে বলতে গেলে হইতেছে হইল ওলামায়ে কেরাম টাকা পয়সা ছাড় এখন কিছু বুঝে না।।।। যেখানেই দেখবেন খালি মাদ্রাসায় পোলাপান ভর্তি করার মাদ্রাসা পোলাপান ভর্তি করান এই কথা খালি বলতেই থাকে এই কথা বইলা বইলা তারা মানুষের কাছ থেকে টাকা হাতায় খায়
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
@@abdullah.02 মামুনুল, মাহফুজুল হক সাহেব কি হেফাজত নয়? টঙ্গীর ইজতেমা মাঠে রক্তে ভাসিয়ে দিবে এমন উস্কানি কে দিয়েছে? আপনাদের মাঝে কোন ইনসাফ নাই, আপনারা কেমন মৌলভী? মুসলমান কি মুসলমানের রক্তে ভাসিয়ে দেওয়ার ঘোষণা দিয়ে পারে? আপনারা সুযোগ পেলে সুন্নিদের রক্তে ভাসিয়ে দিবেন? ছাদ পন্থী কেউ কি সুন্নিদের থেকে খারাপ? ছাদ পন্থী দের কারো এমন বক্তব্য দিতে পারবেন?
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
ভাই তুই তো দেখতেছি অনেক জ্ঞানী মানুষ সব ঠিকই বলছে তাহলে হুজুররা টাকা নিব না মাদ্রাসায় পড়াইবো ইমামতি করবো মাদ্রাসার শিক্ষক তাদের খাওন কি তুই দিয়ে আসবি রে তোর মাথায় কি গ্যাস্টিক আছে বাপের হোটেলে খাস আর বড় বড় কথা কস
এই খবরে আরো অনেক বক্তব্য লুকানো হয়েছে যে দুইটা বক্তব্য নিউজ চ্যানেলে দেখা হয়েছে এইগুলা তো কিছুই না মাওলানা সাদ সাহেব নবী রাসুলদের বিরুদ্ধে যে বক্তব্য দিয়েছে আবার অর্থ না বুঝে তেলাওয়াত করলে নামাজ হয় না এ সকল বক্তব্যের প্রতি কি আপনিও একমত?
মাছরাঙা টেলিভিশন কে অসংখ্য ধন্যবাদ সুন্দর একটি তথ্যবহুল ভিডিও দেয়ার জন্য সকলের কাছে অনুরোধ ভিডিওটি বেশি করে শেয়ার করুন সাধারণ মানুষ যেন সত্যটা জানতে পারে
আল্লাহ মাফ করুক আল্লামা শফী সাহেব কে আর ওই কারণেই হইতে পারে আল্লাহতালা উনার মৃত্যুর আগে ওনার প্রকৃত পরিচয় লোকের সামনে প্রকাশ করে দিয়েছেন কিন্তু হযরত জি মাওলানা সাদ সাহেব দামাত বারকাতুহু ইজ্জতের সাথে সারা দুনিয়াতে কাম করে যাচ্ছেন আল্লাহতালা ওনাকে এবং ওনার আওলাদের কে হায়াতের ভেতর বরকত দান করুক আমিন
সাদ সাব তো নবীর পন্থী। নবী, সাহাবায়ে কেরাম ইসলাম এর প্রচার করে বিনিময়ে দুনীয়ার কিছু নেই নাই।।এই কথাইতো সাদ সাব বলেছেন যা এই দেশের কীছু বক্তা মেনে নিতে পারে নাই।।
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
মাওলানা সাদ সাহেব সত্যি কথা বলেছেন এবং হক কথা বলেছেন উনি এই কথা হায়াতুস সাহাবা থেকে বলেছেন হায়াতুস সাহাবা কিতাবে আছে 4 নম্বর খন্ড 620 নম্বর পৃষ্ঠাতে সম্ভবত ওমর রাদিয়াল্লাহু তা'আলা আনহু বলেছেন হে এলেমের বাহক গন তোমরা এলেমের বিনিময় নিও না কোরআনের বিনিময় নিও না নচেৎ তোমাদের আগে দুষ্টু লোকেরা জান্নাতে চলে যাবে এর মানে কি বুঝতে পারতেছ আপনারা
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
এটা ভুলবেন না বাংলাদেশের অধিকাংশ মিডিয়াই সব সময় ইসলামের ক্ষেত্রে ভুল জিনিসটাই প্রচার করে, আর এখানে সাদ সাবের দুটো কথা শুধু উল্লেখ করেছে , আর এখানে যে দুইটা কথা উল্লেখ করেছে তা মূল কারণ নয়, মূল কারণ সাদ সাহেবের আকিদাগত কিছু ভ্রান্ত মতবাদ, এরমধ্যে তো এরকম ভয়ঙ্কর কিছু কথাও আছে যে: মুসা আলাইহিস সালাম ভুল করেছেন, মিডিয়ার দু-একটা কথা না শুনে আমাদের প্রয়োজন বিষয়টা নিয়ে ভালোভাবে জানা এবং নির্ভরযোগ্য সূত্র ধরে বুঝা !😢 আল্লাহ উত্তম তৌফিক দাতা!
মাওলানা সাদের বক্তব্যগুলো কোনভাবেই অযৌক্তিক মনে হয় না আমার কাছে।। ইসলাম তো এমনই হওয়া উচিত,স্বার্থ নয় বরং আল্লাহকে খুশি করাই মূল উদ্দেশ্য।সাদ সাহেব ভারতীয় আর সারা বিশ্বের কিছু আলেমদের স্বার্থের জন্য তারা,মাওলানা সাদ সাহেবের বিরোধিতা করছে।
হটাও সাদ বাচাঁও ঈমান তাবলীগ জামাতের বিতর্কিত ব্যক্তি মোঃ সাদ (হাদাহুল্লার) কিছু ঈমান বিধ্বংশী বক্তব্য ০১। আল্লাহ তায়ালার হাতে হেদায়েত নেই, যদি থাকত তাহলে তিনি নবী পাঠাতেন না। ০২। হযরত মুহাম্মদ (সাঃ) সমস্ত বিবাহের ওলিমা খেজুর দ্বারা সম্পন্ন করেছেন, শুধু মাত্র আম্মাজান হযরত যয়নব (রাঃ) এর বিবাহের সময় গোস্ত-রুটি দ্বারা ওলিমা সম্পন্ন করেছেন। আর এটা তিনি নবী হয়ে ভুল করেছেন। এই জন্য তাকে শাস্তি ভোগ করতে হয়েছে। ০৩। হযরত মুছা (আঃ) দ্বারা অনেক বড় গুণা হয়েছিল, তাই আল্লাহ তায়ালা তাকে তুর পাহাড়ে ডেকে নিয়েছিলেন। ০৪। মসজিদে যারা ইমামতি করে টাকা নেয় এবং মাদ্রাসায় পড়িয়ে যারা টাকা নেয় তাদের চেয়ে ব্যাস্যার উপার্জন উত্তম। এদের আগে ব্যাস্যা জান্নাতে যাবে। ০৫। মসজিদের বাহিরে দাওয়াত দেওয়া সুন্নতের খেলাফ। ০৬। কোরআন শলীফ বুঝিয়া পড়া ওয়াজিব, না বুজিয়া পড়িলে ওয়াজিব তরকের গুনা হবে। ০৭। ওহুদের যুদ্ধে ৪০ জন সাহাবী নাফরমানি করেছে, তাই যুদ্ধে মুসলমান পরাজিত হয়েছে। ০৮। হযরত মুছা (আঃ) তাওরাত কিতাব আনার জন্য যে তুর পাহাড়ে গিয়েছিলেন এটা ভুল ছিল, যার ফলে উম্মত মুরতাদ হয়ে গিয়েছিল। ০৯। আসহাবে কাহাফের ৭জন যুবকের সঙ্গে বাঘ ছিল কুকুর ছিল না। ১০। হুজুর (সাঃ) এর পরে ৩ জন ছাড়া আর কাহারোর বায়াত পরিপূর্ণতা লাভ করেনি। তিনজন হল (হযরত মাওঃ ইসমাঈল শহীদ (রহঃ), হযতরত মাওঃ ইলিয়াছ (রহঃ), হযরত মাওঃ ইউসুফ (রহঃ)। ১১। সারা দুনিয়াতে মক্কা-মদিনার পর সবচেয়ে ইজ্জতের স্থান, সম্মানের স্থান, আজমতের স্থান, মারকাজে নিজাম উদ্দিন। ১২। আমি আমীর আমাকে যারা না মানবে তারা জাহান্নামী। ১৩। নামাজ মসজিদের ঐচ্ছিক আমল, প্রধান আমল হল মাশুয়ারা। ১৪। মাদ্রাসায় যাকাত দেওয়া নাজায়েজ, দিলে যাকাত আদায় হবে না। ১৫। হযরত ইউসুফ (আঃ) গাইরুল্লাহর দিকে ইশারা করায় অতিরিক্ত ৭ বছর জেল খাটতে হয়েছিল। ১৬। উলামারা কোরআনের তাফছির বুঝে না। এছাড়া আরও অনেক গুমরাহী কথা বার্তা তিনি নিয়মিতই বিভিন্ন মজমাতে বলে যাচ্ছে। যার ফলে বর্তমান দুনিয়াতে দারুল উলুম দেওবন্দ সহ সমস্ত হক্কানী উলামায়ে কেরাম, পীর মাশায়েখ, তার অনুসরন কে নাজায়েজ ঘোষণা করেছেন।
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
মাওলানা সাদ সাহেব ইজরায়েলের কাছ থেকে কত টাকার হাদিয়া পেয়েছে এটা আগে খোঁজ করেন। নতুবা কি দরকার ছিল তার বিভ্রান্তিকর মন্তব্য করে তাবলীগ জামাতের ভিতরে ফাটল সৃষ্টি করা । এটা তার একটা সুপরিকল্পিত চক্রান্ত। ভালোই তো চলছিল তাবলীগ গ্রুপ দীর্ঘ অনেক বছর পর্যন্ত । কেন হঠাৎ তিনি আজেবাজে মন্তব্য করে মানুষের ভিতরে বিবাদ ছড়ালেন ? তাবলীগকে দুই ভাগে ভাগ করে দিলেন? মুসলমানদের ভিতরে বিভাজন সৃষ্টি করা মুসলমানের কাজ নয় । এটা সুস্পষ্ট মুনাফিকি ইসলামের সাথে গাদ্দারি।
মাওলানা সাদ সাহেব সঠিক বলেছেন❤❤❤ ইসলাম তো অবশ্যই বিনিময় ছাড়া চলা উচিত। মাওলানা সাদ সাহেবের কথা সারা দুনিয়ায় সকল ওলামায়ে কেরাম মেনে নিতে পারলেন, শুধু মানতে পারলেন না আমাদের বাংলাদেশের ওলামায়ে কেরাম। কারন তাদের ওয়াজ ও ধর্ম ব্যাবসায় ধস নামবে! মহান আল্লাহ আমাদের সঠিক বিষয় টা বুঝার তৌফিক দান করুক।
@@Ahmad-u2g6gআপনার কথাটা সম্পূর্ণ পরিমাণ সত্যি যারা স্বৈরাচার শেখ হাসিনা কে কওমি জননী উপাধি দিয়েছিল 2017 সালে তাদের কথা কি বলবেন 2013 সালের শহীদ হওয়া শত শত সাধারণ মানুষ ও ছাত্ররা তাদের রক্তের সাথে যারা বেইমানি করছে একটা সার্টিফিকেট আর কোটি কোটি টাকার বিনিময়ে খুবই দুঃখজনক ব্যাপার এগুলা
আরে বাবা.... আপনারা সংবাদ প্রচার করতে এত ব্যর্থ কেন ঢাকায় দুর্ঘটনাটা ঘটেছে এটা সম্পূর্ণভাবেই একপক্ষে থেকে তবুও আপনারা বলেন যে উভয়পক্ষের সংঘর্ষ এখানে কি সুরাই নেজাম এর পক্ষ থেকে কোন পদক্ষেপ নেয়া হয়েছে?
@@niamul400বাংলাদেশ এর আলেম রা বাংলাদেশ পযন্ত সীমাবদ্ধ থাকে তাঁদের বাহিরে কোনো দাম নাই। তাই তারা ডাক্তার জাকির নায়েক মিজানুর রহমান আজহারী সাদ সাহেব সবাই কেউ নিয়ে সমালোচনা শীষে থাকে।
@@niamul400এক নাম্বার আল্লাহর হাতে হেদায়েত নাই নবী-রাসূলগণ ভুল করেছেন দাওয়াত থেকে বিচ্যুত হয়েছেন মূসা আলাইহিস সালাম ভুল করেছিলেন এজন্য আল্লাহ পাক তাকে শাস্তি দিয়েছেন সাহাবায়ে কেরাম দাওয়াতে তাবলীগ কাজ ছেড়ে দিয়ে জিহাদের পথ বেছে নিয়েছেন এটা সুস্পষ্ট গোমরাহী এই কথাগুলোই তিনি বলেছেন তার মতে নামাজ ও জিহাদের চেয়ে দাওয়াত ও তাবলীগ গুরুত্বপূর্ণ
ruclips.net/video/xtbyJinU2Ms/видео.htmlsi=qWWYvZrTEJ_cmDss ruclips.net/video/cE6g0vml6sU/видео.htmlsi=GVwQNyWqJM4UXRNg হালাল হারাম বুঝা প্রত্যেক ব্যাক্তির জন্য ফরজ । দেখলেই বুঝবেন। আর যদি ফতোয়া লাগানো হয় যেটা সাধারণ মানুষের বুঝার না তবে সেটার জন্য মারামারি কাটাকাটির মত কিছু হওয়া উচিৎ না
কেউ যদি নির্ধারিত সময়ে পরবর্তী হকদারের জন্য ঘর ছেড়ে না দেয়। তবে পরবর্তী হকদাররা তো জোড় করে ঢুকতে চাইবে এবং সংঘর্ষ হবেই। এর জন্য দায়ী হলো বন্টন করনেওয়ালা কর্তৃপক্ষ।
ruclips.net/video/xtbyJinU2Ms/видео.htmlsi=qWWYvZrTEJ_cmDss ruclips.net/video/cE6g0vml6sU/видео.htmlsi=GVwQNyWqJM4UXRNg হালাল হারাম বুঝা প্রত্যেক ব্যাক্তির জন্য ফরজ । দেখলেই বুঝবেন। আর যদি ফতোয়া লাগানো হয় যেটা সাধারণ মানুষের বুঝার না তবে সেটার জন্য মারামারি কাটাকাটির মত কিছু হওয়া উচিৎ না
@@Ilhan5.6হটাও সাদ বাচাঁও ঈমান তাবলীগ জামাতের বিতর্কিত ব্যক্তি মোঃ সাদ (হাদাহুল্লার) কিছু ঈমান বিধ্বংশী বক্তব্য ০১। আল্লাহ তায়ালার হাতে হেদায়েত নেই, যদি থাকত তাহলে তিনি নবী পাঠাতেন না। ০২। হযরত মুহাম্মদ (সাঃ) সমস্ত বিবাহের ওলিমা খেজুর দ্বারা সম্পন্ন করেছেন, শুধু মাত্র আম্মাজান হযরত যয়নব (রাঃ) এর বিবাহের সময় গোস্ত-রুটি দ্বারা ওলিমা সম্পন্ন করেছেন। আর এটা তিনি নবী হয়ে ভুল করেছেন। এই জন্য তাকে শাস্তি ভোগ করতে হয়েছে। ০৩। হযরত মুছা (আঃ) দ্বারা অনেক বড় গুণা হয়েছিল, তাই আল্লাহ তায়ালা তাকে তুর পাহাড়ে ডেকে নিয়েছিলেন। ০৪। মসজিদে যারা ইমামতি করে টাকা নেয় এবং মাদ্রাসায় পড়িয়ে যারা টাকা নেয় তাদের চেয়ে ব্যাস্যার উপার্জন উত্তম। এদের আগে ব্যাস্যা জান্নাতে যাবে। ০৫। মসজিদের বাহিরে দাওয়াত দেওয়া সুন্নতের খেলাফ। ০৬। কোরআন শলীফ বুঝিয়া পড়া ওয়াজিব, না বুজিয়া পড়িলে ওয়াজিব তরকের গুনা হবে। ০৭। ওহুদের যুদ্ধে ৪০ জন সাহাবী নাফরমানি করেছে, তাই যুদ্ধে মুসলমান পরাজিত হয়েছে। ০৮। হযরত মুছা (আঃ) তাওরাত কিতাব আনার জন্য যে তুর পাহাড়ে গিয়েছিলেন এটা ভুল ছিল, যার ফলে উম্মত মুরতাদ হয়ে গিয়েছিল। ০৯। আসহাবে কাহাফের ৭জন যুবকের সঙ্গে বাঘ ছিল কুকুর ছিল না। ১০। হুজুর (সাঃ) এর পরে ৩ জন ছাড়া আর কাহারোর বায়াত পরিপূর্ণতা লাভ করেনি। তিনজন হল (হযরত মাওঃ ইসমাঈল শহীদ (রহঃ), হযতরত মাওঃ ইলিয়াছ (রহঃ), হযরত মাওঃ ইউসুফ (রহঃ)। ১১। সারা দুনিয়াতে মক্কা-মদিনার পর সবচেয়ে ইজ্জতের স্থান, সম্মানের স্থান, আজমতের স্থান, মারকাজে নিজাম উদ্দিন। ১২। আমি আমীর আমাকে যারা না মানবে তারা জাহান্নামী। ১৩। নামাজ মসজিদের ঐচ্ছিক আমল, প্রধান আমল হল মাশুয়ারা। ১৪। মাদ্রাসায় যাকাত দেওয়া নাজায়েজ, দিলে যাকাত আদায় হবে না। ১৫। হযরত ইউসুফ (আঃ) গাইরুল্লাহর দিকে ইশারা করায় অতিরিক্ত ৭ বছর জেল খাটতে হয়েছিল। ১৬। উলামারা কোরআনের তাফছির বুঝে না। এছাড়া আরও অনেক গুমরাহী কথা বার্তা তিনি নিয়মিতই বিভিন্ন মজমাতে বলে যাচ্ছে। যার ফলে বর্তমান দুনিয়াতে দারুল উলুম দেওবন্দ সহ সমস্ত হক্কানী উলামায়ে কেরাম, পীর মাশায়েখ, তার অনুসরন কে নাজায়েজ ঘোষণা করেছেন।
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ruclips.net/video/xtbyJinU2Ms/видео.htmlsi=qWWYvZrTEJ_cmDss ruclips.net/video/cE6g0vml6sU/видео.htmlsi=GVwQNyWqJM4UXRNg হালাল হারাম বুঝা প্রত্যেক ব্যাক্তির জন্য ফরজ । দেখলেই বুঝবেন। আর যদি ফতোয়া লাগানো হয় যেটা সাধারণ মানুষের বুঝার না তবে সেটার জন্য মারামারি কাটাকাটির মত কিছু হওয়া উচিৎ না
হকের পক্ষে মানুষ খুব কমই দেখা যায়।
পৃথিবীর সমস্ত আলেমরা গোমড়া হতে পারে না। আল্লাহ পাক হককে জিন্দা করুন। আমিন।
তুমি ঘুমিয়ে চিন্তা করো ভাই!
হক কম হবে এটাই দলিল,রসুল(সা:) বলেছেন খুব তাড়াতাড়ি আমার উম্মতেরা কুরআন,হাদিস মানার নামে(নামাজ,রোযা,হজ্জ,যাকাত আমলের নামে) ৭৩ দলে বিভক্ত হবে,৭২ দল জাহান্নামী আর ১ টি হবে জান্নাতী;তখন সাহাবীরা জিজ্ঞেস করলো হে আল্লাহর রসুল(সা:) জান্নাতী দল কোনটি?তিনি উত্তর দিলেন -যাদের মত,পথ,জীবনাদর্শ ও জীবনযাপন আমি রসুল অথবা আমার সাহাবীদের সাথে মিলে যা তারাই হবে জান্নাতী-মেশকাত ৩০ পৃষ্ঠার ১৭১ নম্বর হাদিস,আবু দাউদ ৪৫৯৭;তিরমিযী ২৬৪১ নং হাদিস সহ অসংখ্য হাদিস
সাদ সাহেব হক তার দল হক আল্লাহতালা অবশ্যই হককে চিন্তা করবেন ❤❤❤
আপনার কথা বিবেচনা করলে তো তাহলে ইহুদিরা হক কারণ তারা সংখ্যায় খুব কম। আপনার চিন্তা ধারা বদলান
একদিন সত্যর বিজয় হবে ইনশাআল্লাহ ।
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
Jobayer saheber jamater bijoy hobe
@@Md.HumaidyAhmed-ey3phসাদ এর কথা একদম ঠিক ।
@Md.Humaidyজুবায়ের ধান্দাবায তা এ ভিডিও দেখেই বুঝা যায়Ahmed-ey3ph
@@Md.HumaidyAhmed-ey3ph আল্লাহর ইবাদত বা দাওয়াতী কাজ করে টাকা নিবে কেন ?
আর কতো দিন ধর্ম বেঁচে খাবি তোরা ?
অসংখ্য সুন্দর বিশ্লেষণের জন্য মাছরাঙা টিভিকে ধন্যবাদ। ❤
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
মাওলানা সাদের মন্তব্য সঠিক, ধর্ম ব্যাবসায়ী আলেমদের ব্যাবসা হবেনা, মাওলানা সাদের মন্তব্য আরও বেশি বেশি প্রচার করা উচিৎ
সাদ সাহেব এই বক্তব্য বাতিল করছেন।
সাদ সাহেব গোমরাহ
সাদ সাবে সবগুলো বক্তব্য তুলে ধরুন একটা দুটা তুলে বিষয়টা ঘোলাটে করবেন না ৷
maximum bokta kono na kono madrasar boro pod e asen, tarato sekhan theke vata nen. Was ta free or kome korale ki amon khoti hobe
@@mdrashed2425 সহমত , ১০০% সত্য ।
যা বুঝতেছি একপক্ষ সমাধান চায়,আরেক পক্ষ ক্ষমতা দেখায়।
Right
হেফাজত মুক্ত দাওয়াত ও তাবলীগ জামাত চাই
সরাষ্ট উপদেষ্টা হেফাজতের কে ইন্ধন দিচ্ছে
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
কেন হেফাজত কি ভুল নাকি?
তো সঠিক নাকি@@anisshakib4555
তৃতীয় পক্ষ হিসেবে আগুনে তেল ঢালতেছে@@anisshakib4555
@@anisshakib4555কোন পন্থীরা হুর পায়?
ইয়া রাব্বাল আলামীন
আমাদের সবাইকে ইসলামের জন্য কবুল করুন
Assalamualaikum. I am Mufti Abdurrahman Abdulawal, and I have been educated in various authentic Islamic institution, including memorizing the Quran from Masjid Nabawi in the prophet’s city of Medina, graduating with honors after being among the top ten memorizers of the Holy Quran. Since then, I have become an Islamic scholar, and studied hadith and jurisprudence under renowned scholars, and right now, I am a teacher at Darul Quran WasSunnah and a member of the Sharia Board of New York.
And I am also married, so I feel it is incumbent upon me to enlighten some people about the proper way to discuss marital relations. I wanted to highlight one important point. Islam teaches that we were created to worship and obey Allah and His Messenger. Our Prophet Muhammad (Peace be upon him) lived by this principle, and even though he could have become very wealthy by doing a lot of business, he chose to remain in poverty until his death. Believers were not sent to this world for enjoying luxuries. Indulgence in any sort of excessive pleasures is counterproductive for human beings.
Due to our own indulgence, and following the practice of the non-Muslims and getting obsessed with sexual activities, there are thousands of Saudi Arabian youths, Kuwait youngsters, Qatari men and women, elderly entrepreneurs from Oman and Bahrain, and even scientists from Indonesia and Malaysia, Africa and India, are now being most severely tortured in CIA’s Bush-era interrogation programs, that are until today, operating in secrecy in many European countries. People are leaving Islam in hordes because they are disgusted by our obsession with sex. Did you ever see a Christian priest or a Jewish rabbi uploads such shameless video about sexual actions? Who do you think Allah will allow into paradise? Muslims are being warned by Allah to be sensible. It infuriates me to see Muslims use sharia and Islam to fulfill their own carnal desires, and becoming obsesses with politics, lust and relations, especially in a holy month like Ramadhan. For several years, I have been teaching Islamic Jurisprudence in Islamic establishments in NY, including in Darul Quran WasSunnah. DO not delude ourselves by using hadeeth and Quran to convince yourself that you are doing sunnah. Marriage is allowed only for procreation, and the Prophet (peace be upon him) never indulged in sexual activities (there are clear hadeeth that neither he saw his wife’s body, nor did they ever see between his navel and knees). If you must use religion, and Islam, then try to follow the Sunna of the prophet and stay awake at night for prayers and fast all day. DO not delude yourself into becoming sick like animals because if Allah loves you, you will be punished in this world. Like those thousands of Muslims who were framed for crimes and are now being tortured in black site prisons because they would be very active in relation with their halal wives. They also used hadeeth and Quran to make them believe they are doing sunnah. Marriage is allowed only for procreation, not for sick behavior like the Mushrikeens. Allama Ismail of Saharanpur once said obsession with physical and sexual relationships destroys the human soul. Even if it is legal inside marriage, this is a luxury and any luxury people indulge in too much they suffer severely for it. Even if someone eats too much sugar, they get diabetes. If someone eats too much fat, they get heart disease. If someone had too much physical relationships, even if it is legal and allowed in deen and an act of worship but still it takes peoples heart away from Allah. If someone is like the sahabas and has Imaan as strong as the prophets who spent their days fighting in Allah’s path shedding blood and dying and spent their nights in long prayers crying uncontrollably for the ummah, only then the physical relationship with their spouse won’t bring them any harm because their heart wouldn’t be distracted from Allah. However in my sheik’s personal experience, he had seen dozens of people who were too indulgent with their wife sexually which is completely allowed in deen but he had seen them go through the bitterest pain and suffering .
जो व्यक्ति स्वयं का अनादर करता है, उससे अधिक असम्मानजनक कुछ भी नहीं है। जो स्वयं को नीचा दिखाता है, उससे अधिक तुच्छ कोई नहीं है। जो खुद को प्रताड़ित करता है और घायल करता है, उससे ज्यादा विनाशकारी या बुद्धिहीन कोई नहीं है। किसी को भी अश्लील विचार सोचने और गीले सपने या कामुक निर्वहन की अनुमति देकर खुद का बलात्कार करने का अधिकार नहीं है। ईश्वर को यह कृत्य सबसे अधिक नापसंद है क्योंकि यह न केवल हृदय को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि मानव शरीर को भी नष्ट कर देता है। यदि किसी को ऐसा करना चाहिए, तो वे निश्चित रूप से एक राक्षस बन जाएंगे और अंततः मनुष्यों के प्रति सम्मान खो देंगे और अपने आस-पास के सभी लोगों के प्रति स्वार्थी, असंवेदनशील और क्रूर हो जाएंगे। कुछ माता-पिता अपने ही बच्चों को पीटना ठीक समझते हैं। अपने ही बच्चों को पीटना कभी भी ठीक नहीं है. और भी अधिक क्योंकि वे आपके भरोसे और आपके नियंत्रण में हैं। सबसे क्रूर मनुष्य वह है जो अपने साथ व्यभिचार करता है। इससे बड़ी कोई बुराई नहीं है जो मानव हृदय की आत्मा को खा जाती है, इस घोर अपमान के कार्य से जो कोई स्वयं के प्रति करता है। यह कृत्य मानव को राक्षसी और क्रूर पागल बना देता है, जिससे वे अपने आस-पास के सभी पीड़ित लोगों के प्रति भावुक और असंवेदनशील हो जाते हैं, क्योंकि वे इस बीमारी से विचलित नहीं होना चाहते हैं, जिसे उन्होंने आत्म-घृणा और स्वयं की अनुपस्थिति का आनंद लेने के लिए प्रशिक्षित किया है। आदर करना। लगातार अपमानजनक यौन विचारों के बारे में सोचकर अपने दिल और दिमाग को खुशी देने के लिए मजबूर करना व्यक्ति के आत्म-सम्मान को इस हद तक नष्ट कर देता है कि वह व्यक्ति किसी भी ऐसे व्यक्ति से अत्यधिक ईर्ष्या करने लगता है जो उनसे अधिक पवित्र या उनसे अधिक पवित्र है। इस ईर्ष्या के कारण व्यक्ति का खुद पर से विश्वास उठ जाता है और वह मानसिक और भावनात्मक रूप से बेहद कमजोर और भयभीत हो जाता है जिससे निर्भरता और भावनात्मक निराशा और वासना का पागलपन और प्रेमी की गुलामी की शुरुआत होती है। हस्तमैथुन एक ऐसा कार्य है जो इतना मासूम और इतना हानिरहित प्रतीत होता है कि यह किसी व्यक्ति के दिल और भावनाओं, दया और मानवता को पूरी तरह से नष्ट कर सकता है। यह कृत्य कई लोगों के जीवन को नष्ट कर सकता है और किया भी है और उनकी संपूर्ण भविष्य की सफलता को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। यह उनके मानसिक स्वास्थ्य और मानसिक शक्ति को नष्ट करने के लिए किया गया अब तक का सबसे भयावह कृत्य है। हस्तमैथुन करने वालों में आत्महत्या की प्रवृत्ति बहुत अधिक होती है और जिन लोगों को यह आदत होती है वे अत्यधिक गरीबी से पीड़ित होते हैं, क्योंकि लगभग नब्बे प्रतिशत बेघर पुरुषों ने लगातार हस्तमैथुन करने की सूचना दी है। यह उनके आत्म-सम्मान, उनके मानसिक स्वास्थ्य और उनकी सफलता को नष्ट कर देता है और उनके मन को भय, कमजोरी और क्रोध से भर देता है जो अंततः अपराध और नशीली दवाओं जैसे आत्म-विनाशकारी कार्यों की ओर ले जाता है। मैं ऐसे कई लोगों को जानता हूं जिन्हें हस्तमैथुन की गंदी आदत थी, वे शैतान के उपासक बन गए, ईश्वरविहीन हो गए, विश्वास खो बैठे और आत्म-सम्मान खो बैठे। यह एक ऐसा कृत्य है जो पूरी तरह से हानिरहित प्रतीत होता है और किसी व्यक्ति के मनोविज्ञान को नुकसान पहुंचा सकता है, और जिनके पास सही और गलत के बीच अंतर सिखाने के लिए कोई धर्म या आस्था नहीं है, वे इस कृत्य को प्रोत्साहित करते हैं। यह सबसे घृणित कार्य है जो एक इंसान अपने साथ कर सकता है। मनोवैज्ञानिक रूप से, इसका हानिकारक प्रभाव पड़ता है और कई बार व्यक्ति अपने जीवन के बाद के वर्षों में भी अवसाद की ओर ले जाता है। यह एक ऐसी चीज़ है जो हर प्रकार की ख़ुशी और शांति और आत्म-आश्वासन, आत्म-सम्मान और अपने आप में विश्वास और सम्मान को नष्ट कर देती है। अपने स्वयं के शोध से, मैंने हजारों विश्वासियों को देखा है जिनमें गीले सपने देखने या हस्तमैथुन करने की घृणित आदतें थीं और उन सभी ने विश्वास छोड़ दिया और इस्लाम छोड़ दिया। कुछ ईसाई भी थे, लेकिन नास्तिक बन गए और अब पूरे दिन यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया पर रहते हैं और पागलों की तरह भगवान को कोसते हैं। ईश्वर उन लोगों से नफरत करता है जो दूसरों के बारे में कामुकता से सोचते हैं और उन्हें यौन उत्तेजित होने देते हैं, और इसलिए, ये लोग कभी भी इस्लाम में नहीं रह सकते हैं, या कभी भी ईश्वर में विश्वास नहीं कर सकते हैं। इस प्रकार के यौन विचार मूर्तिपूजा का सबसे खराब रूप है। लगभग 3000 से 4,000 सोशल मीडिया खातों में और नियमित रूप से उनके व्यवहार विश्लेषण पर रिपोर्ट लिखना,
মাওলানা সাদ সাহেব তো সঠিক কথাই বলেছেন! ধর্মীয় বিষয়ে টাকার বিনিময় করা ঠিক না!
এই কথা বাংলাদেশের ধর্ম ব্যবসায়ীদের গায়ে লেগেছে
সাংবাদিক যেভাবে বলছে সাদ সাহেব সেভাবে বলে নাই । আরো অনেক কথা বলছে যেমন কেউ তাবলীগ না করলে জাহান্নামী সে... আল্লাহর কাছে হেদায়েত নাই হেদায়েত হলো তাবলীগ করা।।। সাদ সাহেব নিজেই এখন পীরসাব হয়ে বসছে। আমির হওয়ার এত খায়েশ যে নিজেই আমির দাবি করছে।
এটা মেজর না, মেজর হচ্ছে সাদ নবিকে নিয়ে কথা বলছে যা কেউই বলে না, আলেমদের কথা সাদ যেনো রুজু হয়, কিন্তু সাদ রুজু হবে না, একই ভুল বারবার করে আসতিছে, এই জন্য তাকে এবং তার অনুসারিদের বয়কট করা উচিত
হাহাহা, আপনি ইসলাম সম্পর্কে কতটুকু ধারণা আছে?
তাহলে যারা ধর্মীয় বিষয়ে পাঠদান করবে তাদের পরিবার কে কে দেখবে?
আপনার দাদায় দেখবে নাকি?, মনে হয় আপনি ভারতের দালাল ,তাইতো এই ধরনের কথা বলেন।
দালালি বাদ দিয়ে ঠিক পথে চলেন,আর তা নাহলে আপনার ধ্বংস খুবই নিকটে
তোমার মতো গাধারা আছে বলেই সাদে মতো ভ্রেন্তো লোক গজে উঠেছে।
হেফাজত মুক্ত তব্লিগ চাই
চোরামির জায়গা পাওনা
মাওলানা সাদ সাহেব সঠিক বলেছেন❤❤❤
ইসলাম তো অবশ্যই বিনিময় ছাড়া চলা উচিত। মাওলানা সাদ সাহেবের কথা সারা দুনিয়ায় সকল ওলামায়ে কেরাম মেনে নিতে পারলেন, শুধু মানতে পারলেন না আমাদের বাংলাদেশের ওলামায়ে কেরাম।
কারন তাদের ওয়াজ ও ধর্ম ব্যাবসায় ধস নামবে!
মহান আল্লাহ আমাদের সঠিক বিষয় টা বুঝার তৌফিক দান করুক।
হুজুরা তাইলে কি খাবে বেতন ছাড়া আপনি টাকা দিবেন নাকি তাদের ফ্যামিলি চালানোর জন্য
Tur hadis tui rakh
ইসলামী শিক্ষা এবং নীতিমালা শিখানোর ক্ষেত্রে অর্থ গ্রহণের বিষয়টি ইসলামে একটি সংবেদনশীল বিষয়। এ সম্পর্কে উলামাদের মতভেদ রয়েছে। তবে নিম্নে এই বিষয়ে ইসলামের দৃষ্টিভঙ্গি তুলে ধরা হলো:
ইসলামের দৃষ্টিভঙ্গি:
1. নিষিদ্ধ নয়, তবে নিয়ত শুদ্ধ হওয়া জরুরি:
ইসলামের জ্ঞান শিখানো একটি সাওয়াবের কাজ। যদি কেউ এটি অর্থের বিনিময়ে করেন, তবে তার মূল উদ্দেশ্য হওয়া উচিত আল্লাহর সন্তুষ্টি অর্জন এবং ইসলামের সেবা।
তবে এটি ব্যবসা বা শুধুমাত্র আয়ের উৎস হিসাবে করলে তা ইসলামের আদর্শের সাথে সামঞ্জস্যপূর্ণ নয়।
2. কিছু ক্ষেত্রে অনুমোদন:
যদি কোনো ব্যক্তি শিক্ষা দেওয়ার জন্য তার সময়, পরিশ্রম এবং জীবিকার উৎস হিসেবে নির্ভরশীল হন, তবে তার জন্য অর্থ গ্রহণ করা বৈধ। উদাহরণস্বরূপ, একজন শিক্ষক মাদ্রাসা বা প্রতিষ্ঠানে ইসলামী নীতিমালা শেখানোর জন্য সম্মানী গ্রহণ করতে পারেন।
বিশেষত, কুরআন শেখানোর জন্য অর্থ গ্রহণ করা কিছু হাদিসের ভিত্তিতে বৈধ। রাসূল সাল্লাল্লাহু আলাইহি ওয়াসাল্লাম বলেছেন,
> "তোমাদের মধ্যে কেউ কুরআন শিক্ষা দান করলে এবং তার বিনিময়ে অর্থ গ্রহণ করলে তাতে কোনো সমস্যা নেই।" (আবু দাউদ, ইবনে মাজাহ)
3. নিষিদ্ধ কোথায়?
যদি কেউ ইসলামী শিক্ষা বিক্রির পণ্য হিসাবে ব্যবহার করে বা তার জ্ঞানকে শুধুমাত্র লাভের মাধ্যম বানায়, তাহলে এটি ইসলামিক শিক্ষার মূল স্পিরিটের পরিপন্থী।
ইসলামিক জ্ঞান শিখানো মূলত এক প্রকার ইবাদত। তাই, এটিকে নির্ভেজাল ও আন্তরিকভাবে করা উচিত।
উপসংহার:
ইসলামী নীতিমালা শেখানোর জন্য অর্থ গ্রহণ করা বৈধ, তবে সেটি অবশ্যই সঠিক উদ্দেশ্যে এবং সৎপথে হতে হবে। উদ্দেশ্য হওয়া উচিত আল্লাহর সন্তুষ্টি এবং ইসলামের প্রচার। অর্থ গ্রহীতার উচিত এটি পেশা হিসেবে নয়, বরং সেবা হিসেবে বিবেচনা করা।
যদি সম্ভব হয়, বিনামূল্যে ইসলামী শিক্ষা প্রদান করা সর্বোত্তম এবং এটি রাসূল সাল্লাল্লাহু আলাইহি ওয়াসাল্লামের সুন্নাহর সঙ্গে সামঞ্জস্যপূর্ণ।
@@freepalestin1459ধর্ম প্রচার কোন পেশা হতে পারে না। ধর্ম প্রচার করবেন শুধুমাত্র আল্লাহর সন্তুষ্টির জন্য।
মাওলানা সাদ সাহেবের এই কথাটি সবার কাছে তুলে ধরা উচিত। তাহলে দেখবেন এক সময় সাধারণ মানুষ বুঝতে পারবে তারা হক আর কারা বাতিল।
চোর গুলোকে হাতে হ্যান্ডকাপ পড়ানো হয় না আর হুজুর হাতে হ্যান্ডকাপ করা পড়ানো হয়,, খুবই দুঃখজনক 😢
ঠিক বলেছেন
Aponader news fake ebng mithachar e vorpur
Mawlana Sa’ad Saheb nije nije amir dabi koren ni ebng jubaer ponthi age hamla korecilo
E jabot sa’ad ponthir 7 jon k hefagot ugrobadi shaheed kore diyece
সত্য কথা বলেছেন ভাই নবীদের জামানায় সাহাবাদের জামানায় হককে দাবাতে চেয়েছে কিন্তু আল্লাহপাক হক কে জিন্দা করবেন ইনশাআল্লাহ ❤যারা হক কখনো দুনিয়ার শক্তি নিয়ে চলে না আল্লাহ সর্বশক্তিমান যারা হক তারা আল্লাহতালা সাহায্য নিয়ে চলেন ❤❤❤
নিশ্চয়ই আল্লাহ উত্তম ফয়সালাকারী 😢
হে আল্লাহ সকল কে সহি বুঝদান করুন আমীন আমীন আমীন ❤❤
সময়োপযোগী পর্যালোচনা সঠিক পর্যালোচনা।
মাছরাঙ্গা টিভিতে অসংখ্য ধন্যবাদ।
খুব সুন্দর ভাবে এটা উপস্থাপন করা হয়েছে।
এবং যা বলেছেন সব সঠিক বলেছেন ❤
বাতিলের প্রচার প্রচারনা বেশি হয়।
আর হকের প্রচারনা হয় কম।
তার পরেও হক ই বিজয় হয়।
আল্লাহ তায়ালা সকল কে বুঝার তৌফিক দান করুন।
আমিন
সকলে তো বুঝতেছে
তোদের কোনটা হক আর কোনটা ভক।
তুই একটু বুঝায় বল
মিথ্যাকে সত্যের সাথে এমনভাবে মেশালেন যেন ওরা মাজলুম আমরা জালেম ।
ভাই বুঝিয়ে বলতে গেলে হইতেছে হইল ওলামায়ে কেরাম টাকা পয়সা ছাড় এখন কিছু বুঝে না।।।। যেখানেই দেখবেন খালি মাদ্রাসায় পোলাপান ভর্তি করার মাদ্রাসা পোলাপান ভর্তি করান এই কথা খালি বলতেই থাকে এই কথা বইলা বইলা তারা মানুষের কাছ থেকে টাকা হাতায় খায়
হেফাজত হটাও তব্লিগ বাঁচাও
সা'য়াদপন্থি হটাও তাবলীগ বাঁচাও ❗❗❗
বাংলাদেশের 99% আলেম-ওলামাগণ হেফাজতের অনুসারী । হেফাজত বাদ দিয়ে তাবলীগ করবি কি শুধু আওয়ামী লীগ গ্রুপ 😁😁😁😁😁😁😁😁😁🥵🥵🥵🥵🥵😡😡😡😡😡🤬🤬🤬🤬🤬
সাদ লীগ হটাও দেশের মানুষের ইমান বাঁচা
Sov nostor gora hephajot
@Md.MehadiHasan-m5h তাবলীগ জামাতকে দুই ভাগে বিভক্ত করেছে হেফাজত নাকি সাদ সাহেবের উল্টাপাল্টা মন্তব্য আগে জেনে শুনে তারপর ইউটিউব এ কমেন্ট করতে আসেন
খুব সুন্দর এবং নিরপেক্ষ প্রতিবেদন। ধন্যবাদ মাছরাঙা টেলিভিশন
সাদ সাহেবের কথা শুনলে ওয়াজ মাহফিলের ব্যবসা কমে যাবে 😢😢😢
হাহাহা, ইসলাম সম্পর্কে আপনার ধারনা কতটুকু আছে?
হুম আর পতিতালয় এর ব্যাবসা চাংগা হবে।
ভাই তার কথা আলেমের পিছনে নামাজই হবে না।
@@MohammedTowhid-q2n ভাই আমরা নিজেদের চোখে আস্ত খড়ি রেখে অন্যের চোখে কুটা না খুঁজি।
@@julissaari5202 সত্য কথা কেউ অস্বীকার করতে পারবে না,,
রাতে আলেম উলামা ও সাধারণ মানুষকে হত্যা করা ইসলামের কাজ না।
লা ইলাহা ইল্লাল্লাহু মুহাম্মাদুর রাসুলুল্লাহ (সাঃ) ❤
মাওলানা সাদ সাব যেটা বলছে আমি এতে একমত
ধন্যবাদ মাছরাঙা টেলিভিশনকে❤❤❤
এর বিচার আমরা আল্লাহ তায়ালার কাছে দিলাম,,,,,
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
সংঘর্ষ কাকে বলে সাংবাদিক সাহেব,,,??এক পক্ষ থেকে আক্রমণ বলতে কি ভয় পান😡😡
ঠিক বলেছেন
এম বি এ টাইমস বেশি লাফায়
দুই পক্ষই মারামারি করেছে
ভালো করে জানুন পরে প্রচার করুন সাদ সাহেব নিজেকে একক আমি বানাইনি উনাকে আমির বানানো হয়েছে
Mai amir hu, nehi mano to jahannum me jao. Shonen ni boktobbo ta? @@RiadkhanRiadkhan-yy4zm
আজকে তাবলীগের এই সমস্যা শুধু হেফাজতে ইসলামের কারণে হয়েছে। আল্লাহতালা এদের ফেতনা থেকে আমাদেরকে হেফাজত করেন। আমিন।
তোমার মারে কি খেলছে হেফাজত??
😂😂😂😂
ব্রেন ওয়াশ ভালই করা হয়েছে মনে হচ্ছে।
আপনি কি দেখেছেন নাকি আপনার নেতারা আপনাকে ব্রেন ওয়াশ করেছে
Tur baper jonno hoise
@@abdullah.02
মামুনুল, মাহফুজুল হক সাহেব কি হেফাজত নয়?
টঙ্গীর ইজতেমা মাঠে রক্তে ভাসিয়ে দিবে এমন উস্কানি কে দিয়েছে?
আপনাদের মাঝে কোন ইনসাফ নাই, আপনারা কেমন মৌলভী?
মুসলমান কি মুসলমানের রক্তে ভাসিয়ে দেওয়ার ঘোষণা দিয়ে পারে?
আপনারা সুযোগ পেলে সুন্নিদের রক্তে ভাসিয়ে দিবেন?
ছাদ পন্থী কেউ কি সুন্নিদের থেকে খারাপ? ছাদ পন্থী দের কারো এমন বক্তব্য দিতে পারবেন?
100% right vai...
আলহামদুলিল্লাহ সকল বিষয়ে আল্লাহ সুবহানাতায়ালা অবগত আছেন তিনি এক অদ্বিতীয় উনার সমকক্ষ আর কেউ নাই দুনিয়া আখেরাতে হকের জামাতের আমির একজনই হয়
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
মাওলানা সাদ সাহেব সত্যের উপর রয়েছে।
উনি কি বলেন নি মুসা আলাইহিস সালাম ভুল করেছেন!!😢
ভাই তুই তো দেখতেছি অনেক জ্ঞানী মানুষ সব ঠিকই বলছে তাহলে হুজুররা টাকা নিব না মাদ্রাসায় পড়াইবো ইমামতি করবো মাদ্রাসার শিক্ষক তাদের খাওন কি তুই দিয়ে আসবি রে তোর মাথায় কি গ্যাস্টিক আছে বাপের হোটেলে খাস আর বড় বড় কথা কস
ভাই হজরত মুহাম্মদ সা: ছাড়া প্রত্যেক নবি রাসুল ই কোনো না কোনো ভুল করেছেন। সুতরাং উনি ভুল বলেননি।@@NurjahanH.A
আমি আপনার কাছে দলিল চাচ্ছি না । আপনি দলিল প্রস্তুত করুন, কারণ হাশরে আল্লাহ তায়না আপনার কাছে অবশ্যই দলিল চাইবেন। তখন বুঝবেন কে ভুল করেছিল।
সাদিয়ানি
হেফাজত মুক্ত তাবলীগ জামাত চাই
যদিও তাবলীগ জামাতের পক্ষে নয় আমি তবে সাদ সাহেবের কথা যুক্তিসংগত আর হাদিসের আলোকে বলেছেন
এই খবরে আরো অনেক বক্তব্য লুকানো হয়েছে যে দুইটা বক্তব্য নিউজ চ্যানেলে দেখা হয়েছে এইগুলা তো কিছুই না মাওলানা সাদ সাহেব নবী রাসুলদের বিরুদ্ধে যে বক্তব্য দিয়েছে আবার অর্থ না বুঝে তেলাওয়াত করলে নামাজ হয় না এ সকল বক্তব্যের প্রতি কি আপনিও একমত?
@@airaman1609se video gulo dekhan, ar puro bayan shonan
মাছরাঙা টেলিভিশন কে অসংখ্য ধন্যবাদ সুন্দর একটি তথ্যবহুল ভিডিও দেয়ার জন্য
সকলের কাছে অনুরোধ ভিডিওটি বেশি করে শেয়ার করুন সাধারণ মানুষ যেন সত্যটা জানতে পারে
স্বরাষ্ট্র উপদেষ্টা ও ধর্ম উপদেষ্টা এই দুইটার পদত্যাগ চাই
এরা ২ উপদেষ্টা দেশে দাঙ্গা বাজাবে ইসলাম নিয়ে হেফাজতের পক্ষ নিয়ে বেয়সম্ম করতাছে
Right
@@ahmedsharif1009 একদম সঠিক কথা
একমত
তারা ব্যার্থ তাদের নিজ নিজ দ্বায়িত্ব পালনে
মাওলানা সাদ সাহেব যদি আসে বাংলাদেশের ইতিহাসের সেরা এস্তেমা হবে ইনশাআল্লাহ
হেফাজত ইসলামের কার্যক্রম ইসলাম কে বিতর্কিত করে ফেলছে,
মহান আল্লাহ্ পাক এই হেফাজত ইসলাম নামের উগ্রদের হাত থেকে ইসলাম কে রক্ষা করুন।
বিশ্ব আমীর শাইখুল হাদিস হযরত মাওলানা সাদ কান্দলভী দাঃবাঃ যা বলেছেন সঠিক।
😂তোরা অন্ধ,বোবা।তোদের অন্তরে মোহর মেরে দেওয়া হয়েছে
আল্লাহ মাফ করুক আল্লামা শফী সাহেব কে আর ওই কারণেই হইতে পারে আল্লাহতালা উনার মৃত্যুর আগে ওনার প্রকৃত পরিচয় লোকের সামনে প্রকাশ করে দিয়েছেন কিন্তু হযরত জি মাওলানা সাদ সাহেব দামাত বারকাতুহু ইজ্জতের সাথে সারা দুনিয়াতে কাম করে যাচ্ছেন আল্লাহতালা ওনাকে এবং ওনার আওলাদের কে হায়াতের ভেতর বরকত দান করুক আমিন
মাওলানা সাদ সাহেব হকের উপরে আছেন
হেফাজত ও রাজনীতি মুক্ত তাবলীগ চাই
আসসালামু আলাইকুম ওয়া রহমাতুল্লাহি ওয়া বারাকাতুহ
সকল দ্বিনি মুসলমান ভাইদের দাওয়াত
★আগামী ৩১ জানুয়ারি ১/২ ফেব্রুয়ারি ২০২৫ বিশ্ব ইস্তেমা★
টঙ্গী, ঢাকা, বাংলাদেশ
আল্লাহ তায়ালা সবাই কে হকের পথে আসার তাওফিক দান করুন আমিন
মাওলানা সাদ সাহেব যা বলেছেন সব কোরআন এবং হাদিসের অনুযায়ী বলেছেন
বাংলাদেশের কিছু ধর্ম ব্যবসায় আলেম আছে যারা মাওলানা সাদ সাহেবের বিরোধীতা করছে
Right
হুম❤
Hum
বাংলাদেশ এমনই রাষ্ট্র হয়েছে যে, সারা বিশ্ব চায় সাদ এজতেমায় আসুক শুধু বাংলাদেশ চায় না??
আবালের মতো কথা বলেন কেন
একমত
অথচ সকল মুসলিমদের হযরত মোহাম্মদ (সাঃ) পন্থী হওয়ার কথা ছিলো এবং আল্লাহর নির্দেশও তাই 😞
সাদ সাব তো নবীর পন্থী। নবী, সাহাবায়ে কেরাম ইসলাম এর প্রচার করে বিনিময়ে দুনীয়ার কিছু নেই নাই।।এই কথাইতো সাদ সাব বলেছেন যা এই দেশের কীছু বক্তা মেনে নিতে পারে নাই।।
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
হে আল্লাহ- ওলামালীগ আলেমদের থেকে হিফাজত করুন। আমিন।
মাওলানা সাদ সাহেব হক।
হে আল্লাহ সকল মুসলিম উম্মাহ কে আপনি ভ্রাতৃত্ব বন্ধন অটুট রাখুন আমিন
সারা পিথিবি নিজামুদ্দিন সাদ সাহেব হক
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
মাছরাঙা টিভিকে ধন্যবাদ,,
মাওলানা সাদ সাহেব সত্যি কথা বলেছেন এবং হক কথা বলেছেন উনি এই কথা হায়াতুস সাহাবা থেকে বলেছেন হায়াতুস সাহাবা কিতাবে আছে 4 নম্বর খন্ড 620 নম্বর পৃষ্ঠাতে সম্ভবত ওমর রাদিয়াল্লাহু তা'আলা আনহু বলেছেন হে এলেমের বাহক গন তোমরা এলেমের বিনিময় নিও না কোরআনের বিনিময় নিও না নচেৎ তোমাদের আগে দুষ্টু লোকেরা জান্নাতে চলে যাবে এর মানে কি বুঝতে পারতেছ আপনারা
Amin 😢
সত্য মানুষকে আল্লাহ পাক অনেক পরিখা নেয়
সাংবাদিক ভাইয়েরা যেন সঠিক সংবাদ
পরিবেশন করেন।
যাতে মানুষের মধ্যে বিভ্রান্ত সৃষ্টি না হয়।
হেফাজত ইসলাম কে এখনই না থামালে,, আগামীতে যে সরকার আসুক সব সরকার কে হেফাজতের উগ্রতার কারনে বিপদে পড়তে হবে,,
Really useful information
Thanks to maasranga tv
আমরা তো বড় জঙ্গী
কিন্তু আজপর্যন্ত তীর্থস্থানে গিয়ে জবাই করার রেকর্ড নাই 😅😅
হকের বিজয় হবেই ইনশাআল্লাহ
উচিত কথা বললে গা জ্বলে
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
সাদ সাহেব সঠিক বলেছেন
এই ঝগড়ার মুলে রয়েছে হেফাজত। বর্তমানেও মামুনুল হক এই ঝগড়ার মূল
আমার মতে সাদ সাহেব ঠিক বলেছেন
এটা ভুলবেন না বাংলাদেশের অধিকাংশ মিডিয়াই সব সময় ইসলামের ক্ষেত্রে ভুল জিনিসটাই প্রচার করে, আর এখানে সাদ সাবের দুটো কথা শুধু উল্লেখ করেছে , আর এখানে যে দুইটা কথা উল্লেখ করেছে তা মূল কারণ নয়, মূল কারণ সাদ সাহেবের আকিদাগত কিছু ভ্রান্ত মতবাদ, এরমধ্যে তো এরকম ভয়ঙ্কর কিছু কথাও আছে যে: মুসা আলাইহিস সালাম ভুল করেছেন,
মিডিয়ার দু-একটা কথা না শুনে আমাদের প্রয়োজন বিষয়টা নিয়ে ভালোভাবে জানা এবং নির্ভরযোগ্য সূত্র ধরে বুঝা !😢
আল্লাহ উত্তম তৌফিক দাতা!
জাহেলদের কাছে যখন হক নাহকের মানদণ্ড না থাকে জাহেল তখন ভ্রান্তকেই হক মনে করে। আল্লাহ সঠিক পথ দেখান।
হেফাজত হাটাও মামুনুল হাটাও
তাবলীগ বাঁচাও
প্রতিবার হেফাজতীরা সংঘর্ষের উষ্কানি দেয় এবং সংঘর্ষ শুরু করে।
সাদ সাহেবের কথা ১০০ হক।
সাদ সাহেব আসবেন ইনশাআল্লাহ
হে আল্লাহ পৃথিবীর সকল মুসলমান এক করুন। আমীন
একপক্ষীয় হামলা বলতে কি ভয় লাগে?
সাংবাদিক তোমার মতো অশিক্ষিত না, হামলার দাবি তো দুই পক্ষই করেছে , কোর্টের প্রমাণ ছাড়া কিভাবে বলবে?
হেফাজত হঠাও
মাওঃ সাদ সঠিক পথে আছেন। হেফাজতমুক্ত তাবলিগ চাই ।
মাছরাঙা চ্যানেলের ভাই কে ধন্যবাদ সুন্দর ভাবে উপস্থাপন করার জন্য।
মাওলানা সাদের বক্তব্যগুলো কোনভাবেই অযৌক্তিক মনে হয় না আমার কাছে।। ইসলাম তো এমনই হওয়া উচিত,স্বার্থ নয় বরং আল্লাহকে খুশি করাই মূল উদ্দেশ্য।সাদ সাহেব ভারতীয় আর সারা বিশ্বের কিছু আলেমদের স্বার্থের জন্য তারা,মাওলানা সাদ সাহেবের বিরোধিতা করছে।
তার মানে কি? আল্লাহ ও তার রাসুল ভুল? আর সাদ ঠিক? সঠিক করে বলেন।
@AshsbsjSjsvbs আল্লাহ ও তার রাসূল সাঃ কি এমন বলেছেন??যা নিয়ে সাদ বিরোধিতা করেছে???
@shimulahmed9937 জী
@@shimulahmed9937saad saheb bolechen nobi der vul ache.
হটাও সাদ বাচাঁও ঈমান
তাবলীগ জামাতের বিতর্কিত ব্যক্তি মোঃ সাদ (হাদাহুল্লার) কিছু ঈমান বিধ্বংশী বক্তব্য
০১। আল্লাহ তায়ালার হাতে হেদায়েত নেই, যদি থাকত তাহলে তিনি নবী পাঠাতেন না।
০২। হযরত মুহাম্মদ (সাঃ) সমস্ত বিবাহের ওলিমা খেজুর দ্বারা সম্পন্ন করেছেন, শুধু মাত্র আম্মাজান হযরত যয়নব (রাঃ) এর বিবাহের সময় গোস্ত-রুটি দ্বারা ওলিমা সম্পন্ন করেছেন। আর এটা তিনি নবী হয়ে ভুল করেছেন। এই জন্য তাকে শাস্তি ভোগ করতে হয়েছে।
০৩। হযরত মুছা (আঃ) দ্বারা অনেক বড় গুণা হয়েছিল, তাই আল্লাহ তায়ালা তাকে তুর পাহাড়ে ডেকে নিয়েছিলেন।
০৪। মসজিদে যারা ইমামতি করে টাকা নেয় এবং মাদ্রাসায় পড়িয়ে যারা টাকা নেয় তাদের চেয়ে ব্যাস্যার উপার্জন উত্তম। এদের আগে ব্যাস্যা জান্নাতে যাবে।
০৫। মসজিদের বাহিরে দাওয়াত দেওয়া সুন্নতের খেলাফ।
০৬। কোরআন শলীফ বুঝিয়া পড়া ওয়াজিব, না বুজিয়া পড়িলে ওয়াজিব তরকের গুনা হবে।
০৭। ওহুদের যুদ্ধে ৪০ জন সাহাবী নাফরমানি করেছে, তাই যুদ্ধে মুসলমান পরাজিত হয়েছে।
০৮। হযরত মুছা (আঃ) তাওরাত কিতাব আনার জন্য যে তুর পাহাড়ে গিয়েছিলেন এটা ভুল ছিল, যার ফলে উম্মত মুরতাদ হয়ে গিয়েছিল।
০৯। আসহাবে কাহাফের ৭জন যুবকের সঙ্গে বাঘ ছিল কুকুর ছিল না।
১০। হুজুর (সাঃ) এর পরে ৩ জন ছাড়া আর কাহারোর বায়াত পরিপূর্ণতা লাভ করেনি।
তিনজন হল (হযরত মাওঃ ইসমাঈল শহীদ (রহঃ), হযতরত মাওঃ ইলিয়াছ (রহঃ), হযরত মাওঃ ইউসুফ (রহঃ)।
১১। সারা দুনিয়াতে মক্কা-মদিনার পর সবচেয়ে ইজ্জতের স্থান, সম্মানের স্থান, আজমতের স্থান, মারকাজে নিজাম উদ্দিন।
১২। আমি আমীর আমাকে যারা না মানবে তারা জাহান্নামী।
১৩। নামাজ মসজিদের ঐচ্ছিক আমল, প্রধান আমল হল মাশুয়ারা।
১৪। মাদ্রাসায় যাকাত দেওয়া নাজায়েজ, দিলে যাকাত আদায় হবে না।
১৫। হযরত ইউসুফ (আঃ) গাইরুল্লাহর দিকে ইশারা করায় অতিরিক্ত ৭ বছর জেল খাটতে হয়েছিল।
১৬। উলামারা কোরআনের তাফছির বুঝে না।
এছাড়া আরও অনেক গুমরাহী কথা বার্তা তিনি নিয়মিতই বিভিন্ন মজমাতে বলে যাচ্ছে।
যার ফলে বর্তমান দুনিয়াতে দারুল উলুম দেওবন্দ সহ সমস্ত হক্কানী উলামায়ে কেরাম, পীর মাশায়েখ, তার অনুসরন কে নাজায়েজ ঘোষণা করেছেন।
অত্যন্ত গুরুত্বপূর্ণ তথ্য তুলে ধরা হয়েছে। ❤❤❤
ঘৃণা এবং প্রতিবাদ জানাই এই উদ্দেশ্য প্রণোদিত রিপোর্টকে। সাদ অনেকগুলো বক্তব্য দিয়েছে তন্মধ্যে বিতর্কিত বক্তব্য গুলো সামনে এনেছেন অথচ কোরআন সুন্নাহ বিরোধী সরাসরি ঈমান বিধ্বংসিক বক্তব্য গুলো আনেন নাই। পবিত্র কুরআনের সুস্পষ্ট আয়াতের বিরোধিতা করেছে রাসুলের অনেক হাদিসের বিরোধিতা করেছে। আমাদের রাসূলসহ অন্যান্য নবী রাসুলদেরকে অবমাননা করেছে। নিজেকে সে বিশ্ব আমির আমিরুল মোমেনিন ঘোষণা করেছে। তাকে আমির না মারলে জাহান্নামে যেতে বলেছে। এই সমস্ত সুস্পষ্ট কোরআন সুন্নাহ বিরোধী ঈমান হারানো বেইমানি কথাবার্তা কে পাশ কাটিয়ে এমন কতগুলো কথা সামনে নিয়ে আসলেন যাতে তার জনপ্রিয়তা বেড়ে যায়। ধিক্কার এবং থুতু দিলাম এই রিপোর্টের উপর
মাওলানা সাদ ঠিক কথাই বলেছেন❤❤
উচিত কথায় বিড়াল বেজার
মাওলানা সাদ সাহেব ইজরায়েলের কাছ থেকে কত টাকার হাদিয়া পেয়েছে এটা আগে খোঁজ করেন। নতুবা কি দরকার ছিল তার বিভ্রান্তিকর মন্তব্য করে তাবলীগ জামাতের ভিতরে ফাটল সৃষ্টি করা । এটা তার একটা সুপরিকল্পিত চক্রান্ত। ভালোই তো চলছিল তাবলীগ গ্রুপ দীর্ঘ অনেক বছর পর্যন্ত । কেন হঠাৎ তিনি আজেবাজে মন্তব্য করে মানুষের ভিতরে বিবাদ ছড়ালেন ? তাবলীগকে দুই ভাগে ভাগ করে দিলেন? মুসলমানদের ভিতরে বিভাজন সৃষ্টি করা মুসলমানের কাজ নয় । এটা সুস্পষ্ট মুনাফিকি ইসলামের সাথে গাদ্দারি।
সঠিক তথ্য তুলতে উনি ব্যর্থ
সত্য ও সুন্দর প্রতিবেদন হয়েছে। ধন্যবাদ মাছরাঙ্গা টিভিকে ❤
এক মুসলমান অন্য মুসলমানের হাত থেকে নিরাপদ নয়,এরা কি রকমের ইসলামের দাওয়াত দিচ্ছে মাথা আসছে না।
আল্লাহ হেদায়েত দান করুক
সাদ্ সাহেব সাধারন মানুষের জন্য আদর্শ, উনি ঠিক কথা বলেছেন,
হে আল্লাহ সাদিয়ানি ফেতনা থেকে তাবলীগকে হেফাজত করুন
মাওলানা সাদ সাহেব সঠিক বলেছেন❤❤❤
ইসলাম তো অবশ্যই বিনিময় ছাড়া চলা উচিত। মাওলানা সাদ সাহেবের কথা সারা দুনিয়ায় সকল ওলামায়ে কেরাম মেনে নিতে পারলেন, শুধু মানতে পারলেন না আমাদের বাংলাদেশের ওলামায়ে কেরাম।
কারন তাদের ওয়াজ ও ধর্ম ব্যাবসায় ধস নামবে!
মহান আল্লাহ আমাদের সঠিক বিষয় টা বুঝার তৌফিক দান করুক।
@@MdKasem-w5d হে আল্লাহ- ওলামালীগ আলেমদের থেকে হিফাজত করুন। আমিন।
মাওলানা সাদ সাহেব হক।
@@Ahmad-u2g6gআপনার কথাটা সম্পূর্ণ পরিমাণ সত্যি যারা স্বৈরাচার শেখ হাসিনা কে কওমি জননী উপাধি দিয়েছিল 2017 সালে তাদের কথা কি বলবেন 2013 সালের শহীদ হওয়া শত শত সাধারণ মানুষ ও ছাত্ররা তাদের রক্তের সাথে যারা বেইমানি করছে একটা সার্টিফিকেট আর কোটি কোটি টাকার বিনিময়ে খুবই দুঃখজনক ব্যাপার এগুলা
ফেতনা মনে হয় জোবায়ের পন্থী রা করছে।
আল্লাহতালা হেদায়েত দান করুক। বাজে কথা বলেন।
সাদ সাহেব ভালো কথা বলেছে
হামলা করল এক পক্ষ আর আপনি বললেন উভয় পক্ষের সংঘর্ষ , 😡😡😡😡😡😡😡😡😡😡😡😡😡😡😡😡😡😡😡
জেলায় জেলায় সাদ অনুসারি আগে মার খায় . ৪ জনের ৩ জন সাদ অনুসারি শহীদ হয় ।
ইজতেমা হবেই ইনশাআল্লাহ
সঠিক সময় উপযোগী প্রতিবেদন
মাশাআল্লাহ সুন্দর প্রতিবেদন।
মাউলানা সাদ সাসেবের জন্য ভালোবাসা
মাশাআল্লাহ আলহামদুলিল্লাহ মাছরাঙা টিভিকে নারীবাজ মামুনুল মুক্ত তাবলীগ জামাত চাই সন্তাসী হেফাজত মুক্ত তাবলীগ জামাত চাই 😮😮😮😮😮
হেফাজত হঠাৎ দাওয়াত ও তাবলীগ জামাত হক হক হক
আরে বাবা.... আপনারা সংবাদ প্রচার করতে এত ব্যর্থ কেন ঢাকায় দুর্ঘটনাটা ঘটেছে এটা সম্পূর্ণভাবেই একপক্ষে থেকে তবুও আপনারা বলেন যে উভয়পক্ষের সংঘর্ষ এখানে কি সুরাই নেজাম এর পক্ষ থেকে কোন পদক্ষেপ নেয়া হয়েছে?
শুয়োরে নিজামই ফেতনার মুল। মামুন্নুল লম্পট
আগে একটা বিটিভি ছিল দেশে, এখন সব বিটিভি হয়ে গেছে।
হে আল্লাহ- ওলামালীগ আলেমদের থেকে হিফাজত করুন। আমিন।
মাওলানা সাদ সাহেব হক।
দুই পক্ষই মারামারি করেছে
দুই পক্ষের মারামারি হয়েছে,, মাছরাঙা ঠিক বলেছে
Thanks reports ❤❤❤❤
শান্তি+শান্তি = অশান্তি 😅😅
ওম শান্তি
মাওলানা সাত সঠিক কথাই বলছে
হেফাজত মুক্ত তাবলীগ চাই
উনি যে নবীদের ব্যপারে সমালোচনা করেছেন সেটা বললেন না কেন?
আর তথাকথিত কি ধরনের ফালতু কথা বললেন
তাহকিক করেছেনে কখনো....???
ruclips.net/video/xtbyJinU2Ms/видео.htmlsi=qWWYvZrTEJ_cmDss
ruclips.net/video/cE6g0vml6sU/видео.htmlsi=GVwQNyWqJM4UXRNg হালাল হারাম বুঝা প্রত্যেক ব্যাক্তির জন্য ফরজ । দেখলেই বুঝবেন
উনি ঠিকই বলেছেন, কিন্তু বাংলাদেশি কিছু আলেমকে দিয়ে আল্লামা শফীর লোকজন তা ভুল প্রচার করেছে।
2টি কথায় বিরোধ নয় ; তার কতিপয় কথা সরাসরি ইসলামের সাথে সাংঘর্ষিক।
কিছুটা বলেন কি কি কথা ইসলামের সাথে সাংঘর্ষিক
@@niamul400বাংলাদেশ এর আলেম রা বাংলাদেশ পযন্ত সীমাবদ্ধ থাকে তাঁদের বাহিরে কোনো দাম নাই।
তাই তারা ডাক্তার জাকির নায়েক
মিজানুর রহমান আজহারী
সাদ সাহেব সবাই কেউ নিয়ে সমালোচনা শীষে থাকে।
বেশি বুঝিও না।
@@niamul400এক নাম্বার আল্লাহর হাতে হেদায়েত নাই
নবী-রাসূলগণ ভুল করেছেন দাওয়াত থেকে বিচ্যুত হয়েছেন
মূসা আলাইহিস সালাম ভুল করেছিলেন এজন্য আল্লাহ পাক তাকে শাস্তি দিয়েছেন
সাহাবায়ে কেরাম দাওয়াতে তাবলীগ কাজ ছেড়ে দিয়ে জিহাদের পথ বেছে নিয়েছেন এটা সুস্পষ্ট গোমরাহী
এই কথাগুলোই তিনি বলেছেন
তার মতে নামাজ ও জিহাদের চেয়ে দাওয়াত ও তাবলীগ গুরুত্বপূর্ণ
ruclips.net/video/xtbyJinU2Ms/видео.htmlsi=qWWYvZrTEJ_cmDss
ruclips.net/video/cE6g0vml6sU/видео.htmlsi=GVwQNyWqJM4UXRNg হালাল হারাম বুঝা প্রত্যেক ব্যাক্তির জন্য ফরজ । দেখলেই বুঝবেন। আর যদি ফতোয়া লাগানো হয় যেটা সাধারণ মানুষের বুঝার না তবে সেটার জন্য মারামারি কাটাকাটির মত কিছু হওয়া উচিৎ না
কেউ যদি নির্ধারিত সময়ে পরবর্তী হকদারের জন্য ঘর ছেড়ে না দেয়। তবে পরবর্তী হকদাররা তো জোড় করে ঢুকতে চাইবে এবং সংঘর্ষ হবেই। এর জন্য দায়ী হলো বন্টন করনেওয়ালা কর্তৃপক্ষ।
সা'দের মূল বক্তব্য -ই উল্লেখ্য করলেন না, তাহলে আপনি কেমন রিপোর্টার😕😕
কোন বক্তব্য আমাকে একটু বলেন?
ruclips.net/video/xtbyJinU2Ms/видео.htmlsi=qWWYvZrTEJ_cmDss
ruclips.net/video/cE6g0vml6sU/видео.htmlsi=GVwQNyWqJM4UXRNg হালাল হারাম বুঝা প্রত্যেক ব্যাক্তির জন্য ফরজ । দেখলেই বুঝবেন। আর যদি ফতোয়া লাগানো হয় যেটা সাধারণ মানুষের বুঝার না তবে সেটার জন্য মারামারি কাটাকাটির মত কিছু হওয়া উচিৎ না
Apni to sob janen tahole apni sob pochar koren Islam nie barabari korbena tahole Allahr r azaber opekha korun.
@@Ilhan5.6হটাও সাদ বাচাঁও ঈমান
তাবলীগ জামাতের বিতর্কিত ব্যক্তি মোঃ সাদ (হাদাহুল্লার) কিছু ঈমান বিধ্বংশী বক্তব্য
০১। আল্লাহ তায়ালার হাতে হেদায়েত নেই, যদি থাকত তাহলে তিনি নবী পাঠাতেন না।
০২। হযরত মুহাম্মদ (সাঃ) সমস্ত বিবাহের ওলিমা খেজুর দ্বারা সম্পন্ন করেছেন, শুধু মাত্র আম্মাজান হযরত যয়নব (রাঃ) এর বিবাহের সময় গোস্ত-রুটি দ্বারা ওলিমা সম্পন্ন করেছেন। আর এটা তিনি নবী হয়ে ভুল করেছেন। এই জন্য তাকে শাস্তি ভোগ করতে হয়েছে।
০৩। হযরত মুছা (আঃ) দ্বারা অনেক বড় গুণা হয়েছিল, তাই আল্লাহ তায়ালা তাকে তুর পাহাড়ে ডেকে নিয়েছিলেন।
০৪। মসজিদে যারা ইমামতি করে টাকা নেয় এবং মাদ্রাসায় পড়িয়ে যারা টাকা নেয় তাদের চেয়ে ব্যাস্যার উপার্জন উত্তম। এদের আগে ব্যাস্যা জান্নাতে যাবে।
০৫। মসজিদের বাহিরে দাওয়াত দেওয়া সুন্নতের খেলাফ।
০৬। কোরআন শলীফ বুঝিয়া পড়া ওয়াজিব, না বুজিয়া পড়িলে ওয়াজিব তরকের গুনা হবে।
০৭। ওহুদের যুদ্ধে ৪০ জন সাহাবী নাফরমানি করেছে, তাই যুদ্ধে মুসলমান পরাজিত হয়েছে।
০৮। হযরত মুছা (আঃ) তাওরাত কিতাব আনার জন্য যে তুর পাহাড়ে গিয়েছিলেন এটা ভুল ছিল, যার ফলে উম্মত মুরতাদ হয়ে গিয়েছিল।
০৯। আসহাবে কাহাফের ৭জন যুবকের সঙ্গে বাঘ ছিল কুকুর ছিল না।
১০। হুজুর (সাঃ) এর পরে ৩ জন ছাড়া আর কাহারোর বায়াত পরিপূর্ণতা লাভ করেনি।
তিনজন হল (হযরত মাওঃ ইসমাঈল শহীদ (রহঃ), হযতরত মাওঃ ইলিয়াছ (রহঃ), হযরত মাওঃ ইউসুফ (রহঃ)।
১১। সারা দুনিয়াতে মক্কা-মদিনার পর সবচেয়ে ইজ্জতের স্থান, সম্মানের স্থান, আজমতের স্থান, মারকাজে নিজাম উদ্দিন।
১২। আমি আমীর আমাকে যারা না মানবে তারা জাহান্নামী।
১৩। নামাজ মসজিদের ঐচ্ছিক আমল, প্রধান আমল হল মাশুয়ারা।
১৪। মাদ্রাসায় যাকাত দেওয়া নাজায়েজ, দিলে যাকাত আদায় হবে না।
১৫। হযরত ইউসুফ (আঃ) গাইরুল্লাহর দিকে ইশারা করায় অতিরিক্ত ৭ বছর জেল খাটতে হয়েছিল।
১৬। উলামারা কোরআনের তাফছির বুঝে না।
এছাড়া আরও অনেক গুমরাহী কথা বার্তা তিনি নিয়মিতই বিভিন্ন মজমাতে বলে যাচ্ছে।
যার ফলে বর্তমান দুনিয়াতে দারুল উলুম দেওবন্দ সহ সমস্ত হক্কানী উলামায়ে কেরাম, পীর মাশায়েখ, তার অনুসরন কে নাজায়েজ ঘোষণা করেছেন।
মাওলানা সাদ কে বাংলাদেশে আনা হোক এবং সকল ওলামায়ে কেরাম সামনে এই সমস্যা সমাধান করা হোক
সাদ সাহেব যেসব বক্তব্য দেওয়ার কারণে বিতর্কিত সেগুলো তুলে ধরেন, সেগুলো হাইড করে আপনারা কি বোঝাতে চাচ্ছেন?
সেগুলো কোথায় পাবো বলেন লিং দেন
কি কি বলছে _প্রমাণ করুন।
ruclips.net/video/xtbyJinU2Ms/видео.htmlsi=qWWYvZrTEJ_cmDss
ruclips.net/video/cE6g0vml6sU/видео.htmlsi=GVwQNyWqJM4UXRNg হালাল হারাম বুঝা প্রত্যেক ব্যাক্তির জন্য ফরজ । দেখলেই বুঝবেন। আর যদি ফতোয়া লাগানো হয় যেটা সাধারণ মানুষের বুঝার না তবে সেটার জন্য মারামারি কাটাকাটির মত কিছু হওয়া উচিৎ না
তুই এসে বল
মাওলানা সাদ একদম ঠিক আছে
সাদিয়ানি দের বক্তব্য হচ্ছে- মোবাইল সাথে রাখলে নামাজ হবে না - তাহলে মসজিদে যাওয়ার সময় মোবাইল কোথায় রাখেন ?
কচু জানেন আপনি। কোথায় বলেছে এমন কথা?
সুন্দর বাংলাদেশ,আমাদের নতুন বাংলাদেশ😬🫠
তুমিতো এখানে দালালের পরিচয় দিয়েছ সাদ সাহেব অনেক গুলো বিতর্ক কথা বলেছেন
বিতর্কিত কি বলছে, জানা থাকলে জানান, আর না জানা থাকলে রিসোর্ট হুজুর উগ্রপন্থী মামুনুল এর দালালি আর চামচামি বাদ দিয়ে পারলে ইসলাম এর খেদমত করুন।
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ruclips.net/video/cE6g0vml6sU/видео.htmlsi=GVwQNyWqJM4UXRNg হালাল হারাম বুঝা প্রত্যেক ব্যাক্তির জন্য ফরজ । দেখলেই বুঝবেন। আর যদি ফতোয়া লাগানো হয় যেটা সাধারণ মানুষের বুঝার না তবে সেটার জন্য মারামারি কাটাকাটির মত কিছু হওয়া উচিৎ না
দালালী বাদ দিয়ে সঠিক সংবাদ প্রচার করুন
সত্য বললেই দালাল??
দালাল তো তোরা সালা,সত্য সত্য স্বীকার কর
আল্লাহ সবাইকে হেদায়েত করুন, আমিন😢😢😢😢😢
তাবলীগের ঘাড়ে হেফাজত